नई दिल्ली। जेपी ग्रुप के प्रमोटर मनोज गौड़ ने जेपी इन्फ्राटेक को दिवालिया होने से बचाने अब एक नया प्रस्ताव पेश किया है। जेपी ने अब बैंकों का लोन चुकाने और अटके पड़े हाउसिंग प्रॉजेक्ट्स पूरा करने के लिए 10,000 करोड़ रुपए का नया आॅफर दिया है। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है।
JP Infra promoters offer Rs 10,000 crore for avoiding bankruptcy
क्या है आॅफर में खास?
जेपी प्रमोटर्स की ओर से दिए गए आॅफर के मुताबिक जेपी ग्रुप कंपनी के 9,800 करोड़ रुपए के कर्ज का कुछ हिस्सा चुका देगा और कर्जदारों को कंपनी में कुछ इक्विटी स्टेक दे देगा। आपको बता दें कि जेपी ग्रुप का यह आॅफर कंपनी को बैंकरप्सी प्रोसीडिंग्स में जेपी इन्फ्राटेक के लिए मिली बेस्ट बिड से 25 फीसद अधिक है।
सूत्र के मुताबिक जेपी ग्रुप का अस्तित्व बनाए रखने के लिए हाइड्रो इलेक्ट्रिक और सीमेंट प्रॉजेक्ट्स में अपनी हिस्सेदारी बेच चुके गौड़ ने जेपी इन्फ्राटेक के कर्जदारों की समिति के सामने एक प्रजेंटेशन दिया है, ताकि कंपनी के रियल एस्टेट से लेकर हॉस्पिटल कारोबार को जिंदा रखा जा सके।
हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक यह साफ नहीं है कि क्या कमिटी आॅफ क्रेडिटर्स (सीओसी) ने उनके प्रस्ताव को मान लिया है या नहीं और क्या वह जेपी इन्फ्राटेक के लिए लक्षद्वीप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरफ से आए आॅफर से इसकी तुलना करके देखेगी। सूत्रों ने बताया कि सीओसी गौड की इस बिड पर विचार कर सकती है। गौरतलब है कि सुधीर वालिया की कंपनी सुरक्षा ऐसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी और मुंबई की दोस्ती रियल्टी की ज्वाइंट वेंचर कंपनी लक्षद्वीप ने हाल ही में जेपी इन्फ्रा के लिए 7,350 करोड़ रुपए की बिड दी थी।