नई दिल्ली/भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद संभालते ही कमलनाथ के बयान से दिल्ली में सियासत गर्मा गई। एमपी के सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को यूपी-बिहार वालों पर निशाना साधते हुए बोल गए कि वे सरकारी नौकरियां खा रहे हैं। बस इसके बाद प्रदेश भाजपा के पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में कमलनाथ को मिले सरकारी बंगले पर धावा बोल दिया।
Kamal Nath’s statement, BJP’s Purvanchal Morcha activist, granddaughter outside the bungalow
नई दिल्ली इलाके के एक तुगलक रोड स्थित कमलनाथ के बंगले पर मंगलवार की शाम अचानक झुण्ड में भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे और नारा लगाने लगे कि यूपी-बिहार वालों का अपमान नहीं सहेंगे। भाजपा कार्यकतार्ओं ने कमलनाथ के खिलाफ नारे लगाए और बंगले के बाहर उनके नाम के बोर्ड पर कालिख पोत दिया।
प्रदेश भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष मनीष सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि यूपी बिहार वालों को हटाने भगाने की बात करने वालो के मुंह से आज तक करोड़ों बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ एक शब्द नहीं निकला। सत्ता मिलते ही देश को बांटने वाले बयान देकर कमलनाथ ने अपनी औकात देखा दी।
क्या बोला था कमलनाथ ने
बता दें कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एमपी के युवाओं को रोजगार के अवसर देने की बात कहते हुए कहा है कि यहां बहुत ऐसे उद्योग लग जाते हैं, जिनमें बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे प्रदेशों से आकर लोग काम करते हैं, जिससे राज्य के युवा रोजगार से वंचित रह जाते हैं। बस कमलनाथ के इस बयान की चौतरफा आलोचना होने लगी।