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घर से बगावत कर एस्थर ने लिखी अपनी किस्मत

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SHASHI KUMAR KESWANI

नमस्कार दोस्तों हम अक्सर ऐसी फिल्मी शख्सियतों की बात तो करते है जिन्हें हम आसानी से जानते-पहचानते है। कई बार ऐसी शख्सियतें चुनते है। जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। हमारी कोशिश रहती है कि आप उन लोगों को भी जरूर जाने जिनके बारे में आप कुछ भी नहीं जानते। इसी कड़ी में आज मैं एक ऐसी शख्सियत एस्थर विक्टोरिया अब्राहम की बात कर रहा हूं जो खुद तो पहली मिस इंडिया रही है पर उनकी बेटी भी मिस इंडिया रह चुकी है। ये पहली मां बेटी की जोड़ी है जो दोनों मिस इंडिया रह चुकी है। आप में से शायद बहुत से लोगों को यह पता नहीं होगा कि एस्थर काफी खूबसूरत, लंबी चौड़ी और बेहद टैलेंटेड भी थीं। एस्थर विक्टोरिया अब्राहम जिन्हें ज्यादातर लोग प्रमिला के नाम से जानते हैं। प्रमिला का जन्म 30 दिसंबर 1916 में कोलकाता की एक बगदादी फैमिली में हुआ था। इनके पिता रीबन अब्राहम एक यहूदी बिजनेसमैन थे और मां माटिल्डा कराची, पाकिस्तान से थीं। पिता को पहली शादी से तीन बच्चे थे, जबकि प्रमिला के 6 भाई-बहन थे। प्रमिला ऐसे यहूदी परिवार से ताल्लुक रखती थीं, जहां महिलाओं को तमाम पाबंदियों के साथ पर्दे में रखा जाता था, लेकिन प्रमिला समाज की बेड़ियों में बंधने वाली नहीं थीं। महज 17 साल की उम्र में प्रमिला परिवार के खिलाफ गईं और घर छोड़ दिया था। बचपन से उन्हें डांस और एक्टिंग करना बेहद पसंद था। कोलकाता से मुंबई पहुंचीं तो कुछ दिनों के संघर्ष के बाद इन्हें बॉम्बे के पारसी ट्रैवलिंग थिएटर ग्रुप के साथ काम करने का मौका मिला। इस थिएटर ग्रुप में ये बतौर अभिनेत्री नहीं, बल्कि एक एंटरटेनर की तरह काम करती थीं। वह मॉडलिंग में भी काफी एक्टिव रहती थीं। उन्हें उस दौर में फैशन आइकॉन माना जाता था।

उन्होंने करियर के पीक पर शादी करने का फैसला लिया था। एक बार प्रमिला छुट्टियां मनानेअपनी बहन के घर पहुंची थीं। बॉम्बे में घूमते हुए उस जमाने के मशहूर डायरेक्टर आर्देशिर ईरानी की प्रमिला पर नजर पड़ी और उन्होंने तुरंत रिटर्न आॅफ तूफान मेल फिल्म का आॅफर दे दिया। प्रमिला ने 1935 में इस फिल्म से हिंदी सिनेमा में पहला कदम रखा। जब प्रमिला ने एक डायरेक्टर के सामने ऊंची आवाज में बात की, तो वो नाराज हो गए। सबक सिखाने के लिए डायरेक्टर ने शूटिंग के दौरान तीन बार प्रमिला से कुतुब मीनार की सीढ़ियां चढ़ने-उतरने को कहा। प्रमिला को काफी देर बाद समझ आया कि स्क्रिप्ट में ना ही कोई ऐसा सीन है और ना ही कैमरा में रील लगी है। कई कारणों से ये फिल्म कभी पूरी ही नहीं हो सकी।

कड़ी मेहनत करने के बावजूद जब प्रमिला की पहली फिल्म नहीं बन सकी तो वो निराश हो गईं। उन्होंने बॉम्बे छोड़कर कोलकाता वापस जाने का फैसला किया, लेकिन आर्देशिर ईरानी इसके खिलाफ थे। उन्होंने प्रमिला को रोकने की कई कोशिशें की और आखिरकार उन्हें एक साथ 5 फिल्में दे दीं। प्रमिला इस बार मान गईं। उन्होंने 1935 की फिल्म भिखारन से फिल्मी दुनिया में कदम रखा। प्रमिला ने एक के बाद एक महामाया, सरला और हमारी बेटियां जैसी हिट फिल्में दीं। इन्होंने पहली बार जंगल किंग में स्टंट किया। प्रमिला ने दो शादियां की थीं। पहले पति से इन्हें एक बेटा था। इनकी एक फिल्म कोलकाता के सांप्रदायिक दंगों के बीच रिलीज होनी थी। नुकसान के डर से डायरेक्टर ने सैयद हसन अली जैदी को कुमार नाम दिया था। प्रमिला ने कंचन, शहजादी, बसंत जैसी कई बेहतरीन फिल्में दीं। पति कुमार ने जब 16 मार्च 1942 में प्रोडक्शन हाउस सिल्वर फिल्म्स शुरू किया तो प्रमिला भी इसका अहम हिस्सा बन गईं और अपने करियर में करीब 16 फिल्में प्रोड्यूस कीं। 1962 में प्रमिला के पति अपना सब कुछ छोड़कर पाकिस्तान जाना चाहते थे, लेकिन प्रमिला इसके लिए राजी नहीं थीं। पति नहीं माना तो वो भारत में ही रुक गईं। प्रोडक्शन हाउस बंद होने की कगार में था और प्रमिला के इंडस्ट्री के लोगों के संबंध भी लगभग खत्म होने लगे थे। आखिरकार 1960 में प्रमिला ने आखिरी फिल्म बहाना प्रोड्यूस की और 1961 की मुराद के बाद फिल्मों में काम करना भी बंद कर दिया। फिल्मों से दूर होने के बाद प्रमिला अपने बच्चों के साथ शिवाजी पार्क- दादर वेस्ट में अपने प्रमिला निवास में रहने लगीं। एस्थर करीब 90 साल तक जीवित रहीं, जहां उन्होंने अपनी आखिरी फिल्म थांग रही में अभिनय किया था। बता दें कि इस फिल्म को अमोल पालेकर ने डायरेक्ट किया था। 45 सालों तक इसी बंगले में रहते हुए 6 अगस्त 2006 में प्रमिला का 89 साल की उम्र में निधन हो गया।
जय हो…

काव्य-रस में सराबॊर जैमिनी महॊत्सव संपन्न

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दिल्ली । सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्यकवि स्वर्गीय श्रीजैमिनी हरियाणवी की उल्लासपूर्ण स्मृति में प्रत्येक वर्ष मनाया जाने वाला ‘जैमिनी महॊत्सव’ दिनांक 5 सितम्बर कॊ शाम संत परमानंद अस्पताल, दिल्ली के सभागार में मनाया गया। इस वर्ष का जैमिनी सम्मान बुंदेलखंड के लब्ध-प्रतिष्ठ रचनाकार पद्मश्री डॉ. अवधकिशॊर जड़िया कॊ सर्व सुरेन्द्रशर्मा, अशॊकचक्रधर, गॊविंदव्यास, संजयझाला और अरुणजैमिनी द्वारा प्रदान किया गया। डॉ. कीर्तिकालेने जड़ियाजी का संक्षिप्त परंतु प्रभावपूर्ण परिचयदिया।

Padmini Dutta sharma her poetical illustrations are a blend of drama and poetry

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TIO

Padmini Dutta sharma is one of the fiercest and unapologetic wordsmiths who wields her pen like an oar, wading through the rough patches of life and uncharted territories to reveal the raw truths that we generally tend to avoid. Dutta Sharma has created a unique style for expressing the human emotions that are constantly in clash with each other. Her lines do not rhyme like the typical poems, neither are they in sync with each other rhythmically; her poetical illustrations are a blend of drama and poetry.


With each line, she ignites fire in the minds of her readers, challenging conventions and stirring controversy. Delving deep into human psyche, Padmini is unafraid to ask difficult questions and provoke new answers. Her passion and intensity leap off every single page, leaving an indelible mark on the literary landscape of her time. Since 2012 Dutta Sharma emerged with her debut book on marriage and gained huge prominence thereafter with her controversial writes.
The desire of the moth for the star,
Of the night for the morrow,
The devotion to something afar
From the sphere of our sorrow?”
These lines of Shelley sums up the theme of Padmini Dutta Sharma’s ‘Temptations unlimited.’

‘Temptations unlimited’ is a collection of poetic tales, a new form of poetic narration created by Dutta Sharma. Most of the poems have narratives similar to drama where the conversations between two characters are a mix of prosaic poetry. The author has tried to portray the aura of mixed emotions that are generated in a human mind continuously like Hamlet’s soliloquy, “To be, or not to be: that is the question”. Sharma has reiterated that humans are no different from Adam and Eve, temptation for the forbidden larks at every nook and corner and every human succumbs to the charm irrespective of the consequences thereafter. According to Padmini, ‘it isn’t fair to use the serpents as alibi for the sins we commit, we must own up to our temptations and accept the fallouts gracefully.’
The poetic illustrations in ‘Temptations unlimited’ pen the varying kinds of temptations, from money, wealth, power to love. Humans resort to the cheapest of means to get to their desires through unholy paths and derive a sadistic pleasure by snatching what is not theirs.

Padmini has penned the woes and tribulations of women whose husband and children have been snatched by home breakers and husband snatchers, there are tales of men grieving over their deceitful wives and lovers that have been reduced to paupers before the final dump, there are stories of parents that are rendered homeless by their own blood. Basically our life revolves around greed, temptations and temporary gains. Dutta Sharma has beautifully portrayed Karma and Natural justice to instill belief in those that haven given up on life, reiterating that time takes its toll irrespective of who we are.

MS Talks Annual Awards 2023

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TIO MEDIA PARTNER

MS Talks has in the past organized Literacy conferences, public speaking events, award ceremonies, leadership seminars, business conferences and skill workshops in different states.

MS Talks Annual Awards 2023 is curated by Author Sherry. He is a founder & CEO of MS Talks. He is a Renowned International Public Speaking Coach and TEDx Speakers coach in India. Author Sherry is 11 times a TEDx speaker and 4 times Josh Talks Speaker himself. He is on a mission to create a million ‘public Speakers’ in the country by 2030.

Author Sherry more than 60,000 public speakers across the world with more than 400+ events online and offline. ‘The response and participation have been amazing’ says Author Sherry.

MS Talks Annual Awards 2023 was recently held on 27th August, 2023 at Hotel Le Meridien Connaught place, New Delhi. There Were many eminent guests, great personalities, the inspirational & international public speakers Came. That’s why this event is going to be a very special and inspirational mega event in India by MS Talks.

The Guests of Honor Was Mr. Abhishek Bachchan, Dr Gaurav Gupta, Er. Jai Parkash Malhotra FIE, Dr Parmeet Singh Chadha, Navratan Aggarwal, Ramneek Singh 1313 Family, Dr Gurpreet Singh Remmy’. They Grace the event.

Our Panelist was Brigadier Sushil Bhasin, Major Mohammand Ali Shah, Maninder Singh, Dr. Vikas Singh. Amit R Agarwal. Moderator is Ms. Prachi Singh well lead the Pannal Discussion.

Eminent Guest wasMr.Amit R Agarwal, Adv. Subhash Sharma, Dr Tanveer Naved, Neetu Singhal, Indu TickuKohli,Jatinder Singh Sahni, Kuljeet Singh ,Prachi Singh, Jatin Arora,Puneet Singh Chhatwal.

There was an inspirational award for inspiring business personalities who did great in their respective fields. The awardees & Premium Speakers are Nida Ahmed, Gagandeep Siidhu, Dr Swarnali Dasgupta, Ph.D,Rajni Julka, Lipi Gidwani, Launch as Motivational Speaker, Poonam Kalra, Varun Wadhwa,Sweta Prasad Verma ,Ms.Winny, komal Luthra, Rekha Dang,AshaBhadana, Simran Mittal, Adv. Parveen Arya, Pooja Maheshwari ,Kanchan Mittal, Roobika Anand, Sarita Chauhsan, Ritu Bhandari,ShwetaChauhan, Rupali.  To make this event more Interesting there will be Ms. Jasaleen Kaur who was ananchor and she was done wonderful anchoring in the inspirational evening.

It’s wonderful to hear that Sherry Sir has launched Ms. Lipi Gidwani and Dr. Swarnali Dasgupta as motivational speakers at the Annual Awards Event and presented them with certificates as official Motivational Speakers. It seems like a great initiative to recognize and support emerging talents in the field of motivational speaking. Both Ms. Lipi Gidwani and Dr. Swarnali Dasgupta must be thrilled to receive this opportunity to inspire and motivate others.

And we would like to thank our sponsors:

Media Partners: – Navdrishti Times, Observer, DP News

Gifting Partner: Ayouth Veda, Beanut& Perfume Point 

Education Partner – Institute of Professional Speaking (IPS)

Powered by: WSCC, GTTCI, Bikanervala,J.S Diamonds

Keep supporting.

MS Talks Annual Awards 2023

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TIO NEW DELHI MEDIA PARTNER

MS Talks has in the past organized Literacy conferences, public speaking events, award ceremonies, leadership seminars, business conferences and skill workshops in different states.

MS Talks Annual Awards 2023 is curated by Author Sherry. He is a founder & CEO of MS Talks. He is a Renowned International Public Speaking Coach and TEDx Speakers coach in India. Author Sherry is 11 times a TEDx speaker and 4 times Josh Talks Speaker himself. He is on a mission to create a million ‘public Speakers’ in the country by 2030.

Author Sherry more than 60,000 public speakers across the world with more than 400+ events online and offline. ‘The response and participation have been amazing’ says Author Sherry.

MS Talks Annual Awards 2023 will be held on 27th August, 2023 at Hotel Le Meridien Connaught place, New Delhi. There will be many eminent guests, great personalities, the inspirational & international public speakers are going to come. That’s why this event is going to be a very special and inspirational mega event in India by MS Talks India.

The Guests of Honor are Mr.Abhishek Bachchan , Dr Gaurav Gupta, Er.Jai Parkash Malhotra FIE, Carmistha Mitra, Dr Parmeet Singh Chadha , Navratan Aggarwal , Brigadier Sushil Bhasin, Major Mohammand Ali Shah, Maninder Singh, Ramneek Singh 1313 Family, Dr Gurpreet Singh Remmy’       Dr.Vikas Singh.

Eminent Guest: Amit R Agarwal, Adv. Subhash Sharma,Dr Tanveer Naved, Neetu Singhal, Indu Ticku Kohli,Pooja Dhankher, Sandeep Ahluwalia Sandi, S.Jatinder Singh Sahni, Prachi Singh, Jatin Arora,Puneet Singh Chhatwal.

There will also be an inspirational award for inspiring business personalities who did great in their respective fields. The awardees & Premium Speakers are Nida Ahmed, Gagandeep Siidhu, Dr SwarnaliDasgupta, Ph.D,Rajni Julka, Lipi Gidwani, Launch as Motivational Speaker, Poonam Kalra, Varun Wadhwa,Sweta Prasad Verma,Ms.Winny, komal Luthra, Rekha Dang,AshaBhadana, Simran Mittal, Adv. Parveen Arya, Pooja Maheshwari ,Kanchan Mittal, Roobika Anand, Sarita Chauhsan, Ritu Bhandari,Shweta Chauhan, Rupali. To make this event more Interesting there will be Ms. Jasaleen Kaur  who is aanchor and she is going to do anchoring in the inspirational evening.

Pannal Discussion Also happening, Moderator of the Panel is Ms.Prachi Singh , Topic of the discussion is Public Speaking Industry in India . Our Panelists are Mohammad Ali Shah, Brigadier Sushil Bhasin, Dr.Vikas Singh, Carmistha Mitra mam. 

पचास प्रतिशत भाजपा सरकार” को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रमुख मुद्दा बनाकर अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मार ली

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राम गोपाल पाण्डेय

प्रियंका गांधी जी और कमलनाथ जी ने 50% कमीशन का मुद्दा ट्वीट क्या किया! भाजपा ने प्रदेश के 41 थानों में गाजे बाजे के साथ प्राथमिकी दर्ज कराकर “पचास प्रतिशत भाजपा सरकार” को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रमुख मुद्दा बनाकर अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मार ली। अभी तो लोग अपने दर्द को बेनामी रूप में जाहिर कर रहे हैं लेकिन विधानसभा चुनाव बाद जब सरकार बदल जाएगी तब लोग जाहिर तौर पर शपथ पत्र में पचास प्रतिशत सरकारा की पोल की बाढ़ ले आएंगे।

अठारह वर्ष से अधिक समय से सरकार केवल और केवल मार्केटिंग, ब्रांडिंग और इवेंटिंग की सरकार है जो डबल इंजन के कवच की सुरक्षा से निरंकुश और स्वेच्छाचारी हो गई है। इन्हें लोकतंत्र, देश के संविधान, समयबद्ध योजना और कार्यक्रम, बजट व्यवस्था, विधानसभा और लोकसभा तथा न्यायालयीन व्यवस्था और देश के अन्य संस्थागत व्यवस्थाओं तथा चुस्त दुरुस्त स्वाभाविक रूप से संचालित प्रशासनिक व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है। ये तो केवल साम्प्रदायिकता तथा धर्मांधता का एजेंडा और नैरेटिव चलाकर जनता को दिग्भ्रमित कर अपनी सरकार बनाए रखना चाहते हैं। फिर जब डबल इंजन की सरकार हो जाए तो मनमर्जी, स्वेच्छाचारी और निरंकुश सरकारा (Governance) तो होगी ही।

लोकतंत्र का प्रहरी देश का मीडिया (कुछ गिनती के छोड़कर) इनकी ब्रांडिंग और मार्केटिंग में सतत लगे हुए हैं और इवेंटिंग में स्थानीय वेंडर से लेकर इंटरनेशनल वेंडिंग एजेंसीस इनके काम लगातार कर रही हैं। मध्य प्रदेश के विशेष संदर्भ में देखा जाये तो भोपाल, इंदौर और अहमदाबाद के बड़े बड़े टेंट हाउसेस इनके इवेंट पूरा कर रहे हैं। शहडोल,मंडला और डिंडौरी में लाखों के हितलाभ बितरित करने के इवेंट में कई करोड़ फूंके जाते हैं, जनता के टैक्स के पैसे का भला इन्हें क्यों दर्द होगा। इनके ब्रांडिंग, मार्केटिंग और इवेंटिंग में देखा जाए तो सकल भुगतान का 50 से 60% तक पैसा लौटता है जो इनकी बेदर्दी को जग जाहिर करता है। तभी तो यह सब आम लोगों को विदित है और उनके बीच चर्चा का विषय भी है।

आज आम लोगों के कोई भी काम सहज और स्वाभाविक रूप में नहीं होते, हर काम में हर स्तर पर चढ़ोत्तरी चढ़ानी ही पड़ती है। ये तो हर स्तर पर व्याप्त चढ़ोत्तरी और कमीशन व्यवस्था को समाप्त ही नहीं करना चाहते। ये तो केवल और केवल धर्म तथा संप्रदाय के एजेंडे से जनभावनाएं कलुषित बनाए रखकर बहुसंख्यक आबादी को मौद्रिक और वस्तुगत सुविधाएं देकर अपनी ओर जनता की उन्मुखता बनाए रखना चाहते हैं। यह बात अलग है कि आम जन को जितनी सहायता सरकार से मिलती है उससे कहीं अधिक मंहगाई की मार और जीएसटी का भार उसे झेलना पड़ रहा है।

ऐसे में जहां आम जन के कोई काम सहज और स्वाभाविक रूप से नहीं होते हों तथा जीएसटी का भार और बेतहाशा महंगाई की मार उसे झेलनी पड़ती हो व सरकार के वेंडरों के भुगतान के 50% से भी कम की जब वास्तविक उपयोगिता हो और शेष कमीशन में लौट जाता हो तब फिर पचास प्रतिशत से भी कम सरकारा (Governance) नहीं तो आखिर क्या कहा जाएगा ? कर्नाटक में तो चालिस प्रतिशत सरकारा की बात थी; मध्य प्रदेश तो इस मामले में तरक्की कर गया और पचास प्रतिशत पार कर गया है। ऐसे में मध्य प्रदेश को पचास प्रतिशत सरकारा से कम आकलन करना बेइंसाफी होगी और अब तो प्रदेश के 41 थानों में भाजपा द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराकर जनता के लिए चुनावी एजेंडे में अपनी मुहर भी लगा दी है। अब गेंद जनता के पाले में है और जनता का निर्णय सर्व मान्य होगा।

              राम गोपाल पाण्डेय
          से. नि. अपर श्रमायुक्त 

चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए हो रही दुनियाभर में प्रार्थना

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TIO NEW DELHI

अंतरिक्ष जगत में भारत आज इतिहास रचने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का मिशन चंद्रयान-3 आज शाम चंद्रमा की सतह पर ‘साफ्ट लैंडिंग’ करेगा। पूरी दुनिया इस पल का इंतजार कर रही है। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वे इस ऐतिहासिक पल का लाइव प्रसारण देख पाएंगे? तो आइए आपको बताते हैं कि इसकी लैंडिंग का सीधा प्रसारण आप कैसे, कब और कहां देख सकते हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को कहा कि यह उपलब्धि भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। यह अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की प्रगति का प्रतीक होगी। एजेंसी ने बताया कि मिशन तय समय पर है। सिस्टम की जांच भी नियमित रूप से की जा रही है। इसके साथ ही मिशन की निगरानी कर रहे लोग भी जोश और ऊर्जा से भरे हुए हैं।


अब जानिए कब होगी लैंडिंग
चंद्रयान-3 बुधवार यानी 23 अगस्त को ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करेगा। इसे लेकर पूरा देश आशांवित है। उम्मीद भरी नजरें इन लम्हों को लाइव देखना चाहती हैं। ISRO ने बताया है कि चंद्रयान-3 बुधवार को शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद पर उतरेगा।
लैंडिंग मॉड्यूल को उतारने के चरण ऐसे होंगे
पहला चरण : इस चरण में यान की सतह से 30 किमी की दूरी को घटा कर 7.5 किमी पर लाया जाएगा।
दूसरा चरण : इसमें सतह से दूरी 6.8 किमी तक लाई जाएगी। इस चरण तक यान का वेग 350 मीटर प्रति सेकंड रह जाएगा, यानी शुरुआत से करीब साढ़े चार गुना कम।
तीसरा चरण : इसमें यान को चंद्र सतह से महज 800 मीटर की ऊंचाई तक लाया जाएगा। यहां से दो थ्रस्टर इंजन उसे उतारेंगे। इस चरण में यान का वेग शून्य प्रतिशत सेकंड के बेहद करीब पहुंच जाएगा।
चौथा चरण : इस चरण में यान को सतह के 150 मीटर करीब तक लाया जाएगा। इसे वर्टिकल डिसेंट कहते हैं, यानी खड़ी लैंडिंग।
पांचवां चरण : इस चरण में यान में लगे सेंसर और कैमरा से मिल रहे लाइव इनपुट को पहले से स्टोर किए गए रेफरेंस डाटा से मिलाया जाएगा। इस डाटा में 3,900 तस्वीरें भी शामिल हैं, जो चंद्रयान 3 के उतरने वाली जगह की हैं। इस तुलना से निर्णय होगा कि चंद्र सतह से ऊपर जहां लैंडर स्थित है, वहां से उसे सीधे सतह पर उतारें तो लैंडिंग सही रहेगी या नहीं। अगर ऐसा लगा कि लैंडिंग की जगह अनुकूल नहीं है, तो वह थोड़ा दाईं ओर या बाईं ओर मुड़ेगा। इस चरण में यान चंद्र सतह के 60 मीटर तक करीब पहुंचाया जाएगा।
छठा चरण : यह लैंडिंग का आखिरी चरण है, इसमें लैंडर को सीधे चंद्र सतह पर उतार दिया जाएगा।
रोवर और लैंडर के बारे में भी जान लीजिए
रोवर प्रज्ञान को विक्रम के भीतर रखा गया है। इसे सफल लैंडिंग के बाद चंद्र सतह पर उतारा जाएगा। दो प्रमुख उपकरण हैं, अल्फा पार्टिकल एक्साइट स्पेक्ट्रोमीटर (एपीईएस) और लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी (एलआईपीएसई)। दोनों का काम चंद्रमा की सतह पर चीजों को नापना, खनिजों व सामग्री के बारे में जानकारियां मुहैया करवाना होगा।
लैंडर विक्रम में 4 प्रमुख उपकरण हैं। उपकरणों में रेट्रोरिफ्लेक्टर शामिल है, जो चंद्रमा से धरती के बीच रेंजिंग को अंजाम देगा। सिस्मोग्राफ भूगर्भीय प्रक्रियाओं को समझने में मदद करेगा। रंभा वातावरण में प्लाज्मा का घनत्व नापेगा। चौथा उपकरण चंद्रा सरफेस थर्मोफिजिकल परीक्षण है जो सतह के ऊपरी आवरण रिगोलिथ की तापीय परिचालकता मापेगा।

मिजोरम में निर्माणाधीन रेलवे पुल गिरा, 17 की मौत, मलबे में कई लोग दबे

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TIO

मिजोरम के आईजोल में एक निर्माणाधीन रेलवे ब्रिज गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई। बताया गया है कि यह हादसा साइरांग इलाके के पास हुआ। पुलिस के मुताबिक, घटना के वक्त इलाके में 35-40 लोग थे। इन सभी लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। घटना आइजोल से 21 किमी दूर सुबह 10 बजे के करीब घटी। अब तक सभी मृतकों का शव निकाला जा चुका है। वहीं, कुछ और लोगों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है।

पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची ने बताया कि रेलवे अधिकारियों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है और राहत-बचाव कार्य जारी हैं।

यूपी की विधायक के निजी होटल में ठहरने पर भाजपा नेता उठा रहे सवाल, कैसे होगा जिताऊ प्रत्याशी का चयन

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SHASHU KUMAR KESWANI

चंद भाजपाईयों तक ही सीमित न रहकर सभी कार्यकर्ताओं से मिले: अरोरा
तीनों सीटों पर भाजपा में नजर आ र
ही गुटबाजी

सीहोर जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रों में वर्तमान के विधायकों से संगठन के भीतर और वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी है। जिला संगठन की बैठक में नेताओं की नाराजगी समय-समय पर बाहर आती रही है। इससे पहले विकास यात्रा के दौरान क्षेत्र में जनता की नाराजगी का भी सामना भी विधायकों को झेलना पड़ा था। अब उत्तर-प्रदेश से आए विधायक भाजपा और पार्टी नेताओं से नाराज कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर कारण जान रहे हैं तो वहीं कई नेताओं का आरोप है कि यूपी की विधायक सिर्फ मौजूदा विधायकों के समर्थक के साथ चर्चा कर रही है। इछावर, सीहोर, आष्टा विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ता चेहरा बदलने की मांग लगातार उठाते आ रहे है। उनका कहना है कि हम सालों से भाजपा के लिए मेहनत कर रहे हैं, लेकिन हमें इस बार उम्मीद है कि पार्टी हमारे साथ न्याय करेगी।
जसपाल अरोरा दे चुके नसीहत
सीहोर विधानसभा में यूपी की विधायक सीहोर शहर सहित श्यामपुर मंडल में भाजपा कार्यकर्ताओं से जमीनी हकीकत का पता लगा रही है, लेकिन इनकी कार्यप्रणाली पर भाजपा नेता ही सवाल उठा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा और कानपुर विधायक पुनम जाटव के बीच मंच पर बहस हो गई। इस बहस में वरिष्ठ भाजपा नेता ने विधायक से दो टूक कहा कि, इस तरह फीडबैक नहीं मिलता आपको सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरना चाहिए, जिससे आम कार्यकर्ता आपसे मुलाकात कर अपनी बात कह सकें। भाजपा नेता और विधायक के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कानपुर से विधायक पूनम जाटव सीहोर विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने के लिए पहुंची हैं। वे 27 अगस्त तक यहां रहेंगी। विधायक पूनम जाटव सरकारी गेस्ट हाउस में न रुककर निजी होटल में ठहरी हुई हैं जहाँ आम कार्यकर्ताओं का पहुचंना मुश्किल है। मंगलवार को कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरान मंच पर मौजूद सीहोर जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा ने विधायक पूनम जाटव से कहा कि, प्रदेश में 20 साल से हमारी (भाजपा) सरकार है। संसाधनों की कमी नहीं है इसलिए आप (विधायक पूनम जाटव) को सरकारी गेस्ट हाउस में रुकना चाहिए ताकि आसानी से आम कार्यकर्ता आपसे मुलाकात कर अपनी बात बिना डर और निसंकोच कह सके। यहां बीजेपी नेताओं का कहना है कि विधायक पूनम संखवार को निष्पक्ष रूप से सभी बीजेपीईयों से संपर्क करना चाहिए, लेकिन वे चंद बीजेपीईयों तक ही सीमित रह गई हैं. पूनम जाटव ने मंच पर ही नाराजगी जताते हुए कहा कि, वे सभी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगी।

विधायक के खिलाफ लगे पोस्टर


इछावर विधानसभा में विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भी चेहरा बदलने की मांग भाजपाई नेताओं ने की थी अब एक बार फिर अब इछावर विधानसभा क्षेत्र में सात बार के भाजपा विधायक करण सिंह वर्मा के विरोध में पोस्टर लग गए हैं जो चर्चा का विषय बने हुए हैं। जानकारी के अनुसार, विधानसभा क्षेत्र इछावर से सात बार से भाजपा विधायक करण सिंह वर्मा का विरोध अब शुरू हो गया है। क्षेत्र की दीवारों पर पोस्टर लगा दिए गए हैं, जिसमें विधायक को हटाने की बात कही गई है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किसने यह पोस्टर लगाए हैं। मामले में विधायक करण सिंह वर्मा के बेटे और भाजपा नेता विष्णु वर्मा का कहना है कि इस बात की उन्हें जानकारी नहीं है कि किसने पोस्टर लगाए हैं। वर्मा का कहना है कि वह हमेशा आदर्शवादी और सुचित्रा की राजनीति करते हैं। इधर आष्टा विधानसभा में भी यहीं स्थिति नजर आ रही है टिकट के कई दावेदार होने से तथा कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने से उनका दर्द अब सामने आ रहा है। आष्टा विधायक रघुनाथ मालवीय को विकास पर्व पर ही ग्रामीणों ने घेर लिया था और उन्हें विकास नहीं होने की बात कही थी। ग्रामीणों क्षेत्रों में भी भाजपा की स्थिति यहां ठीक नहीं है, क्योंकि यहां कांग्रेस में शामिल हुए कमल चौहान की वजह से कांग्रेस टक्कर देने की स्थिति में है। यहां भी भाजपाई चेहरा बदलने की मांग उठाते रहे हैं, तो वहीं भाजपा में गोपाल सिंह इंजीनियर भी दमदार नेता है, क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी पकड़ है।

श्री एसपी हिंदुजा भारतीय संस्कृति के एक अनुकरणीय कीर्ति पुरुष थे : ईश्वर झामनानी

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इंदौर से चुन्नीलाल वाधवानी की रिपोर्ट

इंदौर। श्री एस.पी. हिंदुजा सिर्फ़ विश्व के सबसे धनी भारतीयों में होने के कारण सम्माननीय नहीं हैं. उनके जीवन की सबसे बड़ी विशेषता सनातन धर्म में वर्णित प्रत्येक सद्गुण को अपनी जीवन शैली में ढ़ालकर आत्मसात करना है. वे वास्तव में भारतीय संस्कृति के एक अनुकरणीय कीर्ति पुरुष थे.

यह बात इंडसइंड फाउंडेशन के ट्रस्टी एवं समाजसेवी श्री ईश्वर झामनानी ने हाल ही में स्वर्गवासी हुए सुप्रसिद्ध उद्योगपति एवं हिंदुजा समूह के अध्यक्ष श्रीयुत श्रीचंद परमानन्द हिंदुजा के सम्मान में इंदौर में आयोजित आदरांजलि सभा में कही. उन्होंने कहा कि भारतीय संयुक्त परिवार के मूल्य को समर्पित श्री एस.पी. हिंदुजा 38 देशों में फैले कारोबार के बाद भी पारिवारिक संवादहीनता को कभी पनपने का अवसर नहीं दिया। लाखों ज़रूरतमंदों की कई दशकों से मदद कर रहे हिंदुजा परिवार के मुखिया का जीवन परहित और सनातन संस्कृति को समर्पित था. वे अपने सिद्धांतों के प्रति इतने अडिग थे कि उन्होंने एक बार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रात्रिभोज के आमंत्रण को भी इसलिए अस्वीकार कर दिया था क्योंकि वे उस किचन का भोजन नहीं खाते थे, जिसमें सामिष भोजन भी पकता हो. मेहमान बनने की बजाय उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री को ही परिवार और मित्रों सहित अपने निवास पर आमंत्रित कर उन्हें भोजन कराया जिसमें प्याज़ और लहसुन भी वर्जित था. आदरांजलि के आयोजन में देश भर से पधारे विद्वत संतों, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन, सांसद श्री शंकर लालवानी, अनेक विधायक, विभिन्न पार्टियों के पदाधिकारियों, उद्योगपतियों, समाजसेवियों, पत्रकारों के साथ बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. इस अवसर पर सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक श्री घनश्याम वासवानी ने अपने सुप्रसिद्ध मधुर भजनों ने समां बांध दिया।

मुंबई के खारघर इस्कॉन मंदिर के प्रमुख श्री सूरदास जी महाराज ने श्री एस.पी. हिंदुजा की तारीफ़ में बहुत बड़ी बात कही कि साधु होने के बाद भी उनमें उतना विनीत भाव नहीं है जितना श्री हिंदुजा में वैश्विक कारोबारी लीडर होने के बावजूद था. उन्होंने पूरे विश्व में सनातन धर्म के संरक्षण और प्रसार के लिए करोड़ों रुपयों का दान विनम्र भाव से सहज ही दिया। परिवार के साथ ज़मीन पर बैठकर भागवत सुनना, अपने बंगले की सबसे ऊँची मंज़िल पर बने मंदिर में नियमित सपरिवार आरती करना, शास्त्र अध्ययन, ज़रूरतमंदों की सहायता, सनातन मूल्यों के प्रति पूर्ण समर्पण आदि उनके व्यक्तित्व के विलक्षण गुण थे.

उन्होंने अपना अधिकतम सनातन के लिए लगाया और अगली पीढ़ी को भी यह समभाव सिखाया कि ये सब हमारा है और ये सब हमारा नहीं है बल्कि ये सब सबका है. सांसद श्री शंकर लालवानी के कहा कि अपने सद्गुणों के कारण हिंदुजा परिवार ने संघर्ष कर शिखर पर अपना स्थान बनाया। इंदौर के इस्कॉन प्रमुख श्री महामनदास जी महाराज जी कुछ उदाहरण देकर बताया कि श्री एस. पी. हिंदुजा सनातन मूल्यों को सर्वोपरि मानते थे. हैदराबाद के इस्कॉन मंदिर के प्रमुख श्री वत्सलदास जी महाराज ने श्री एस. पी. हिंदुजा की निराभिमानता को अनुकरणीय बताया। राष्ट्रकवि श्री सत्यनारायण सत्तन ने श्री हिंदुजा के विनम्र भाव को फलों से लदे वृक्ष के सदृश्य बताया. श्री सत्तन के कहा कि श्री हिंदुजा का अनुकरणीय जीवन उन्हें वन्दनीय बनाता है जो सदा यह प्रयत्न करता है कि अगर कहीं पे स्वर्ग है तो उतार ला ज़मीन पर। प्रदेश भाजपा महामंत्री श्री भगवानदास सबनानी ने श्री एस. पी. हिंदुजा को भारत और अनेक अन्य देशों के बीच सेतु समान बताया। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस मनोहर ममतानी ने कहा कि श्री एस. पी. हिंदुजा की लीगेसी जारी रहेगी तथा नई पीढ़ी उनके मूल्यों का अनुसरण करती रहेगी। संत श्री माधवदास उदासीन जी महाराज,  ग्लोबल अलायंस के प्रमुख श्री मनोहर देव, सिंधु भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री राजेंद्र मनवानी, देवास कांग्रेस अध्यक्ष श्री मनोज राजानी इत्यादि ने भी अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. कार्यक्रम का गरिमामयी संचालन भोपाल की सुश्री कविता इसरानी ने किया। अंत में सभी के प्रति साधुवाद श्री गुलाब ठाकुर ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर ………………………… उपस्थित थे। 


संगीत के सुरों और हुसैन की पेंटिंग श्रृंखला ने आदरांजलि में जोड़े आयाम  
श्री एस. पी. हिंदुजा के प्रति संगीत के माध्यम से आदरांजलि प्रस्तुत करने मुंबई से पधारे पार्श्व गायक, संगीतकार, ग़ज़ल एवं भजन गायक श्री घनश्याम वासवानी ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों की अलग ही भावलोक में पहुँचा दिया। उनके भजन इतनी शक्ति हमें देना दाता को आज विश्व भर के गायक गाते हैं. ग़ज़ल सम्राट श्री जगजीत सिंह के प्रिय शिष्य श्री वासवानी ने हे राम, चिट्ठी न कोई सन्देश, जिनके ह्रदय श्रीराम बसे, ये तो सच है कि भगवान है के अलावा अपने लोकप्रिय सिंधी भजनों की भी प्रस्तुति दी. बहुविध संस्कृतिकर्मी आलोक बाजपेयी में श्री एस.पी. हिंदुजा को सच्चा सनातनी बताते हुए बाँसुरी पर ‘वैष्णव जन तो तेणें कहियज” की मधुर प्रस्तुति से संगीतांजलि दी. श्री एस. पी. हिंदुजा ने सभी धर्मों को आदर देने की थीम पर भारत के पिकासो कहे जाने वाले सुप्रसिद्ध चित्रकार श्री एम. एफ. हुसैन के साथ कॉलोबोरेट करते हुए दस पेंटिंग्स की एक श्रृंखला बनवाई थी जो आज विश्व धरोहर बन चुकी है. श्री पुष्पेंद्र झामनानी एवं श्री दुष्यंत झामनानी ने विशेष प्रयास कर इस श्रृंखला की प्रतिकृतियों की प्रदर्शनी आयोजन स्थल पर किया। इस प्रदर्शनी का सभी दर्शकों ने अवलोकन कर इन पेटिंग्स में श्री एम. एफ. हुसैन की कलागत ऊँचाइयों और श्री एस. पी. हिंदुजा के कॉन्सेप्ट की गहराई की जमकर सराहना की.