मध्यप्रदेश विस चुनाव: मतदान से पहले शिवराज पहुंचे नर्मदा की शरण में, नाथ ने की हनुमान मंदिर में पूजा

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भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 230 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। वोटिंग के बीच राजनेताओं के बीच तंज और जीत के दावे शुरू हो गए हैं। एमपी कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 140 विधानसभा सीटों पर जीत का दावा किया है तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वह (राहुल) चंदा मामा जैसी बातें करते हैं।
Madhya Pradesh Election: Shivraj came before the polling, in the ashram of Narmada, Nath worshiped in Hanuman temple
इस बार चुनाव में शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, बीजेपी की यशोधरा राजे सिंधिया सहित कई बड़े नेताओं की साख दांव पर है। यही वजह है कि वोटिंग शुरू होने से पहले ही सीएम शिवराज सिंह ने जहां परिवार सहित नर्मदा नदी के तट पर की पूजा-अर्चना की, वहीं कमलनाथ ने छिंदवाड़ा स्थित हनुमान मंदिर में पूजा की।

चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लगातार 3 बार से सत्ता में वापसी करनेवाली बीजेपी के लिए मध्य प्रदेश का चुनाव प्रतिष्ठा का विषय है। वहीं लंबे समय से सत्ता से दूर कांग्रेस इस बार वापसी के लिए पूरे जोर-शोर से जुटी हुई है। सीएम शिवराज सहित कुल 2907 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जीत-हार के बीच यह चुनाव सीएम शिवराज सिंह का भविष्य भी तय करेंगे।

बीजेपी के इन बड़े नेताओं का भविष्य दांव पर
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं का भविष्य दांव पर है। इसमें सबसे अहम नाम खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं, जो चौथी बार सूबे में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं। चौहान अपनी परंपरागत सीट (बुधनी) से चुनाव मैदान में हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख अरुण यादव इस सीट पर चौहान को टक्कर दे रहे हैं। इसके अलावा बीजेपी की एक अन्य दिग्गज नेता और मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया चौथी बार शिवपुरी सीट से चुनाव लड़ रही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी के भांजे अनूप मिश्रा ग्वालियर जिले के भितरवार से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश अपना पहला चुनाव इंदौर से लड़ रहे हैं।

इन मंत्रियों की किस्मत दांव पर
शिवराज सरकार में मंत्री रहे कई दिग्गज भी इस बार चुनाव मैदान में हैं। आज इनकी भी किस्मत दांव पर है। इनमें मुख्य रूप से पारस जैन, अर्चना चिटनीस, अंतरसिंह आर्य, बालकृष्ण पाटीदार और विजय शाह का नाम शामिल है।

कांग्रेस के कई दिग्गज चुनाव मैदान में नहीं
इस बार कांग्रेस के कई दिग्गज विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। हालांकि उनके समक्ष यह सुनिश्वित करने की चुनौती है कि उनकी पार्टी उनके गढ़ में जीत दर्ज करे। यही वजह है कि इन नेताओं ने अपने परिजनों या फिर करीबियों को चुनाव मैदान में उतारा है लेकिन साख इनकी ही दांव पर है।

कांग्रेस से ये प्रमुख चेहरे हैं मैदान में
दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन अपने गढ़ राघोगढ़ से लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनके भाई लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा से अपना भाग्य आजमा रहे हैं। दिग्विजय सिंह के एक और रिश्तेदार पूर्व विधायक प्रियवर्त सिंह, राजगढ़ जिले की सीट खिलचीपुर से चुनाव मैदान में हैं। अर्जुन सिंह के पुत्र एवं विपक्ष के नेता अजय सिंह सीधी जिले में स्थित अपनी परंपरागत चुरहट सीट से मैदान में हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी को वर्तमान विधायक एवं मंत्री सुरेंद्र पटवा के खिलाफ रायसेन जिले की भोजपुर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। टिकट नहीं मिलने पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह होशंगाबाद सीट से विधानसभा अध्यक्ष डा. सीताशरण शर्मा के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं।

2907 उम्मीदवार मैदान में
230 विधानसभा सीटों से कुल 2,907 उम्मीदवार मैदान में हैं । सबसे अधिक 34 उम्मीदवार भिंड जिले के मेहगांव विधानसभा सीट पर मैदान में हैं। वहीं सबसे कम चार उम्मीदवार पन्ना जिले के गुन्नोर सीट से चुनाव मैदान में हैं। बीएसपी ने 227 उम्मीदवार उतारे हैं जबकि एसपी 51 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं आप ने 208 उम्मीदवार उतारे हैं। मतदाता सूची के अनुसार राज्य में 5,04,95,251 मतदाता हैं जिसमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिला और 1,389 तीसरे लिंग के मतदाता हैं। इसके साथ ही 62,172 डाक मतदाता हैं। 11 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।

पिछले विधानसभा में यह थी स्थिति
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 165 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस ने 58 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीएसपी ने चार सीटें जीती थीं जबकि निर्दलीय तीन सीटों पर विजयी रहे थे।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा
चुनाव के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कुल 1 लाख 80 हजार सुरक्षाकर्मी प्रदेश की सुरक्षा के लिए तैनात हैं। नक्सल प्रभावित बालाघाट के बैहर, लांजी और परसवाड़ा सीट में सुबह सात से ही मतदान शुरू हो गया। बाकी 227 सीटों के लिए सुबह आठ मतदान शुरू हुआ।