मध्यप्रदेश की सिनेमा इंडस्ट्री अब अपने पूर्ण संभावनाओं को अपनाने के लिए तैयार

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भोपाल। भारत का प्राचीन इतिहास व सशक्त संस्कृति, जिसमे कि कथाओं, कहानियों, लोकगीतों आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, इसे एक गहरी व विविध पहचान देते हैं। परिणामस्वरूप हर क्षेत्र अपनी अलग भाषा, अलग संस्कृति इत्यादि को अपनी पहचान के रुप में न केवल स्वीकार करता है, अपितु इसे कला के माध्यम से व्यक्त भी करता है। आधुनिक युग मे सिनेमा एक ऐसा माध्यम बन के उभरा है जिसे एक पूरी सभ्यता का प्रतिबिंब कहना अतिश्योक्ति नही होगी। समूचे विश्व की भाँति भारत की विविधता ने भी इसे आज़माया और वर्त्तमान में भारत विश्व में सबसे अधिक फिल्मों का निर्माता बन चुका है। भारत में इस वक़्त हर मुख्य भाषा व क्षेत्र का अपना सिनेमा है। दक्षिणी भाषाओ से लेकर बंगाली,गुजराती,मराठी, भोजपुरी इत्यादि का अपना फ़िल्म उद्योग है। गौरतलब है 7 करोड़ से अधिक आबादी होने के बाद भी मध्यप्रदेश इस लाभ से अछूता है। आधुनिक तकनीकों व उपकरणों के दामों में गिरावट के बावजूद भी अभी तक मध्यप्रदेश की अपनी इंडस्ट्री स्थापित नही हो पाई है। बॉलीवुड की फिल्मों से मनोरंजन तो होता है परंतु लोक कला व स्थानीय संकृति समाप्ति की ओर चली जाती है। डिजिटल युग को ध्यान में रखते है यह कहना ग़लत नही होगा कि मध्यप्रदेश की सिनेमा इंडस्ट्री अब अपने पूर्ण संभावनाओं को अपनाने के लिए तैयार है। बड़े स्टूडियो की मनमर्ज़ी व तानाशाही से हटकर एक सार्थक कदम उठानी तैयार हैं।

एक ईको सिस्ट्म बने, ताकि कलात्मक और रोजगार स्तर पर यहां का सिनेमा आगे बढ़े और तरक्की हो सके। चौसर फ़िरंगी इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश का पहला बड़ा कदम है। यह फ़िल्म पूर्णतः मध्यप्रदेश में निर्मित व निर्देषित है।
इस फिल्म के *निर्माता सिद्धार्थ यादव एवं लेखक व निर्देशक संदीप पाण्डेय* हैं। फिल्म का संगीत श्रुति-धर्मेश की जोड़ी व आशी सागर ने दिया है। फिल्म का ब्रास सेक्शन मनोज बेन (श्याम इंटरनेशनल बैंड) ने दिया है। चौसर फिरंगी में मुख्य भूमिका में जबलपुर के प्रतीक पचौरी, अंशुल सिंह ठाकुर, रेखा मिश्रा, सारिका नायक, अमर परिहार, विनय शर्मा, मनीष तिवारी, जितेन्द्र वशिष्ट, बाबू हाजरा, हंसा सिंह और अमोल देशमुख हैं। *चौसर फिरंगी* ऐसे समाज की कहानी है, जो गंदी बस्तियों के लोगों को हिकारत की दृष्टि से देखती है, लेकिन स्वयं को उनसे बेहतर मानती है। फिल्म की कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, उच्चवर्गीय समाज की परतें खुलती जाती है और गंदी बस्ती के लोग उनसे अधिक नैतिक साबित होते हैं। फिल्म का प्रमुख आकर्षण मध्यप्रदेश की लोकेशन और भाषाई अंदाज़ है। चौसर फिरंगी* की ऑल इंडिया रिलीज़ 5 अप्रैल है। *ज़ी म्यूजिक कंपनी (Zee Music company)* द्वारा फिल्म का म्यूजिक व ट्रेलर लांच किया गया है। फिल्म का प्रिव्यू पिछले दिनों मुंबई में रखा गया, जिसे फिल्म समीक्षकों द्वारा सराहा गया। *गायत्री मोशन पिक्चर्स चौसर फिरंगी* के पहले दिन के कनेक्शन का 10 प्रतिशत पुलवामा आक्रमण के शहीद हुए सैनिक सहायता कोष में देगा।