नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चीन में भारतीय नोटों की छपाई की आ रही खबरों को निराधार बताया है। केंद्र का कहना है कि चीन में भारतीय करंसी की छपाई की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। सोमवार को वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव ने इस मसले पर सफाई दी है और कहा कि नोटों की छपाई देश के भीतर ही होती है।
News of printing of Indian notes in China is baseless;
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने एएनआई को दिए बयान में कहा, ‘चीन के किसी भी प्रिंटिंग प्रेस को भारतीय नोट छापने का आॅर्डर मिलने से जुड़ी सभी रिपोर्ट्स अधारहीन हैं। भारतीय करंसी नोट केवल भारत सरकार और आरबीआई की प्रिटिंग प्रेस में छापे जाते हैं और छापे जाते रहेंगे।’
चीन में हो रही है भारतीय नोट की छपाई?
दरअसल सोमवार को आई साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट कि एक रिपोर्ट के अनुसार भारत, नेपाल, बांग्लादेश, मलयेशिया, थाइलैंड समेत कई देशों की करंसीज चीन स्थित प्रिंटिंग प्रेसों में छापी जा रही हैं। यह रिपोर्ट बेल्ट ऐंड रोड प्रॉजेक्ट की वजह से चीन में अन्य देशों के नोट प्रिंटिंग के बढ़ते कारोबार और वहां की अर्थव्यवस्था पर इसके असर से संबंधित थी, जिसमें भारतीय कंरसी की चीन में छपाई का जिक्र था।
इस रिपोर्ट के आने के बाद से विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई थीं। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और पीयूष गोयल से स्पष्टीकरण की मांग की थी, वहीं आप नेता राघव चड्ढा ने भी ट्वीट के जरिए सरकार पर निशाना साधा था।