केरल में नहीं रुक रहा निपाह वायरस, फिर दो की मौत, अब तक मौत का आंकड़ा 15 के पार

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कोझिकोड। केरल में निपाह वायरस की जद में आकर मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को यहां दो और लोगों की मौत के बाद निपाह वायरस से मौत का आंकड़ा 15 हो गया। कोझिकोड डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेशे से वकील 55 साल के पी. मधुसूदन और 28 वर्षीय अखिल अलग-अलग अस्पताल में भर्ती थे और दोनों ने आखिरकार दम तोड़ दिया।
Nipah virus in Kerala, death of two, death of so far is 15
फौजी की संदिग्ध निपाह वायरस से मौत
इधर, कोलकाता के फोर्ट विलियम में तैनात केरल के एक सैनिक की संदिग्ध निपाह वायरस के संक्रमण से मौत हो गई। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि 28 वर्षीय सैनिक को कमान अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पांच दिन बाद उसकी मौत हो गई। पलक्कड़ जिले के रहने वाले सीनू प्रसाद का शव केरल नहीं लाया गया और कोलकाता में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

प्रवक्ता ने बताया कि सैनिक के अभिभावक और पत्नी अंतिम संस्कार में शामिल हुए। वह केरल में एक महीने की छुट्टी पर आया था और उन्होंने 13 मई को ड्यूटी ज्वाइन की थी। हालांकि, आर्मी अब टिश्यू रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या वास्तव में उस फौजी की मौत निपाह वायरस से हुई।

इस बीच नैशनल इंस्टिट्यूट आॅफ वायरॉलजी (एनआईवी) ने पुष्टि की है कि केरल में जिस निपाह वायरस ने हाहाकार मचाया है और लोगों की जानें ली हैं, उसकी जड़ें बांग्लादेश में हैं। वायरस से पीड़ित मरीजों के बलगम की जांच के दौरान यह सामने आया कि केरल में बांग्लादेश टाइप के निपाह वायरस ने लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया।

दरअसल निपाह वायरस को दो भागों में बांटा गया है। एक प्रकार है मलयेशिया (ठ्रश्ट) और दूसरा है बांग्लादेश पैटर्न। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये दोनों पैटर्न ही निपाह वायरस के सबसे खतरनाक प्रकार हैं, और इनकी मृत्यु दर 60 फीसदी से 85 फीसदी तक है।