कविता और साहित्य के क्षितिज पर मध्य प्रदेश की उड़ान

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क्षितिज हमेशा से ही नए कलाकारों को मंच एवम् प्रोत्साहन देता रहा है

कंचन किशोर

 फोटो अर्जित सक्सेना

भोपाल। साहित्य के क्षितिज से अब देश में उभरेंगे कई नए सितारे। दिल्ली स्थित संस्था क्षितिज की संस्थापिका रंजीता अशेष भोपाल से दिल्ली पहुंचकर देशभर से कविता एवम् शायरी के कलाकारों को तराशने और मंच देने का कार्य कर रही हैं।

क्षितिज दिल्ली स्थित एक ऐसी संस्था है जो साहित्य विधा में नवांकुरो को दीक्षित एवम् पारंगत करती है। क्षितिज, इन उभरते हुए कलाकारों का उत्साह बढ़ाने के साथ साथ इन्हे अपनी कला को प्रस्तुत करने हेतु मंच भी प्रदान करती ।

इसी तारतम्य में क्षितिज संस्था के एक वर्ष पूरा होने पर 1 जून 2019 को भोपाल के राज्य संग्रहालय में क्षितिज फाउंडेशन डे कार्यक्रम आयोजित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियां, कविता पाठ, तथा कविता प्रतियोगिता जिस में समूचे मध्य प्रदेश से आॅडिशन के बाद चयनित 15 नवोदित कवियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में इन कलाकारों के लिए साहित्य की अनेक बारीकियों पर एक संवाद कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मनीष शंकर शर्मा ( एडीजी, एमपी पुलिस), शिवानी सिंह (मिसेज एशिया पैसिफिक इंटरनेशनल ), भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षाविद् श्री शशी कुमार केसवानी एवम माखनलाल चतुवेर्दी पत्रकारिता विवि के पूर्व रजिस्ट्रार श्री प्रकाश साकल्ले ने दीप प्रज्वलन कर किया।

जिसके पश्चात शितिज की संस्थापिका रंजीता अशेष ने क्षितिज के विजन और एक साल की उपलब्धियों से सब को अवगत कराया। साथ ही विभिन्न तरह से क्षितिज के कार्यों में सहयोग प्रदान करने हेतु रंजीता घई एवम् नित्या जी को अवॉर्ड आॅफ आॅनर प्रदान किया गया।

 अगले क्रम में क्षितिज टीम के दिल्ली से आए कवियों (अनुराग, कमल, प्रिंस और शुभांग ) ने काव्य पाठ किया। प्रज्ञा सिंह ने अपने साथियों के साथ कत्थक की मनमोहक प्रस्तुति दी।

तत्पश्चात क्षितिज द्वारा संवारे निखारे गए 15 कवियों की कविता प्रतियोगिता कराई गई जिसमें इन उभरते हुए कलाकारों ने जीवन के विविध आयामों पर अपने विचारो को शब्दों में पिरोकर कविता, शायरी, गीत के रूप में प्रस्तुत किया और भोपाल के श्रोताओं का दिल जीत लिया।

उपस्थित श्रोतागणों के अंकन के आधार पर सानिया मखीजा प्रथम, अर्चना ने द्वितीय और अन्का शर्मा ने प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि मनीष शंकर जी ने अपने शानदार वक्तव्य में क्षितिज की साहित्य सेवा और नवोदित कवियों के लिए प्रदान किए जाने वाले इतने बड़े मंच की तारीफ की। साथ ही बताया कि किस तरह कविता और साहित्य हमारे जीवन में महत्व रखते हैं। शशी कुमार केसवानी जी ने शायरी कविता के वर्तमान में प्रयोग एवम् उपादेयता पर प्रकाश डाला और इन नए कलाकारों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। अंश राजौरा और तपस्या तोमर ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। भोपाल के साहित्य कैलेंडर को अब क्षितिज की प्रस्तुतियों का इंतजार रहेगा।

आयोजन का मीडिया पार्टनर द इंडियन आर्ब्जवर था