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मणिपुर में 24 घंटे में उग्रवादियों के 12 बंकर ध्वस्त

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TIO मणिपुर

मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर पिछले 53 दिनों से हिंसा जारी है। सुरक्षाबलों और पुलिस ने रविवार को राज्य के 7 जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाया।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मणिपुर पुलिस और सुरक्षाबलों ने इन जिलों में पिछले 24 घंटों में हिंसा फैलाने वाले लोगों के 12 बंकर नष्ट किए हैं। पुलिस ने इन्हें उग्रवादी बताया है।

सुरक्षाबलों ने तामेंगलोंग, इंफाल ईस्ट, बिष्णुपुर, कांगपोकपी, चुराचांदपुर और काकचिंग जिलों में जॉइंट ऑपरेशन चलाया और हिल और वैली दोनों जगह इन बंकरों को नष्ट कर दिया।

मणिपुर के हालात को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने आज PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने पीएम को 24 जून को सर्वदलीय बैठक में हुई चर्चा की भी जानकारी दी।

भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद
पुलिस ने बताया कि सर्च ऑपरेशन के दौरान तीन 51 मिमी मोर्टार और 84 मिमी मोर्टार गोले साहुमफाई गांव के खेत में पाए गए।

कांववई और एस कोटलियान गांव के बीच के एक खेत में एक IED भी मिला। इन्हें नष्ट कर दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि पिछले दो महीनों में 1100 हथियार, 13,702 गोला-बारूद और 250 बम को राज्य के अलग-अलग इलाकों से जब्त किया गया है।

मणिपुर हिंसा से जुड़े अपडेट्स

  • पुलिस ने बताया कि राज्य के ज्यादातर इलाकों में छुटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो हालात सामान्य हैं।
  • राज्य में रविवार देर रात को 30 जून तक इंटरनेट पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है।
  • सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्रालय ने जानकारी दी कि हिंसा में अब तक 131 लोगों की मौत हो चुकी है और 419 लोग घायल हुए हैं।
  • आगजनी की 5 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। लगभग 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
  • राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 IPS तैनात किए गए हैं।

मणिपुर के CM बीरेन सिंह ने दिल्ली में गृहमंत्री शाह से मुलाकात की

मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।

गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि केंद्र सरकार मणिपुर में सामान्य स्थिति लाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।

मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री सिंह ने दावा किया कि 13 जून के बाद से हिंसा में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बाधा डाल रहा है भीड़तंत्र
राज्य के छह जिलों बिष्णुपुर, इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, उखरुल, चूराचांदपुर और कंग्पोक्पी में सेना और पुलिस की कार्रवाई में यहां का ‘भीड़तंत्र’ बाधा डाल रहा है।

मैतेई और कुकी समुदाय के लोग अपने-अपने क्षेत्रों में किसी भी गिरफ्तारी और तलाशी का भीड़ के रूप में विरोध करने लगते हैं। कई गांवों में तो सुरक्षा एजेंसियां घुस भी नहीं पाती हैं।

सागर में घर गिराए जाने पर प्रियंका गांधी ने कहा, सत्ता के अहंकार में भाजपा लोगों को उजाड़ रही

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TIO BHOPAL

सागर में गरीबों के मकान गिराए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। नेशनल लीडरशिप इसमें इनवॉल्व हो चुकी है। अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शिवराज सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मध्यप्रदेश में दलितों पर भाजपा सरकार का अत्याचार चरम पर है। सागर जिले में 10 दलित परिवारों के घर ढहा दिए गए। जो परिवार मजदूरी करने गए थे, बिना कोई सूचना दिए उनकी सारी गृहस्थी तहस-नहस कर दी। PM आवास योजना के तहत बने घर भी ढहा दिए। सत्ता के अहंकार में भाजपा यह भूल गई है कि सरकार का काम लोगों को उजाड़ना नहीं, बल्कि बसाना है। दलितों, आदिवासियों और गरीबों पर अत्याचार करने वाली भाजपा सरकार को मध्यप्रदेश की जनता सबक सिखाएगी।’

इससे पहले शुक्रवार को बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का ट्वीट आया था। उन्होंने लिखा था, ‘मध्यप्रदेश सरकार की विध्वंसकारी – द्वेषपूर्ण बुलडोजर राजनीति लोगों के घर और स्कूल तोड़ते-तोड़ते अब PM आवास योजना के अंतर्गत बने गरीबों के मकान भी तोड़ने लगी है, जो अति निंदनीय है। इसी क्रम में सागर जिले में PM योजना के तहत बने 7 दलित परिवारों के घरों का ध्वंस शर्मनाक।’

योग दिवस पर देशभर में केंद्रीय मंत्रियों ने संभाला मोर्चा, ‘आसनों’ से हुई सैनिकों की सुबह

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CM शिवराज का ऐलान- MP में योग शिक्षा अनिवार्य होगी:जबलपुर में उपराष्ट्रपति ने किए योगासन; कहा, योग का मूलमंत्र- हींग लगे, न फिटकरी, रंग चोखा


TIO BHOPAL

देश और दुनिया में आज योग दिवस की धूम है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में योग कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इतना ही नहीं केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने भी योग दिवस पर अलग-अलग जगह जाकर योग से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है। इनमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तक शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोगों के साथ योग अभ्यास किया।

वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग के ध्येय वाक्य को लेकर बुधवार को मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुख्य कार्यक्रम हुआ। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा, ‘योग एक दिन का नहीं, हर दिन का है। संस्कारधानी जबलपुर के नर्मदा तट, भेड़ाघाट और बंदरकूदनी से योग को जीवन में अपनाने का आह्वान करता हूं।’

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘हींग लगे, न फिटकरी और रंग चोखा आए, यही योग का मूलमंत्र है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इतने अधिक वोटों से और कम से कम समय में योग को अंतर्राष्ट्रीय रूप में स्वीकृति देना भारतीय नेतृत्व की दूरदृष्टि की स्वीकृति है। योग जीरो बजट वाला हेल्थ इश्योरेंस (बीमा) है।’

जबलपुर के कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘निरोग रहने के लिए योग करें। यह योग केवल योग दिवस के दिन नहीं करना, बल्कि रोजाना करना है। स्वस्थ रहना भी देश की सबसे बड़ी सेवा है। अस्पतालों में भीड़ क्यों लगाएं। योग करें, स्वस्थ रहें, मस्त रहें। योग जोड़ता है।’ CM ने घोषणा करते हुए कहा, ‘मध्यप्रदेश के विद्यालयों में योग की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी।’

जबलपुर में राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा, ‘आजकल के बच्चे पिज्जा खाते हैं, साथ में थम्सअप की बोतल पचाने के लिए रखते हैं। तैलीय पदार्थ और तीखा मत खाओ। योगा के साथ सात्विक खुराक भी आवश्यक है।’ योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम जबलपुर के गैरिसन ग्राउंड में हुआ।

आज देश भर के 180 देश में योग दिवस मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में हैं। योग दिवस के कार्यक्रम शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्चुअल संबोधन हुआ…


स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी किया योग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने दिल्ली में योग दिवस के अवसर पर योग किया। कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा कि दुनिया में योग के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है। दुनिया में कहीं भी योग होता है तो योग करने वाले लोगों के मन में हिंदूस्तान का नाम आता है क्योंकि यह हमारी विरासत है।
महाराष्ट्र: राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुंबई में योग किया।

ओडिशा: केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बालासोर में योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतररार्ष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर INS विक्रांत पर योग दिया।

कोविड सेंटर घोटाला केस में मुंबई और पुणे में 16 से ज्यादा ठिकानों पर ED की छापेमारी

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TIO NEW DELHI

कोविड सेंटर घोटाला केस में ED ने बुधवार सुबह मुंबई और पुणे में 16 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। दरअसल, कोरोना काल के दौरान उद्धव ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे के करीबियों को महाराष्ट्र में कई जगहों पर कोविड सेंटर बनाने के लिए ठेके मिले थे।

इसे लेकर भाजपा नेता किरीट सौमेया ने अनियमितताओं का आरोप लगाया था। उन्होंने संजय राउत के बिजनेस पार्टनर सुजीत पाटकर के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। 21 अप्रैल को पुणे पुलिस ने इसे लेकर केस दर्ज किया था।

तोमर फिर आएंगे मुख्य भूमिका में

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  • राघवेंद्र सिंह
  • मध्यप्रदेश भाजपा के हालात और केंद्रीय नेतृत्व में महसूस की जा रही लाचारी को बयां करने के लिए एक शेर खास मौजू है –
  • कल मिला वक्त तो जुल्फें तेरी सुलझा लूंगा,
  • आज उलझा हूं जरा वक्त के सुलझाने में…
  • भाजपा में सत्ता- संगठन के उलझे धागों को सुलझाने के लिए केंद्रीय मंत्री और दोबार के प्रदेश अध्यक्ष रहे नरेंद्र सिंह तोमर को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मध्यप्रदेश यात्रा के पूर्व इसकी घोषणा हो सकती है। पूर्व में भी अध्यक्ष रहे तोमर – और सीएम शिवराज सिंह चौहान की जोड़ी ने दो बार 2008 और2013 में पार्टी की सरकार बनाने में अहम भूमिका अदा की थी।
  • अब 2023 है और यहां की काफी कुछ बदल गया है। इसमें संघ का दखल और दबदबा काफी बढ़ गया है। सबके अपने अपने टेसू हैं जिन पर वे अड़े हुए हैं। तोमर के लिए यही गुत्थी सुलझाना नामुमकिन भले ही न हो मुश्किल जरूर है। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझना और समझाना आसान है लेकिन गुटों में बंटे संघ के नेताओं को संतुष्ट करना टेडी खीर जरूर है। तोमर के सामने यह काम भी एक बड़ी चुनौती के रूप में होगा। अनुमान है इससे वे अपनी संजीदा कार्यशैली के चलते पार पा लेंगे। प्रदेश भाजपा का मर्ज इस कदर ला इलाज होता जा रहा है कि उलझन की गुत्थी हर मिनट कसती जा रही है। इसमें भाजपा से ज्यादा संघ परिवार का पेंच फंस रहा है। संघ परिवार के दिग्गज समस्या की असल वजह बन गए हैं। एक धड़ा संगठन पर काबिज रहना चाहता है। इसलिए गर संगठन में बदलाव करना है तो सरकार में परिवर्तन करो वरना जो चल रहा वैसे ही चलने दो। सरकार में बदलाव का वक्त निकल गया और संगठन के हालात भी हर दिन बेकाबू हो रहे हैं। विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की घोषणा के बाद संभावित बगावत को रोकना भी बहुत बड़ा काम होगा।यहीं से जीत के पैमाने तय होंगे।
  • पार्टी में बिगड़ते हालात का दुष्प्रभाव कार्यकर्ताओं पर पड़ रहा है। उन्हें समझाने के साथ विश्वास जितना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। जीत का रास्ता भी यहीं से होकर गुजरता है। मतदाता का मानस बदल रहा है। भारतीय वोटर की तासीर है कि वह कलह पसंद नही करता। भाजपा की जीत के पीछे व मजबूती के पीछे अनुशासन और समर्पण प्रमुख रहा है। जनता भी यही चाहती है। विरोधी भी भाजपा की इस खूबी के कायल रहे हैं। लेकिन अब मामला उलट रहा है।
  • भाजपा के हालात समझने के लिए हांडी के चावल की भांति कुछ घटनाएं हैं जो पार्टी की नींद उड़ाने के लिए काफी है। विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाले विंध्य क्षेत्र के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने सार्वजनिक कार्यक्रम में माइक से भाजपा के सांसद गणेश सिंह को राक्षस बताते हुए सुधरने की सलाह दी और कहा कि मैं राजनीति में ऐसे ही राक्षसों को ठीक करने के लिए आया हूं। वह यही नहीं रुकते आगे कहते हैं कि कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्हें मैहर में घुसने नहीं दिया जाएगा। ऐसी चेतावनी और धमकी तो विपक्षी दल कांग्रेस के नेता भी भाजपा के विधायकों मंत्रियों और सांसदों को नहीं देते। यह तेजाबी भाषा सार्वजनिक मंच से इस्तेमाल हो रही है। आपस की बातचीत में वरिष्ठ नेता किस जहर बुझी भाषा का इस्तेमाल करते होंगे इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। विंध्य के बाद भाजपा का गढ़ रहे बुंदेलखंड के जायजा लेते हैं। पिछले दिनों सागर के एक नेता सुशील तिवारी को पार्टी ने उन्हें दिए गए एक नोटिस के उत्तर से असन्तुष्ट होते हुए तत्काल प्रभाव से प्रदेश कार्यसमिति से रुखसत कर दिया। इसके पहले बुंदेलखंड के तीन वरिष्ठ मंत्रियों गोपाल भार्गव ,भूपेंद्र सिंह और गोविंद राजपूत में जबरदस्त विवाद के चलते एक दूसरे के प्रति तल्ख टिप्पणियों का सिलसिला शुरू हुआ था जो मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद शांत हुआ। इसके चलते इस्तीफे देने तक की बातें पार्टी के साथ मीडिया की सुर्खियां बन रही थी।
  • विंध्य और बुंदेलखंड के बाद मालवा- निमाड़ के हाल भी चिंताजनक है। इंदौर में युवा मोर्चा और भाजपा के पदाधिकारियों के बीच मतभेद विवादों से आगे बढ़ मारपीट तक पहुंच गया इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की भी पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी। इस मामले में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और यह स्थानीय नेताओं ने भी भारी नाराजगी जाहिर की है। एक और जबरदस्त घटना जो भाजपा के इतिहास शायद किसी ने नहीं सुनी होगी। रतलाम जिला भाजपा का मामला है। आलोट के मंडल अध्यक्ष सहित नेताओं को जिलाध्यक्ष ने हटा दिया था और उन्हें इन दिनों जवाब देने के नोटिस जारी किए गए। इससे असंतुष्ट मंडल अध्यक्ष ने सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ आलोट से जिला अध्यक्ष को हटाने के लिए रैली निकाली और रतलाम आकर जिला कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान लाउडस्पीकर से नारेबाजी हो रही थी और कार्यकर्ता अध्यक्ष के खिलाफ हाथों में तख्तियां लिए जुलूस निकाल रहे थे। उनके समर्थन में विधायक भी थे। बाद में पूर्व मंत्री वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी को प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया जिसमें जिलाध्यक्ष को हटाने की मांग की गई। पहले असंतोष बंद कमरों में और पार्टी नेताओं से बातचीत में व्यक्त किया जा किया जाता था लेकिन आप इस तरह के असंतोष की लंबी फेहरिस्त है जो इस बात का संकेत देती है कि भाजपा में अनुशासन की चादर खींची जा चुकी है और पार्टी इस मुद्दे पर औंधे मुंह गिरती दिखाई दे रही है। संवादहीनता इसकी बड़ी वजह है। खास बात यह है कि संवाद और समाधान के बजाए दरवाजा दिखाने का काम होता दिख रहा है। पहले की कुछ घटनाएं मिसाल के तौर पर याद की जा सकती हैं । जिनसे सबक लेने की जरूरत थी। मसलन प्रीतम लोधी को पार्टी से निकालना और फिर वापस लेना वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जयंत मलैया के पुत्र सिद्धार्थ भैया को भी मुख्यधारा में शामिल करना। इस सबके लिए राष्ट्रीय महासचिव विजयवर्गीय ने श्री मलैया के 75 वे जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से उनसे हाथ जोड़कर पार्टी की तरफ से भी माफी मांगी थी। ऐसे बहुत सारे संगीन से किस्से कहानियां है जो भाजपा के भीतर कहीं और सुने जा रहे हैं।

भाजपा के ताजा हालात पर शायर मुज्जमिल हुसैन का शेर फिट बैठता है-
गैर मुमकिन है कि हालात की गुत्थी सुलझे।
अहल-ए दानिश ने बड़े सोच कर उलझाई है।
केंद्रीय नेतृत्व और संघ परिवार ने समन्वय, संजीदगी, सब्र और समझदारी दिखाई तो तोमर-शिवराज की जोड़ी करिश्मा दिखा सकती है। लेकिन इसके लिए दोनों को फ्री हैंड देने की जरूरत होगी। यद्द्पि दोनों नेताओं की खूबी यही है कि वे सबको साथ लेकर चलते हैं। संकेतों से लगता है इस बार टीम में कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल भी जरूरी होंगे। वैसे पार्टी 2018 की जली है सो छाछ भी फूंक फूंक कर पीने की जरूरत है। डैमेज कंट्रोल के लिए इसमें वरिष्ठ नेता विक्रम वर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा, अनूप मिश्रा, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते,विजेंद्र सिंह सिसोदिया, हिम्मत कोठारी,अजय विश्नोई, जैसे नेताओं की भी खासी भूमिका रहेगी। बग़ावत रोकने के लिए असरदार नेताओं की टीम खोजनी पड़ेगी। इनमें कुछ बगावत करने वाले हैं तो कुछ उसे रोकने वाले।


कांग्रेस में भी मारपीट…
भाजपा के लिए खंडवा में कांग्रेस की एक बैठक में मारपीट संतोष का विषय हो सकती है। दरअसल खंडवा में कांग्रेस के प्रभारी सचिव संजय दत्त कांग्रेस जनों से बात कर रहे थे तभी अरुण यादव समर्थक नेता मोहन ढाकसे ने सलीम पटेल पसमांदा पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगा दिया। इस पर लात जूते चल गए। हाथापाई के साथ कुर्सियां भी फिक गईं। इसके साथ बैठक में एक पूर्व विधायक पर 40-40 लाख में टिकट बेंचने के आरोप भी लग गए। भाजपा के लिए अभी यह तस्सली की बात हो सकती है कि उनकी बैठकों में कांग्रेस जैसे नजारे नही दिखते।

विधायक जयवर्धन बोले- मनरेगा में रिश्वत लेते हैं पंचायत मंत्री

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TIO BHOPAL

कर्नाटक की तर्ज पर कांग्रेस मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भी भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को मुद्दा बना रही है। इसी सिलसिले में राघोगढ़ विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर नाम लिए बिना रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। जयवर्धन ने कहा, ‘यहां के मंत्री मनरेगा के काम में भी रिश्वत लेते हैं।’

इस बयान पर मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने पलटवार करते हुए कहा, ‘राघोगढ़ नगर पालिका का पैसा घर में लगता है। जयवर्धन सिंह जी आपको शायद याद होगा, जब मध्यप्रदेश में मेट्रो ट्रेन आई थी, तब पहली किस्त के रूप में तीन हजार करोड़ रुपए मिले थे। मैंने सुना है कि आपने उसमें बहुत बड़ा कमीशन लिया था।’

पंचायत मंत्री सिसोदिया गुना की बमौरी विधानसभा सीट से विधायक हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वह भी कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हो गए थे।

लिफाफा भेजो और काम लाओ

जयवर्धन सिंह रविवार को गुना पहुंचे थे। वे एक होटल में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने पंचायत मंत्री पर इशारों में आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘हमें प्रदेश में ऐसे मंत्री चाहिए, जो बिना लेन-देन के काम करें। आज गुना की स्थिति आप सभी मुझसे बेहतर जानते हैं। पंचायत के काम भोपाल से मिल रहे हैं। लिफाफा भेजो और काम लाओ। यह आज पूरे प्रदेश की स्थिति हो गई है।’

पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने आरोपों पर कहा, ‘कांग्रेस के पास झूठे आरोप लगाने के अलावा कुछ बचा नहीं है। मैं समझता था कि इतने वर्षों में जयवर्धन सिंह जी में परिपक्वता आ गई होगी, किंतु वे अज्ञानी हैं। उनको यही नहीं मालूम कि कौन सी राशि, किस मद में, किस प्रकार आवंटित की जाती है। पहले उपचुनाव में आरोप लगाते थे कि हम बिक गए और बिककर हमने पार्टी छोड़ी, अब आरोप लगा रहे हैं कि हम लोग कमीशनखोरी करते हैं।’

नगर पालिका का पैसा घर के कामों में होता है खर्च

मंत्री सिसोदिया ने कहा, ‘आरोप उसी व्यक्ति को लगाना चाहिए, जिसका खुद का गिरेबां साफ हो। जनता जानती है कि नगर पालिका राघोगढ़ में किस का आधिपत्य है। कितना पैसा घर के कामों के लिए खर्च किया जाता है। विधायक निधि का क्या हाल है। ये सारी चीजें किसी से छिपी नहीं हैं।’

उन्होंने कहा, ‘जयवर्धन सिंह जिस प्रकार के आरोप लगाते हैं, इन सब बातों को जनता समझती है। इनकी हालत तो इस तरह की हो गई है कि न सूत, न कपास। मैं उनके इस बयान की कड़ी निंदा करता हूं और यही निवेदन करता हूं कि आपको आरोप लगाने से पहले उसकी वजनदारी को देखना चाहिए। तब चरित्र हनन की राजनीति करना चाहिए।’

पहले भी बिकने के आरोप लगाए, जनता जवाब देगी

पंचायत मंत्री ने कहा, ‘जयवर्धन सिंह की वाणी बड़ी फलित होती है। जब भी वो चुनाव में मेरे खिलाफ आरोप लगाते हैं, 10-15 हजार वोटों का इजाफा मेरे वोट बैंक में हो जाता है। पिछली बार जोर-जोर से चिल्लाकर पूरे परिवार ने हम पर कहा- बिक गए, बिक गए …गद्दार हैं। मैं इससे पूर्व के इलेक्शन में 28 हजार वोटों से जीता था। उपचुनाव में डबल वोट देकर जनता ने मुझे जिताया। मैं 53 हजार वोटों से जीता। जयवर्धन सिंह जो आरोप लगा रहे हैं, इसका जवाब मैं नहीं, इस क्षेत्र की जनता देगी। इस बार 53 हजार को भी हम क्रॉस करेंगे।’

कांग्रेस की हिट लिस्ट में सिसोदिया का नाम नहीं

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ‎ का संदेश प्रदेशभर में पहुंचाने के लिए‎ ‘कमलनाथ संदेश यात्रा’ निकाली जा‎ रही है। इस यात्रा को गुना लेकर आए‎ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष दामोदर सिंह‎ यादव ने भाजपा के बड़े-बड़े विकेट गिराने की‎ बात कही है। उनका इशारा ऐसे नेताओं‎ को चुनाव हराने को लेकर था, जिन्होंने‎ साल 2020 में कांग्रेस की सरकार‎ गिराने के दौरान अहम भूमिका निभाई‎ थी।

कांग्रेस की हिट लिस्ट में शामिल बड़े नेताओं में प्रदेश के पंचायत‎ मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया से संबंधित सवाल पूछे जाने पर यादव ने चुटीले‎ अंदाज में कहा- ‘मंत्री का नाम याद नहीं आ पा रहा है, लेकिन बमौरी‎ हमारे लिए बहुत छोटा विकेट है। हालांकि, बमौरी विधानसभा जीतने के लिए‎ भी कांग्रेस रणनीति तैयार करेगी।’

भोपाल एम्स डॉ. सुनील मलिक की अध्यक्षता में नई ऊंचाइयों को छुएगा

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SHASHI KUMAR KESWANI


भोपाल एम्स के नये अध्यक्ष के रूप में डॉ. सुनील मलिक ने पदभार ग्रहण किया। केंद्र द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार डॉ. मलिक को एम्स का अध्यक्ष नामित किया गया। वे राजधानी के न्यूरोफिजिशियन हैं। गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के बाद जीआर मेडिकल कॉलेज ग्वालियर से उन्होंने पीजी किया। इसके बाद नई दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से न्यूरोलॉजी में सुपर स्पेशलाइजेशन किया। वे 20 साल से भी अधिक समय से भोपाल में न्यूरोलॉजी में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं। इसी के साथ पूरे क्षेत्र के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित अनुभव और आसपास के प्रदेशों के रोगियों की अपेक्षाओं के बारे में भी उनकी गहरी समझ है। उनके पूर्व डॉ. योगेंद्र कुमार एम्स भोपाल के अध्यक्ष थे। भोपाल के लिए यह गर्व की बात है कि भोपाल के नागरिक होने की वजह से डॉक्टर सुनील मलिक भोपालवासियों को अच्छी तरह जानते है तथा यहां की समस्याओं को भी अच्छी तरह जानते है। भोपाल में रहने के कारण एम्स में अच्छी तरह समय भी दे सकते है। कई डॉक्टरों का कहना है भोपाल एम्स डॉ. सुनील मलिक की अध्यक्षता में नई ऊंचाइयों को छुएगा। डॉ. मलिक की गहरी जानते एम्स के लिए काफी अच्छी साबित होगी। जिससे भोपाल व आसपास के रोगियों को कई तरह की नई सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। डॉ. मलिक ने काम करने का जो जज्बा और एनर्जी है वह आमतौर पर कम लोगों में रहती है।

सयाजी में मैंगों फेस्टीवल

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SHASHI KUMAR KESWANI


भोपाल के होटल सयाजी में मैंगों फेस्टीवल का आयोजन किया गया है, शेफ शेरबहादुर ने बताया कि हमने मैंगों को अलग-अलग तरह से खाने में बनाया है।आमतौर पर लोग आम को सीधा काटकर खा लेते है पर सयाजी होटल में मैंगों का बहुत अलग तरह से उपयोग किया गया है। जिसमें मैंगों से बनी हुई कई डिसेस है। जिसमें कई तरह के मॉकटेल्स, मैंगों लस्सी, मैंगों शेक, मैंगों आलू पटाटा, मैंगों रबड़ी, मैंगों चिकन, मैंगों शिमला मिर्च मसाला।

कई तरह के ऐसे व्यंजन है, जो शायद पहले आपने कभी न चखे हो। आम को वैसे भी फलों का राजा कहा जाता है। इस राजा के मैंने पहली बार इतने रंग देखे कि मेरे को पता नहीं चल रहा था कि आम का कितना उपयोग किया जाता है। होटल सयाजी हमेशा ही इस तरह के फूड फेस्टीवल आयोजित करता है। भोपालवासियों के लिए सयाजी होटल के सांची रेस्टोरेंट में फूड फेस्टीवल चल रहा है, जिसका रात का कभी भी स्वाद ले सकते है और आमों का अलग तरह से किया गया उपयोग एक यादगार डिनर के रूप में आपको हमेशा याद रहेगा।

होटल रेडीसन में साउथ इस्ट एशियन फूड फेस्टीवल

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SHASHI KUMAR KESWANI

भोपाल के होटल रेडीसन में साउथ इस्ट एशियन फूड फेस्टीवल का आयोजन किया गया है। जिसमें शेफ दिबायन ने बताया आठ देशों का फूड रखा गया है। Indonesia, Vietnam Laos, Cambodia, Singapore, Thailand Malaysia, Burma इस तरह का खाना भोपाल में कम ही मिलता है।



भारतीय परंपरागत खाना तो हमेशा खाते ही रहते है पर बाहर के खानों का स्वाद लेना एक अलग मजा है। मैंने तो कई देशों का एक के बाद एक खाना चखा जिसमें मुख्य रूप से Khao soy veg soup (mohinga ) –Tom yum goong ( thai hot &sour soup ), tahu goreng balado( tofu in spicy sauce ), gai pad gratiam ( garlic and pepper chicken , nasi uduk ( Indonesian coconut rice), kambing lada hitam ( lamb black pepper हर खाने का अलग स्वाद, अलग तरीके से बनाया गया है।

पर सभी खानों की खूबी यह है कि खाकर आत्मा तृत्प हो जाती है और इस तृप्ति के बाद ऊपर से आठ देशों का अलग-अलग तरह से बना हुआ मीठा मिल जाए तो फिर कहना ही क्या। एक अलग तरह का शुकून महसूस होता है। तो आप भी भोपाल के होटल रेडीशन में शेफ दिबायन के हाथों का कमाल देखिये और कई देशों का खाना का स्वाद एक साथ चखिए।

पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी बोले- हिंदूस्तान का मुसलमान ना गुलाम है ना बंधुआ मजदूर है

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TIO BHOPAL

मध्य प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेताओं की रविवार को पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के आवास पर बैठक हुई। इस बैठक के बाद कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सेक्यूलर पार्टियां कांग्रेस और समाजिवादी पार्टी मुसलमानों को इग्नोर कर रही है।  उनमें डर और भय है। इनको दूर करने और पार्टी में अपनी जगह पाने के लिए यह बैठक बुलाई गई। मुसलमानों को पार्टी में दूर किया जा रहा है। 

कुरैशी ने कहा कि पार्टी की कमेटियों से मुसलमान गायब है। टिकट मिलते नहीं है। मध्य प्रदेश से कांग्रेस के सिर्फ दो विधायक है। यहां से तीन तीन एमपी हुआ करते थे। 12 विधायकों के लिए टिकट मिला करते थे।  उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए के लिए लड़ाई करेंगे। किसी से भीख नहीं मांगेगे। हिंदुस्तान का मुसलमान ना गुलाम है ना बंधुआ मजदूर है। 

कुरैशी ने कहा कि कांग्रेस पर अपर कॉस्ट लीडरशिप का कब्जा है। मालदार, पूंजीपति, उद्योगपति का कब्जा है। इनसे कांग्रेस को मुक्त कराना है। उन्होंने कहा कि कॉमन आदमी का संगठन बनाना है, जो इन पूजीवादियों का मुकाबला कर सकें।