सुनील गावस्कर ने कहा है कि क्रिकेट में मैच फिक्सिंग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सकता। उनके मुताबिक, फिक्सिंग की बुराई की जड़ में लालच है, और इसका कोई इलाज नहीं है। लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर इस महान बल्लेबाज ने यह टिप्पणी तमिलनाडु क्रिकेट लीग (टीएनपीएल) में मैच फिक्सिंग के आरोपों पर की। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि टीएनपीएल में कुछ खिलाड़ी और मैच अधिकारी फिक्सिंग में शामिल हैं। अब इस मामले की जांच भी शुरू हो चुकी है।
‘भ्रष्टाचार है तो है’
एक इंटरव्यू में सनी गावस्कर ने कहा, “लालच ऐसी बीमारी है जिसको मार्गदर्शन, गोष्ठियों या अन्य उपायों से नहीं रोका जा सकता। यह तो स्वाभाविक है। सभ्य से सभ्य समाज में भी आपराधिक तत्व होते ही हैं। क्रिकेट में भी लालची लोगों की कमी नहीं। इसलिए मुझे लगता है कि इस तरह की चीजों को पूरी तरह काबू नहीं किया जा सकता।”
‘क्रिकेट लीग बेहतर’
गावस्कर ने देश में हो रहीं क्रिकेट लीग को अच्छा बताया। टीम इंडिया के इस पूर्व कप्तान ने कहा, “भारत में टीएनपीएल समेत जो कुछ लीग खेली जा रही हैं, वो अच्छी हैं। इनसे प्रतिभाओं को सामने आने में मदद मिलती है। ये टीवी का दौर है। हर चीज पर नजर रखी जाती है। अगर आप कुछ गलत करते हैं तो फौरन उंगलियां उठने लगती हैं।”