मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर हुई गोलीबारी की घटना की पहली बरसी पर आज होने वाली श्रद्धांजलि सभा को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे। यह सभा पिपलियामंडी में होगी। राहुल गांधी दोपहर लगभग 12. 20 बजे चार्टर्ड प्लेन से मंदसौर हवाईपट्टी पर उतरेंगे। वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा 12. 45 बजे सभा स्थल पिपलियामंडी पहुंच गए है। बता दें कि मध्यप्रदेश में इसी साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
Mandsaur shootout day: Rahul Gandhi arrives in Pipaliya Mandi, farmers will be tempted to excuse 2019
उधर, 2019 लोकसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां अभी से ऐक्शन मोड में हैं। ऐसे में राहुल गांधी की इस रैली को सूबे में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरूआत के साथ ही 2019 में कांग्रेस की तरफ किसानों को आकर्षित करने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष के दौरे को ध्यान में रखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। जगह-जगह बैरिकेट्स लगाए गए हैं और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। साथ ही वहां आने वालों पर खास नजर रखी जा रही है।
शिवराज सरकार पर आरोप
कांग्रेस की राज्य चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुले तौर पर राज्य सरकार पर राहुल गांधी की सभा को असफल बनाने के लिए हर हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया है। सिंधिया ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था, ‘किसानों को सभा स्थल तक पहुंचने से रोकने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों से बॉन्ड तक भरवा लिए गए हैं। अब देखना यह है कि शहीद हुए छह किसानों को श्रद्धांजलि देने से रोकने के लिए शिवराज सरकार के हथकंडे कितने कारगर होते हैं।’
6 किसानों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि मंदसौर में एक साल पहले पुलिस की गोलीबारी में 6 किसानों की मौत हो गई थी जबकि कई किसान घायल हुए थे। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में हिंसा की कई वारदातें सामने आई थीं। इस मामले को लेकर राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकारी की काफी किरकिरी हुई थी। वहीं विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर रहा है।
किसानों को कांग्रेस से जोड़ने की कोशिश
ऐसे में कांग्रेस ने मंदसौर में किसानों पर हुई गोलीबारी की घटना की पहली बरसी के बहाने शिवराज सरकार को फिर से घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस ‘किसान समृद्धि संकल्प रैली’ के जरिए किसानों को साधने में जुट गई है। जाहिर है कि कांग्रेस पिछले 15 वर्षों से मध्य प्रदेश में सत्ता से बाहर है। ऐसे में इस रैली के जरिए राहुल गांधी किसानों को कांग्रेस से जोड़ने की कोशिश भी करेंगे।