नई दिल्ली। करीब 28 साल पहले आतंकवाद की वजह से जिन कश्मीरी पंडितों को घाटी में मौजूद अपना घर छोड़ना पड़ा था, राज्य सरकार अब उन्हें वापस लाने की कोशिशों में लग गई है। इसकी शुरूआत एक मंदिर यात्रा से होनेवाली है। दरअसल, जम्मू कश्मीर सरकार ने कश्मीरी पंडितों के लिए श्रीनगर में मौजूद माता खीर भवानी मंदिर के दर्शन का आयोजन किया है। इसके लिए 20 जून का दिन तय किया गया है।
Kashmiri pundits will bring back the state government, temple will start from the journey
यात्रा के लिए राज्य सरकार ने विशेष प्रबंध किए हैं, ताकि घाटी छोड़ चुके कश्मीरी पंडित एक बार फिर से वहां आकर गर्मियों में मंदिर के दर्शन कर सकें। यात्रा के लिए ज्येष्ठा अष्टमी का दिन चुना गया है। बता दें कि माता खीर भवानी मंदिर श्रीनगर के पास तुल्ला मुल्ला में मौजूद है। इस मंदिर को कश्मीर घाटी के पंडित काफी मानते हैं।
यात्रा की तैयारियों में लगे सतीश महालदर जो कि खुद एक कश्मीरी पंडित हैं, उन्होंने बताया कि अबतक की सभी सरकारें दावा करती रही हैं कि हम लोगों (कश्मीरी पंडित) की घाटी में वापसी हो सकती है, हालांकि अलग-अलग कारणों से ऐसा नहीं हो पाया है। लेकिन मौजूदा सरकार के इस प्रयास से हमें अपने घर लौटने का सपना सच होता दिख रहा है।’
यात्रा के लिए दिल्ली और जम्मू में तैयारियां हो रही हैं, यात्रा का पूरा खर्च राज्य सरकार उठा रही है। बता दें कि 1990 में घाटी में जब आतंकवाद ने जड़ें जमाई थीं तब वहां से कश्मीरी पंडितों को अपने घर छोड़ने पड़े थे। घाटी का माहौल तब से अबतक स्थिर नहीं हो पाया है।