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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सागर के बीना में BPCL रिफाइनरी में 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले पेट्रो केमिकल प्लांट की आधारशिला रखी। रिफाइनरी से 3 किलोमीटर दूर हड़कलखाती गांव में सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘घमंडिया गठबंधन सनातन को समाप्त करना चाह रहा है। गांधी जी के आखिरी शब्द थे- हे राम…। वे जीवन भर सनातन के पक्ष में रहे।’
सभास्थल से ही मोदी ने 1800 करोड़ के इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स का वर्चुअली शिलान्यास किया। इनमें नर्मदापुरम के ऊर्जा एवं नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन प्रक्षेत्र, आईटी पार्क-3 व 4 इंदौर, मेगा इंडस्ट्रियल पार्क रतलाम, 6 इंडस्ट्रियल पार्क (नर्मदापुरम, गुना, शाजापुर, मऊगंज, आगर-मालवा और मक्सी) शामिल हैं।
प्रधानमंत्री का मध्यप्रदेश में 6 महीने में यह छठवां दौरा है। 12 अगस्त को उन्होंने सागर आकर संत रविदास मंदिर की आधारशिला रखी थी।
प्रधानमंत्री का पूरा भाषण…
50 हजार करोड़ रु. एक कार्यक्रम में लगा रहे, इतना राज्यों का पूरे साल का बजट नहीं
बुंदेलखंड की धरती वीरों-शूरवीरों की धरती है। इस भूमि को बीना-बेतवा नदी का आशीर्वाद मिला हुआ है। मुझे तो महीने भर में दूसरी बार सागर आकर आप सभी के दर्शन का सौभाग्य मिला। मैं शिवराज सरकार का भी अभिनंदन करता हूं कि आज आप सभी के बीच आकर आपके दर्शन का अवसर दिया।
पिछले बार मैं संत रविदास जी के भव्य स्मारक के भूमि पूजन के अवसर पर आपके बीच आया था। आज मुझे मध्यप्रदेश के विकास को नई गति देने वाली अनेक परियोजनाओं का भूमि पूजन करने का अवसर मिला। ये परियोजनाएं इस क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई ऊर्जा देगी। इन परियोजनाओं पर केंद्र सरकार 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने वाली है।
आप कल्पना कर सकते हैं कि 50 हजार करोड़ रुपए क्या होता है? हमारे देश के बहुत सारे राज्यों का पूरे साल का बजट भी इतना नहीं होता है, जितना आज एक ही कार्यक्रम के लिए भारत सरकार लगा रही है। ये दिखाता है कि मध्यप्रदेश के लिए हमारे संकल्प कितने बड़े हैं। ये सारे प्रोजेक्ट्स आने वाले समय में मध्यप्रदेश में हजारों युवाओं को रोजगार देंगे।
मैं यह गारंटी देने आया हूं कि एमपी में नई इंडस्ट्री आएंगी
साथियों, आजादी के इस अमृत काल में हर देशवासी ने भारत को विकसित बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए ये जरूरी है कि भारत आत्मनिर्भर हो। हमें विदेशों से कम से कम चीजें मंगानी पड़ें। आज भारत पेट्रोल – डीजल तो बाहर से मंगाता ही है, हमें पेट्रो केमिकल प्रोडक्ट्स के लिए भी दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है।
आज बीना रिफाइनरी में पेट्रो केमिकल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास हुआ है। यह भारत को ऐसी चीजों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का काम करेगा। बहुत से लोगों को यह पता ही नहीं होता कि प्लास्टिक पाइप, बाल्टी-मग, कुर्सी-टेबल, पेंट, पैकिंग मटीरियल, मेडिकल उपकरण बनाने में पेट्रो केमिकल की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
अब बीना में बनने वाला यह कॉम्प्लेक्स इस पूरे क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाई पर ला देगा, यह मैं आपको गारंटी देने आया हूं। यहां नई इंडस्ट्री आएंगी। किसानों, छोटे उद्यमियों को मदद मिलेगी, सबसे बड़ी बात है कि मेरे नौजवानों को भी रोजगार के हजारों मौके मिलने वाले हैं।
नए भारत में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का भी कायाकल्प हो रहा है। जैसे-जैस देश की जरूरत बढ़ रही है, जरूरतें बदल रही हैं। इसी सोच के साथ आज यहां इस कार्यक्रम में MP के दस नए इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया। मध्यप्रदेश के औद्योगिक ताकत बढ़ेगी तो इसका लाभ सभी को होने वाला है। सभी की कमाई बढ़ेगी। नए अवसर मिलेंगे।
एक जमाना था जब MP में अपराधियों का ही बोलबाला था
किसी भी देश या फिर किसी भी राज्य के विकास के लिए जरूरी है कि पूरी पारदर्शिता से शासन चले। भ्रष्टाचार पर लगाम कसी रहे। यहां मध्यप्रदेश में आज की पीढ़ी को बहुत याद नहीं होगा, लेकिन एक वो भी दिन था, जब यहां की पहचान देश के सबसे खस्ताहाल राज्यों में थी। आजादी के बाद जिन्होंने लंबे समय तक MP में राज किया, उन्होंने भ्रष्टाचार-अपराध के सिवा कुछ भी नहीं दिया।
एक वो जमाना था, जब MP में अपराधियों का ही बोलबाला था, कानून व्यवस्था पर लोगों को भरोसा ही नहीं था। ऐसी स्थिति में आखिर मध्यप्रदेश में उद्योग कैसे लगते, व्यापारी यहां आने की हिम्मत कैसे करता? आपने जब हम लोगों को सेवा का मौका दिया, सभी ने पूरी ईमानदारी से मध्यप्रदेश का भाग्य बदलने का भरसक प्रयास किया। हमने मध्यप्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई।
पुरानी पीढ़ी के लोगों को याद होगा कि कैसे कांग्रेस ने इसी बुंदेलखंड को सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं से तरसा कर रख दिया था। आज भाजपा सरकार में हर गांव तक सड़क, हर घर तक बिजली पहुंच रही है। कनेक्टिविटी सुधरी है तो उद्योग-धंधों के लिए पॉजिटिव माहौल बना है। बड़े निवेशक मध्यप्रदेश आना चाहते हैं। नई फैक्ट्री लगाना चाहते हैं। मध्यप्रदेश नई ऊंचाई छूने जा रहा है।
G-20 की सफलता का श्रेय मोदी को नहीं, आप सभी लोगों को जाता है
आज का नया भारत बहुत तेजी से बदल रहा है। आपको याद होगा कि लाल किले से मैंने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और सबका प्रयास के संबंध में विस्तार से चर्चा की। आज देखकर गर्व होता है कि भारत ने गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़कर अब स्वतंत्र होने के स्वभिमान के साथ आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। कोई भी देश जब ऐसा ठान लेता है तो उसका कायाकल्प शुरू हो जाता है।
अभी आपने इसकी तस्वीर G-20 समिट में देखी है। आप सभी ने देखा है कि भारत ने किस तरह जी-20 का सफल आयोजन किया। आप मुझे बताइए, जी-20 की सफलता से आपको गर्व हुआ या नहीं? देश को गर्व हुआ कि नहीं हुआ? आपका माथा ऊंचा हुआ कि नहीं? आपका सीना चौढ़ा हुआ कि नहीं हुआ?
मेरे प्यारे परिवारजनों, जो आपकी भावना है, वो आज पूरे देश की भावना है। ये जो सफल जी-20 हुआ, इतनी बड़ी सफलता मिली, इसका श्रेय किसको जाता है, किसने कर दिखाया? ये मोदी ने नहीं, ये आप सभी ने किया है। ये 140 करोड़ भारतवासियों की सफलता है।
विदेशी मेहमानों ने कहा कि G-20 का ऐसा आयोजन इसके पहले कभी नहीं देखा
G-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दुनिया भर से विदेशी मेहमान भारत आए। वे भी कह रहे थे कि ऐसा आयोजन इसके पहले उन्होंने कभी नहीं देखा। देश के अलग-अलग शहरों में भारत ने विदेशी मेहमानों का स्वागत किया, भारत दर्शन कराए, ये विविधताएं देखकर, भारत की विरासत और समृद्धि को देखकर वे बहुत ही प्रभावित थे।
हमारे यहां मध्यप्रदेश में भी भोपाल, इंदौर, खजुराहो में भी G-20-20 की बैठकें हुईं। इसमें शामिल होकर जो गए, वे आपके गीत गा रहे और गुणगान कर रहे हैं। पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की नई छवि निखर कर आई है। शिवराज और उनकी पूरी टीम को जी-20 के सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए प्रशंसा करूंगा।
एक तरफ आज का भारत दुनिया को जोड़ने का सामर्थ्य दिखा रहा। दुनिया के मंचों पर हमारा भारत विश्वमित्र के रूप में सामने आ रहा। दूसरी तरफ कुछ ऐसे दल भी हैं, जो देश-समाज को विभाजित करने में जुटे हैं। इन्होंने मिलकर के एक इंडी अलायंस बनाया। इस अलायंस को कुछ लोग घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। इनका नेता तय नहीं है। नेतृत्व पर भ्रम है।
इन्होंने पिछले दिन मुंबई में मीटिंग की। मुझे लगता है इस मीटिंग में उन्होंने आगे यह घमंडिया गठबंधन कैसे काम करेगा, उसकी नीति-रणनीति बना दी है। उन्होंने अपना हिडन एजेंडा तय कर लिया है। इनकी नीति है- भारत की संस्कृति पर हमला करने की। इनका निर्णय है- भारतीयों की आस्था पर हमला करो। नीयत है- भारत को जिस विचारों ने, जिन संस्कारों ने, जिन परंपराओं ने हजारों वर्ष से जोड़ा है, उसे तबाह कर दो।
जिस सनातन से प्रेरित होकर देवी अहिल्याबाई ने देश के कोने-कोने में सामाजिक काम किए, ये घमंडिया गठबंधन उस सनातन संस्कार और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर के आए हैं। ये सनातन की ताकत थी कि झांसी की रानी लक्ष्मी बाई अंग्रेजों को यह कहकर ललकार पाईं कि मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी।
जिस सनातन को गांधी जी ने जीवन पर्यंत माना, जिन भगवान श्रीराम ने उन्हें जीवन भर प्रेरणा दी, उनके आखिरी शब्द थे- हे राम। जिस सनातन ने उन्हें आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया, ये इंडी गठबंधन के लोग, उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं।
जिस सनातन से प्रेरित होकर स्वामी विवेकानंद ने समाज की बुराइयों के प्रति लोगों को जागरूक किया, ये उस सनातन को समाप्त करना चाहते हैं। जिस सनातन से प्रेरित होकर लोकमान्य तिलक ने मां भारती की स्वतंत्रता का बीड़ा उठाया, गणेश पूजा को स्वतंत्रता के आंदोलन से जोड़ा, सार्वजनिक गणेशोत्सव की परंपरा बनाई, आज उसी सनातन को ये इंडी गठबंधन तहस-नहस करना चाहता है।
ये सनातन की ताकत थी कि स्वतंत्रता आंदोलन में फांसी पाने वाले वीर कहते थे कि अगला जन्म मुझे फिर भारत मां की गोद में देना। जो सनातन संस्कृति संत रविदास का प्रतिबिंब है, माता शबरी की पहचान है, महर्षि वाल्मीकि का आधार है, जिस सनातन ने हजारों वर्ष से भारत को जोड़े रखा है, ये लोग मिलकर अब उस सनातन को खंड-खंड करना चाहते हैं।
आज इन लोगों ने खुलकर बोलना – हमला शुरू कर दिया है। कल ये लोग हम पर होने वाले हमले और बढ़ाने वाले हैं। देश के कोने-कोने में हर सनानती को, इस देश को प्यार करने वाले को सतर्क रहने की जरूरत है। सनातन को मिटाकर ये देश को फिर एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं। हमें मिलकर ऐसे ताकतों को रोकना है। हमारी संगठन की शक्ति से, एकजुटता से, उनके मंसूबों को नाकाम करना है।
गरीब के इस बेटे ने गरीब के घर के राशन की चिंता की
मेरे परिवारजनों, भाजपा राष्ट्रभक्ति की, जनशक्ति की भक्ति की और जनसेवा की राजनीति के लिए समर्पित है। वंचित को वरीयता, यही भाजपा के सुशासन का मूलमंत्र है। भाजपा की सरकार एक संवेदनशील सरकार है। दिल्ली हो या भोपाल, आज सरकार आपके घर तक पहुंचकर आपकी सेवा करने का प्रयास करती है।
जब कोविड का भंयकर संकट आया तो सरकार ने देशवासियों का मुफ्त टीकाकरण कराया। हम आपके सुख-दुख के साथी हैं। हमारी सरकार ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन दिया। गरीब के घर का चूल्हा जलते रहना चाहिए। गरीब का पेट भूखा नहीं रहना चाहिए।
हमारी कोशिश यही थी कि परिवार में मां को अपना पेट बांधकर सोना न पड़े। वो मां इस बात से न तड़पे कि मेरा बच्चा भूखा है। इसलिए गरीब के इस बेटे ने गरीब के घर के राशन की चिंता की। ये दायित्व आप सभी के आशीर्वाद से मैं आज भी निभा रहा हूं।
मोदी की गांरटी का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है, देखा करिए
मेरे परिवारजन, हमारा निरंतर प्रयास है कि मध्यप्रदेश विकास की नई बुलंदियों को छुए। हर परिवार का जीवन आसान हो। घर-घर समृद्धि आए। मोदी की गांरटी का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है। उनका ट्रैक रिकॉर्ड याद करिए, मेरा ट्रैक रिकॉर्ड देखा करिए। मोदी ने गरीबों को पक्के घर की गारंटी दी थी। आज एमपी में 40 लाख परिवार को पक्के घर मिल चुके हैं।
हमने घर-घर टॉयलेट की गारंटी दी, पूरी की। मुफ्त इलाज, बैंक अकाउंट खुलवाने की गारंटी, माताओं – बहनों को धुएं से मुक्त रसोई की गारंटी दी थी। ये हर गारंटी आपका सेवक मोदी पूरी कर रहा है। हमने बहनों के हितों को ध्यान में रख गैस सिलेंडर की कीमत में भी बड़ी कमी की। उज्ज्वला योजना हमारी बहनों-बेटियों का जीवन बचा रही है।
केंद्र सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। अब देश में 75 लाख और बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जाएगा। कोई भी बहन गैस कनेक्शन से छूटे नहीं, यही मकसद है। एक बार तो हमने काम पूरा कर दिया। लेकिन, परिवार में दो हिस्से हुए तो दूसरे परिवार को भी गैस चाहिए। इनके लिए नई योजना हम लेकर आए हैं।
अमेरिका में यूरिया की बोरी 3 हजार रुपए की, हमारे यहां 300 रुपए में
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसान को 28 हजार रुपए सीधे उनके बैंक खाते में भेजे गए। सरकार 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर चुकी है। 9 साल में केंद्र सरकार का यह भी प्रयास रहा है कि किसानों की लागत कम हो, उन्हें सस्ती खाद मिले, इसके लिए सरकार ने 9 साल में 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा सरकारी तिजोरी में से खर्च किया।
यूरिया की थैली अमेरिका में 3 हजार रुपए में बिकती है। यही बोरी मेरे देश के किसानों को हम सिर्फ 300 रुपए में पहुंचाते हैं। आप याद करिए जिस यूरिया के नाम पर पहले हजारों करोड़ के घोटाले हो जाते थे, किसानों को लाठियां खाना पड़ती थी, वही यूरिया आसानी से उपलब्ध हो रहा है।
सिंचाई का महत्व बुंदेलखंड से बेहतर कौन जानता है। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने यहां अनेक सिंचाई योजना पर काम किया। इस क्षेत्र के लाखों किसानों को जीवन भर बहुत लाभ होने वाला है। आने वाली पीढ़ियों के लिए भी होने वाला है।