मुंबई। सरकार ने किराना दुकानदारों को छोटी वस्तुएं देने के लिए प्लास्टिक के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। देर रात को पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने बातचीत में इसकी पुष्टि की। कदम ने कहा, सरकार ने ब्रैंडेड कंपनियों के उत्पाद की पैकिंग के लिए छूट दी थी, लेकिन छोटे किराना दुकानदारों पर प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई थी। अब सरकार ने सभी के लिए समान नियम कर दिया है। इस संबंध में गुरुवार को अधिसूचना जारी होगी। उसके बाद यह फैसला लागू हो जाएगा।
Maharashtra government gives relief to grocery stores in Maharashtra
मिली सशर्त छूट
-इस्तेमाल किए जाने वाली प्लास्टिक के उत्पादक और प्लास्टिक की मोटाई की जानकारी थैली पर छापनी होगी।
-रिटेल दुकानदार दाल, चावल, शक्कर और नमक जैसे उत्पाद 250 ग्राम से ज्यादा प्लास्टिक में पैक करके बेच सकेंगे।
-दुकानदारों को खुली थैलियों में सामान बेचने पर पाबंदी होगी।
-दूध के स्टील आदि के बर्तन में ले जाने का विकल्प खुला होने के कारण उसके लिए थैलियां प्रतिबंधित हैं।
-दुकानदारों को ह्यवापस खरीदो योजनाह्ण के तहत ग्राहकों से पैकेजिंग की थैलियां वापस खरीदनी होंगी।
-कचरे के डिब्बों में लगने वाले बैग्स, टेक-अवे कंटेनरों के इस्तेमाल की इजाजत दी गई है। इन पर फिलहाल फैसला लिए जाने तक कार्रवाई न करने के लिए कहा गया है।
-इसी तरह 500 से 650 माइक्रॉन के दोबारा इस्तेमाल होने लायक कंटेनर्स पर भी फैसला नहीं दिया गया है।
-प्लास्टिक बैग्स, एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक कटलरी और थर्माॅकोल के सामान पर बैन प्राथमिकता से जारी है।
-कपड़ा और जूलरी वालों को इसमें कोई छूट नहीं दी गई है। ऐसे में, आने वाले दिनों में तमाम उद्योगों की ओर से छूट की मांग जोर पकड़ सकती है।
व्यापारियों में खुशी का माहौल
बीएमसी के इस कदम, खासकर रिटेल पैकेजिंग पर कुछ राहत मिलने से व्यापारी काफी खुश हैं। ऐन मॉनसून के वक्त रिटेल पैकेजिंग पर मनाही की वजह से किराना स्टोर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। फेडरेशन आॅफ रिटेल ट्रेडर्स असोसिएशन के अध्यक्ष विरेन शाह ने कहा, ह्ययह बिलकुल सही फैसला है। व्यापारियों में इसे लेकर काफी खुशी है। उम्मीद है सरकार जल्द ही इस संदर्भ में अधिसूचना जारी करेगी।’
जारी रही कार्रवाई
इस बीच, प्लास्टिक बंदी पर कार्रवाई जारी है। बुधवार को 6,161 दुकानों का निरीक्षण किया गया। इनमें से 56 जगहों पर प्लास्टिक पाई गई। इनसे 284 किलो प्लास्टिक जमा किया गया। जुमार्ना न चुकाने वाले 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।