भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में विधायक भीम मंडावी की नक्सलियों द्वारा हत्या किए जाने की सीबीआई जांच की मांग की है. मंगलवार को नक्सलियों के हमले में एक बीजेपी विधायक और अन्य चार लोगों की मौत हो गई थी. अमित शाह ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि अगर आप कुछ छिपाना नहीं चाहते हैं तो भीम मंडावी की मौत मामले की सीबीआई जांच का आदेश दीजिए. इस मौत के पीछे साजिश की बू आ रही है.
अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रस की सरकार आने के साथ ही यहां सीबीआई पर बैन लगा दिया. यहां पहले रमन सिंह जी की सरकार थी, उनको कभी सीबीआई को रोकने की जरूरत नहीं पड़ी. क्योंकि उनका दामन साफ था. उनके शासन में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि मैं राहुल बाबा से कहना चाहता हूं कि केवल विकास के नारों से विकास नहीं होता. गरीबों के लिए मन में दर्द होता है तब जाकर विकास होता है. रमन सिंह जी ने अपने कार्यकाल में कई वनवासियों को चरण पादुका देने का काम किया था, क्योंकि उन्हें पता था कि तपती धूप में, जंगलों में नंगे पैर चलना क्या होता है. ऐसे काम तभी होते हैं, जब गरीबों के लिए दिल में दर्द हो.
असल में अमित शाह शुक्रवार को छत्तीसगढ़ चुनावी दौर पर थे. उन्होंने राजनंदगांव जिले के डोंगरगांव में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान अमित शाह ने बीजेपी प्रत्याशी संतोष साहू के पक्ष में वोट करने की अपील की. चुनावी सभा में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और सांसद अभिषेक सिंह भी मौजूद थे. इसके साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ता भी उनकी इस चुनावी सभा में शामिल हुए. सभा को संबोधित करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस महागठबंधन को महाठगबंधन बताया तो वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी जमकर कांग्रेस पर निशाना साधा.
बता दें कि नक्सलियों ने कुआकोंडा इलाके में एक इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट किया, जिसकी चपेट में आने से बीजेपी विधायक भीमा मंडावी, उनका ड्राइवर और उनकी सुरक्षा में लगे तीन निजी सुरक्षा अधिकारियों की मौत हो गई. विधायक मंडावी एक चुनावी जनसभा के लिए जा रहे थे और उसी समय हमला किया गया. गुरुवार को प्रथम चरण का मतदान होना था जिसके लिए रहा चुनाव प्रचार अभियान शाम पांच बजे खत्म होने से पहले विधायक मंडावी एक चुनावी सभा के लिए जा रहे थे.
मंडावी 12 विधानसभा सीटों वाले बस्तर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के एकमात्र विधायक थे. छत्तीसगढ़ में 15 साल के बीजेपी शासन के अंत के बाद पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद यह पहला नक्सली हमला है. पहले चरण के तहत बस्तर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में गुरुवार को 56 फीसदी मतदान हुआ. इसी क्षेत्र के शामगिरि मतदान केंद्र के पास नक्सलियों ने हमला किया था, जिसमें एक बीजेपी विधायक की मौत हो गई थी. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, इस मतदान केंद्र पर 77 फीसदी मतदान हुआ. वर्ष 2014 के आम चुनाव में इस निर्वाचन क्षेत्र में 59 फीसदी मतदान हुआ था.