मुंबई। राज्य में स्वाइन फ्लू की वजह से इस महीने यानी अक्टूबर में 75 लोगों की मौत के साथ ही महाराष्ट्र में एचवनएनवन की वजह से मरने वालों की कुल संख्या 18 अक्टूबर 2018 तक 244 पहुंच गई है। 244 लोगों की मौतों में ज्यादातर मामले पिछले दो महीने में सामने आए हैं। हाल ही की राज्य स्वास्थ्य रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि नासिक में सबसे ज्यादा 76 मौतें हुई हैं जबकि पुणे सिटी में 64, पिंपरी छिंछवाड़ में 33 सतारा में 28, कोल्हापुर 17 मौतों का गवाह बना है।
Maharashtra: HavanNen took 75 lives in October, 38 people on ventilator
इन सबके इतर 38 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है जिन्हें राज्य के अलग-अलग अस्पतालों में वेंटिलेटर पर रखा गया है। पुणे के अस्पतालों में 29 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर संजीव कांबले कहते हैं कि स्वाइन फ्लू की वजह से बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि पिछले दो महीनों में ज्यादा बारिश की वजह से स्वाइन फ्लू के मामलों और मौतों की संख्या में इजाफा हुआ है। दरअसल, रात और दिन के तापमान में उतार-चढ़ाव होता है, जिसकी वजह से लोग जल्दी रोगों की चपेट में आ रहे हैं।
देर से इलाज मिलने की वजह से हुई मौत
मृतक लोगों में पाया गया है कि उन्हें इलाज देर से मिला जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। विश्लेषण दशार्ता है कि एचवनएनवन ने पिछले वर्षों की तुलना में वर्ष 2017 में ज्यादा प्रभावित किया। वर्ष 2017 में स्वाइन फ्लू की वजह से 777 लोगों की मौत हो गई थी। यही नहीं, 2009 में स्वाइन फ्लू की महामारी के बाद से 2015 राज्य के लिए सबसे खराब वर्ष था, जब वायरस ने 905 जिंदगियां छीन लीं।