TIO निवाड़ी
बोरवेल में गिरा बच्चा दूसरा दिन भी नहीं निकल पाया एनडीआरएफ टीम ने अब बच्चे को निकालने का मोर्चा संभाल लिया है। ज्ञात हो कि बुधवार देर रात लखनऊ से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानि एनडीआरएफ को भी बुला लिया गया है। पांच मशीनों से लगातार खुदाई की जा रही है। फिलहाल गुरूवार सुबह तक करीब 43 फीट खुदाई हो सकी है। बोर वेल में लगातार स्वास्थ टीम द्वारा आॅक्सीजन की पूर्ति की जा रही है, लेकिन बच्चा अब अचेत अवस्था में है, उसकी आवाज भी नहीं आ रही है।
नाइट विजन कैमरे की टीम भी बोर वेल में लगातार बच्चे पर निगरानी कर रही है, लेकिन फिलहाल कोई हलचल नहीं महसूस हो रही है। ऐसे में बोर वेल में लगातार आॅक्सीजन छोड़ी जा रही है। साथ ही शीघ्रता से खुदाई का कार्य चल रहा है। प्रशासन के मुताबिक 200 फीट 9 इंच का बोर है, लेकिन बच्चा कैमरों के अनुसार 70 फीट पर नजर आ रहा है।
ये है मामला
बारहो बुजुर्ग ग्राम पंचायत के सैतपुरा गांव में रहने वाले हरकिशन कुशवाहा का पुत्र प्रहलाद कुशवाहा उम्र 4 वर्ष अपने स्वजनों के साथ सुबह 9 बजे खेत पर गया हुआ था। स्वजनों ने 5 दिन पूर्व अपने खेत पर दो सौ फीट 9 इंची बोर कराया था। मासूम के पिता हरकिशन ने बताया कि वह बुधवार को बोर में केसिंग डलवाने के लिए खेत पर गए थे। साथ में उनका बालक प्रहलाद भी गया था और वह वहीं खेलने लगा। पिता ने बताया कि हम लोग केसिंग डलवाने के लिए पाइप ला रहे थे। इसी दौरान बालक खेलते-खेलते बोर के पास चला गया और अचानक वह बोर में जा गिरा। तुरंत बोर के पास जाकर देखा, तो उसमें बालक की रोने की आवाज आ रही थी। इसके बाद मैंने डायल 100 को फोन लगाया। डायल 100 आने के बाद थाने में सूचना दी गई और मौके पर थाना प्रभारी नरेंद्र त्रिपाठी पुलिस टीम के साथ पहुंचे।इसके बाद राजस्व विभाग से एसडीएम तरूण जैन, तहसीलदार अनिल तलैया मौके पर पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई।
बबीना लेफ्टीनेंट कर्नल केके गौतम मौके पर पहुंचे और जायजा लेने के बाद उन्होंने अपनी टीम को बबीना से बुलाया। रेस्क्यू टीम ने अपना कार्य शुरू किया। साथ ही 5 जेसीबी मशीन, दो एलएनटी मशीनों को खुदाई करने के कार्य में लगाया गया और कार्य के दौरान अगर कोई मशीन फंस जाती है, तो उसे तत्काल निकालने के लिए पोकलेन मशीन को भी बुलाया गया। बोर वेल में बच्चे के गिरने के बाद से ही प्रशासन, पुलिसबल, सेना रेसक्यू में जुटे हुए हैं। झांसी उत्तर प्रदेश से नाइट विजन कैमरों की टीम को बुलाया गया, जो बोर वेल में कैमरे डालकर बच्चे की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।