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एमपी में राहुल आएंगे 23 को विवाद अभी से शुरू…

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राघवेंद्र सिंह

लगता है कुंडली में कुछ ग्रहों का कमाल है कि कांग्रेस के राहुल गांधी का विवादों से नाता टूटता ही नहीं। जब से भारत जोड़ो यात्रा पर राहुल बाबा निकले हर राज्य में छोटे बड़े कुछ ना कुछ लफड़े हो ही रहे हैं। यात्रा में मंदिर मस्जिद के साथ चर्च भी चर्चा में आए। महाराष्ट्र पहुंचे तो बेवजह ही फटे में फंस गए। सावरकर के कथित माफीनामे को लेकर विवाद हो गया और शिवसेना से अघाड़ी गठबंधन टूटने की चर्चाएं चल पड़ी। इधर मध्यप्रदेश में यात्रा प्रवेश करेगी 23 नवंबर को और विवाद अभी से जोर पकड़ने लगे। राहुल बाबा पर हमले की धमकी मिलने के कारण सियासत से ज्यादा सुरक्षा को लेकर संजीदगी भरा है।
इस मुद्दे पर चतुर-चालक और वाकपटु मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सुरक्षा के मसले पर सुर्खियों में हैं। राज्य में राहुल गांधी की हिफाजत का मसला सीधे गृह विभाग से जुड़ा है। लिहाजा नरोत्तम मिश्रा ने मामले की संजीदगी और नजाकत देखते कह दिया इंदौर में खालसा कॉलेज के कार्यक्रम में ना जाए राहुल गांधी। इस पर तीखी प्रतिक्रिया भी अपेक्षित थी और कांग्रेस की तरफ से आई भी।

एमपी में यात्रा के प्रभारी पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने प्रतिउत्तर में कहा -हम किसी से डरने वाले नहीं है। सभा तो खालसा कॉलेज में ही होगी। जहां हाल ही में पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ का भी विरोध हो चुका है। इसके चलते कांग्रेस में एक जिम्मेदार नेता को पद से हटाने की बातें हुईं हैं । इसे संबन्धित नेता ने अफवाहें और अटकले बताया। बहरहाल इस रस्साकसी और बयानबाजी के बीच दांव पर लग रहे हैं सीधे सरल से राहुल बाबा।

इधर राहुल गांधी की यात्रा कार्यक्रम में फिर बदलाव हुआ है। वे 26 नवंबर को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू पहुंचेंगे। इससे पहले राहुल 27 नवंबर को यहां जाने वाले थे।
भारत जोड़ो यात्रा मध्यप्रदेश में 23 नवंबर को बुरहानपुर से एंट्री करेगी। मध्यप्रदेश में यात्रा के प्रभारी पीसी शर्मा ने बताया कि महाकाल दर्शन के लिए राहुल गांधी 1 दिसंबर के बजाय 30 नवंबर को जाएंगे। इसके बाद उज्जैन में आमसभा होगी। मध्यप्रदेश से राजस्थान में एंट्री की तारीख में भी बदलाव हुआ है। अब राहुल आगर जिले से 3 दिसंबर के बजाय 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेंगे।
बार बार बदलते कार्यक्रमों के कारण भी सुरक्षा में लगी एजेंसियों को दिक्कत होती है।
दो दिन पहले इंदौर की एक होटल पर सनसनीखेज लेटर पहुंचा था। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी की खालसा कॉलेज में होने वाली सभा पर हमले की धमकी दी गई। इसी के साथ पूरे इंदौर को बम विस्फोट से दहला देने की धमकी भी दी गई थी। लिफाफे पर रतलाम के भाजपा विधायक चेतन्य कश्यप का नाम लिखा था। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। इसीलिए गृह मंत्री ने कहा विवादों की जगह से जाने से बचना चाहिए।
मिश्रा ने कहा मेरा आग्रह है कमलनाथ जी के जाने के बाद भी खालसा कॉलेज में विवाद हुआ था। कानपुर के संत जी ने विरोध किया था। मैं राहुल गांधी से आग्रह करता हूं कि किसी ऐसे स्थान पर न जाएं, जिससे विवाद उत्पन्न हो।
गृहमंत्री की सलाह पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा की तीखी प्रतिक्रिया थी – कांग्रेस के सभी कार्यक्रम यथावत रहेंगे, कुछ भी नहीं बदलेगा। शर्मा ने आरोप जड़ा की खालसा कॉलेज में भाजपा ने खुद उपद्रव करवाया था। हम किसी की धमकी या और चीजों से डरने वाले नहीं है । हम अंग्रेजों तक से नहीं डरे, हमने आजादी की लड़ाई लड़ी थी।भाजपा किस खेत की मूली है, जो हम इनसे डर जाएंगे।

सुरक्षा को लेकर गृहमंत्री पर तंज
कांग्रेस के प्रवक्ता अवनीश बुंदेला और संतोष परिहार ने राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर गृहमंत्री मिश्रा पर तंज कसा है।
उन्होंने कहा गृह मंत्री की भाषा बता रही है कि वे राहुल गांधी की सुरक्षा की जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करने से बच रहे हैं।

अरुण यादव के पीले चावल …
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने रविवार को राहुल गांधी को पीले चावल देकर मध्यप्रदेश में आने का आमंत्रण दिया है। दो दिन यहां विश्राम के बाद यात्रा 23 को प्रदेश में प्रवेश करेगी।यादव रविवार को महाराष्ट्र के करोली पहुंचे।


शिवराज का गुजरात में जलवा…
गु
जरात चुनाव में मध्य प्रदेश के नेताओं की बड़ी टीम भाजपा को जिताने के लिए काम कर रही है इसमें स्टार प्रचारक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर शिवराज कैबिनेट के मंत्रियों में अरविंद भदौरिया विश्वास सारंग जैसे नेता भी शामिल है। सीएम शिवराज अपने भाषणों में गुजरात और मध्य प्रदेश से नर्मदा मैया का नाता जोड़ते हैं वे कहते हैं दोनों राज्य नर्मदा मैया की संतान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किस देश को मजबूत करने के काम और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को लेकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री भावुकता भरे भाषण दे रहे जमीनी मोर्चे पर अरविंद भदोरिया विश्वास सारंग मध्य प्रदेश की सीमा से लगे गुजरात के जिलों में काम कर रहे हैं कुल मिलाकर गुजरात के चुनाव में भाजपा की जीत को सुनिश्चित करने के लिए मध्यप्रदेश के नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो रही है।

ताज लेकफ्रंट में न्यू मैन्यू लॉंन्च, भोपाल वालों के लिए नई सौगात

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शशी कुमार केसवानी, बात खाने की


भोपाल के ताज लेकफ्रंट रूफटॉप बार और लाउंज, इन्फिनिटी ने अपने मेहमानों के लिए सुस्वाद पेय- पदार्थों के साथ एक नया मनोरंजक मेन्यू पेश किया। यह फेस्टिव सीजन की शुरुआत के साथ एक सुनियोजित कदम के रूप में आता है। मेन्यू पिज्जा, बिरयानी और पास्ता जैसे सभी समय के पसंदीदा व्यंजन के साथ-साथ भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बार खाद्य पदार्थों की एक विस्तृत विविधता प्रदान करता है। मैन्यू का यह नया रूप शहर के पसंदीदा स्वादों और भोजन के रुझानों को ध्यान में रखते हुए इसे इंजीनियर किया गया है। लॉन्च पर ताज लेकफ्रंट भोपाल के एग्जीक्यूटिव शेफ अनूप गुप्ता ने कहा, “मैन्यू को हमने काफी गहन शोध के बाद डिजाइन किया गया है। बार के क्लासिक व्यंजन को एक मॉडर्न फ्यूजन के साथ पेश किया गया है। मेरे 30 से अधिक वर्षों के अनुभव में, मैंने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में स्थित आउटलेट्स के लिए मेन्यू तैयार किया है और यह मेन्यू मेरे सभी अनुभवों को एक साथ लाता है।

मेरी टीम इस प्यारे भोपाल शहर के लिए कुछ अनोखा पेश करने के लिए उत्साहित है और हमें पूरी उम्मीद है कि इन्फिनिटी में हमारे इस प्रयास से लोगों के एक्सपीरियंस को और मजेदार बना सकेंगे। मेन्यू में अनोखे फ्यूजन जैसे बटर चिकन स्लाइडर्स जिसमें चारकोल बन्स, बोटी कबाब जिसमें बीटरूट बन्स और तवा झिंगा टैकोस आर्डर कर सकते हैं। होटल की 10वीं मंजिल पर स्थित इन्फिनिटी ने शहर में सबसे मनमोहक दृश्यों के लिए एक नाम बनाया है और यह संडे सनडाउनर के लिए पार्टी प्रेमियों में काफी चर्चित है। लेकिन साथ ही साथ में बार टेंडर दीपेश के हाथों का जादू और शेफ के हाथों ने कमाल ही कर दिया। मैंने तो अनगिनत चीजों का स्वाद चख लिया अब आपकी बारी है। एक सुंदर वातावरण में अब ताज लेकफ्रंट में अलग स्वाद के साथ मॉकटेल और कॉकटेल का मजा ले।

आवा लिट फेस्ट जयपुर में सफलतापूर्वक संपन्न

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TIO NEW DELHI

आवा द्वारा जयपुर के जवाहर कला केंद्र में बड़े ही शानदार रूप से आयोजित किया गया ,जहां देशभर से आर्मी वाइव्स ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का आगाज़ आवा प्रेसिडेंट श्रीमती अर्चना पांडे के द्वारा किया गया तीन दिवसीय लिटरेरी फेस्टिवल में मुख्य अतिथि के रुप में बॉलीवुड के रणविजय सिंह,कुमुद मिश्रा जैसे प्रसिद्ध कलाकार मौजूद थे। कई पुस्तकों का विमोचन हुआ एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए रीजनल आवा प्रेसिडेंट मिसेज रवनीत भिंडर को सभी ने बधाई दी। राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था क्षितिज की संस्थापिका श्रीमती रंजीता सहाय अशेष जी भी वहां पैनेलिस्ट के रूप मे आमंत्रित थीं।

वे एक आर्मी अफसर की पत्नी हैं ,उन्होंने बताया ऐसे आयोजन सभी साहित्य प्रेमियों को एक मंच पर लाने का बहुत ही उम्दा प्रयास है। जनरल सिंग्हा, मिसेज सिंग्हा एवं अन्तरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कवयित्री मिसेज लिलि स्वार्ण ने रंजीता जी को उनके प्रभावशाली वक्तव्य के लिए काफी सराहा।

बंसल ग्रुप पर इस वजह से पड़ा आयकर का छापा, दिग्विजय सिंह के करीबी के घर पर भी छापा

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शशी कुमार केसवानी


आयकर विभाग ने मध्यप्रदेश में बंसल ग्रुप के 30 से ज्यादा ठिकानों पर छापा मारा है। ग्रुप के आनर सुनील बंसल और अनिल बंसल के यहां शुक्रवार सुबह विभाग की टीम पहुंची। सुबह 6 बजे से शुरू हुई यह कार्रवाई भोपाल के साथ ही महू और मंडीदीप में भी चल रही है। कंपनी एजुकेशन, रियल एस्टेट, हॉस्पिटैलिटी सहित अन्य सेक्टर में काम कर रही है। भोपाल के वर्ल्ड क्लास रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के डेवलपमेंट का काम भी बंसल ग्रुप कर रहा है।
सूत्र बता रहे है कि दो राजनैतिक व्यक्तियो की वजह से यह छापा पड़ा है। मप्र के एक ताकतवर मंत्री हमेशा बंसल गु्रप को हर चीज में सपोर्ट करते है, वहीं प्रदेश के सबसे ताकत राजनैतिक भी उन्हें सपोर्ट करते है। बंसल गु्रप की वजह से दोनों राजनैतिकों के बीच में पिछले लंबे समय से दरार लंबी होती जा रही है। दोनों राजनेता चाहते है कि बंसल गु्रप उनके पाले में रहे। अब इस छापे के बाद जो बंसल गु्रप की ज्यादा मदद करेगा बंसल गु्रप उसका करीबी हो जाएगा इसके साथ ही साथ केंद्रीय की भी नजर बंसल गु्रप पर बहुत समय से टिकी थी। केंद्र कभी भी नहीं चाहता है कोई बड़ा गु्रप राज्य के राजनैताओं को जरूरत से ज्यादा सहयोग करें। उसका संपर्क सीधा केंद्र से होना चाहिए। कुल मिलाकर बंसल गु्रप को जितना फायदा राजनीति से हुआ है अब उतना ही नुकसान राजनीति के चक्कर में होगा। इसमें बड़ी बात यह है बहुत सारे राजनीतिकों और ब्यूरोक्रेटस के पैसे भी बंसल गु्रप में लगे है। उन सब में भी भारी बैचेनी देखी जा रही है। अब आने वाला वक्त तय करेगा कि बंसल गु्रप के कौन करीब रहेगा और कौन दूर रहेगा।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के चर्चित इंदौरी उद्योगपति और रियल इस्टेट कारोबार से जुड़े मित्र सुभाष गुप्ता के दफ्तर पर भी आयकर विभाग ने सर्च की है। सूत्रों का कहना है कि बीते दो-तीन दिनों से यह सर्च चल रही है। हालांकि भिचौली स्थित उनके निवास पर तो यह सर्च नहीं की गई। मगर आयकर विभाग की टीम सुभाष गुप्ता के साकेत स्थित 11, जॉय बिल्डर्स में मौजूद दफ्तर पर अवश्य जांच-पड़ताल के लिए पहुंची। हालांकि आयकर विभाग ने अधिकृत रूप से इस सर्च की कोई जानकारी मीडिया को नहीं दी है। मगर सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों इंदौर में रियल इस्टेट कारोबारियों के यहां मारे गए छापों में मिली लिंक के आधार पर यह सर्च की गई। उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से श्री गुप्ता मुंबई में रहे हैं और इंदौर में उनके कुछ प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिसमें एक प्रोजेक्ट भमोरी में प्राधिकरण के भूखंडों पर भी अजुरे नाम से लाया जा रहा है। कुछ समय पूर्व श्री गुप्ता की एक सर्जरी भी हुई थी। उसके बाद उनका स्वास्थ्य बिगड़ा और एयर लिफ्ट कर उन्हें मुंबई भी ले जाना पड़ा। इंदौर के रियल इस्टेट के कारोबार में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में सुभाष गुप्ता का काफी दबदबा रहा।


आईटी की टीम ने मंडीदीप में बंसल इंजीनियरिंग कॉलेज के सेकेंड फ्लोर को सील कर दिया है। यहां 2 गाड़ियों से टीम पहुंची और अकाउंट विभाग में दस्तावेज जांचने शुरू किए। महू के सुशीला देवी बंसल कॉलेज आफ इंस्टिट्यूट में करीब 10 अधिकारियों की टीम 2 गाड़ियों से पहुंची और अकाउंट सेक्शन में कार्रवाई शुरू की। जिन गाड़ियों में इनकम टैक्स के अधिकारी पहुंचे उनके पीछे रिंग सेरेमनी के स्टीकर लगे हैं। इन पर रश्मि संग अरविंद लिखा है। प्रदेश के विभन्न शहरों में चल रही छापेमार कार्रवाई में करीब 120 गाड़ियों से अफसर पहुंचे हैं।

इससे पहले 18 ठिकानों पर की थी कार्रवाई

भोपाल में बंसल ग्रुप ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का रिडेवलमपेंट का काम किया है। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, तब इसका नाम हबीबगंज से बदलकर रानी कमलापति किया गया था। बंसल ग्रुप ने कई सड़कों का निर्माण किया है। इनके टोल प्लाजा इसी ग्रुप के पास हैं। हाल ही में कोलार भोपाल के 15 किलोमीटर नई रोड बनाने का 222 करोड़ का ठेका भी इसी ग्रुप को मिला है।

कई सेक्टर में काम करता है बंसल ग्रुप

  1. बंसल इंस्टीट्यूट आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, भोपाल 2. बंसल इंस्टीट्यूट आॅफ रिसर्स एंड टेक्नोलॉजी, भोपाल 3. बंसल इंस्टीट्यूट आॅफ रिसर्स एंड टेक्नोलॉजी एंड साइसेंस, भोपाल 4. बंसल कॉलेज आफ फामेर्सी, भोपाल 5. बंसल कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग, मंडीदीप 6. सुशीला देवी बंसल कॉलेज आॅफ इंजीनियरिंग, इंदौर 7. बंसल हॉस्पिटल, भोपाल 8. बंसल न्यूज, भोपाल 9. बंसल एक्सट्रेशन एंड एक्सपोर्ट, मंडीदीप 10. एसडी बंसल आयरन एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड (टीएमटी सरिया), मंडीदीप 11. बंसल कंस्ट्रक्शन वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड, भोपाल 12. बंसल माइंस एंड मिनरल्स, भोपाल 13. बंसल टेक प्रोफेशनल्स, भोपाल 14. बंसल पाथवे (रानी कमलापति रेलवे स्टेशन) भोपाल 15. बंसल वन, भोपाल

महू के सुशीला देवी बंसल कॉलेज पर आयकर विभाग की टीम सुबह 6 बजे छापा मारा। कार्रवाई करने आई टीम में 10 सदस्य शामिल है, जो कॉलेज के अंदर कागजातों की छानबीन कर रहे हैं। अधिकारी यहां पर दो गाड़ी हायर करके पहुंचे थे। इन गाड़ियों पर सगाई के स्टीकर भी चिपके हुए थे।

बात यहां से शुरू करते हैं…

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अरविंद तिवारी

विस्तार की आहट- संघ और सिंधिया के पसंदीदा मंत्री है निशाने पर दिसंबर का दूसरा पखवाड़ा आते-आते प्रदेश के कई मंत्रियों की किस्मत का फैसला हो जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार की आहट के बीच अलग-अलग स्तर पर हुई एक्सरसाईज के बाद भाजपा के कोर ग्रुप के सामने परिदृश्य स्पष्ट हो चुका है और गुजरात व हिमाचल के नतीजों के बाद विस्तार आकार ले सकता है। चौंकाने वाली जानकारी यह सामने आ रही है कि जिन मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाना है, उनमें से कुछ को संघ की पसंद पर और कुछ सिंधिया की सिफारिश पर मंत्री बनाए गए थे। मजेदार बात यह है कि नए मंत्रियों के रूप में जिन्हें मौका मिलना है, उनमें से ज्यादातर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के खासमखास बताए जा रहे हैं। यानि यहां भी फायदे में शिवराज ही रहेंगे।

ब भाजपा कांग्रेस दोनों के निशाने आदिवासी वोट और 60 सीटे

चुनावी साल में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने आदिवासी मतों को साधने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। यह सब उस स्थिति में करने पड़ रहा है, जब पिछले 18 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है और इसके पहले कांग्रेस सालों तक सत्ता में रह चुकी है। दरअसल सत्ता में रहते हुए चाहे कांग्रेस हो या भाजपा किसी का भी ध्यान इस वर्ग के लोगों की ओर नहीं रहता है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जाते हैं, यह वर्ग दोनों दलों के लिए माई-बाप की भूमिका में आ जाता है। कारण साफ है, प्रदेश की 60 से ज्यादा सीटों पर आदिवासी मतदाता निर्णायक भूमिका रहते हैं और ये जिसका साथ दे देते हैं, उसी की सरकार बन जाती है। दोनों दलों की ताजा कवायद भी इसी का हिस्सा है।

75 पार का मामला, जटिया के बोल वचन के बाद फिर नई बहस

बमुश्किल भारतीय जनता पार्टी की मुख्यधारा की राजनीति में आप पाएं सत्यनारायण जटिया एक तरह से भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को ही चुनौती देते नजर आ रहे हैं। 75 पार के ज्यादातर नेताओं से मुक्ति पा रही भाजपा में जटिया के उस बयान के बाद फिर गहमागहमी शुरू हो गई है जिसमें वे यह बोल गए थे कि ऐसा कोई फैसला पार्टी में हुआ नहीं है। प्रतिक्रिया सबसे पहले कुसुम महेदेले की आती और वे बोली यदि ऐसा नहीं है तो फिर मेरा टिकट क्यों काटा गया।

स्वाभाविक है कमलनाथ का दर्द, ऊपर पाट, नीचे सपाट जैसे हालात है कांग्रेस में

कमलनाथ का दर्द स्वाभाविक है। उम्र के इस पड़ाव पर भी कांग्रेस के लिए मध्यप्रदेश में जो मेहनत वे कर रहे हैं, उसकी कांग्रेस के दिग्गज भी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। लेकिन नीचे यानि जिला, शहर और ब्लाक स्तर पर सपाट जैसी स्थिति है। जब जिले और शहर के अध्यक्ष कमलनाथ के सामने बैठते हैं तो हां में हां मिलाते हुए यह संदेश देते हुए नजर आते हैं कि जैसा प्रदेश कांग्रेस ने कहा था, वैसा ही उन्होंने कर दिया। हकीकत इसके विपरीत रहती है, यही कारण है कि पिछले दिनों इंदौर में होने वाला संभाग के जिलों के सेक्टर, मंडलम के पदाधिकारियों का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। इसकी तैयारी में लगे नेताओं को जब पता चला कि सारी कवायद कागजों पर हुई है, तो उन्होंने कमलनाथ से ही कहकर इसे निरस्त करवाया।

विक्रांत युवक कांग्रेस को मजबूत करने में लगे, वानखेडे पदाधिकारी बंनवाने में जुटे

मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया भले ही संगठन को मजबूत करने के लिए रात दिन एक किए हुए हैं लेकिन उनके सामने लड़कर अध्यक्ष का चुनाव हारे आगर के विधायक विपिन वानखेड़े उन्हें कमजोर करने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे हैं। युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपनी नजदीकी का फायदा उठाकर वानखेडे इन दिनों सीधी नियुक्तियां करवा रहे हैं। इनमें ज्यादातर वे लोग हैं जो वानखेड़े के एनएसयूआई का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उनके सहयोगी की भूमिका में थे। ‌ यह पदाधिकारी विक्रांत के लिए परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं।

पलड़ा फिर सुलेमान की तरफ ही झुक रहा है

किस्मत हो तो मोहम्मद सुलेमान जैसी। हालांकि मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव को लेकर अभी भी असमंजसता बरकरार है। अभी सारे विकल्प खुले हुए हैं, लेकिन ‘सरकार’ के खास अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान फिर फायदे में रह सकते हैं। खबर यह आ रही है कि मुख्य सचिव पद के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे अनुराग जैन को केंद्र सरकार छोडऩा नहीं चाहती। वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को सेवावृद्धि मिलने की संभावना भी नगण्य होती जा रही है। इस सबमें फायदा सुलेमान का ही होना है। हालांकि जे.एन. कंसोटिया ने समिधा में दस्तक देने के बाद यह मानकर चल रहे हैं कि किस्मत उनका साथ दे सकती है, क्योंकि चुनावी साल में एससी, एसटी भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर हो गया है।

अब पुलिस में बड़े बदलाव की आहट, कई आईजी और एसपी निशाने पर

आईएएस अफसरों के बड़ी संख्या में तबादले के बाद अब आईपीएस अफसरों की बारी है। कई आईजी और डीआईजी का बदलना तय है। डीआईजी बनने के कगार पर खड़े कई एसएसपी बड़े रेंज में भेजे जा रहे हैं। रेंज में पदस्थ एडीजी और आईजी भी निशाने पर है। इनका स्थान पाने के लिए पीएचयू में बैठे कई अफसर भी सक्रिय हो गए हैं। जिलों में एसपी बनने वालों की तो लंबी सूची है और इसी कारण निर्णय भी नहीं हो पा रहा है। इस सबके बीच सबसे ज्यादा चर्चा इंदौर के नए पुलिस कमिश्नर को लेकर है। देखते हैं किसे मिलता है मौका।

चलते-चलते

कमलनाथ की मौजूदगी में हुए स्वप्निल कोठारी के सफल और गरिमामय आयोजन के बाद अब सत्यनारायण पटेल अपनी ताकत दिखाने के लिए राहुल गांधी की मौजूदगी में बड़ा कार्यक्रम करना चाह रहे हैं। हालांकि पटेल ने प्रदेश के प्रभारी जे.पी. अग्रवाल की मौजूदगी में जो यात्रा निकाली थी, वह बुरी तरह विफल रही थी।

पुछल्ला

नए कलेक्टर इलैया राजा टी. पर दोहरी चुनौती है। उन्हें अपनी प्रशासनिक पकड़ तो दिखाना ही है, लेकिन खुद को एक अच्छा मैनेजर भी साबित करना है। इंदौर कलेक्टर के लिए यह एक अतिरिक्त योग्यता जैसा मामला है। कठिन दौर में अपने मैनेजमेंट के बूते पर ही निवर्तमान कलेक्टर मनीष सिंह पूरे प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल हुए थे।

बात मीडिया की

अलग-अलग भूमिका में रहते हुए दैनिक भास्कर के म.प्र. संस्करणों में लंबे समय से मनमानी कर रहे अवनीश जैन की रवानगी का बड़ा कारण उस खबर को माना जा रहा है, जिसे भोपाल संस्करण की संपादक उपमिता वाजपेयी की जानकारी के बिना जैन ने पहले पन्ने पर छपवाने की कोशिश की थी। इसमें सफल नहीं होने पर वे वाजपेयी को तेवर दिखाने लगे थे और यही तेवर उन्हें भारी पड़ गए।

नई दुनिया के स्टेट एडिटर सद्गुरु शरण अवस्थी और अभी द सूत्र में
इंदौर प्रभारी की भूमिका देख रहे सीनियर रिपोर्टर संजय गुप्ता की लगातार मुलाकात नई दुनिया की रिपोर्टिंग टीम के बीच चर्चा का विषय बन चुकी है।

एक समय जिस नई दुनिया में नौकरी के लिए नए पुराने पत्रकारों की कतार लगी रहती थी उस अखबार को अब तमाम कोशिशों के बावजूद अच्छे रिपोर्टर और सब एडिटर मिल नहीं रहे हैं। आने वाले समय में प्रेम जाट और विनय यादव नई दुनिया की रिपोर्टिंग टीम का हिस्सा हो सकते हैं।

वरिष्ठ पत्रकार पंकज भारती और डेस्क के वरिष्ठ साथी मनोज दुबे टीम मातरम इंडिया का हिस्सा हो गए हैं। पंकज दैनिक भास्कर, पत्रिका और नईदुनिया में भी सेवाएं दे चुके हैं। मनोज भी नईदुनिया और भास्कर सहित कई अखबारों में रह चुके। ‌

दैनिक स्वदेश की तकनीकी शाखा यानि कम्प्यूटर विंग अब नई टीम के जिम्मे हो गई है। लंबे समय से यह काम अश्विनी खरे और चंद्रेश गौड़ की टीम संभाल रही थी।

प्रजातंत्र में पेज डिजाइनर के रूप में तरुण यादव और देवेन्द्र चौहान ने आमद दे दी है।

Newest haunt for fine-dining in Bhopal: Memsaheb

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Samarpita Mukherjee Sharma

Always on a look out for good food in the city, a bunch of us from Bhopal Bloggers Association dropped at Memsaheb for mid-week lunch and some fun. I’ll be honest, this was a place I had not heard of before or seen any pictures of. Their social media also didn’t reveal much. So, I’d walked in not sure what to expect. I knew it is a fine-dine restaurant, but it remained to be seen exactly how fine.

As one walks in at Memsaheb, one sees neutral tones with a splatter of floral prints in the decor. Wicker lights on the ceiling add to the understated, classy look. I think the designer did a fabulous job with the instructions they were given. Anyhow, we’d come there to eat, right? We’ve all been to plenty of places with great decor and underwhelming eating experience.

Memsaheb truly surprised me in a great way. Speaking to founder Anita Ajwani Agarwal who is a globally trained chef herself, one could feel that the food that is being cooked will be good. She not only understands food, but being a Bhopali, she understand the Bhopali tastebud too.

And the food didn’t disappoint at all – from plating to quantity to taste, everything was excellent and competitive. The soup was served in a glass jar with croutons that had cheese fillings. It is surely one of the best tomato soups I’ve had. The chat platter or as pop culture calls it – chaatcuterie, was mind-blowing and every element in it was a delight.

The papaya salad hit the right spots and the bamboo biryani was well-cooked. Smoked chicken was paired with mirchi paratha, the chicken steak was packed with flavours of gondhoraj lebu, and the chicken sizzler was paired with sticky rice. The iced tea was blended at the restaurant, as are all the spices and even coffee that are made in-house!

Both food and ambiance along with the decor at Memsaheb promise the fine-dine experience that is so scarce in the city. It’s always great to have more options and this place is a great option for dates, meeting friends, kitty parties, or family get-togethers. I’ll be going back for the steak soon!

NIA का बड़ा खुलासा: भारत पर फिर से आतंकी हमले करवाने की फिराक में दाऊद, हवाला के जरिए भेजे 13 करोड़ रुपये

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TIO BHOPAL

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने टेरर फंडिंग मामले को लेकर अपनी चार्जशीट में बड़ा खुलासा किया है। NIA ने बताया है कि दाऊद और उसके सहयोगी छोटा शकील एक बार फिर से भारत पर आतंकी हमले करवाने की फिराक में लगे हैं। NIA के अनुसार दाऊद ने इसके लिए हवाला के जरिए पाकिस्तान से दुबई के रास्ते सूरत और फिर मुंबई 25 लाख रुपये भेजे हैं। ये रुपये आरिफ शेख और शब्बीर शेख को भेजे गए हैं। इस तरह से दोनों ने पिछले चार साल में हवाला के जरिए 12 से13 करोड़ रुपये भेजे हैं। गवाह सूरत का एक हवाला ऑपरेटर है जिसकी पहचान सुरक्षा कारणों से गोपनीय रखा गया है। बयान में कहा गया है कि जांच के दौरान यह पता चला है कि राशिद मरफानी उर्फ राशिद भाई दुबई में वांछित गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील के पैसे को भारत भेजने के लिए हवाला मनी ट्रांसफर का काम स्वीकार करता था।

चार्जशीट में दाऊद, शकील के अलावा और भी नाम
चार्जशीट में दाऊद, शकील, उसके साले सलीम फ्रूट, आरिफ शेख और शब्बीर शेख को नामजद किया गया है। अंतिम तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। एनआईए ने अपने आरोपपत्र में बताया कि कैसे 25 लाख रुपये पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों के लिए भारत भेजे गए। एनआईए ने दावा किया कि शब्बीर ने 5 लाख रुपये रखे थे और बाकी आरिफ को एक गवाह के सामने दिए थे। एनआईए ने कहा कि यह ध्यान रखना उचित है कि 9 मई, 2022 को उनके घर की तलाशी के दौरान शब्बीर से 5 लाख रुपये बरामद किए गए थे।

डी कंपनी के निशाने पर कई शहर, दंगा कराने के लिए भेजे थे रुपये
डी-कंपनी के खिलाफ दायर एनआईए की चार्जशीट के मुताबिक, भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के निशाने पर देश के बड़े राजनेता और कई बड़ी हस्तियां भी उसके निशाने पर हैं। इतना ही नहीं दाऊद ने डी कंपनी भारत के अलग-अलग शहरों में दंगा कराने के लिए मोटी रकम भी भेजी थी। इनमें भारत की राजधानी नई दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई सबसे टॉप लिस्ट में थे।

सिंधिया बैठक शुरू होने के कुछ देर बाद ही अचानक बाहर निकल आए

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बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में शामिल होने मंगलवार को भाजपा के सभी बड़े नेता भोपाल के 7 नंबर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में इकट्‌टा हुए। बैठक में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठक शुरू होने के कुछ देर बाद ही अचानक बाहर निकल आए। इसके पहले उन्होंने कहा- आगे की रणनीति पर विचार विमर्श करेंगे। 2023 में कमल का फूल फिर मध्यप्रदेश में खिलेगा। हम साथ में बैठकर जीत का संकल्प लेंगे।

वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर निशाना साधा। बोले- यात्रा चाहे जितनी भी ऐतिहासिक हो, कमलनाथ के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की ऐतिहासिक हार होगी। राहुल गांधी के मध्य प्रदेश में संतों के साथ नर्मदा स्नान पर बोले-दक्षिण से गोल टोपी पहन कर चले हैं, यहां आकर कुछ न कुछ नाटक तो करेंगे ही। कमल नाथ के मंदिर मस्जिद के रोजगार वाले बयान पर बोले- महाकाल लोक जाकर देखें, कितने लोगों को रोजगार मिल रहा है, इसके बाद वो ऐसी बातें नही करेंगें।

BJP एक जीवंत राजनैतिक दल है

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- BJP एक जीवंत राजनैतिक दल है, जहां 365 दिन काम होता है। लगातार काम के मद्देनज़र कोर ग्रुप की बैठक होती रहती है। संगठन के विस्तार की दृष्टि से राजनीतिक दृष्टि से, आगामी चुनावों की दृष्टि से, विचार-विमर्श नियमित रूप से होता रहता है।

निगम मंडल की नियुक्तियों पर बोले- मध्य प्रदेश में जो नियुक्तियां होनी हैं वो पार्टी के संज्ञान में हैं। जो ज़िम्मेदार लोग हैं, वो इस पर विचार करेंगे। भारत जोड़ो यात्रा को उन्होंने अप्रासंगिक इवेंट बताया। कहा- आज जरूरत है, देश में जो समस्या है, उन सब पर बैठकर राजनैतिक दल बैठकर विचार करें। एक मत होकर उसके लिए काम करें। भारत जोड़ो यात्रा निकालने का सवाल उठता ही नहीं है। भारत आखिर टूट कहां रहा है।

निगम मंडलों की नियुक्तियों पर आखिरी दौर की चर्चा

मप्र में लंबे समय से खाली पड़े निगम, मंडलों, बोर्ड और आयोगों में नियुक्तियों पर भी बैठक में चर्चा होगी। सूत्रो की मानें तो अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए बीजेपी अपने नाराज सीनियर नेताओं को इनमें एडजस्ट कर सकती है। हालांकि इसमें सिंधिया खेमे के कई दावेदारों के कारण पेंच फंसा हुआ है।

राहुल की यात्रा के कारण अटकी लिस्ट

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 20 नवंबर को बुरहानपुर के रास्ते एमपी में प्रवेश करेगी। ऐसे में कांग्रेस को झटका देने के लिए कांग्रेस के विधायकों और प्रभावशाली नेताओं को बीजेपी में शामिल कराने के प्रयास तेजी से चल रहे हैं। सूत्रों की मानें तो राष्ट्रपति के चुनाव में द्रोपदी मुर्मू के लिए क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों को बीजेपी में शामिल करने की कवायद चल रही है। हालांकि बीजेपी के नेता इस बात को सिरे से खारिज कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस और कमलनाथ की कार्यप्रणाली से परेशान होकर विधायक बीजेपी को ज्वाइन कर रहे हैं। ऐसे में अगर कोई नरेन्द्र मोदी और भाजपा से प्रभावित होकर हमारी पार्टी में आना चाहता है तो उसका स्वागत है। लेकिन हम किसी से संपर्क नहीं कर रहे हैं।

आदिवासी क्षेत्रों में सक्रिय संगठनों पर चर्चा

कोर ग्रुप की बैठक में आदिवासी क्षेत्रों में सक्रिय सामाजिक और राजनैतिक संगठनों को लेकर भी चर्चा होगी। बैठक में जयस के प्रति आदिवासी युवाओं का बढ़ते आकर्षण पर विचार मंथन किया जाएगा। इसके साथ ही बैठक में आदिवासी क्षेत्रों में लगातार बढ़ते आंदोलन और प्रदर्शनों को लेकर भी चर्चा होगी।

बैठक में ये शामिल

बैठक में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, फग्गन सिंह कुलस्ते, वीरेंद्र खटीक, प्रहलाद सिंह पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के अलावा ग्रुप के सदस्य गण शामिल होंगे। इनके अलावा बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव शामिल हो सकते हैं।

होटल जहांनुमा पैलेस में केक मिक्सिंग सेरेमनी का हुआ आयोजन

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सारी दुनिया में क्रिसमस का इंतजार रहता है, बच्चे तो बच्चे बड़े भी हमेशा इंतजार ही करते रहते हैं। क्योंकि इस अवसर पर खाने की कुछ अच्छी चींजे मिलती हैं जिसमें एक है रम केक।पूरी दुनिया में क्रिसमस से एक माह पूर्व केक मिक्सिंग का आयोजन किया जाता है, जिसमें बहुत सारे वाइन, रम स्क्वाच, सिंगल माल्ट के अंदर लकड़ी के कंटेनर के अंदर ड्रायफूड्स, भीगा हुआ रहता है।

एक माह बाद जब क्रिसमस पर केक बनता है तो इस ड्रायफूड का उपयोग किया जाता है। भोपाल में इसकी शुरूआत होटल जहांनुमा पैलेस में पिछले सात सालों से लगातार करता आ रहा है। इस साल भी यह आयोजन किया।

यह आयोजन एक उत्साह और उमंग के साथ किया जाता है। इस अवसर पर कई विदेशी मेहमान होटल के शेफ जीवन के साथ शेफ ब्रिजेश, सौरभ और शेफ सुरभि श्रीवास्तव व उनकी पूरी टीम, मैनेजमेंट में से शाजी थॉमस व अन्य कई लोग उपस्थित थे।

इसके अलावा भोपाल फूड ब्लॉगर एसोसिएशन के कई सदस्य व विदेश से आए कई अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम बहुत ही गरिमामय व उत्साह पूर्वक था। बस अब इंतजार है केक मिक्सिंग से बनने वाले रम केक का जो क्रिसमस के अवसर पर मिलेगा।

मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा

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मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी के अंडर में फेक फैकल्टी वाले प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज संचालित हैं। कई फैकल्टी ऐसे हैं, जो एक ही सेशन के दौरान कई कॉलेजों में काम कर रहे हैं।

यह गड़बड़ी एक ही फैकल्टी का अलग-अलग रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज की गई है। इसकी एक बानगी देखिए, फैकल्टी का नाम है विष्णु कुमार स्वर्णकार, जो 15 नर्सिंग कॉलेजों में प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और एसोसिएट प्रोफेसर है। 2021-22 के लिए 9 कॉलेजों की मान्यता निलंबित हो चुकी है। बाकी के 6 कॉलेजों में वो अब भी पदस्थ है।

हाईकोर्ट में पेश की गई रिपोर्ट के मुताबिक, विष्णु स्वर्णकार 2021-22 में मंडला के भरत इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग में प्रिंसिपल, इंदौर के जगदगुरु दत्तात्रेय कॉलेज ऑफ नर्सिंग में असिस्टेंट प्रोफेसर, जबलपुर की बंसल एकेडमी ऑफ नर्सिंग साइंस एंड लर्निंग में प्रिंसिपल और इंदौर के सफायर इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड साइंस में बतौर प्रिंसिपल दर्ज मिले।

इसी तहर एक लीना नाम की टीचिंग स्टाफ के 18 माइग्रेशन नंबर जनरेट किए गए। कहीं पर उसका नाम सिर्फ लीना लिखा गया तो कहीं पर कुमारी लीना और कहीं पर लीना के अलावा कई सरनेम लिखे गए। उसकी जन्म तारीख को बदल दिया गया। अलग-अलग कॉलेज में उसका पद बदलकर दिखाया गया।

फर्जीवाड़ा करने में छतरपुर, बालाघाट, बड़वानी, बैतूल, नर्मदापुरम, धार, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, खरगोन, पन्ना, विदिशा, टीकमगढ़, शहडोल, सिवनी, सीहोर आदि जिलों के कॉलेज भी शामिल हैं। इनमें से कुछ कॉलेजों में दिल्ली, यूपी, राजस्थान और हरियाणा के छात्रों ने भी प्रवेश लिया था।

70 कॉलेजों की मान्यता निलंबित
हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में नर्सिंग कॉलेजों के फर्जीवाडे़ को लेकर याचिका दायर की गई थी। दो से चार कमरों में चल रहे नर्सिंग कॉलेजों को नियम तोड़कर मान्यता देने पर हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इसके बाद से अब तक करीब 70 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता निलंबित की गई है।

लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता विशाल बघेल ने बताया कि कागजों में चलने वाले नर्सिंग कॉलेजों में दी जा रहीं डिग्रियों से आम मरीजों का जीवन खतरे में पड़ता है। इस कारण से हमने ऐसे संस्थानों पर कार्रवाई का अनुरोध कोर्ट से किया था। प्रदेश में करीब ऐसे और 200 नर्सिंग कॉलेज हैं जो नियमों को ताक पर रखकर चलाए जा रहे हैं।