निरंकारी सत्संग हमला: क्या फिर से के-2 प्लान पर काम कर रहा पाकिस्तान?

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नई दिल्ली/अमृतसर। अमृतसर में निरंकारी सत्संग पर ग्रेनेड से हुए हमले के बाद राज्य सरकार इसमें पाकिस्तान का हाथ होने की आशंका जताई है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने कहा है कि निरंकारी सत्संग पर हमला आतंकवाद का मामला है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकी पाकिस्तान से 553 किमी लंबी सीमा से जुड़े पंजाब में समस्या पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान एक बार फिर अपने ‘के-2’ प्लान को जिंदा करने की कोशिश करता दिख रहा है।
Nirankari Satsanga Attack: Is Pakistan working on K-2 plan again?
जानें, क्या है पाकिस्तान का के2 प्लान
सूत्रों का कहना है कि यह सभी जानते हैं कि खालिस्तानी आतंकवादी पाकिस्तान में कैंप कर रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कश्मीरी आतंकियों को भी सपॉर्ट कर रही है। 1980 के दशक के अंत में आईएसआई ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए के-2 प्लान के तहत खालिस्तानी और कश्मीरी आतंकियों को एक साथ किया था।

इंटेलिजेंस एजेंसी के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि अगर पंजाब के सीमावर्ती जिलों में कश्मीरी आतंकियों की मौजूदगी की रिपोर्ट सही हैं, तो यह स्पष्ट रूप से के-2 प्लान को पुनर्जीवित करने की कोशिश है। बता दें कि रविवार को अमृतसर में निरंकारी सत्संग पर बाइक सवार अज्ञात लोगों ने ग्रेनेड फेंका था। इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

पाकिस्तान में बने ग्रेनेड का हुआ इस्तेमाल
पंजाब सीएम अमरिंदर ने कहा है कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड पाकिस्तानी सेना के आयुध कारखाने द्वारा निर्मित ग्रेनेड के समान था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने पिछले महीने एक आतंकवादी मॉड्यूल से इसी प्रकार के एचजी-84 हथगोले बरामद किए थे। इससे सीमा पार की देशविरोधी ताकतों के शामिल होने के काफी संकेत मिलते हैं।

सीएम ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि यह अलगाववादी ताकतों की आतंकवादी गतिविधि है जिसे आईएसआई समर्थित खालिस्तानी या कश्मीरी आतंकवादी समूहों की भागीदारी से अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी जांच में सहयोग कर रही है।