भोपाल। जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलसचिव आनंद मिश्रा को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के निर्देश पर शुक्रवार को हटाकर इंदौर कमिश्नर कार्यालय में अटैच कर दिया। उनके खिलाफ राजेंद्र भारती ने दतिया में राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा लेने की शिकायत की थी, जो सही पाई गई है। कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने शासन को कार्रवाई करने के लिए कहा है। मिश्रा शिवराज सरकार के वरिष्ठ मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा के भाई हैं।
On the complaint of Rajendra Bharti, the Election Commission removed the minister’s brother from Jivaji University
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि राजेंद्र भारती ने जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव आनंद मिश्रा के राजनीतिक गतिविधियों में संलिप्त रहने की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 26 अक्टूबर को कुरथरा में भाजपा कार्यकतार्ओं की बैठक हुई थी, जिसमें वे मौजूद थे।
सरकारी नौकरी में होने के बावजूद मिश्रा शनिवार और रविवार को दतिया विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं और भाई के पक्ष में काम करते हैं। शिकायत के साथ भारती ने कुछ प्रमाण भी दिए थे। दतिया कलेक्टर ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें शिकायत को सही पाया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने उच्च शिक्षा विभाग को कलेक्टर की रिपोर्ट के आधार पर मिश्रा के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही और स्थानांतरण कराने के निर्देश दिए थे।
विभाग ने देर शाम मिश्रा का तबादला संभागायुक्त इंदौर कार्यालय में कर दिया। उन्हें शनिवार को आमद देने और पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। साथ ही मिश्रा किसी भी प्रकार के अवकाश पर शासन की अनुमति के बिना नहीं जा पाएंगे। यदि आदेश का पालन नहीं किया जाता है तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बालाघाट जिला प्रशासन ने कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन के सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो की जांच रिपोर्ट अभी नहीं भेजी है।