Home Blog Page 14

मध्यप्रदेश शासन के राष्ट्रीय कालिदास ज्योतिष सम्मेलन में पं सौरव गणेश शर्मा सम्मानित

0

TIO BHOPAL

विगत दिवस मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के सहयोग एवं संयोजन से बालमी सभागृह कलियासोत डैम रोड भोपाल पर राष्ट्रीय कालिदास ज्योतिष सम्मेलन ज्योतिष मठ संस्थान एवं संस्कृत अकादमी उज्जैन द्वारा संयुक्त आयोजन संपन्न हुआ जिसमें अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय विद्वानों को आमंत्रित किया गया था 12 राज्यों के ज्योतिषाचार्य क़ो आमंत्रित किया गया था इसी क्रम में सीहोर के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षाविद स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषचार्य डॉ पंडित गणेश शर्मा एवं बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केंद्र सीहोर के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरव गणेश शर्मा ज्योतिष रत्न को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था इस मोके पर श्री शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहां की ज्योतिष वेद के नेत्र है क्योंकि लोगों को आने वाले जीवन में जो कहानियां आनी है उसके प्रति सावधान करते हैं कार्यक्रम के समापन पर डॉ पंडित गणेश शर्मा एवं पंडित सौरव गणेश शर्मा क़ो साल श्रृंगी रुद्राक्ष माला प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिन्ह द्वारा सम्मानित किया गया इस अवसर पर कुंडली ज्योतिष व्यवहारिक ज्योतिष नक्षत्र ज्योतिष नाड़ी ज्योतिष सामुद्रिक शास्त्र वैदिक ज्योतिष एवं कालिदास काव्य ज्योतिष विषय पर चर्चा हुई इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव पंडित शिव शंकर शुक्ला पंडित अदिति कुमार त्रिपाठी निर्देशक कालिदास अकादमी उज्जैन पंडित विनोद जी गौतम संचालक ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल एवं उत्तराखंड संस्कृति विभाग के उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद श्री रामकृष्ण कुस मारिया जी एवं वृंदावन के रास्ट्रीय संत श्री नित्यानंद जी महाराज व वृंदावन ज्योतिष विश्वविद्यालय के अध्यक्ष योगेंद्र महंत राष्ट्रीय ब्राह्मण संगठन के श्री पुष्पेंद्र मिश्रा भीं उपस्थित थे

पंडित सौरव गणेश शर्मा की इस उपलब्धि पर सीहोर के अंतरराष्ट्रीय कथावाचक श्री प्रदीप मिश्रा जी महामंडलेश्वर श्री अजय पुरोहित जी मध्यप्रदेश शासन शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक श्री धर्मेंद्र शर्मा जी राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक श्री संतोष शर्मा जी सनाढ्य ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष श्री अनिल उपाध्याय जी सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष श्री दीपक शर्मा जी पिपलेश्वर महादेव समिति के अध्यक्ष मनोज जैन जी चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर के श्री मनोहर राय जी पंचमुखी हनुमान मानस मंडल ब मंदिर समिति के समस्त सदस्यों द्वारा व प्रसिद्ध समाज सेवी प्रदीप सावु जी पंकज मोदी राज कुमार राठौर गोपाल सोनी मुकेश शर्मा शिवम शर्मा महेश पारीक महाकाल आरोग्य धाम के अध्यक्ष श्री नरेंद्र शर्मा जी श्री जितेन तिवारी एवं समस्त समाजसेवी एवं सीहोर के गण मान्य नागरिक समस्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व मीडिया जगत के समस्त पत्र कार बंधुओं और धार्मिक संस्थाओं के लोगों ने हर्ष व्याप्त कर पंडित सौरव गणेश शर्मा ज्योतिषाचार्य को बधाई एवं शुभकामनायें दी हैँ

अहमदपुर का बदल जाएगा नाम, कहलाएगा देवीपुरा, लालू बना ने माना विधायक का आभार

0

देवीपुरा। देवीपुरा भाजपा मंडल अध्यक्ष लालू बना चांदवड़ जागीर ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र सीहोर के अंतर्गत आने वाले ग्राम अहमदपुर का नाम अब देवीपुरा होगा। इसके लिए क्षेत्र के विधायक सुदेश राय ने विधानसभा में संकल्प प्रस्तुत किया है जो आज बुधवार को पारित हो गया। देवीपुरा मंडल के प्रत्येक जनमानस की ओर से कार्यकर्ताओं देवीपुरा मंडल के प्रत्येक आमजन की ओर से सीहोर विधायक सुदेश् राय का आभार व्यक्त किया एवं देवीपुरा मंडल देवीपुरा की आवाज बनकर आज सदन में विधायक राय ने जो संकल्प पारित किया उसके लिए भाजपा मंडल अध्यक्ष लालू बना एवं देवीपुरा मंडल के प्रत्येक ग्राम के प्रत्येक नागरिक की ओर से भाजपा विधायक सुदेश राय का कोटि-कोटि आभार धन्यवाद ज्ञापित किया।

भोपाल में पूरे परिवार ने सुसाइड किया!:फंदे पर लटके मिले पति-पत्नी के शव; दो बच्चों को जहर देने की आशंका

0

भोपाल TIO

भोपाल के रातीबड़ में एक दंपती ने अपने दो बेटों के साथ सुसाइड कर लिया। गुरुवार को दंपती के शव घर में फांसी के फंदे पर लटके मिले। दोनों को जहर देने की आशंका है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें कर्ज का जिक्र है।

रातीबड़ की शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा (38), उनकी पत्नी रितु ()35, बेटे ऋतुराज (9) और ऋषिराज (3) ने सुसाइड किया है। चार पेज के सुसाइड नोट में लिखा है- मेरे परिवार को माफ कर दें। मैं मजबूर हूं। शायद हमारे जाने के बाद सब अच्छा हो जाएगा। मेरा सभी से यही निवेदन है कि हमारे जाने के बाद मेरे परिवारवालों को लोन के लिए परेशान न किया जाए। न ही किसी रिलेटिव, कलीग को परेशान किया जाए।

मैं अपने पापा जी, मम्मी जी, बाबू जी, अम्मा जी, तीनों बहनों, बड़े भैया, अन्नु दी, दोनों साली… सभी से माफी से माफी मांगता हूं। हमें माफ कर दें। हमारा साथ बस यहीं तक था।

हमारी दूसरी इच्छा है कि हमें सामूहिक दाह संस्कार करें। पोस्टमॉर्टम न किया जाए, ताकि हम चारों साथ रहें।

सॉरी फॉर एवर लिखकर परिवार ने स्माइल करते हुए इमोजी भी बनाई है।

पढ़िए सुसाइड नोट

पेज-1
समझ में नहीं आ रहा क्या करें और क्या न करें, नहीं पता हमारे इतनी सी छोटी सी प्यारी सी family को किसकी नजर लग गई है। हमारे परिवनार के लोगों से हम सबसे हाथ जोड़कर माफी मांगना चाहते हैं। हमसे जुड़े सभी लोग मेरे कारण काफी ज्यादा परेशान हो गए। मेरी एक गलती की वजह से।

हम अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी जी रहे थे, लेकिन अप्रैल के माह में मुझे मेरे फोन पर एक ऑनलाइन काम से वॉट्सऐप पर मैसेज आया। फिर टेलीग्राम पर पुन: ऑफर आया। थोड़े से पैसे एक्स्ट्रा के चलते में और जरूरत के लिए एक्स्ट्रा वर्क करने के लिए एग्री हो गया। जिसके लिए ज्यादा समय भी नहीं देना था।तो मैंने शुरू कर दिया। जिसमें मुझे शुरू में थोड़ा फायदा तो हुआपर धीरे-धीरे एक दलदल में धसने लगा और थोड़ा सा भी समय मिलता तो मैं उस काम को करने लगता था, लेकिन काम का लोड इतना ज्यादा हुआ कि मैं अपने काम के साथ इस काम में लगे पैसों का हिसाब नहीं बना पाया। और इन पैसों का उपयोग भी घर पर नहीं कर पाया था। उसके पहले ही मुझ पर काम का दबाव ज्यादाआने लगा। इस ऑर्डर को कम्प्लीट कर अपने रुके पैसे+कमीशन निकाल को पर ये गलत दलदल था, जहां से निकल पाना मुश्किल था। जब मेरे पास पूरे पैसे खत्म हो गए तो कंपनी वालों ने लोन और अग्रीमेंट का कहने लगे ।मैंने मना किया क्योंकि मेरा सिबिल पहले से खराब था। लोन कहां से मिलता पर कंपनी वालों के कहने पर ट्राय किया तो तुरंत लोन मिलता चला गया जो कि कंपनी में पानी की तरह लगाता रहा।

इस काम को शुरू करने के पहले मैंने वेबसाइट चेक करी थी जो कि ईकॉमर्स बेस्ड कंपनी है। एस पर टीआरपी के लिए काम करवाती है। www.csyonllem.com जो कि 2022 आफ्टर कोविड स्टार्ट कर दिया था, जो कि कोलंबिया की थी, इसके चलते मैंने शुरू कर परंतु पता नहीं था कि इस मोड़ पर आकर खड़े हो जाएंगे कि हमारे पास कोई रास्ता नजर नहीं आएगा।

पेज-2
इस काम की जानकारी न तो मेरे परिवार में किसी को थी और न ही मेरी वाइफ को थी। जब भी देखती तो बस यही कहती कुछ गलत मत करना। मैं मना कर देता। कुछ नहीं, जो कर रहा हूं तुम्हारी खुशी के लिए कर रहा हूं।

लेकिन, मेरी समझ में नहीं आया। मैंने क्या कर डाला। 4 साल पहले जिस कंपनी में था, वो बंद हो गई। इससे मेरा क्रेडिट सिविल खराब हो गया था।

ऑनलाइन जॉब का शिकार होने के बाद मुझे लगा अब थोड़ा सा और, इसके बाद पैसे मिलते ही मैं सब का लोन क्लियर कर ये सब छोड़ दूंगा। लेकिन, मैं समझ नहीं पाया कि इतना सब कुछ हो जाएगा। मुझ पर ऑनलाइन जॉब वालों ने लोन का कर्ज इतना कर दिया कि मैं खुद भी हैरान होता चला गया। मैं समझ गया कि मेरे साथ फ्रॉड हुआ है।

मुझ पर सिर्फ बात-बात पर पैसे का दबाव बनने लगा, जो कि मैंने अपने लिए नहीं लिए। न ही उन पैसों का उपयोग कर पाया। कंपनी के द्वारा लोन ऑफर पर लोन लेकर कंपनी में ही लगा दिया।

जून में लोन का कर्ज इतना ज्यादा होता चला गया कि लोन रिकवरी वालों ने धमकाना शुरू कर दिया। जून में कैसे भी करके ईएमआई पे कर दी। जुलाई में लोन वालों ने मेरा फोन हैक कर उसकी डिटेल निकाल कर मेरे समस्त रिलेटिव्स, फ्रेंड्स, कलीग को ब्लैकमेल करने लगे।

धमकाने लगे कि तुम्हारी फोटो गलत-गलत बनाकर अश्लील फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दूंगा, नहीं तो लोन पे करो। सभी सदस्यों को, परिवार को बदनाम कर दूंगा। यहां तक कि मेरे बॉस की डीपी का मिसयूज करने लगे। इसलिए भी मुझे अंदर से बहुत ज्यादा गिल्टी फील हो रही है।

मेरी एक गलती की सजा मेरे साथ में रहने वाले कनेक्शन सभी को ब्लैकमेल करने लगे हैं।

पेज-3
इसकी समस्त जानकारी देने साइबर क्राइम ऑफिस गया, पर वहां पर अधिकारी न होने के कारण और अवकाश के चलते टल गया।

मैं पुन: आज दिनांक 12 को साइबर ऑफि के लिए निकला। पहले आवेदन बनवाने एडवोकेट से मिला। उन्होंने ड्राफ्टिंग के लिए समय लिया हुआ है, परंतु मैं इस हाल में हूं कि किसी से बात नहीं कर पा रहा, न किसी से नजर मिला पा रहा। आज मैं अपनी ही नजरों में गिर चुका हूं। ये कोई नहीं समझ पा रहा है।

आज नौकरी भी जाने की नौबत आ गई है। मुझे अपना भविष्य और मेरे परिवार का भविष्य नहीं दिखाई दे रहा। मैं अब किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं हूं। मैं अपने परिवार से कैसे नजर मिला पाऊंगा।

मैं बस यही कहता हूं कि अपनी अम्मा जी, बाबूजी, पापा जी, मम्मी जी, भईया-भाभी, मेरी प्यारी बहनों, मेरी प्यारी सी बेटी, मैं तुम सबके सामने कैसे आऊं, नजर कैसे मिलाऊं, सबसे ज्यादा अब इस बात का डर है।

कहीं भविष्य में मेरी बेटी की शादी में कोई परेशानी न आए, इसलिए मैं और वाइफ विद स्मॉल फैमिली, रिशु, किशु किसी को तकलीफ में नहीं छोड़ सकता। इसीलिए उन्हें भी मैं अपने साथ ले जा रहा हूं। सबसे पुन: माफी मांगता हूं।

बच्ची के साथ रिश्तेदार ने की छेड़छाड़, आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर

0

दहशत के कारण स्कूल नहीं जा पा रही किशोरी


सागर । मकरोनिया थाना अन्तर्गत पीटीएस ग्राउंड के पास फुल्की लेने गई 17 वर्षीय किशोरी के साथ उसके ही रिश्तेदार ने शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किए जहां बच्ची ने अपना बचाव करते हुए चिल्लाया जहां मौके पर भीड़ इक्कठा हो गई, और आरोपी मौके से फरार हो गया।

आरोपी , सोभालाल अहिरवार आज दिनांक तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, आरोपी सोभालाला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जैसीनगर में पदस्थ्य है राजनैतिक दलों से सांठ गांठ और विभागीय अधिकारियों की मदद से निरंतर ड्यूटी पर जा रहा हैएवम बच्ची के परिजनों पर राजीनामा का दवाब बना रहा है बच्ची दहशत के कारण स्कूल भी नहीं जा पा रही है। पुलिस ने धारा 354,7/8 पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था

मुख्यमंत्री से एम्स के अध्यक्ष डॉ. सुनील मलिक ने की भेंट

0

TIO BHOPAL

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ. सुनील मलिक ने निवास पर सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जरूरतमंद लोगों को विशेषज्ञता पूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालय और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, एम्स के साथ मिलकर कार्य करेंगे। डॉ. मलिक ने कहा कि एम्स भोपाल लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश में हो रही बेस्ट प्रेक्टिसेज और चिकित्सा क्षेत्र के नवाचारों के प्रदेश में क्रियान्वयन में हर संभव सहयोग प्रदान करेगा। मूलत: स्वभाव से डॉ सुनिल मलिक बहुत ही सरल और सहज व्यक्तित्व के धनी है। दिल में हमेशा दया, भाव की भावना से काम करने वाले डॉक्टर मलिक हमेशा अपने मरीजों का पूरी तरह से ध्यान रखने के साथ-साथ उन्हें सही सलाह देते है। व अन्य कई तरह से उनकी मदद भी करते है।

डॉ. मलिक का जन्म 13 मई 1968 को हरियाणा में हुआ। वर्ष 1981 में उनका परिवार भोपाल आ गया। कैम्पियन स्कूल से पढ़ाई पूरी कर गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया। इसके बाद ग्वालियर मेडिकल कॉलेज से एमडी और दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से डीएम की डिग्री हासिल की। वर्ष 2000 में पुराने भोपाल में मोती महल के पास प्रैक्टिस शुरू की। दो साल बाद उन्होंने जवाहर चौक पर क्लीनिक खोला। डॉ.मलिक वर्ष 2008 से छह नंबर मार्केट के समीप नगरीय प्रशासन संचालनालय के सामने क्लीनिक और अस्पताल चला रहे हैं। वे अब तक लगभग लाखों मरीजों का इलाज कर चुके हैं। उनकी Wife मोनिका मलिक जिला उपभोक्ता फोरम की सदस्य हैं।

राष्ट्र में पवार बनाम पवार की लड़ाई रोमांचक

0

TIO MUMBAI

महाराष्ट्र में पवार बनाम पवार की लड़ाई रोमांचक हो गई है। बुधवार को NCP प्रमुख शरद पवार और नेता अजित पवार ने अपने-अपने समर्थक विधायकों, सांसदों की बैठक बुलाई है। शरद गुट की बैठक दोपहर 3 बजे दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में होगी, जबकि अजित गुट की बैठक सुबह 11 बजे बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में होगी।

कुल 53 विधायकों में से जिस गुट में जितने ज्यादा विधायक, वही असली NCP होने का संवैधानिक दावा कर सकेगा। सूत्रों के मुताबिक, शरद गुट की बैठक में आने वालों से एफिडेविट लाने को कहा गया है। इसके लिए व्हिप भी जारी किया गया है। इस बीच, अजित गुट ने अपने साथ 42 विधायकों के समर्थन की बात कही है।

  • अजित गुट का दावा है कि उसके पास 42 विधायक हैं। इनके हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को दिया है, लेकिन इस दावे के खिलाफ कई विधायकों ने कहा है कि अनजाने में हस्ताक्षर लिए गए।
  • जो विधायक शरद के समर्थन में हैं, उन्होंने उनके साथ वाली फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है। इनमें अनिल देशमुख, जितेंद्र आव्हाड, जयंत पाटिल, रोहित पवार, संदीप क्षीरसागर, प्राजक्त प्रसादराव तनपुरे शामिल हैं।
  • अजित के साथ अभी शपथ लेने वाले विधायक ही दिख रहे हैं। विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकरी ने कहा- अजित गुट को 3 निर्दलियों का भी समर्थन है।

अब आगे क्या: पूर्व CM पृथ्वीराज चव्हाण के मुताबिक NCP के 53 में से 37 से ज्यादा विधायक अजित के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से बच जाएंगे। 36 से कम रहे तो निलंबन तय है। CM शिंदे के खिलाफ उद्धव गुट फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। मांग है कि शिंदे के विधायकों की लंबित अयोग्यता याचिकाओं पर जल्द फैसला हो।

दल-बदल कानून की दो शर्तें हैं। जिस दल को नेता छोड़ रहा है, उसका दूसरे दल में विलय हो जाए। दो तिहाई विधायक सहमत हों। दोनों स्थितियां अजित के पक्ष में हैं। अजित पवार का दावा है कि उन्हें राज्य विधानसभा में NCP के कुल 53 विधायकों में से 40 से अधिक का समर्थन प्राप्त है। दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों से बचने के लिए अजित के पास 36 से अधिक विधायक होने चाहिए।

अजित गुट में शामिल हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि राजनीति पारिवारिक रिश्ते के बीच न आए। मैं खुद को भी पवार परिवार का एक हिस्सा मानता हूं। हम केवल शरद पवार से इसे स्वीकार करने की अपील कर सकते हैं। वह जो अच्छा समझेंगे, वो फैसला लेंगे।

प्रफुल्ल बोले- शरद पवार हमारे गुरु हैं। हम हमेशा उनका और उनके पद का आदर करेंगे। वह हम सभी के लिए पितातुल्य हैं। हम अनादर की दृष्टि से उनकी तस्वीर का उपयोग नहीं करते, यह वास्तव में उनके प्रति हमारा सम्मान है।

प्रफुल्ल के इस बयान पर NCP नेता जितेंद्र अव्हाड ने कहा, ‘मैं प्रफुल्ल पटेल का बहुत सम्मान करता हूं और उन्होंने जो कुछ भी कहा उससे यह समझ आता है कि राजनीति को पारिवारिक संबंधों के बीच नहीं आना चाहिए। मेरी भी यही राय है।’

अफसरों की हरकत बता रही है, एमपी से भाजपा विदा हो रही है

0

भाजपा नेताओं का आरोप:- हमारी सुन नहीं रहे और कांग्रेस नेताओं के सामने घुटने टेक रहे प्रदेश के अफसर

योगीराज योगेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लापरवाह और भ्रष्ट अफसरों को जेल में डाल दूंगा और उल्टा टांग दूंगा जैसी चेतावनियां देने के बावजूद प्रदेश के अफसरों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही। वे अपनी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की कई घोषणाओं पर न तो अमल हो रहा न पार्टी नेताओं की पूछ परख। प्रशासनिक कार्यप्रणाली का आलम यह है कि मुख्य सचिव अक्सर मौन ही रहते हैं, वे कुछ बोलते नहीं और कलेक्टर सुनते नहीं हैं। मजे की बात यह है कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं और चेतावनियों को अनसुना करने वाले अफसर कांग्रेस नेताओं के आगे शरणागत नजर आ रहे हैं। राज्य के अफसरों का कांग्रेस नेताओं के प्रति झुकाव यह बता रहा है कि मध्य प्रदेश में भाजपा विदाई की ओर अग्रसर है। ताजा मामला सागर का है जहां कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह के आगे कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी समेत जिला प्रशासन का पूरा अमला नतमस्तक नजर आया।

दरअसल सागर के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के रैपुरा गांव में प्रशासन द्वारा वन भूमि पर काबिज दलित परिवारों के 10 मकान तोड़े जाने को लेकर दिग्विजय सिंह घटनास्थल पहुंचे और कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर ही बैठ गए। उन्होंने कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी और प्रशासनिक अमले को वहीं बुलाया और अपने सामने जमीन पर ही बैठा लिया। इसके बाद उन्होंने डपटते हुए कलेक्टर से पूछा कि किसके कहने पर यह मकान तोड़े गए हैं? आप पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता मुहैया कराइए। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहले ही पीड़ित परिवारों की मदद की जा रही है। जल्दी ही इन्हें दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा। इस पर दिग्विजय ने कहा कि आप मुझे यह बात अपने लेटर हेड पर लिखकर दीजिए। कलेक्टर ने मना किया तो दिग्विजय बोले आप चाहें तो कमिश्नर साहब से बात कर लीजिए। मैं यहां से जाने वाला नहीं और यहीं बैठूंगा। कलेक्टर बोले कि मैं लेटर हेड पर लिखकर नहीं दे सकता तो दिग्विजय बोले कि आप सादे कागज पर लिखकर दे दीजिए। दिग्विजय के आगे असहाय से नजर आ रहे कलेक्टर दीपक आर्य को आखिर पीड़ितों की मांग पूरी करने का आश्वासन लिखकर देना ही पड़ा। इसके बाद ही दिग्विजय सिंह वहां से उठे।
कलेक्टर की इस कार्यप्रणाली को लेकर भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है कि दिग्विजय के आगे सरेंडर करने वाले अफसरों को तत्काल हटाया जाना चाहिए, क्योंकि इससे सरकार की छवि खराब हो रही है। नेताओं का कहना था कि प्रदेश के बेलगाम अफसर भाजपा नेताओं की तो सुनते नहीं और विपक्षी नेताओं के सामने घुटने टेकते नजर आते हैं।

आर्य पर भ्रष्टाचार के आरोप, खुद ने ही जांच कर क्लीनचिट ले ली :

प्रशासनिक क्षेत्र का यह भी एक दिलचस्प मामला है कि अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कलेक्टर दीपक आर्य ने खुद कर ली और खुद ने ही अपने आपको क्लीनचिट दे दी। बालाघाट कलेक्टर रहते हुए उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।
दरअसल पूर्व विधायक किशोर समरीते ने श्री आर्य पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। केंद्र सरकार ने इस संबंध में राज्य सरकार से जांच करने को कहा तो राज्य सरकार ने जांच का जिम्मा बालाघाट कलेक्टर को ही सौंप दिया।

हाईकोर्ट में अवमानना याचिका लगाई तब गठित हुई जांच कमेटी:

पूर्व विधायक किशोर समरीते ने तत्कालीन बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य पर कस्टम मिलिंग व चावल के अवैध कारोबारियों, कान्हा स्थित रिसोर्ट संचालकों और रेत ठेकेदारों से रिश्वत के रूप में खुद व परिजनों के नाम महंगे गिफ्ट लेने का आरोप लगाया था। इस संबंध में समरीते ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने जनवरी 2022 में आरोपों की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित करने के आदेश दिए थे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी कमेटी गठित नहीं हुई तो उन्हें अवमानना याचिका लगाई। इस पर हाईकोर्ट ने 28 फरवरी 2023 को सामान्य प्रशासन विभाग तथा राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इसके बाद सरकार ने संभागायुक्त जबलपुर बी चंद्रशेखर की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की। कमेटी ने समरीते के बयान भी ले लिए हैं।

दमोह कलेक्टर की कार्यप्रणाली को लेकर भी उठ रहे सवाल :

दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल की कार्यप्रणाली को लेकर भी स्थानीय भाजपा नेताओं ने सवाल उठाया है। दरअसल दमोह के गंगा-जमुनी स्कूल में छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का मामला हाल ही में चर्चा में आया था। जब जांच की गई तो पता चला कि स्कूल प्रेयर में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत की जगह अल्लामा इकबाल की कविता ‘लबों पे आती है दुआ’ का गायन कराया जाता है और कुरान की आयतें भी पढ़ाई जाती हैं। इस मामले पर मुख्यमंत्री ने तुरंत ट्वीट करते हुए कहा कि दमोह के स्कूल में क्या हुआ? मध्यप्रदेश की धरती पर ऐसी हरकत नहीं चलेगी। ऐसे स्कूल बंद हो जाएंगे। साथ ही स्कूल का रजिस्ट्रेशन सरकार ने रद्द कर दिया।
उधर शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने पूरे मामले को लेकर कलेक्टर की कार्यप्रणाली को संदिग्ध बताया। उन्होंने कहा कि कलेक्टर स्कूल संचालक को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में डीईओ को हटा दिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। उधर, स्थानीय भाजपा नेताओं ने आरोप लगाए कि जिले में सब कुछ होता रहा और कलेक्टर को इसकी भनक तक नहीं लगी।

और अब चलते – चलते बात बड़े साहब की:

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मुख्य सचिव को बैठकों में आए दिन देखा जाता है, लेकिन उन्हें बोलते कम ही देखा गया है। अक्सर वे मौन ही रहते हैं और मुस्कुराने से तो शायद उनको नफरत सी हो गई है। निश्चिततौर पर यह उनकी अपनी कार्यशैली है, लेकिन मुख्यमंत्री के कान में उन्होंने न जाने कौन सा मंत्र फूंक दिया कि दो- दो बार एक्सटेंशन पा लिया। मध्यप्रदेश में किसी चीफ सेक्रेटरी को दो बार एक्सटेंशन मिलने का शायद यह पहला मामला है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)

PM आवास के ऊपर उड़ता नजर आया ड्रोन:दिल्ली पुलिस की जांच जारी, नो फ्लाइंग जोन में आता है PM मोदी के घर का एरिया

0

TIO NEW DELHI

लोक कल्याण मार्ग पर बने प्रधानमंत्री मोदी के घर के ऊपर सुबह 5:30 बजे ड्रोन उड़ाने की जानकारी मिली। इसके बाद SPG ने दिल्ली पुलिस को खबर की। दिल्ली पुलिस ने नो फ्लाइंग जोन में ड्रोन उड़ाने वाले की खोज करने के लिए जांच शुरू कर दी है।

पुलिस अभी तक खाली हाथ
पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह एक PCR कॉल मिली कि दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास के ऊपर एक ड्रोन जैसी चीज उड़ रही है। हालांकि, पुलिस ने जब जांच की तो कुछ नहीं मिला। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भी कुछ नहीं मिला।

जानिए PM हाउस से जुड़ी खास बातें…

  • प्रधानमंत्री आवास परिसर का ऑफिशियल नाम पंचवटी है। यह 4.9 हेक्टेयर (12 एकड़) में फैला हुआ है, जिसमें लुटियंस दिल्ली में 1980 के दशक में बने पांच बंगले शामिल हैं। इनमें प्रधानमंत्री कार्यालय, रेजीडेंसी जोन आते हैं।
  • सभी बंगले मूल रूप से रॉबर्ट टोर रसेल ने डिजाइन किए थे, जो ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लुटियंस की टीम का हिस्सा थे। लुटियंस ने ही 1920 और 1930 के दशक में नई दिल्ली को डिजाइन किया था।
  • PM हाउस की सुरक्षा स्पेशल प्रोटेक्शन गार्ड SPG करती है। 5 बंगले होने के बावजूद, उन्हें सामूहिक रूप से 7, लोक कल्याण मार्ग कहा जाता है। इसमें प्रधानमंत्री ऑफिस नहीं है लेकिन अनौपचारिक मीटिंग के लिए रूम है।
  • लोक कल्याण मार्ग आम जनता के लिए पूरी तरह से बंद है। राजीव गांधी 1984 में तत्कालीन 7 रेस कोर्स रोड में रहने वाले पहले प्रधानमंत्री थे।
  • PM आवास को पहले 7 रेस कोर्स रोड कहा जाता था। सितंबर 2016 में सड़क का नाम बदलने के बाद से इसका नाम भी 7 लोक कल्याण मार्ग हो गया।

अजित पवार के घर विधायकों की बैठक:NCP ने अजित समेत 9 बागियों को अयोग्य घोषित करने की मांग की

0

TIO MUMBAI

NCP में अजित पवार की बगावत के बाद पार्टी किसकी होगी? इसे लेकर खींचतान शुरू हो गई है। अजित पवार अपने सरकारी आवास पर विधायकों के साथ आगे की रणनीति पर मीटिंग कर रहे हैं। वहीं शरद पवार कुछ ही देर में सतारा पहुंचेंगे। वे यहां पार्टी की रैली के जरिए शक्ति प्रदर्शन करेंगे।

इधर, अजित पवार और 8 अन्य विधायकों के बगावत के बाद NCP ने सभी बागियों को डिस्क्वॉलिफाई करने के लिए विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर और चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।

इसमें कहा गया है कि पार्टी की कमान शरद पवार के पास है। शरद ने 1999 में पार्टी की स्थापना की थी। अजित की पार्टी पर दावे से जुड़ी कोई भी अपील पर कार्रवाई करने से पहले उनके पक्ष को भी सुने। इस बीच पार्टी ने जितेंद्र आव्हाड को विधानसभा में विपक्ष का नेता और मुख्य सचेतक (Chief Whip) नियुक्त किया है। इससे पहले अजित पवार के पास ये जिम्मेदारी थी।

अपडेट्स…

  1. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी आज मातोश्री में पार्टी के सीनियर नेताओं के साथ बैठक कर रणनीति पर चर्चा करेंगे।
  2. संजय राउत ने कहा- अजीत पवार का कैबिनेट में आने का मतलब है एकनाथ शिंदे जा रहे हैं। वे अब CM नहीं रहेंगे।
  3. NCP में दरार के बाद सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और ममता बनर्जी ने शरद पवार को फोन कर समर्थन जताया।

अजित पवार करेंगे NCP पर दावा, बोले- पार्टी के 53 में से 40 विधायक साथ
उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अजित ने कहा कि उनके साथ पार्टी के 53 में से 40 विधायक हैं। यानी एक तिहाई से ज्यादा। उन्होंने NCP छोड़कर शिवसेना-भाजपा से हाथ नहीं मिलाया है, बल्कि NCP के तौर पर ही यह कदम उठाया है। हमने सभी सीनियर नेताओं को भी इसकी जानकारी दे दी है।

उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी में मैजोरिटी को महत्व दिया जाता है। हमारी पार्टी 24 साल पुरानी है और युवा लीडरशिप को आगे आना चाहिए। ऐसे में पार्टी पर अधिकार को लेकर चुनाव आयोग में अजित पवार गुट का दावा मजबूत रहेगा और शरद पवार को पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ सकता है।

जयंत पाटिल ने कहा- ये नेता पार्टी के खिलाफ
NCP नेता जयंत पाटिल ने बताया कि हमने डिस्क्वॉलिफिकेशन की एक याचिका विधानसभा स्पीकर के पास दाखिल की है। इन 9 विधायकों ने किसी को नहीं बताया कि वे पार्टी को छोड़ने वाले हैं। ये पार्टी नियमों के खिलाफ है। हमने चुनाव आयोग काे भी एक पत्र लिखा है। हम इन 9 विधायकों के रवैये को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हालांकि, हमें यकीन है कि ये सभी विधायक NCP में लौट आएंगे। अगर वे आते हैं, तो हम उन्हें स्वीकार कर लेंगे।

पवार बोले- कांग्रेस और उद्धव के साथ समीक्षा करूंगा
शरद पवार ने कहा कि मुझे देश के हर कोने से समर्थन मिल रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे और ममता बनर्जी ने मुझे कॉल किया। इसलिए मैं आज के घटनाक्रम से परेशान नहीं हूं। पवार ने बताया कि अगले दो-तीन दिन में वे कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के साथ बैठकर हालात की समीक्षा करेंगे। पवार ने कहा कि हमारी असली ताकत आज जनता है, उन्होंने हमें चुना है।

इंदौर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कुछ देर बाद पहुंचेंगे खरगोन

0

इंदौर/खरगोन

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भाजपा पदाधिकारियों से एयरपोर्ट पर भेंट की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी एयरपोर्ट पर उतरे हैं। खरगोन में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेने जाने वाले हैं। देरी के कारण बाहर नहीं आए। पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात मुश्किल है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की अगवानी की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा खरगोन के नवग्रह मेला मैदान पर विशाल सभा को संबोधित करेंगे।