इंदौर। सरकार ही लोगों को अहातों में शराब पिला रही है। दूसरी तरफ पुलिस कहती है कि शराब पीकर वाहन नहीं चलाएं। ये दोनों ही बातें विरोधाभासी हैं। सरकार को भले ही शराब से राजस्व मिलता है पर अब इसमें सुधार की आवश्यकता है। हमारी सरकार धीरे-धीरे शराब की दुकानों की संख्या में कमी लाएगी। यह कहना है उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी का। सोमवार को डीआरपी लाइन में 30वें सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ करते हुए पटवारी ने कहा कि जब एक गुंडे की हत्या होती है तो कानून-व्यवस्था पर सवाल उठ जाते हैं, लेकिन सड़क दुर्घटना में लोग मरते हैं तो हरकत नहीं होती है। यातायात में सुधार लाने के लिए पुलिस को व्यवहार सुधारना चाहिए। गलती करने वाले को प्यार से समझाना चाहिए।
mantree patavaaree bole- sarakaar hee pila rahee, aap kah rahe sharaab peekar gaadee na chalaen
सड़क सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन वाहन रैली के दौरान पटवारी का वीडियो बनाते युवक ने नियमों की धज्जियां उड़ाईं। वाहन पर बैठा युवक खुद की जान से खिलवाड़ करते हुए मंत्री का वीडियो बना रहा था। साथ ही गाड़ी की नंबर प्लेट पर ‘कमिंग सून’ लिखा था। लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पटवारी ने कहा कि 12वीं कक्षा का विद्यार्थी 15-16 साल का होता है। इसलिए 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में यातायात विषय अनिवार्य किया जाएगा। मंगलवार को ही इस संबध में प्रयास करेंगे।
‘यातायात पुलिस ले रही घूस’
खेल मंत्री पटवारी ने कहा कि, डीआईजी साहब मैं यातायात पुलिसकर्मियों को साधुवाद देता हूं। वे गर्मी, बारिश में सबसे अधिक मेहनत करते हैं। लेकिन इसका खराब चेहरा है, चालान बनाने के बदले में रुपए ले लेना। इससे बदनामी होती है। हमें इसे रोकना होगा। अत्याधुनिक तकनीक लाकर इसे रोका जाए।