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बिहार की हकीकत: शौच के लिए आज भी महिलाएं जाती हैं घर के बाहर

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पटना। बिहार में चंपारण सत्याग्रह के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बिहार सरकार की तरफ से चलाए गए कार्यक्रम का समापन करने पीएम मोदी मोतिहारी पहुंचे और सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह कार्यक्रम के तहत लोगों से स्वच्छता को अपने जीवन में उतारने की अपील की। साथ ही पीएम ने बिहार में चल रहे स्वच्छता मिशन की भी सराहना की।

पीएम मोदी ने खूब की बिहार की तारीफ
वहीं पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान से देश में महिलाओं की जिंदगी में आये बदलाव का जिक्र किया और साथ ही एक शौचालय बनने के मायने भी बताए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने बिहार वासियों की इच्छाशक्ति की भी तारीफ की। पीएम ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8 लाख 50 हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है। ये गति और प्रगति कम नहीं है। मैं बिहार के लोगों को, प्रत्येक स्वच्छाग्रही को और राज्य सरकार को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

जमीनी हकीकत है कुछ और….
लेकिन जमीनी हकीकत की बात करें तो आज भी बिहार के गांवों में शौच के लिए महिलाओं का खेत में जाना आम बात है। शौच आने पर रात के अंधेरे का इंतजार करना और सुबह की पहली किरण के फूटने से पहले अपनी नित्य क्रिया कर्म से निवृत होना उन दुल्हनों के लिए कष्टकारक होता है जो घूंघट में रात के अंधेरे में शौच के लिए अपनी बड़ी बुजर्ु्ग के साथ चलने का इंतजार करती हैं। रात में सड़क के किनारे या खेतों की आड़ पर एक लाइन से शौच के लिए बैठीं महिलाएं घूंघट ओढ़कर बैठी रहती हैं, खासकर कोई बड़ी गाड़ी की लाइट उनपर पड़ती है तो या तो वो उठकर खड़ी हो जाती हैं या मुंह ढ़ंककर बैठी ही रहती हैं। ये किसी भी विकसित समाज के लिए कितने शर्म की बात है।

ये तो हो गई बहुओं की बातें, लेकिन अगर हम बेटियों की बात करें तो आए दिन शौच के लिए खेत में गईं बच्चियों के साथ दुष्कर्म और उसके बाद उनकी हत्या कर दी जाती है। आए दिन होने वाली ये घटनाएं बिहार में घर में शौचालय नहीं होने की वजह से हो रही हैं। यदि सोचकर देखें तो लगता है कि दिन के 14-15 घंटे बिना शौचालय की सुविधा के रहना कितना तकलीफदेह हो सकता है। मधुबनी जिले के कमलपुर गांव की रहने वाली राजो देवी ने बताया कि हम तो शौच के लिए खेत में या सड़क के किनारे चले जाते थे, लेकिन बहुओं को ऐसा करते देखना अच्छा नहीं लगता है।

इस बार अक्षय तृतीया सामान्य कारोबार रहने की संभावना

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नई दिल्ली। अक्षय तृतीया के मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। इसी के चलते सोने की इस दौरान सोने की मांग में तेजी देखने को मिलती है। लेकिन इस साल का ट्रेंड कुछ बदला नजर आ रहा है। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि इस साल अक्षय तृतीय के मौके पर सोने की डिमांड में किसी बड़ी तेजी की संभावना कम है। अक्षय तृतीया पर कारोबार सामान्य रहने की उम्मीद है। आपको बता दें कि भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड कंज्यूमर देश है।

कमजोर इंपोर्ट से मिले संकेत
अक्षय तृतीया 18 अप्रैल को है। इससे ठीक पहले मार्च 2018 के दौरान सोने का आयात 47 फीसद कम हुआ है।मार्च महीने में कुल 64.2 टन सोना भारत में आयात किया गया है, जबकि मार्च 2017 में यह आंकड़ा 121 टन का रहा था। अक्षय तृतीया पर सोने के कारोबार में ज्वैलर्स किसी बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं लगा रहे हैं इसी के चलते आयात में कमी देखने को मिली है। आपको बता दें कि साल 2018 के शुरूआती तीन महीनों में सोने का आयात 159 टन पर आ गया है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 42 फीसद की गिरावट है। अगर बीते साल की बात की जाए तो साल 2017 के शुरूआती महीनों में मांग और आयात में अच्छी खासी तेजी देखने को मिली थी।

ज्वैलर्स का नजरिया
पीएन गैडजिल ज्वैलर्स के चेयरमैन सौरभ गैडजिल के मुताबिक, हालांकि इस बार अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की खरीदारी को लेकर लोगों में उतना उत्साह और पागलपन देखने को नहीं मिलेगा, जैसा कि हमने पूर्व के सालों में देखा है। अक्षय तृतीया के मौके पर हमेशा के पहले ही आॅर्डर बुक किए जाते रहे हैं। अर्थव्यवस्था में मंदी के चलते सोने में उपभोग की दर में भी गिरावट देखने को मिली है क्योंकि लोगों ने अपने खर्चों को कम कर दिया है। सही मायनों में हमारी निगाह दिवाली के त्यौहार पर टिकी हैं जब डिमांग की स्थिति में सुधार दिख सकता है।

बीते साल क्यों बढ़ा था गोल्ड इंपोर्ट
केडिया कमोडिटी के अजय केडिया ने बताया बीते साल गोल्ड इंपोर्ट बढ़ने की प्रमुख वजह नोटबंदी रही थी और अगर इस साल के शुरूआती तीन महीनों की साल 2017 के शुरूआती तीन महीनों से तुलना करेंगे तो आप पाएंगे कि आयात में कमी आई है। हालांकि ओवरआॅल इंपोर्ट (सालाना आधार पर) में ज्यादा गिरावट नहीं आई है।

उन्नाव रेप केस: विधायक के खिलाफ एफआईआर, दुष्कर्म सहित अन्य आरोपों की होगी जांच

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लखनऊ। राज्य सरकार ने उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म सहित अन्य संगीन आरोपों की जांच सीबीआइ से कराने का फैसला किया है। पीड़िता के पिता की हत्या की जांच भी सीबीआइ करेगी। राज्य सरकार के इस फैसले के बाद पुलिस ने देर रात विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मामले में लापरवाही बरतने के लिए एक पुलिस क्षेत्राधिकारी व दो डॉक्टरों को भी निलंबित कर दिया गया है।

इससे पहले पूरे मामले की जांच के लिए उन्नाव गई एसआइटी की टीम ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय में दी। मुख्यमंत्री ने टीम को 24 घंटे में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था। एसआइटी की प्रारंभिक जांच में कई आरोपों की पुष्टि हुई है। न्यायिक अभिरक्षा में पीड़िता के पिता की मौत से पहले इलाज में लापरवाही की बात भी सामने आई है। राज्य सरकार की ओर से देर रात बताया गया कि पूरे मामले की सीबीआइ जांच करेगी। इसमें पीड़िता के दुष्कर्म के आरोप और उसके पिता की हत्या शामिल है।

लापरवाही बरतने के आरोप में सीओ शफीपुर कुंवर बहादुर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। पीड़िता के पिता के उपचार में लापरवाही पर सीएमएस डॉ. डीके द्विवेदी व ईएमओ डॉ. प्रशांत उपाध्याय को भी निलंबित किया गया है। डॉ. मनोज, डॉ. जीपी सचान और डॉ. गौरव अग्रवाल के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए है।

राज्य सरकार ने कार्रवाई का यह फैसला एसआइटी के साथ ही डीआइजी जेल और डीएम उन्नाव की अलग-अलग जांच रिपोर्ट के आधार पर देर रात किया। इसके बाद पीड़ित परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने आधी रात के बाद पुष्टि की कि विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार को 24 घंटे के भीतर एसआइटी की रिपोर्ट तलब की थी। इससे यह संकेत मिला था कि सरकार कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रही है। बुधवार को एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण ने एसआइटी के सदस्यों के साथ उन्नाव पहुंचकर गहन छानबीन की। पीड़ित किशोरी व उसके परिवारीजन के बयान दर्ज करने के साथ ही गांव के लोगों से भी पूछताछ की गई। एसआइटी ने उस स्थान का भी मुआयना किया, जहां पीड़ित किशोरी के पिता के साथ मारपीट की घटना की शुरूआत हुई थी।

एसआइटी ने अपनी रिपोर्ट में जेल व अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य प्रपत्र भी शामिल किए हैं। बता दें कि आठ अप्रैल को पीड़ित किशोरी ने सीएम आवास के सामने परिवारीजन के साथ आत्मदाह का प्रयास किया था। नौ अप्रैल की सुबह न्यायिक अभिरक्षा में पीड़ित किशोरी के पिता की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी हत्या की पुष्टि हुई है।

मौसम ने फिर मचाया उत्पात, बारिश और तूफान से यूपी तीन मासूमों सहित 18 लोगों की मौत

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नई दिल्ली। मौसम ने एक बार फिर करवट ली। अचानक घने बादल छाने व बारिश से मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया। दिल्ली-ठउफ में रात भर जमकर बारिश हुई। कई इलाकों में ओले भी गिरे। इस बारिश ने गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत दी है। मौसम में आए इस बदलाव की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। बारिश का यातायात पर भी काफी असर पड़ रहा है। बारिश की वजह से जगह-जगह जाम लगा हुआ है। जाम की वजह से सुबह आॅफिस जाने वालों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

उत्तर प्रदेश में 18 की मौत
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे भी आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश ने कहर बरपा। इस दौरान तीन मासूमों समेत 18 लोगों की जान चली गई। इतना ही नहीं कई राज्यों में बारिश-ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गईं। उधर, वादी में बर्फबारी व बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। अलबत्ता, दिल्ली में मौसम सामान्य रहा।

राजस्थान में 12 लोगों की मौत
बारिश और आंधी तूफान ने राजस्थान में भी कहर बरपाया है। यहां ना सिर्फ किसानों की फसल तबाह हो गई है बल्कि अलग-अलग घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई। खबरों के अनुसार राजस्थान के धौलपुर में जहां 7 लोगों की मौत हुई है वहीं भरतपुर में 5 लोगों की जान चली गई। बारिश के कारण आगरा-धौरपुर ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है।

वादी में हिमस्खलन का खतरा
वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों में तीन दिनों से बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में चौथे दिन भी बारिश होती रही, जिससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों के दौरान वादी में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। ताजा बर्फबारी के चलते उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है।

हिमाचल में झड़ गए सेब के फूल, बागवान मायूस
हिमाचल के अधिकांश हिस्सों में अप्रैल में बारिश व ओलावृष्टि से किसान-बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। तीन दिन से हो रही बारिश व तेज हवाओं से गेहूं व जौ की फसल खेतों में ढह गई है। प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि ने सेब बागवानों की कमर तोड़ दी है। सेब के फूल झड़ने से बागवान मायूस हैं। गुठलीदार फलों सहित नींबू प्रजाति के फलों आम, लीची को भी नुकसान पहुंचा है।

आंधी-तूफान से ताजमहल को पहुंचा नुकसान
उत्तर प्रदेश में चौबीस साल का रिकार्ड तोड़ने वाले तूफान के आगे मुगलकालीन ताजमहल भी कांप उठा। रॉयल गेट के ऊपर लगा करीब 12 फीट ऊंचा पिलर टूटकर गिर पड़ा। दक्षिणी गेट के पर लगा आठ फीट ऊंचा पिलर भी टूट गया। सरहिदी बेगम (सहेली बुर्ज) के मकबरे की छत का गुलदस्ता नीचे आ गया। परिसर में कई पेड़ धराशायी हो गए हैं।

बारिश बनी किसानों की आफत
किसानों के लिए यह बारिश आफत बन चुकी है। तेज हवा के साथ हुई बारिश ने किसानों को बड़ा झटका दिया। बारिश का पानी खलिहानों में रखे गेहूं के बोझ के नीचे तक चला गया। किसानों का मानना था कि अगर तेज बारिश हुई तो सीधा फर्क गेहू उत्पादन पर पड़ेगा। कटी कटाई और पकी पकाई फसल मंडियों में पहुंच चुकी है और खुले आसमान के नीचे भीग रही है।

प्रीटी पेटल्स फाउंडेशन स्कूल में हुई वेलकम पार्टी

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भोपाल। प्रीटी पेटल्स फाउंडेशन स्कूल में नन्हें-मुन्ने प्री-नर्सरी के बच्चों के लिए एक स्वागत पार्टी रखी गई। जिसमें बच्चे अपने जीवन की पहली पाठशाला में पहले ही दिन बहुत उत्सुक दिखाई दिए। स्कूल आने वाले सभी बच्चों का स्वागत फूलों की माला पहनाकर किया गया। बच्चों ने नर्सरी राइम्स पर डांस भी किया।

इसके साथ ही बच्चों को वलून्स और टॉफी भी वितरित की गई। इस अवसर पर स्कूल के सभी टीचरों ने बच्चों को अपना परिचय दिया और बच्चों से उनका परिचय भी लिया। बच्चों को नर्सरी राइम्स में एक्टिंग करके भी दिखाया। स्कूल के सभी बच्चे बहुत प्रसन्न दिखें और अगले दिन फिर आने के लिए खुशी-खुशी घर गए।

उन्नाव रेप केस: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया, 12 अप्रैल को होगी सुनवाई

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव गैंगरेप मामले पर दायर की गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट में स्वीकार किये जाने के बाद अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्नाव गैंगरेप मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए 12 अप्रैल को सुनवाई की तारीख निर्धारित की है। कोर्ट ने इस मामले में एक एमिकस क्यूरी भी नियुक्त किया है।

इससे पहले उन्नाव गैंगरेप मामले की कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई को तैयार हो गया। उन्नाव रेप मामले में याचिकाकर्ता एम एल शर्मा ने अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

याचिका में मांग की गई है कि पीड़ित को मुआवजा दिया जाए, साथ ही पीड़ित और उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। याचिका में कहा गया कि आरोप सत्ताधारी पार्टी के विधायक पर लगाया गया है इसलिए पुलिस इस मामले में निष्पक्ष जांच नही करेगी। याचिका में कहा गया है कि पीड़ित के पिता की मौत पुलिस टॉर्चर से हुई है। इस लिए मामले की जांच सीबीआई से जांच कराई जाए। भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाई के खिलाफ पीड़िता की ओर से गैंगरेप का आरोप है।

जिनपिंग ने कहा चीन को किसी तहर के ट्रेड सरप्लस की चाहत नहीं है

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बीजिंग। दुनिया में ट्रेड वार के संकट के बादल छंटते नजर आ रहे हैं। दूसरा कार्यकाल संभालने के बाद अपने एक अहम संबोधन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस संबंध में तमाम चिंताओं को दूर करने की बात कही। उन्होंने कहा कि चीन आॅटो आयात पर शुल्क कम करेगा और विदेशी कंपनियों की बौद्धिक संपदा की रक्षा सुनिश्चित करेगा।

चिनफिंग ने सीधे तौर पर अमेरिका का नाम नहीं लिया, लेकिन उसकी तमाम चिंताओं को दूर करने का भरोसा जरूर दिलाया। बोआओ फोरम फॉर एशिया में अपने संबोधन में चिनफिंग ने कहा कि चीन को किसी तरह के ट्रेड सरप्लस की चाहत नहीं है।

चीन गंभीरता से आयात बढ़ाना चाहता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसमें संतुलन चाहता है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से इस संबंध में कदम उठाने को कहा है। चीन के साथ व्यापार में अमेरिका का व्यापार घाटा 375 अरब डॉलर है, जिसे ट्रंप ने एक महीने में घटाकर 100 अरब डॉलर करने को कहा है।

जिनपिंग ने आॅटोमोबाइल में निवेश को उदार करने और कारों पर आयात शुल्क को कम करने का भी वादा किया है। उन्होंने बौद्धिक संपदा की सुरक्षा को लेकर विदेशी कंपनियों की चिंता दूर करने का भरोसा भी दिलाया है। उन्होंने कहा कि दुनिया खुलेपन और कनेक्टिविटी की दिशा में बढ़ रही है। इस समय इनोवेशन को लेकर भी लोगों को रुझान बढ़ा है। इन्हें नकारने वाला पीछे रह जाएगा।

ट्रंप के हालिया कदमों की जिनपिंग निंदा भी की। उन्होंने कहा कि गलत कदम उठाकर खुद को बचाने की नीति किसी के काम नहीं आएगी। इस बीच, इस्पात और एल्युमीनियम के आयात पर भारी-भरकम शुल्क लगाने के अमेरिका के फैसले की चीन ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में शिकायत दर्ज कराई है।

बाजार में दो दिनों की तेजी हुई खत्म, सेंसेक्स 100 अंक नीचे

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मुंबई। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिल रहे मिलेजुले संकेतों के चलते सुस्त खुला शेयर बाजार फिसल गया है। इसके साथ ही पिछले दो दिनों की तेजी भी खत्म हो गई है। खबर लिखे जाने तक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 100 अंक गिरकर 33783 और निफ्टी 40 अंक फिसलकर 10361 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।

आज के सत्र में चुनिंदा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर दोनों ही इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि भारतीय शेयर बाजार के लिए क्रूड की बढ़ती कीमतें इस समय सबसे बड़ी चिंता है। ब्रेंट क्रूड के दाम 71 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गए हैं।

सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो मेटल और फार्मा दोनो ही इंडेक्स में अच्छी बढ़त देखने को मिल रही है। मेटल इंडेक्स 1.46 फीसद की बढ़त के साथ और फार्मा इंडेक्स 0.64 फीसद की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं गिरावट सरकारी बैंक और एफएमसीजी शेयरों में है।

दिग्गज शेयरों की बात करें तो निफ्टी में शुमार शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी वेदांता, हिंडाल्को, एचसीएल टेक, ओएनजीसी और टीसीएस के शेयरों में देखने को मिल रही है। ये सभी शेयर 1 से 2.50 फीसद की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। वहीं गिरावट हिंदुस्तान पेट्रोलियम, आइओसी, बीपीसीएल, अदानी पोर्ट्स और एसबीआई के शेयर में देखने को मिल रही है। ये सभी शेयर 2 से 5 फीसद की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।

ग्लोबल मार्केट से संकेत
चीन की तरफ से ट्रेड वार में नरमी के संकेतों के चलते अमेरिकी बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिली। डाओ 1.79 फीसद की बढ़त के साथ 24408 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नैस्डैक 2 फीसद और एसएंडपी भी 1.67 फीसद की तेजी के साथ क्रमश: 7094 और 2656 के स्तर पर बंद हुए।

एशियाई बाजारों में चीन के बाजार आज सुबह से बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। शंघाई 0.90 फीसद चढ़कर 3219 के स्तर पर है और हैंगसैंग 0.77 फीसद चढ़कर 30966 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं जापान का इंडेक्स निक्केई 0.31 फीसद की गिरावट के साथ 21725 के स्तर पर और तायवान का इंडेक्स कोस्पी 0.04 फीसद की गिरावट के साथ 2449 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

‘मप्र विधानसभा चुनाव के लिए शुद्ध मतदाता सूची कराई जाएगी मुहैया’

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भोपाल। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में राजनैतिक दलों ने भेंट कर स्वतंत्र, निष्पक्ष निर्वाचन के साथ वोटर लिस्ट के संबंध में सुझाव दिये। रावत ने सभी दलों को आश्वस्त किया कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के पहले वोटर लिस्ट को पूरी तरह शुद्ध कर लिया जायेगा।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि, विधानसभा और लोकसभा चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे। प्रदेश में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल भारतीय जनता पार्टी, इंडियन नेशनल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, सीपीआई, सीपीआई (एम), त्रिणमूल कांग्रेस और एनसीपी के प्रतिनिधियों ने अलग-अलग भेंट की। सभी दलों का सुझाव था कि वोटर लिस्ट के शुद्धिकरण कार्य को यथाशीघ्र पूरा करवाया जाए।

‘शुद्ध मतदाता सूची मध्यप्रदेश में उपलब्ध’
रावत ने राजनैतिक दलों के सुझावों को गंभीरता से सुना और इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया। सभी राजनीतिक दलों से बात करने के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने बताया कि, सारी राजनीतिक पार्टियों से बातचीत करने के लिए कि मतदाता सूची में अगर उनको कोई शिकायत है, कोई समस्या है, तो बताए, ताकि हम लोग उसका निराकरण कर सकें। भविष्य में होने वाले चुनाव के लिए शुद्ध मतदाता सूची मध्यप्रदेश में उपलब्ध है।

‘7 लाख मतदाता फर्जी पाये जाने की खबर’
उन्होंने 7 लाख मतदाता फर्जी पाए जाने की खबरों पर बात करते हुए कहा कि, ये हमारे की सतत प्रतिक्रिया है कि कोई टेक्नोलॉजी ने हमें सक्षम कर दिया है कि हम पता कर सकते हैं कि कितने डुप्लीकेट और कितने मृत है। उस टेक्नोलॉजी के जरिए हमें पता चला कि लगभग 6 लाख 67 हजार मतदाता अभी भी बचे हैं। ऐसी खबरें आ रही है कि 7 लाख फर्जी है। उन्होंने कहा कि ये फर्जी नहीं है, लेकिन ऐसे कई मामले है कि लोगों की मृत्यु हो गयी और हमें सूचित नहीं किया गया।

उन्होंने कहा कि कई लोग ऐसे होते है, जिन्होंने अपना पंजीयन न कराया हो, या फिर दो जगह करा लिया हो। इसको शुद्ध करने के लिए हम सतत प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि इसका गलत इस्तेमाल नहीं हो सकता है क्योंकि जब वो मतदाता आएगा तो फोटोग्राफ और पहचान के जरिए हम पता चल जाता है। हमारा प्रयास होता है कि मतदाता सूची में ऐसे नाम न रहें। उन्होंने नए मतदाता जोड़े जाने के लिए मप्र के निर्वाचन कार्यालय की तारीफ की है और कहा कि बेहतर अभियान चलाया जा रहा है।

पिता और भाई पीते थे शराब, युवक ने त्रस्त होकर खुद को किया आग के हवाले

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दमोह। जिले में सोलह साल के एक नाबालिग को अपने भाई और पिता की शराबखोरी से इस कदर त्रस्त हो गया कि उसने खुद को जिंदा आग के हवाले कर लिया और अब जिंदगी की जंग लड़ रहा है। नाबालिग को जिला अस्पताल में साठ फीसदी जलने के बाद इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है।

दरअसल, मंगलवार की देर रात बुखार से पीड़ित सोलह साल का नाबालिग राजेंद्र दमोह के एक अस्पताल से दवाई करा कर अपने गांव मौसीपुरा आया और घर आते ही उसके पिता और भाई शराब के नशे में चूर उत्पात मचा रहे थे। राजेंद्र से रोज-रोज के यह तमाशा देखा नहीं गया और खुद पर केरोसीन डालकर आग लगा ली। घर में मौजूद नाबालिग की मां ने जैसे-तैसे उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक वो बुरी तरह से झुलस चुका था।

पीड़ित नाबालिग का साफ कहना है कि वो अपने पिता और भाई की शराबखोरी से परेशान था और इसी वजह से उसने ये कदम उठाया है। दूसरी तरफ शराबी पिता ने पीड़ित के दो चाचा पर आरोप लगाया है कि उनलोगों ने राजेंद्र के साथ मारपीट कर उसे आग के हवाले किया है। पुलिस ने इस मामले की जांच पड़ताल कर पिता के लगाए आरोपों को बेबुनियाद बताया है और इस नाबालिग के आग में जलने की वजह पिता और भाई की शराबखोरी के ही बताया है। फिलहाल पीड़ित के बयान के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।