कर्नाटक चुनाव: गए थे वोट मांगने, ढहा दिया गरीबों का पुल

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बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बस कुछ ही दिन शेष हैं। राजनीतिक पार्टियां लोगों से अनगिनत वादे कर उनके वोट पाने की कोशिश में लगी हैं लेकिन वोट मांगने के चक्कर में वे गरीब लोगों का जो नुकसान करती चल रही हैं, उसका एहसास उन्हें शायद ही हो। चुनाव जीतने पर लोगों की जिंदगी बेहतर बनाने का वादा करने वाली पार्टियां चुनाव से पहले ही हालात बदतर करती जा रही हैं।
Karnataka elections: went, demanded votes, demolished poor people’s bridge
बेंगलुरु पूर्व की इसरो कॉलोनी झुग्गी बस्ती और केंब्रिज लेआउट को जोड़ने वाली बरसाती पानी की नाली पर बना पुल मंगलवार को ढह गया। बताया गया है कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए वोट मांगने पहुंचे राजनीति दल के कार्यकतार्ओं की भीड़ के कारण यह पुल धंस गया था। पुल जब मंगलवार को सुबह 9 बजे गिरा तो 2 साल की एक बच्ची समेत कई लोग घायल हो गए।

झुग्गी से बाहर जाने का रास्ता बंद
इससे आसपास के लगभग 450 झोपड़ियों में रहने वाले करीब 4,000 लोग बाकी इलाकों से कट गए हैं। यह पुल इनके बाहर जाने का इकलौता रास्ता था। मेटल से बना यह पुल 3.5 फीट चौड़ा और 52 फीट लंबा था। पुल के ढहने से महिलाओं और बच्चों पर खासा असर पड़ा है। ऐसे छात्र जो स्पेशल क्लासेज में पढ़ने जाते थे, शहर से कट जाने के कारण वे भी बाहर नहीं जा पा रहे हैं।

अस्थायी पुल पार करने में खतरा
हालांकि, स्थानीय लोगों ने किसी तरह पुल को थोड़े-बहुत इस्तेमाल के लिए रिपेयर किया है, उसकी हालत देखकर सभी डर-डरकर जरूरी काम रपर जाने के लिए उसके इस्तेमाल कर रहे हैं। फिलहार पुल को बोर्ड्स और पुराने दरवाजे लगाकर साधा गया है। पुल गिरने उसके एक छोर पर लगा बोरवेल पानी की सप्लाइ करने वाला पाइप भी टूट गया है।