Economy: वित्त मंत्री ने कहा- इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 51 लाख करोड़ खर्च किए, 5 साल में 100 लाख करोड़ रुपए और जारी करेंगे

0
289

नई दिल्ली

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा- सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर 51 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5-6% हिस्सा है। सरकार ने अगले 5 साल में इस पर करीब 100 लाख करोड़ रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा है। इस फंड को 21 मंत्रालयों के बीच आवंटित किया जाएगा। इस फंड से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर काम किया जाएगा।

सीतारमण ने मंगलवार को नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट लॉन्च किया। इसके बाद उन्होंने बताया कि इसका मकसद 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी का लक्ष्य हासिल करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 102 लाख करोड़ रुपए इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर पर खर्च किए जाएंगे। इनमें से 25 लाख करोड़ रुपए एनर्जी, 20 लाख करोड़ रोड और 14 लाख करोड़ रुपए रेलवे प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे। ये प्रोजेक्ट पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत पूरे होंगे।

मंत्रालय/विभाग वित्तीय वर्ष 2020 से 2025 के बीच खर्च
ऊर्जा 2,454,249
सड़क 1,963,943
रेलवे 1,368,523
बंदरगाह 100,923
हवाई अड्डे 143,398
शहरी विकास 1,629,012
दूरसंचार 320,498
सिंचाई 772,678
ग्रामीण विकास 772,765
कृषि और खाद्य प्रसंस्करण 60,553
सामाजिक सुरक्षा 356,701
औद्योगिक सुविधाएं 307,462
कुल रकम (करोड़ रुपए में) 10,250,704

पीपीपी मॉडल पर होगा विकास

वित्त मंत्री ने कहा- देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास करना सरकार की प्राथमिकता है। इसकी योजनाओं में केंद्र और राज्य सरकार 39-39% निवेश करेंगे, जबकि निजी क्षेत्र की भागीदारी 22% होगी। 2025 तक निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र से निवेश आकर्षित करने के लिए सरकार 2020 की दूसरी छमाही में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट आयोजित करेगी।