नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स काफिले पर हुए आतंकी हमले की नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी जांच कर रही है। हमले के 6 दिन बाद एनआईए ने एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और उसके सरगना मसूद अजहर का नाम भी शामिल किया है। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश ए मोहम्मद ने एक वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते और भी तनावपूर्ण हो गए हैं।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, शुरूआती जांच में एनआईए को इस बात के काफी सबूत मिले हैं कि इस हमले में जैश सरगना मसूद अजहर का हाथ है। उसने पाकिस्तान में बैठकर इस हमले की साजिश रची। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है। भारत ने पाकिस्तान के आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के सबूत फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को सौंपे हैं।
खबरों के मुताबिक भारत ने पेरिस में स्थिति एफएटीएफ में एक डोजियर सौंपा है जिसमें पुलवामा हमले से लेकर बाकी और भी आतंकी गतिविधियों से जुड़े सबूत हैं। एफएटीएफ ने भी भारत के डोजियर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उसका अध्ययन किया जा रहा है। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ बड़े-बड़े देश लामबंद हो रहे हैं। रूस, अमेरिका से लेकर फ्रांस और इजरायल ने भी पुलवामा हमले की निंदा की है। सूत्रों के मुताबिक फ्रांस अगले कुछ दिनों’ में संयुक्त राष्ट्र में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगवाने के लिए एक प्रस्ताव भी लाएगा।