नई दिल्ली। जेपी ग्रुप ने जेपी इंफ्राटेक के 2,000 इक्विटी शेयर मुफ्त में हर घर खरीदार (होम बायर्स) को देने की पेशकश की है। सूत्र के मुताबिक ग्रुप की यह पेशकश उस योजना का हिस्सा है जिसमें उसने अपनी रियल एस्टेट फर्म को दिवालिया होने से बचाने के लिए 10,000 करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा है।
JP Group’s new offer, ready to give 2,000 shares to every buyer
जेपी इन्फ्राटेक जो कि जेपी ग्रुप की फ्लैगशिप फर्म जयप्रकाश एसोसिएट्स की सहायक कंपनी है ने साल 2007 में नोएडा में 32,000 फ्लैट्स बनाने का काम शुरु किया था, जिसमें से उसने अभी तक सिर्फ 9,500 फ्लैट ही डिलीवर किए हैं। इसने अधिग्रहण प्रमाणपत्रों के लिए 4,500 से अधिक फ्लैटों को सौंपने के लिए आवेदन किया है। सूत्रों के मुताबिक जेपी ग्रुप ने अपने ताजा प्रस्ताव में पहली बार रजिस्ट्रेशन करने वाले सभी होम बायर्स को 2,000 शेयर्स देने की बात कही है। इस प्रस्ताव के तहत निल कंसीडरेशन पर लगभग 4.5 करोड़ शेयर पेश किए जाने का अनुमान है।
जेपी ग्रुप के प्रमोटर मनोज गौड़ ने जेपी इन्फ्राटेक को दिवालिया होने से बचाने के लिए अब एक नया प्रस्ताव पेश किया है। जेपी ने अब बैंकों का लोन चुकाने और अटके पड़े हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स पूरा करने के लिए 10,000 करोड़ रुपए का नया ऑफर दिया है। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है। जेपी प्रमोटर्स की ओर से दिए गए ऑफर के मुताबिक जेपी ग्रुप कंपनी के 9,800 करोड़ रुपए के कर्ज का कुछ हिस्सा चुका देगा और कर्जदारों को कंपनी में कुछ इक्विटी स्टेक दे देगा। आपको बता दें कि जेपी ग्रुप का यह ऑफर कंपनी को बैंकरप्सी प्रोसीडिंग्स में जेपी इन्फ्राटेक के लिए मिली बेस्ट बिड से 25 फीसद अधिक है।
सूत्र के मुताबिक जेपी ग्रुप का अस्तित्व बनाए रखने के लिए हाइड्रो इलेक्ट्रिक और सीमेंट प्रॉजेक्ट्स में अपनी हिस्सेदारी बेच चुके गौड़ ने जेपी इन्फ्राटेक के कर्जदारों की समिति के सामने एक प्रजेंटेशन दिया है, ताकि कंपनी के रियल एस्टेट से लेकर हॉस्पिटल कारोबार को जिंदा रखा जा सके। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक यह साफ नहीं है कि क्या कमिटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) ने उनके प्रस्ताव को मान लिया है या नहीं और क्या वह जेपी इन्फ्राटेक के लिए लक्षद्वीप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरफ से आए ऑफर से इसकी तुलना करके देखेगी।