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आईआरसीटीसी घोटाला: लालू के आत्मसमर्पण के बाद अब राबड़ी और तेजस्वी पर भी कस सकता है कानूनी शिकंजा

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पटना। बिहार की सियासत के सबसे कद्दावर राजनीतिक परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के आत्मसमर्पण करने एक दिन बाद ही अब उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी पर भी कानून का शिकंजा कस सकता है। आईआरसीटीसी घोटाले से जुड़े के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा चार्जशीट दायर होने के बाद अब शुक्रवार को राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई की जानी है। इस सुनवाई के लिए राबड़ी और तेजस्वी पटियाला हाउस कोर्ट के लिए रवाना हुए हैं।
IRCTC scam: After Lalu’s surrender, now he can even rubbish and stunning legal screws
शुक्रवार को होने वाली इस सुनवाई के दौरान विशेष अदालत में राबड़ी और तेजस्वी को हिरासत में लेने या जमानत देने की अर्जी पर फैसला किया जा सकता है। बता दें कि विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने आईआरसीटीसी के दो होटलों के संचालन की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को सौंपने की प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं से जुड़े एक मामले में सभी आरोपियों से 31 अगस्त को अदालत में पेश होने को कहा था। कोर्ट के इस आदेश के बाद 24 अगस्त को इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से भी एक चार्जशीट दायर की गई थी।

लालू के अलावा कई अन्य भी आरोपी
इस मामले में दायर आरोप पत्र में लालू के परिवार के अलावा पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता और उनकी पत्नी सरला गुप्ता, आईआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक बी के अग्रवाल और आईआरसीटी के तत्कालीन निदेशक राकेश सक्सेना का भी नाम भी शामिल है। आरोपपत्र में शामिल अन्य नामों में आईआरसीटीसी के तत्कालीन समूह महाप्रबंधक वी के अस्थाना और आर के गोयल, सुजाता होटल के निदेशक विजय कोचर और विनय कोचर और चाणक्य होटल के मालिकों का नाम शामिल है।

लालू यादव ने गुरुवार को किया सरेंडर
बता दें कि गुरुवार को ही चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में अदालत से मिली परोल की अवधि खत्म होने के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने रांची की विशेष सीबीआई अदालत में सरेंडर किया था। अदालत में सरेंडर करने के बाद उन्हें बिरसा मुंडा जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया गया था।

पांच दिनों तक बैंकिंग ट्रांजेक्शन में आ सकती है बाधा, आरबीआई कर्मचारी जाएंगे दो दिन की सामूहिक छुट्टी पर

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नई दिल्ली। सितंबर महीने की शुरूआत बैंकिंग ट्रांजैक्शंस में लगातार पांच दिन की बाधा के साथ हो सकती है। वीकेंड, जन्माष्टमी की छुट्टी और उसके बाद आरबीआई कर्मचारियों के दो दिन के लिए सामूहिक छुट्टी पर चले जाने के चलते ऐसा होगा। दिल्ली में 3 सितंबर को जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं होने से उस दिन बैंकों में सभी काम होंगे, लेकिन एनसीआर और ज्यादातर राज्यों में पांच दिन तक एटीएम ट्रांजैक्शन, ट्रेजरी और मनी मार्केट संबंधी गतिविधियां बाधित रह सकती हैं।
Banking transaction may come in handy for five days, RBI employee will go on a two-day collective leave
वास्तव में यह स्थिति यूनाइटेड फोरम आॅफ रिजर्व बैंक आॅफिसर्स ऐंड एम्प्लॉयी के आह्वान पर रिजर्व बैंक के सभी कर्मचारियों के 4 और 5 सितंबर को सामूहिक हड़ताल पर जाने के चलते पैदा हुई है। शनिवार को ज्यादातर बैंकों में आधे दिन तक काम होने और रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को जन्माष्टमी की छुट्टी है। आरबीआई कर्मियों की अघोषित हड़ताल उसके ठीक बाद बुधवार और गुरुवार को शुरू हो रही है। हालांकि बैंक यूनियनों की ओर से साफ किया गया है कि यह हड़ताल आरबीआई कर्मियों की है, ऐसे में बैंक बंद नहीं होंगे, हालांकि उनके कई तरह के काम प्रभावित रहेंगे।

नैशनल आॅर्गनाइजेशन आॅफ बैंक वर्कर्स के वाइस प्रेजिडेंट अश्वनी राणा ने कहा, छह दिन तक बैंक बंद रहने की बात गलत है। दिल्ली में सोमवार को जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं है और 4 व 5 सितंबर को आरबीआई के कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं न कि बैंकों के। हालांकि, उन्होंने माना कि आरबीआई कर्मियों के सामूहिक छुट्टी पर जाने से बैंकों के आॅपरेशंस पर सीधा असर पड़ता है और वित्तीय लेनदेन बाधित हो सकता है।

बैंकर्स का कहना है कि आरबीआई का पूरा आॅपरेशन ठप होने से फॉरेक्स और मनी मार्केट की ज्यादातर गतिविधियां लगभग ठप रहेंगी। बैंक की अल्पकालिक लेनदेन भी बंद रहेगा, जिसका असर कैश और कॉन्ट्रैक्ट दोनों सेग्मेंट में दिखेगा। आरबीआई कर्मचारियों की मांग है कि अंशदायी भविष्य निधि (सीपीएफ) का विकल्प चुनने वाले कर्मचारियों को पेंशन योजना का लाभ लेने की छूट भी मिले। साथ ही 2012 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को अतिरिक्त भविष्य निधि का लाभ दिया जाए।

घाटी में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से बौखलाए आतंकी, अब पुलिसकर्मियों के परिवार को बना रहे निशाना

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श्रीनगर। घाटी में सुरक्षाबलों की कार्रवाई से बौखलाए आतंकी संगठनों ने अब पुलिसकर्मियों के परिवार को निशाना बनाना शुरू किया है। बीते दो दिनों के अंदर अज्ञात आतंकियों के समूह ने कश्मीर घाटी के अलग-अलग जिलों से 7 लोगों को अगवा किया है। हालांकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजीपी स्वयं प्रकाश पाणि ने इन घटनाओं की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा है कि पुलिस अभी तथ्यों की जांच कर रही है।
Terrorists scared by the security forces in the valley, now targeting the families of policemen
अगवा किए गए सभी लोग अलग-अलग पुलिसकर्मियों के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के पारिवारिक सदस्यों का अपहरण होने के बाद अब सेना बड़े स्तर पर सर्च आॅपरेशन चलाकर इनकी तलाश में जुटी हुई है।

महबूबा मुफ्ती के गृहक्षेत्र में हुई अपहरण की घटना
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अज्ञात आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के अरवानी बिजबेहड़ा में रहने वाले आरिफ अहमद शंकर नाम के एक युवक को अगवा किया है, जिनके भाई नजीर अहमद यहां जम्मू-कश्मीर पुलिस में एसएचओ हैं। आतंकियों ने अरवानी से जुबैर अहमद भट का भी अपहरण किया है। इनके पिता मोहम्मद मकबूल भट जम्मू-कश्मीर पुलिस में हैं।

कुलगाम और गांदरबल जिले में भी अपहरण
वहीं दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले से आतंकियों ने खारपोरा निवासी पुलिसकर्मी बशीर अहमद के बेटे फैजान और येरीपोरा निवासी पुलिसकर्मी अब्दुल सलेम के बेटे सुमेर अहमद, काटापोरा के डीएसपी एजाज अहमद के भाई गौहर अहमद के भी अगवा किए जाने की सूचना मिली है। इन सब के अलावा मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में भी एक पुलिसकर्मी के रिश्तेदार की अगवा कर पिटाई की गई है।

पंचायत चुनाव की तैयारियों के बीच हुई घटनाएं
आतंकियों की यह कार्रवाई उस वक्त हुई है, जबकि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में पंचायत के चुनाव को लेकर काफी सक्रियता से तैयारी कर रही है। पुलिसकर्मियों के पारिवारिक सदस्यों के अपहरण की घटनाओं के सामने आने के बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें अलग-अलग जिलों में इन सब की तलाश करने में जुटी हुई हैं। माना जा रहा है कि आतंकी संगठन कश्मीर में पंचायत चुनाव से पहले दहशत फैलाकर चुनावी प्रक्रिया को बाधित करना चाहते हैं।

पहले जवान और अब परिवार पर निशाना
बता दें कि कश्मीर घाटी में इससे पहले तमाम पुलिसकर्मियों को अगवा कर उनकी हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद अब आतंकियों ने पुलिसवालों के परिवारिक सदस्यों को निशाना बनाना शुरू किया है। हाल ही में बुधवार को ही आतंकियों ने पुलवामा जिले के त्राल से पुलिसकर्मी रफीक अहमद के बेटे आसिफ अहमद को अगवा किया था। अगवा किया गया आसिफ बीएससी का छात्र है और वह यहां त्राल के पिंगलिश गांव में रहता था।

लालू की आजादी हुई खत्म, सीबीआई कोर्ट में किया सरेंडर, अब जाएंगे जेल

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रांची। चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में सजा काट रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को रांची की सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने के बाद सीबीआई अदालत ने लालू यादव को बिरसा मुंडा जेल में भेजने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि जेल में आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद लालू प्रसाद यादव को रांची स्थित रिम्स अस्पताल में जांच के लिए ले जाया जाएगा।
Laloo’s freedoms over, CBI surrenders in court, will go to jail now
गौरतलब है कि इससे पहले झारखंड हाई कोर्ट ने लालू यादव की जमानत अवधि को बढ़ाने से इनकार करते हुए उनकी अर्जी खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्हें 30 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने के निर्देेश दिए गए थे। लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में ठहरे लालू ने झारखंड विकास मोर्चा के चीफ बाबूलाल मरांडी समेत कई सियासी लोगों से मुलाकात की थी। लालू की मरांडी से काफी देर बातचीत हुई।

मेरे स्वास्थ्य की जिम्मेदारी सरकार की है: लालू
मरांडी से मुलाकात के बाद लालू प्रसाद यादव रांची सीबीआई कोर्ट में सरेंडर करने के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान गेस्ट हाउस से निकलते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा कि मेरी कोई इच्छा नहीं है। सरकार मुझे जहां चाहे वहां पर रख सकती है और मेरे स्वास्थ्य की जिम्मेदारी भी अब सिर्फ सरकार की है।

झारखंड हाई कोर्ट का जमानत अवधि बढ़ाने से इनकार
इससे पूर्व झारखंड हाई कोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की चारा घोटाले के देवघर कोषागार समेत सभी तीन मामलों में स्वास्थ्य कारणों से दी गई अंतरिम बेल की अवधि को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था और उन्हें विशेष अदालत के सामने आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था। अदालत ने कहा था कि जरूरत होने पर अब लालू का रांची के रिम्स अस्पताल में ही इलाज होगा।

सीबीआई के वकील ने किया था विरोध
मामले की सुनवाई के दौरान लालू यादव की ओर से कोर्ट में पेश हुए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इलाज के लिए लालू यादव की अंतरिम जमानत तीन महीने और बढ़ाने का अनुरोध किया था। अभिषेक मनु सिंघवी की दलील का सीबीआई के अधिवक्ता राजीव सिन्हा ने विरोध किया था जिसके बाद न्यायालय ने लालू की अंतरिम जमानत की अवधि आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था।

30-08-2018

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दीवांस क्लब की महिलाओ ने कि प्री-तीज सेलीब्रेट

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महिला ने खेले अन्य प्रकार के खेल और हाथो मे लगवाई मेहंदी। वहा पर अलग अलग प्रकार के फूड कि बहुत वेरायटी भी थे जिनका सब ने खुब मज्जा लिया डांस करा रेंप वाक कर गीत संगीता का भी दौर चला सब ने एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर इंदु वासवानी, भूमिका रामानी, कशिश, भाविका खुशी, सानया, हीना, अंजली, संगीता सबनानी, कविता इसरानी व अन्य कई उपस्थित थीं

गृह मंत्रालय ने कहा: यूपीए सरकार में हुई थी माओवादी संगठनों से जुड़े लोगों की पहचान

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नई दिल्ली: साल 2012 में यूपीए सरकार ने 128 से अधिक ऐसे संगठनों की पहचान की थी, जिनके संबंध माओवादियों से थे. साथ ही यूपीए सरकार ने कुछ ऐसे लोगों की भी पहचान की थी, जो माओवादियों के संगठन से जुड़े हुए थे. उनमें से ही कुछ लोगों को मंगलवार को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया. वाम विचारकों की गिरफ्तारी के बाद मोदी सरकार के खिलाफ में आवाजें मुखर हो रही हैं. यही वजह है कि गृह मंत्रालय के अधिकारी वाम विचारकों के खिलाफ कार्रवाई को सही ठहराने के लिए फैक्ट और फिगर्स के साथ सामने आए हैं.
The Home Ministry said: The UPA government had identified the people associated with Maoist organizations
मंत्रालय ने कहा कि साल 2012 मनमोहन सिंह सरकार ने ऐसे संगठनों की पहचान की थी और राज्य सराकारों को उनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. मंत्रालय का कहना है कि यूपीए सरकार की लिस्ट में शामिल लोगों को ही छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है.
सीनियर अधिकारी ने कहा कि दिसंबर 2012 में यूपीए सरकार ने ऐसे 128 संगठनों की पहचान की थी, जिनके संबंध सीपीआई (माओवादी) से थे और मनमोहन सिंह सरकार ने ही सभी राज्यों को इन संगठनों और संगठन से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा था. वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, सुरेंद्र गाडलिंग, रना विल्सन, अरुण फेररिरया, वर्नोन गोंजाल्विस और महेश राउत के नाम भी यूपीए सरकार द्वारा जारी लिस्ट में थे और इन्हीं लोगों को पकड़ा गया है.

गौरतलब है कि एक ओर जहां, सुधा भारद्वाज, अरुण फेररिया और वर्नन गोंजाल्विस को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया, वहीं सुरेंद्र गाडलिंग और रोना विल्सन और महेश राउत को 6 जून को ही गिरफ्तार किया गया था. मंगलवार को गिरफ्तार हुए पांच लोगों में से फेररिया और गोंजाल्विस दो ऐसे हैं, जिन्हें 2007 में भी गिरफ्तार किया गया था और उन्होंने कई साल जेल में भी बिताए थे. इसी तरह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पुलिस द्वारा भी पहले वरवरा को कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है.

एक अधिकार ने बताया कि मौजूदा मामले में सीपीआई (माओवादी) के साथ इन व्यक्तियों के लिंक शामिल हैं, जो एक प्रतिबंधित संगठन है. जो लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने के भयानक उद्देश्य से काम करता है. और सीपीआई (माओवादी) को सपोर्ट करते हैं. साथ ही आगे उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति सीपीआई (माओवादी) के भूमिगत कार्यकतार्ओं द्वारा किए गए हिंसक कृत्यों की सहायता और उन्हें बढ़ावा देने की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं.

गुड़गांव में भारी बारिश प्रशासन की व्यवस्थाएं हुर्इं धराशायी, अंडरपास में 11 फीट पानी, गाड़ियां डूबी

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गुड़गांव। हीरो होंडा चौक अंडरपास में 36 घंटे बाद भी पानी भरा रहा। पानी की निकासी के लिए फायर टेंडरों को लगाया गया। अंडरपास में किसी के फंसे होने की आशंका पर बुधवार शाम करीब 5 बजे नाव चलाई गई। इस दौरान 9 वाहन मिले। बताया गया कि इनमें 5 बाइकों, दो कारों और एक कैंटर के अलावा अन्य वाहन थे। किसी आदमी के फंसने की कोई सूचना नहीं थी। शाम 7 बजे तक करीब 11 फीट पानी इस अंडरपास में भरा हुआ था। पानी निकालने में फायर विभाग की 8 गाड़ियां लगी हुई थीं।
Heavy rains in Gurgaon have been dashed in the administration, 11 feet in underpass, the carriage drowned
मंगलवार को 130 एमएम बरसात से जिला प्रशासन की पानी निकासी की सारी व्यवस्थाएं धराशायी हो गई थीं। इस दौरान हीरो होंडा चौक का अंडरपास भी डूब गया था। अंडरपास में 20 फीट से अधिक पानी भर गया था। बरसात रुकने के बाद फायर विभाग की 8 गाड़ियों के अलावा नगर निगम, जीएमडीए, एनएचएआई और हूडा के पंप ने पानी निकालना शुरू कर दिया। शाम साढ़े 5 बजे तक पानी घटकर करीब 11 फीट तक पहुंच गया। इसके बाद फायर विभाग ने इसके अंदर नाव चलाकर मुआयना किया।

जांच में फायर विभाग के कर्मचारियों ने 4 बाइक के अलावा एक कैंटर, दो कार, एक पिकअप और एक इको देखी है। पानी और उतरने के बाद वाहनों की असली संख्या के बारे में पता चल सकेगा। इतना जरूर पता चला है कि कैंटर में दवा भरी हुई थी तो पिकअप भी माल से भरा हुआ था, जो पानी की वजह से खराब हो गया।

फायर विभाग के एएफएसओ रमेश कुमार ने बताया कि इस अंडरपास में नाव चलाकर देखी गई। इस दौरान अभी तक 9 वाहन पानी के अंदर देखे गए हैं। किसी व्यक्ति के पानी के अंदर होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इस पानी के अंदर कोई वाहन चालक फंसा रह गया हो, जो अचानक पानी आने के दौरान बाहर नहीं निकल पाया हो। पानी और उतरने पर असली स्थिति निकलकर सामने आएगी। करीब 11 फीट पानी अब रह गया है। इसे युद्धस्तर पर निकाला जा रहा है।

जिंदगी लील सकती है लापरवाही
सेक्टर 12ए मुख्य रोड पर पेट्रोल पंप के सामने नगर निगम की लापरवाही किसी की जिंदगी को लील सकती है। यहां बरसाती ड्रेन की सफाई को लेकर सड़क और फुटपाथ के बीच में बनी बॉक्स ड्रेन पर लगे सीमेंटिड स्लैब को हटा दिया है। दो दिन पहले ड्रेन की सफाई तो कर दी गई, लेकिन अभी तक स्लैब को नहीं रखा गया है। मंगलवार की बरसात के बाद अब इस बॉक्स ड्रेन में पानी लबालब भरा हुआ है, जिससे ड्रेन नहीं दिख रही है। निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने कहा कि यदि ड्रेन की सफाई हो गई है तो उसके ऊपर स्लैब रखी जाएगी। यदि अभी नहीं हुई तो ठेकेदार को आदेश जारी किए जाएंगे कि बेरीकेटिंग की जाए।

बुधवार को बारिश से भरा पानी
बुधवार शाम को जैसे ही बरसात शुरू हुई तो जिला प्रशासन हरकत में आ गया। ट्रैफिक पुलिसकर्मी सड़क पर इकट्ठा हो गए। बरसात की वजह से सोहना-गुड़गांव रोड पर भोंडसी के आस-पास जलभराव रहा। इसकी वजह से वाटिका चौक से लेकर भोंडसी और भोंडसी से लेकर वाटिका चौक तक का ट्रैफिक डिस्टर्ब रहा। सेक्टर 49-50 रोड पर गुड अर्थ मॉल के आस-पास भी जलभराव होने से ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई। रेलवे रोड और शीतला माता रोड पर भी बरसात से ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई। हालांकि ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस कर्मी तत्पर नजर आए।

मनोहर पर्रिकर बीमार, गोवा में नए सीएम की तलाश, शाह से मिल सकते हैं भाजपा नेता

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नई दिल्ली: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की तबीयत काफी समय से खराब चल रही है. बुधवार को मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर फिर से इलाज के लिए अमेरिका रवाना हो गये हैं, क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां पैदा हो गई हैं.
Manohar Parrikar is ill, looking for new CM in Goa, BJP leader can meet Shah
गौरतलब है कि पर्रिकर 22 अगस्त को ही अमेरिका से गोवा लौटे थे, लेकिन लौटने के कुछ ही घंटों के भीतर उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था. यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी मनोहर पर्रिकर की तबीयत को देखते हुए एहतियातन उनके विकल्प की तलाश में जुट गई है. खबरों की मानें तो गोवा बीजेपी के नेता अगले-एक दो दिनों में दिल्ली आ सकते हैं और पर्रिकर की तबीयत को ध्यान में रख अमित शाह से संभवानाओं पर चर्चा कर सकते हैं.

दरअसल, मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की तबीयत को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी गोवा में नए मुख्यमंत्री के नाम पर विचार कर रही है. अगले एक या दो दिन में गोवा बीजेपी के नेता शीर्ष नेतृत्व से बातचीत के लिए दिल्ली आ सकते हैं. उसके बाद नए मुख्यमंत्री का नाम फाइनल हो सकता है. हालांकि, अभी तक आधिकारिक तौर पर न तो मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे की बात सामने आई है, और न ही भारतीय जनता पार्टी ने उनके विकल्प के तौर पर किसी के नाम का ऐलान किया है. मगर यह बात तय है कि अब बीजेपी मनोहर के विकल्प के रूप में विचार कर रही है.

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा करवाये जा रहे उपचार के मद्देनजर तटीय राज्य के नेतृत्व के मुद्दे पर चर्चा के लिए भाजपा प्रमुख अमित शाह के साथ पार्टी के नेताओं की कल नयी दिल्ली में प्रस्तावित बैठक रद्द हो गई. गोवा भाजपा के महासचिव सदानंद तनावडे ने कहा कि बैठक रद्द हो गई है. उन्होंने इस संबंध में और जानकारी नहीं दी.

हालांकि भाजपा प्रदेश इकाई के सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि बैठक इसलिए रद्द हो गई क्योंकि शाह ने राज्य कोर कमेटी को मिलने का समय नहीं दिया. इलाज के लिए 23 अगस्त को मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती हुए पर्रिकर (62) के इलाज के लिए कल अमेरिका रवाना होने की संभावना थी.

इससे पहले, केंद्रीय आयुष मंत्री नाइक ने संवाददाताओं से यहां कहा था कि पर्रिकर के स्वास्थ्य को देखते हुए भाजपा की कोर कमेटी वैकल्पिक नेतृत्व व्यवस्था पर चर्चा के लिए शाह से मिलेगी. इस बीच, गोवा में नेतृत्व बदलाव की अटकलों को विराम देने के प्रयास में मुख्यमंत्री कार्यालय ने कल रात कहा कि पर्रिकर किसी को पदभार नहीं सौंपेंगे और वे अमेरिका से ही फाइलों को मंजूरी देते रहेंगे.

गोवा के विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत ने बुधवार को बताया कि मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर आज शाम इलाज के लिए अमेरिका रवाना होंगे क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां पैदा हो गई हैं. सावंत ने संवाददाताओं को बताया कि 62 वर्षीय मुख्यमंत्री आज शाम पांच बजे अमेरिका के लिए रवाना होंगे.

उन्होंने कहा, ” स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां पैदा हो गई हैं इसलिए पर्रिकर इलाज के लिए अमेरिका जा रहे हैं. उनकी हालत स्थिर है और चिंता की कोई बात नहीं है.” सावंत ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर मुख्यमंत्री के गोवा लौटने की संभावना है. मुख्यमंत्री का अग्न्याशय संबंधी बीमारी के लिए इस साल तीन महीने तक अमेरिका में इलाज चला था और वह जून में भारत लौटे थे. इस महीने की शुरूआत में वह स्वास्थ्य जांच के लिए फिर से अमेरिका गए थे.

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और एक्टिविस्ट्स की गिरफ्तारी के विरोध में ट्विंकल खन्ना

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मुंबई। भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मारने की कथित साजिश की जांच के सिलसिले में पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और ऐक्टिविस्ट्स को मंगलवार को देशभर में छापे मारकर गिरफ्तार किया था। इन गिरफ्तारियों पर काफी लोगों ने प्रतिक्रिया दी थी और अब ऐसा लगता है कि इस लिस्ट में ट्विंकल खन्ना का भी नाम जुड़ गया है।
Twinkle Khanna against the arrest of human rights activists and activists
दरअसल ट्विंकल ने बुधवार को अपने आॅफिशल ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया है जिससे लगता है कि वह इन गिरफ्तारियों के विरोध में हैं। ट्विंकल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘आजादी एक बार में खत्म नहीं होती। यह कई बार में खत्म होती है। एक बार में एक, एक ऐक्टिविस्ट, एक वकील, एक लेखक और अंत में हम सब में एक…’

माना जा रहा है कि यह ट्वीट इन गिरफ्तारियों के विरोध में ही किया गया है। बता दें कि ट्विंकल पहले भी सामाजिक और राजनीतिक विषयों पर अपने विचार जाहिर करती रही हैं। गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में जानीमानी वकील सुधा भारद्वाज, पत्रकार गौतम नवलखा, तेलुगु कवि वरवरा राव, लेक्चरर वेरनॉन गोंजाल्विस और वकील एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता अरुण फरेरा को मंगलवार को अरेस्ट किया था।

बाद में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस को झटका देते हुए निर्देश दिया था कि कस्टडी में लिए गए लोग नजरबंद रखे जाएंगे। कोर्ट ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से ‘असहमति’ जताने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जबकि ‘असहमति तो लोकतंत्र के लिए सेफ्टी वॉल्व है।’