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कानपुर गोलीकांड के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने मंदिर में चिल्ला-चिल्लाकर खुद को विकास दुबे बताया। इसके बाद गार्ड ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। शिवराज चौहान ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी अपराधी को नहीं बख्शेगी। इसी बीच यूपी पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश के रवाना हो गई है।
हम भी अलर्ट पर थे: गुप्तेश्वर पांडे
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने गैंगस्टर दुबे की गिरफ्तारी पर कहा, ‘विकास दुबे की गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश पुलिस को सलाम और बधाई। हम भी अलर्ट पर थे। अगर वह यहां आया होता तो हम भी उसे पकड़ लेते। वह बिहार नहीं आया क्योंकि मैंने कहा था कि अगर वह यहां आता है, तो वह बच नहीं पाएगा।’
एक एसआई व सिपाही ने बाथरुम में छुपकर बचाई थी जान
पांच पुलिसकर्मियों ने घर के पीछे बने अधूरे शौचालय में छिपने की कोशिश की, पर बच नहीं पाए। एक एसआई व सिपाही ने एक घर के बाथरुम में सुबह सात बजे तक छिपे रहकर जान बचाई थी।
मुठभेड़ में मारे गए थे दुबे के मामा और चचेरा भाई
कानपुर गोलीकांड के बाद एक अन्य मुठभेड़ में दुबे के मामा और चचेरे भाई को पुलिस ने ढेर कर दिया था। वहीं शहीद पुलिसकर्मियों में 3 सब इंस्पेक्टर और 4 सिपाही शामिल हैं। दुबे के खिलाफ 60 से अधिक गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं।
जब मिश्रा से सवाल किया गया कि क्या महाकाल मंदिर में दुबे की गिरफ्तारी हुई है तो उन्होंने कहा, ‘मंदिर के बाहर-अंदर को बीच में न लाएं पर उज्जैन में गिरफ्तारी हुई है।’ पुजारी एवं कुछ लोगों ने उसका चेहरा पहचाना और उसके बाद पुलिस को सूचना दी या पुलिस ने सीधे उसे गिरफ्तार किया के सवाल पर मिश्रा ने कहा, ‘इंटेलीजेंस की बात भी बताएंगे। पहले हमें इसके मर्म तक आने दो। बाकी चीजें बाद में बताएंगे, पहले पता करने दो।’
महाकाल मंदिर में लखन यादव नाम के गार्ड ने गैंगस्टर विकास दुबे को पहचाना और उसे पुलिस को सौंप दिया।