रतलाम
इंदौर में मानसून ने मंगलवार को दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने इंदौर सहित मालवा में मानसून की आमद घोषित कर दी है। हालांकि रतलाम में बुधवार को मानसून की आमद हो सकती है। अच्छी बात यह है कि 4 जुलाई तक जाेरदार बारिश होती रहेगी। इस बार 13 दिन की देरी से मानसून आया है।
अब तक रतलाम शहर में 153.2 मिमी (छह इंच) बारिश हो चुकी है। इसमें दो इंच पानी तो पिछले दो-तीन दिन के अंदर ही गिरा है। इंदाैर में मानसून की दस्तक के साथ ही मालवा-निमाड़ के कई इलाके तर हाे गए। खाचरोद-झाबुआ में 9-9, महिदपुर व गौतमपुरा में 6, पेटलावद, थांदला में 5-5 सेमी पानी भी बरस गया।
रात 3 बजे तक शहर में 1.85 इंच बारिश
मानसून से पहले की बारिश ने जिले को तरबतर कर दिया है। बारिश का सिलसिला रात 3 बजे तक चला। इस दौरान 1.85 इंच बारिश हो गई। शहर ही नहीं जिलेभर में तेज बारिश का दौर रहा। जिले में मानसून की सिर्फ आधिकारिक घोषणा होना बाकी है जो कि आज या कल हाे सकती है। शहर में रात 10 बजे से मौसम बदलना शुरू हो गया था। बिजली की चमक के साथ रात 10.45 बजे तक तेज हवा शुरू हो गई। इसके बाद शुरू हुई बारिश रात 3 बजे तक चली। इस तरह का मौसम जिलेभर में रहा। सुबह 8 बजे समाप्त हुए बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा रतलाम में 1.85 इंच, रावटी में 1.77 इंच, आलोट में 1.61 इंच, ताल में 1.57 इंच, जावरा में 1.18 इंच, सैलाना में 0.62 इंच बारिश हुई। अब तक हमारे जिले में 4.51 इंच बारिश हो चुकी है। यह पिछले साल से 2.96 इंच ज्यादा है। 2018 में 25 जून तक 1.55 इंच ही बारिश दर्ज हुई थी। जून अंत तक की सामान्य बारिश 4.62 इंच है।
इसलिए बदला है मौसम
- एक द्रोणिका समुद्री सतह पर पंजाब से नगालैंड पर बनी है। ये दक्षिण हरियाणा, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी बंगाल व असम से होकर जा रही है।
- हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा 1.5 व 2.1 किलोमीटर के बीच गुजरात, उत्तरी महाराष्ट्र व पश्चिमी मध्यप्रदेश के ऊपर बना है।
- कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी बंगाल की खाड़ी में 30 जून के आसपास बनने की संभावना है।
लगातार चलेगा बारिश का दौर- शहर में प्री-मानसून की बारिश हो रही है, इसी दौरान प्रदेश में मानसून प्रवेश कर चुका है। बारिश के दौर में ही मानसून शहर में आ जाएगा। इसकी सिर्फ आधिकारिक घोषणा होना है। मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने बताया प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाले तीन कारक है।
6 साल में तीसरी बार बंगाल की खाड़ी से आया मानसून
इस बार मानसून बंगाल की खाड़ी से आया है। पिछले छह साल में यह तीसरा मौका है, जब मानसून ने मालवा के बजाय जबलपुर-छतरपुर तरफ से दस्तक दी है। जब-जब ऐसा हुआ है, बारिश का आंकड़ा औसत के करीब रहा है। इस साल प्रदेश में दो तरफा मानसून सक्रिय हुआ है। मंडला, छतरपुर, जबलपुर, अनूपपुर, डिंडौरी, तरफ बंगाल की खाड़ी का सिस्टम सक्रिय है। इसके बाद अरब सागर का सिस्टम भी मालवा में सक्रिय हो जाएगा।