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शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट को विस्तार देने की सुगबुगाहट तेज

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मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों से 100 दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार रात को राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की। इसे मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है। क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन साधने के लिए मंत्रिमंडल में विंध्य से राजेंद्र शुक्ला, महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन और कुछ अन्य नामों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। राहुल लोधी या जालम सिंह पटेल में से किसी को मंत्री बनाया जा सकता है। यह दोनों उमा भारती खेमे से संबंध रखते हैं।

मध्य प्रदेश में निर्वाचन आयोग ने अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन के लिए चार अक्टूबर की तारीख तय की है। साफ है कि अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में चुनावों की तारीखें घोषित हो सकती हैं। ऐसे में आचार संहिता लगने से महज डेढ़ महीने पहले टीम शिवराज में विस्तार को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन साधने के लिए ही यह कदम उठाया जा रहा है।

विंध्यः कांटे की टक्कर है, आप भी उभर रही है
2018 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो भाजपा को विंध्य से सबसे अधिक फायदा हुआ था। 30 में से 24 सीटें भाजपा की झोली में गिरी थी। इसके बाद भी भाजपा ने मंत्रिमंडल में इस क्षेत्र को खासा प्रतिनिधित्व नहीं दिया। विधानसभा अध्यक्ष के अलावा इस क्षेत्र को एक मंत्री ही मिला है। इसे लेकर क्षेत्र में नाराजगी है। यह बात आंतरिक सर्वेक्षणों में भी सामने आई है। इसे ध्यान में रखते हुए रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है। यहां भाजपा को कांग्रेस की चुनौती तो है ही, सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल ने महापौर का चुनाव जीतकर नई पार्टी के उदय के संकेत भी दिए हैं। इसके बाद आम आदमी पार्टी का फोकस क्षेत्र में बढ़ा है। वहीं, सतना जिले की मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी भी विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग कर सरकार के सामने चुनौती पेश करते रहे हैं।

कांग्रेस के ओबीसी कार्ड की काट चाहिए
प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 51 प्रतिशत से अधिक है। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण का मुद्दा उछालकर महापौर की पांच सीटों पर कब्जा किया था। कांग्रेस अब इसी राह पर आगे बढ़ रही है। इसी की काट के लिए भाजपा ने बालाघाट से विधायक गौरी शंकर बिसेन को फिर से मंत्री बनाने का सोचा है। बिसेन इस समय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी हैं। अगले चुनावों के लिए वे अपनी बेटी के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इसके अलावा लोधी समाज से राहुल लोधी और जालम सिंह पटेल का नाम भी मंत्री पद की होड़ में है। दोनों ही उमा भारती खेमे से माने जाते हैं।

कांग्रेस की नजर भी ओबीसी पर
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सागर की रैली में ओबीसी और आदिवासियों को साधने के लिए जातिगत जनगणना कराने का वादा कर दिया। पिछले चुनाव में भी जातिगत मुद्दे उठाने का फायदा कांग्रेस को मिला था। सरकार भी बनाई थी। कमलेश्वर पटेल को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में लिया गया है। इसके साथ ही ओबीसी समाज को आगे किया जा रहा है। यह जताता है कि किस तरह कांग्रेस ओबीसी वोटों पर नजर बनाए हुए हैं और चुनावी रणनीति पर आगे बढ़ रही है।

अमृत सरोवर से जल संरक्षण को बल मिलेगा किसानों की आय भी तेजी से बढ़ेगी : इंजीनियर

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क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद सम्मेलन में मप्र के सीहोर जिले का जिला पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंह इंजीनियर ने किया प्रतिनिधित्व

सीहोर। दादरा-नगर हवेली और दमन-दीव में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, गुजरात, छतीसगढ़ , राजस्थान, गोवा, दमनद्वीप ,महाराष्ट्र के अध्यक्षों ने भाग लिया। इस दौरान शिवप्रकाश द्वारा प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं अवलोकन किया गया। सबसे महत्वपूर्ण इकाई जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत के बारे में बातें कर उचित मार्ग दर्शन दिया। केंद्रीय कृषि कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने भी मार्गदर्शन दिया।


गोपाल सिंह इंजीनियर ने गिनाए पंचायतों के काम
मप्र के सीहोर जिले से इस सम्मेलन का प्रतिनिधित्व गोपाल सिंह इंजीनियर ने किया। इस मौके पर गोपाल सिंह इंजीनियर ने जल जीवन मिशन, अमृत सरोवर परियोजना, सरबती गेंहू (टेगमार्क) स्वच्छता मिशन, मनरेगा योजना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं गांवों के दौरे पर जाता हूं तो अधिकारी भी साथ जाते है और ग्रामीणों की समस्या का निराकरण करते है। जो विकास कार्य छूट जाते है उनका निराकरण घर पर जनसुनवाई कर करता हूं। इसी के साथ पंचायतों में स्वच्छता के काम भी तेजी से हो रहे है। बड़ी संख्या में शौचालय बनाए गए। अमृत सरोवर से जल संरक्षण को बल मिलेगा किसानों की आय भी तेजी से बढ़ेगी। अमृत सरोवर भी बड़ी संख्या में बन चुके है और कई बन रहे है। उन्होंने कहा अमृत सरोवर योजना का मुख्य उद्देश्य जल की बबार्दी को रोककर उसका बेहतर तरीके से पूरा उपयोग करना है। जल संग्रहण को बढ़ावा देना और भू जल स्तर को बढ़ाना। किसानों के सिंचाई से सम्बंधित समस्याओं का हल करना। किसान के फसल की पैदावार में बढ़ोतरी करना। किसानों की आय बढ़ाना। मछलीपालन को प्रोत्साहित करना। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता,राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भाजपा दमन द्वीप के प्रदेश अध्यक्ष सांसद आदि वरिष्ठ जनों से से मुलाकात हुई।

हम नई बुलंदियों को प्राप्त करेंगे : मोदी
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा- हम संगठन में विश्वास करते हैं, हम संस्कारों में विश्वास करते हैं, हम समर्पण में विश्वास करते हैं और हम सामूहिकता के संस्कारों के साथ सामूहिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ें और जो जिम्मेदारी मिले उसके लिए निरंतर अपनी योग्यता और अपना कौशल बढ़ाते जाएं। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब मैंने कार्यशैली बनाई थी। इसका मुझे बड़ा फायदा होता था। मैं हर वर्ष एक विषय तय करता था। जैसे मैंने गर्ल चाइल्ड एजुकेशन का विषय चुना तो पुलिस विभाग, होमगार्ड और डॉक्टर सभी को अपने काम के अतिरिक्त कुछ समय इस पर भी काम करना होता था। जब पूरी शक्ति लगती थी तो बहुत बड़ी सफलता मिलती थी। मेरा एक अनुभव रहा है, मेरा एक संगठन का व्यक्ति था, उसके कारण मुझे राज्य की ग्रास रूट लेवल की जानकारी जल्दी मिलती थी और जब मैं उन बातों को अफसरों के सामने रखता था तो अफसरों को आश्यर्च होता था। इससे वह हमेशा अर्लट रहते थे। आपको भी अपने जिले की हर जानकारी लगातार मिलती रहेगी तो वह आपकी परफॉर्मेंस को बढ़ा सकती है। साल भर में हमें 4-5 अवसर ऐसे निकालने चाहिए, जिसमें सरकार के नेतृत्व में, पंचायत के नेतृत्व में पूरे जिले का जन सामान्य उससे जुड़ जाए। पहले 70 हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिलता था, आज वह 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। हम 30 हजार से ज्यादा नए जिला पंचायत भवन बना चुके हैं।

जहानुमां पैलेस के रिवायत फूड फेस्टीवल में इस बार भोपाली खाने का तड़का

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शशी कुमार केसवानी


रिवायत” (एक परंपरा) भोपाली फूड फेस्टीवल जहानुमा पैलेस में शुरू हो गया जो 20 अगस्त तक चलेगा। “रिवायत” भोपाल के खाने की होटल जहांनुमा पैलेस हमेशा ही असली स्वाद की पहचान रहा है जो भी फूड फेस्टीवल करता है बहुत ही शानदार होते है जिसकी मिसाल है रिवायत जो भोपाली खाने विलुप्त हो गये है उन्हें आज की युवा पीढ़ी को परिचित करा रहे है सच मंै भोपालीयत की एक पहचान तो खाने से भी बनती है खास तौर पर रजाला से जो भोपाल की सिग्नेचर डिश है। असल में तो भोपाल की पहचान बेगमों की रेसीपी से ही है। लेकिन अफसोस इस बात का है कि भोपाल के खाने को जिस अंतराष्टÑीय स्तर पर पहचान मिलनी थी वो नहीं मिल पाई है। लेकिन जहानुमां पैलेस एक लंबे समय से लुत्फ हो रहे खानों के ऊपर जिस तरह से रिवायत का आयोजन करता है वो बात काबिले तारीफ है।

भोपाल के लिए तो वैसे बहुत चीजे पहचानी जाती है तालाब से लेकर बतौलेबाजी तक। लेकिन इसकी एक बड़ी पहचान यहां के खानपान के तरीके से भी है। दुनियाभर से जो लोग भोपाल आते है वो होटल में अक्सर पूछते है कि भोपाल की सिग्नेचर डिश कौन सी है। कई होटलवालों को न तो उसकी जानकारी रहती है और न ही उन्हें उनकी रेसीपी पता है न ही इतिहास। इसलिए आपको एक बार जहानुमां में जाकर इन खानों की जानकारी के साथ-साथ स्वाद भी लेना चाहिए।

जिसमें खास है Palak chilkozie ki Tikki, Paneer Makhmali, Khumb Galouti, Deshi fish fry, Kothi kadhai murgh , Macchli ka salan, Acchari Gosth, Anjeer ki Phirni, chana dal halwa सहित कई अन्य व्यंजन और बहुत ही स्वादिष्ट चटनियां जिनका स्वाद शायद आपने पहले कभी न चखा हो साथ ही फिश भी कई तरह से परोसी गई थी। मैंने तो सभी चीजों का स्वाद लिया।
अब आपकी बारी है। आप स्वाद ले और भोपाल के खाने को उस ऊंचाई तक लेकर जाए जिससे भोपाल की पहचान में एक सितारा और जुड़ जाए।

जय हिंद कॉलेज में हुआ इकोनॉमिक्स फेस्टिवल ‘आर्थेनॉमिक्स’ का आयोजन

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मुंबई

भारत के सबसे बड़े बिजनेस और इकोनॉमिक्स फेस्टिवल में से एक, ‘आर्थेनॉमिक्स’ का आयोजन जय हिंद कॉलेज, मुंबई द्वारा 11 और 12 अगस्त को किया गया। इस फेस्टिवल ने शहर के 25 से अधिक कॉलेजों के 350 से ज्यादा युवा प्रतिभागियों को एक अनूठा मंच प्रदान किया। फेस्टिवल में 5000 से अधिक विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया। ‘बियॉन्ड द बॉटम लाइन’ की थीम पर आयोजित यह फेस्टिवल कॉलेज का एक सफल प्रयास रहा। कार्यक्रम के चेयरपर्सन सार्थक गिरी गोस्वामी थे।

विभिन्न क्षेत्रों के 20 से अधिक प्रायोजकों के साथ, ‘आर्थेनॉमिक्स’ उल्लेखनीय ऊंचाइयां हासिल करने और पूरे कॉलेज को गौरवान्वित करने वाला फेस्टिवल रहा। जय हिंद कॉलेज का वार्षिक इकोनॉमिक्स फेस्टिवल ‘आर्थेनॉमिक्स’, वर्ष 2014 में द इकोनॉमिक्स एसोसिएशन द्वारा शुरू किया गया था।

यह एक ऐसा फेस्टिवल है, जो युवा और उभरते हुए अर्थशास्त्रियों को वास्तविक दुनिया में अर्थशास्त्र से संबंधित विविध मुद्दों और घटनाओं का अनुभव करने का मौका देता है। अपनी स्थापना के बाद से, यह हमेशा कॉलेज के छात्रों के लिए अर्थशास्त्र के प्रति अपना जुनून प्रदर्शित करने का एक मंच रहा है।

प्रीटी पेटल्स में उत्साह के साथ मना फ्रेंडशिप-डे

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दोस्ती एक रिश्ता है। जो न गरीबी देखता है न गरीबी। दोस्त तो केवल दोस्त ही होता है। इसी अवसर पर प्रीटी पेटल्स गु्रप आॅफ फाउंडेशन स्कूल ने अपने नन्हें बच्चों के साथ सेलीब्रेट किया और उन्होंने जीवन के पहले दोस्त से लेकर जीवनभर बनने वाले दोस्तों के बारे में बताया।

इस अवसर पर स्कूल में पीले कपड़े, पीले फूल लेकर हमसे तुम दोस्ती कर लो गानों पर खूब डांस किया और दोस्तों के साथ जीने के वादे किए।

मप्र भाजपा-जिसने दर्द दिया वही दवा दे रहे हैं…

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मध्य प्रदेश भाजपा इन दिनों बेहद अजीबोगरीब दौर से गुजर रही है इसके अंदरूनी और बाहरी हालात समझने के लिए मशहूर फिल्म छूमंतर का एक गाना बहुत याद आ रहा है। गरीब जान के तुम हमको न मिटा देना, तुम्हीं ने दर्द दिया है तुम ही दवा देना…
हास्य कलाकार जॉनी वॉकर पर फिल्माए गए इस को निर्देशित किया है एम सादिक ने, संगीतबद्ध किया है ओपी नय्यर ने। इसके मौसिकार है जां निसार अख्तर। स्वर दिया है मखमली आवाज के लीजेंड गायक मो रफी और गीतादत्त ने। सुपर हिट इस गीत के माफिक कभी मप्र जैसे सूबे में भाजपा भी सुपर डुपर हिट रही है। मगर पिछले आठ दस सालों में इसकी जो दुर्गति की वह किसी से न तो छिपी है और न छिपाई जा सकने की हालत में बची है।
इसीलिए छूमंतर का गाना थोड़ा पार्टी की दशा के मुताबिक थोड़ा सुधारते हुए लिख सकते हैं कि ” जिसने दर्द दिया है वही दवा दे रहे हैं…”
मसलन भाजपा को मजबूत बनाने वाले संघ परिवार के साथ केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा को धीरे धीरे इस तरह कमजोर किया कि मरीज और मर्ज दोनो काबू के बाहर हो गए। अभी भी ऑपरेशन टेबल पर मजाकिया अंदाज में प्रयोग करने की रणनीति बनती और बिगड़ती दिख रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रदेश भाजपा को लेकर यात्राओं और भोपाल दिल्ली की बे नतीजा सी हो रही बैठकों ने आशा कम निराशा भरने का काम ज्यादा किया है। क्योंकि अमित शाह के बाद तो फिर पीएम नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ही बचते हैं मैदान में आने के लिए। लगता है सूबे के हालत इस कदर बिगडेंगे इसका अनुमान बिगाड़ने वालों को भी न रहा होगा। अब हालात कुछ ऐसे हो रहे हैं कि ज्यों ज्यों दवा की मर्ज बिगड़ता ही चला गया। सिंधिया समर्थक मंत्री और कार्यकर्ताओं के समूह हरिद्वार से लेकर प्रयागराज के संगम तक गंगा यमुना के हरी- नीली जलधारा की तरह अलग ही चमकते दिख रहे हैं। इन सबको एकाकार करने वाले भाजपा के वरिष्ठ और कनिष्ठ नेताओं के संघ परिवार से भाजपा में भेजे गए प्रचारकगण समरस करने के बजाए उसमे अपना अपना रंग डाल हर छोटे बड़े नेता और कार्यकर्ताओं को अपने पठ्ठे बनाने में लग गए इस सबके बीच पार्टी गुमने लगी। इसलिए कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह मजे लेते हुए कहते हैं भाजपा है कहां..? मप्र में महाराज भाजपा, शिवराज भाजपा, और नाराज भाजपा का बोलबाला है। इसे हराना हर किसी के लिए आसान होगा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं भाजपा को भाजपा के अलावा कोई नहीं आ सकता। इस बात में बहुत दम है।बल्कि एक वाक्य में पूरी भाजपा की हालत को बयां करने के लिए पर्याप्त है।


अब समझना होगा भाजपा को 2013 के बाद से बर्बाद करने का काम दिल्ली के कमजोर नेताओं और संघ परिवार से आए स्तरहीन प्रचारकों ने किया। इसके नतीजे 2018 में आ गए।नेतृत्व और संघ परिवार आंखें मूंदे अपने लंगड़े लूले फैसले और अपाहिज से नेताओं की सदा से गलत निर्णयों को नही बदलने की जिद ने रसातल में पार्टी को पहुंचा दिया। पहले एकाद गलत निर्णय को नहीं बदलने की जीत होती थी अब अयोग्य अपरिपक्व नेताओं की लंबी कतार है और उससे मिलना ही बदलने वाले संघ नेतृत्व में भी दो गुटों में बैठे अहंकारी लोगों की भीड़ है। इससे नेताओं की जीत हो रही है लेकिन संघ का संगठन और भाजपा का अपना का आर्डर मंडल स्तर तक हार रहा है। यही वजह है कि गृहमंत्री शाह अब बार-बार भोपाल आने के बजाय मध्य प्रदेश के नेताओं की दिल्ली में बैठक कर ने समझाने का हड़काने और चेताने में लगे है।


कभी समर्पित कार्यकर्ताओं से समृद्ध रही भाजपा अब इस मायने में गरीब गुरबों की पार्टी हो गई है। निष्ठावान, मेहनती और ईमानदार कार्यकर्ताओं के समूह के समूह इस पार्टी के खाते से गधे के सिर से सींग की तरह छूमंतर हो गए हैं। केस बिगड़ गया है। दर्द देने वालों की दवाओं का ज्यादा असर नजर नहीं आ रहा है। पूरा मामला लाडली बहनों लाडली लक्ष्मी के वोटों पर टिका हुआ है।


कांग्रेस में जाएंगे भाजपाई…
भाजपा में दुखी और असंतुष्ट नेता कार्यकर्ताओं की लंबी फेहरिस्त है। बुंदेलखंड से लेकर महाकौशल और मालवा तक में नाराज भाजपाई बगावत के मूड में है टिकट काटे गए अथवा दावेदारों को तवज्जो नहीं मिली तो बड़े-बड़े नेताओं के पुत्र कांग्रेस और आम आदमी पाले में चले जाएं तो हैरत नहीं होगी। भाजपा का सारा प्रबंधन अभी तक तो बहुत कमजोर हो रहा है। पार्टी और संघ के नेता अभी भी भोजन बैठक और विश्राम के मोड से बाहर नहीं आए हैं। लग्जरी गाड़ियों और ऐसी चैंबरों का मोह छोड़कर गली-गली और गांव का धूल फांके व पसीना बहाए बगैर ना तो कार्यकर्ताओं से संपर्क और संवाद हो पाएगा और ना बागियों को समझने समझाने का मिशन पूरा होगा। भ्रष्टाचार और पक्षपात के मुद्दे पर चुनाव जिताने वाले खाटी भाजपाइयों की जली कटी सुने बगैर पार्टी को जीत के रास्ते पर आना कठिन दिखाई पड़ रहा है। कह सकते हैं कि बहुत कठिन डगर पनघट की। जैसे जैस चुनाव का समय नजदीक आ रहा है टीम अमित शाह को मध्य प्रदेश कठिन से कठिन तम होता दिख रहा होगा। क्योंकि शाह के अध्यक्ष जी कार्यकाल से लेकर गृहमंत्री के दौर तक जो ऊंच-नीच प्रदेश संगठन के साथ हुई है उसके लिए शाह भी जिम्मेदारी से बचने नही सकते। सबको लगता होगा मप्र भाजपा के कार्यकर्ता गुलाब जामुन की तरह नरम और मीठे हैं जब जरूरत पड़ेगी गप्प कर जाएंगे। मगर सीधे दिखने वाले अपने साथ हर बार ऐसा नही देते। अभी तक तो ऐसा ही लग रहा है। हालात “आग दरिया है और डूब कर जाने” से बने हुए हैं।

जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर:भोपाल में डॉ. बाला सरस्वती के पेरेंट्स भी स्ट्राइक में शामिल

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प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। वे डॉ. बाला सरस्वती सुसाइड केस में कार्रवाई नहीं होने से नाराज हैं। जूडा की इस हड़ताल को करीब सात स्टेट के जूनियर डॉक्टर भी सपोर्ट कर रहे हैं।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (GMC) भोपाल के अध्यक्ष डॉ. संकेत सीते ने बताया कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और सागर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की प्रदेशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई है।

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि हमें तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और बिहार से भी जूनियर डॉक्टर्स सपोर्ट कर रहे हैं। अमृतसर मेडिकल कॉलेज में कैंडल मार्च निकाला गया है।

रविवार को गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की जूनियर डॉक्टर डॉ. बाला सरस्वती ने सुसाइड कर लिया था। 5 दिन से GMC में साथी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल को प्रदेशव्यापी सपोर्ट मिल गया है। सभी डॉ. अरुणा कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। हालांकि, अरुणा कुमार को HOD के पद से हटाया जा चुका है।

भोपाल GMC में डॉ. बाला सरस्वती के मां-पापा और बड़ी बहन भी हड़ताल में शामिल हुए हैं।

कॉलेज काउंसिल की बैठक बेनतीजा

शुक्रवार को कॉलेज काउंसिल की दो बैठकें भी हुईं। कोई नतीजा नहीं निकल सका। भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह भी पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर बाला सरस्वती को श्रद्धांजलि दी। मेडिकल कॉलेज के कई बड़े अधिकारियों ने भी जूनियर डॉक्टर से संपर्क कर उनकी परेशानियों को समझा। जूनियर डॉक्टर के सभी डॉक्टर्स ने शुक्रवार को काले कपड़े पहनकर ब्लैक फ्राइडे मनाया।

अन्य डॉक्टरों ने भी डॉ. अरुणा कुमार को हटाने की मांग की

शुक्रवार को महिला एवं प्रसूति विभाग के दूसरे डॉक्टर ने भी मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन को लेटर लिखकर डॉ. अरुणा कुमार पर लगे सारे आरोपों को सही बताया है। उन्हें हटाने की मांग भी की है। सीनियर डॉक्टर्स ने भी लेटर लिखकर जूनियर डॉक्टर्स का समर्थन किया है।

शुक्रवार को टले करीब 30 ऑपरेशन

जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण शुक्रवार को करीब 30 ऑपरेशन टालना पड़े हैं। शुक्रवार को हमीदिया में कुल 23 ऑपरेशन हुए। आमतौर पर यहां 50 से अधिक ऑपरेशन होते हैं। जनरल ओटी में 8, ईएनटी में 1, सर्जरी में 4, ऑर्थों में 3, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में 2 सहित कुल 23 ऑपरेशन किए गए। इसके अलावा 1165 मरीज ओपीडी में पहुंचे। 73 मरीजों को भर्ती भी किया गया। आम दिनों में इसकी संख्या क्रमश: 200 और 250 होती है।

पंजाबी सिंगर बब्बू मान का गाना ‘आशिक़ मिजाज़’ हुआ रिलीज़

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एक सुपरस्टार पंजाबी गायक, गीतकार और एक्टर के तौर पर दुनिया भर में अपनी पहचान रखने वाले बब्बू मान अपने तमाम फ़ैन्स को सरप्राइज़ करने के लिए तैयार हैं. उनका नया गाना ‘आशिक मिजाज़’ हो चुका है . यह गाना ना सिर्फ़ बेहद सुरीला है बल्कि इसमें प्यार, जुनून और मानवीय भावनाओं का ऐसा ज्वार सुनने को मिलेगा ये गाना लोगों के दिलों को छू रहा है और हर वर्ग के श्रोताओं को ख़ूब पसंद आ रहा है. उल्लेखनीय है कि बब्बू मान ने ही इस गीत लिखा और इसे बड़ी ख़ूबसूरती के साथ कम्पोज़ भी किया है.

ग़ौरतलब हैं कि बब्बू मान ने ‘आशिक़ मिजाज़’ गाने को लिखने के अलावा इस गाने को संगीतबद्ध भी किया है. आर. स्वामी ने इस म्यूज़िक वीडियो को डायरेक्ट किया है, तो वहीं मेलो डी ने इसमें अपने रैप का जलवा दिखाया है. ‘आशिक़ मिजाज़’ एक ऐसा गाना है जिसमें हर तरह से आभार प्रकट करने के भाव को बड़ी ख़ूबसूरती के साथ दर्शाया गया है. बब्बू मान ने एक ऐसा गीत तैयार किया है जिसे सुनते हुए लोग पूरी तरह से उसमें डूब जाएंगे. बब्बू मान की दिल को छू लेने वाली आवाज़ और गाने के अर्थपूर्ण बोल के माध्यम से रोमांस, प्रेम में दिल टूटने और रिश्तों की जटिलताओं को बख़ूबी रेखांकित किया है.
ग़ौरतलब है कि बब्बू मान के तमाम फैन्स उनके नये गाने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे लेकिन अब उनका ये इंतज़ार खत्म हुआ क्योंकि उनकी नई पेशकश ‘आशिक़ मिजाज़’ रिलीज़ कर दिया गया. यह गाना बॉस म्यूज़िका चैनल पर उपलब्ध है नये गाने की रिलीज़ की ख़बर ने दुनिया भर में मौजूद उनके फ़ैन्स का दिल ख़ुश कर दिया है. हाल ही में जारी किये गये इस गाने के पोस्टर में उनका चिर-परिचित कूल अंदाज़ देख फैंस काफी खुश नजर आए

बब्बू मान द्वारा गाए ‘मित्रां दी छत्री’, ‘मित्रां नु शौक हथियारां दा’, ‘सौं दी छड़ी’, ‘पागल शायर’ व अन्य गाने पहले से ही लोगों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं. उनका गाना ‘भरी महफ़िल’ हाल ही में iTunes पर रिलीज़ किया गया था जिसपर लोगों ने भरपूर प्यार लुटाया. बब्बू मान अपने गीतों के माध्यम से कई दशकों से अपने गानों के ज़रिए लोगों का दिल जीतते आ रहे हैं. भारत ही नहीं, दुनिया भर में उनके फ़ैन्स फ़ैले हुए हैं. उल्लेखनीय है कि बब्बू मान अपनी सुमधुर आवाज़, अर्थपूर्ण गीतों और पंजाबी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बहुमूल्य योगदान के लिए जाने जाते हैं. अब तमाम फ़ैन्स उनकी अगली पेशकश ‘आशिक़ मिजाज़’ को सुनने के लिए बेताब हैं, जो 31 जुलाई, 2023से स्ट्रीम किया गया.

अनुसूचित जाति वर्ग के उत्थान के लिये प्रतिबद्ध मप्र सरकार

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नेहा बग्गा प्रदेश प्रवक्ता भाजपा
सामाजिक समरसता के साथ सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ता मध्यप्रदेश

देश के बहुजनों के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर ने देश की आजादी के बाद जिस समाज का सपना देखा, उस सपने को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार पूरा कर रही है। बाबा साहेब के आदर्शों के पथ पर शिवराज सरकार अनवरत गतिशील है। जिस सामाजिक न्याय की लड़ाई के लिए बाबा साहेब ने पूरा जीवन समर्पित कर दिया, वह मध्यप्रदेश की धरती पर साकार हो रहा है। पिछले डेढ़ दशक में अनुसूचित जाति के भाई-बहनों के जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन आया है। सरकार अनुसूचित जातियों के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक व स्वास्थ्य के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही है। सरकार अनुसूचित जातियों के कल्याण और उनके सर्वागीण विकास के लिए कृत संकल्पित है। अनुसूचित जातियों की संवैधानिक सुरक्षा भी सरकार के प्राथमिक दायित्व में शामिल है। जिसके परिणामस्वरूप उनकी सामाजिक, शैक्षणिक व आर्थिक स्थिति में व्यापक बदलाव आया है और अब वह आधुनिक समय के साथ कदमताल करते हुए अपने संवैधानिक अधिकारों के साथ मुख्य धारा में और सरकारी सर्वोच्च प्राथमिकता में हैं।
वर्ष 2023-24 के बजट में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए ₹26,087 करोड़ का प्रावधान सरकार ने किया है। विगत 3 वर्षों में विभिन्न विभागों की योजनाओं के अंतर्गत अनुसूचित जाति के 1 करोड़ 42 लाख से अधिक हितग्राहियों को 24 हजार 600 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ वितरित किये। अनुसूचित जाति का सर्वांगीण विकास हो, उनका जीवन स्तर सुधरे और उनकी ज़िंदगी में खुशहाली आए इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार लगातार प्रयत्न कर रही है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने कहा था कि बिना आर्थिक सशक्तिकरण के सामाजिक सशक्तिकरण नहीं हो सकता है इसलिए आर्थिक प्रगति आवश्यक है। अनुसूचित वर्ग के भाई-बहन आर्थिक रूप से सशक्त हों, आत्मनिर्भर बने, स्वरोजगार से लग सकें इसके लिए संत रविदास स्व रोजगार योजना सहित कई योजनाए सरकार ने बनाई हैं। बाबा साहेब ने कहा था कि शिक्षित बनो। उसी राह पर चलते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छात्रगृह योजना, प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, आवास सहायता योजना सहित अनेकों योजनाए संचालित की जा रहीं हैं जिनसे अनुसूचित जाति के बच्चों के सपनों को नई उड़ान मिली है। मध्यप्रदेश सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों की शिक्षा-दीक्षा के लिये कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी है। चाहे छात्रवृत्ति हो या मैस का बेहतरीन इंतजाम अथवा विदेश में पढ़ाई की बात हो, सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के छात्रों के लिये खुले हाथ खर्च किया जा रहा है। अभी तक छात्रावासों में रहने वाले अनुसूचित जाति के 80 हजार से अधिक छात्र छात्राओं को 120 करोड़ रुपए से अधिक की वार्षिक शिष्यवृत्ति दी जा चुकी है। साथ ही उच्च शिक्षा के लिए हर साल अनुसूचित जाति के 50 विद्यार्थियों को 10 करोड़ रुपए से अधिक की विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रदान की जाती है ताकि पैसों की तंगी सपनों की उड़ान में बाधा न बने। अब तक लगभग 150 विद्यार्थी इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
अनुसूचित जाति की बहनें आर्थिक रूप से सशक्त हों, इसके लिए सावित्रीबाई फुले स्व-सहायता समूह योजना द्वारा बहनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। जिसके माध्यम से उनके जीवन में नया उजियारा आ रहा है। कुल मिलाकर शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, रोजगार से लेकर सामाजिक सशक्तिकरण तक हर दिशा में मध्यप्रदेश सरकार प्रयास कर रही है। संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के संदेश को आत्मसात कर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से गरीब, कमजोर और वंचित परिवारों को आवास, शिक्षा, चिकित्सा एवं सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का महाभियान मध्यप्रदेश की धरती पर चल रहा है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर ऐसे समाज का सपना देखते थे, जहां जातीय आधार पर किसी तरह का कोई भेदभाव न हो। जहां आर्थिक और सामाजिक हर क्षेत्र में वंचित तबके को पूर्ण प्रतिनिधित्व मिले। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश समाज का प्रत्येक वर्ग प्रगति कर रहा है। डॉ. आंबेडकर जी की विरासत को जिस तरह से शिवराज सरकार बढ़ा रही है, उससे उनके सपनों का समाज बन रहा है। बाबा साहेब की यादों को चिरस्थाई बनाने और उनकी विरासत के संरक्षण की दिशा में भाजपा सरकार ने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। पूर्व की सरकारों में बाबा साहेब को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला। आज शिवराज सरकार इस कसक को भी पूरा कर रही है। मध्‍यप्रदेश के महू स्थित उनकी जन्मस्थली की आज सूरत संवर चुकी है। साथ ही सागर के समीप मकरोनिया के बड़तूमा 100 करोड़ रुपए की लागत से संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर बनाया जा रहा है।
अनुसूचित जातियों के सांस्कृतिक उत्थान से लेकर सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण की नई गाथा मध्यप्रदेश में लिखी जा रही है।

The participants excelled in establishing the students in the modeling and acting industry for the past 24 years

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TIO NEW DELHI

SIT XpressN Institute Founder and Owner Mr. Yogesh Rai ji while giving information said that for the past 24 years the organization has been conducting courses in Acting, Modelling, Fashion Designing, Event Management, Direction, Scriptwriting, Film Making, Pageant Training and after training all the participants have excelled in establishing the students in the modelling and acting industry for the last 24 years. Today he is showing the glory of his success in Bollywood and television industry.
SIT XpressN Mrs.

Madhya Pradesh Beauty Pageant has Successfully completed 3 seasons and successfully completed SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Beauty Pageant Season 4 on 22nd July 2023 at Campion School Auditorium, Bhopal, for which about 3000 participants from all over Madhya Pradesh auditioned, out of which 15 participants were selected as finalists, after that all finalists were trained from 16th July to 21st July 2023 at SIT XpressN Institute, Bhopal. Madhuri Deokhedkar the director & owner has trained the finalist conteatant.


Sushila Chokse ji social worker & Ashok Rai ji Director of LNCT Group as guest of honor graced this occasion Ms. Varsha Chauhan Delhi Mrs. North Asia Earth, Gunjan Gujral ji Mrs. India Toshiba Khare ji Neeta Manwani ji Astro Numerologist & Life coach.
Sudhir Gupta ji Madhur Group MD and Madhuri Deokhedkar Modeling Acting Coach Fashion Designer was present as the judge, All these judges judged all the four rounds
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 Mrs. Pragati Seth of Bhopal was chosen as the winner of Season 4.


SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 Mrs. Trupti Shinde of Bhopal was the first runner up
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 second runner up Mrs. Pratima Tomar from Narmada Puram
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 Congeniality Smt. Anamika Mishra
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 CONFIDENT Mrs. Shikha Raikwar
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 PHOTOGENIC Mrs. Shalini Lakhera Rahi
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 TALENTED Mrs. Preeti Malhotra
SIT XpressN Mrs. Madhya Pradesh Season 4 ELEGANCE Mrs. Sonal Srivastava
SIT XpressN Institute is proud to announce the names of all its winners
Next steps from the SIT XpressN Institute to move forward in this industry Scholarship for modelling and acting Training was given for 6 months and Dream on LED TV was given by Sudhir Gupta Ji.
With Best Wishes
Yogesh Rai