सिवनी। प्रदेश में खनिज माफिया का आंतक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जिला प्रशासन भी इनके आगे बेबस नजर आ रहा है। सिवनी के चारगांव के नजदीक खनिज माफियाओं ने कानून ताक में रखकर कर पत्थर निकालने के लिए एक खदान बना ली है। आये दिन खनिज ठेकेदार पत्थर निकालने के लिए इसमें ब्लास्टिंग कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण जनजीवन संकट में आ गया है।
Next to the mineral mafia, the helpless administration, the stone extracting taxman blasting tax
दरअसल, सिवनी के कुरई ब्लॉक अंतर्गत चारगांव के नजदीक खनिज माफिया ने नियम व कानून की परवाह किए बिना पत्थर निकालने के लिए एक खदान बना ली है। पत्थर निकालने के लिए खदान में ब्लास्टिंग की जाती है। ब्लास्टिंग से ग्रामीणों के मकानों और स्कूल भवन को नुकसान पहुंच रहा है। वहीं ग्रामीणों ने धमाकों की दहशत के कारण अपने बच्चों को स्कूल भेजना बन्द कर दिया है।
बताया जा रहा है कि खदान में होने वाले धमाकों से बच्चों को खासी परेशानी हो रही है। आकाश नामक एक बच्चे पर धमाके का इतना बुरा असर हुआ कि उसे नागपुर ले जाकर दिल की सर्जरी करानी पड़ी। स्कूल के पास ही ब्लास्टिंग होने से कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना ही बंद कर दिया है। हालांकि लगातार हो रहे इस तरह के हादसों के बाद शिक्षकों ने स्कूल भवन की बजाय गांव के आखिरी छोर पर खाली पड़े एक मकान में स्कूल चलाना शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों ने बताया कि चारगांव से महज 500 मीटर की दूरी पर इमरान कुरैशी नाम के खनिज ठेकेदार द्वारा खदान से पत्थर निकालने के लिए यह ब्लास्टिंग कराई जा रही है। ग्रामीण इस बात से हैरान हैं कि खनिज विभाग ने गांव के इतने नजदीक खदान की लीज आखिर स्वीकृत कैसे कर दी। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि खनिज ठेकेदार द्वारा दिन में कभी भी खदान में ब्लास्टिंग करा दी जाती है।
जिससे ग्रामीणों के मकानों मे क्षति पहुंचने के साथ-साथ जान का खतरा भी बना रहता है। ग्रामीण इस बात का विरोध करते हुए इसकी शिकायत जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से कर चुके हैं। लेकिन, अधिकारियों द्वारा कार्रवाई करना तो दूर उल्टा पुलिस ने विरोध कर रहे ग्रामीणों के ऊपर ही शांति भंग की कार्रवाई कर दी।