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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: बूथों पर दिख रहा वोटरों का जोश

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आखिरी फेज में पूर्वांचल के 9 जिलों की 54 विधानसभाओं में वोट डाले जा रहे हैं। 9 बजे तक 8.5% वोटिंग हुई है। वहीं, वाराणसी के सलारपुर में कमल निशान और मंत्री अनिल राजभर की फोटो लगी मतदाता पर्ची बांटे जाने पर बवाल हो गया है। बसपा समर्थकों ने विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। कई जगहों पर EVM खराब होने की भी खबर है।

बनारस में योगी सरकार में पर्यटन मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी मतदान से पहले गो सेवा करने पहुंचे। बहुबली धनंजय सिंह पूजा-पाठ के बाद मतदान के लिए निकले हैं। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में वोट डाला। वहीं, बनारस की गलियों में लॉकडाउन के बाद पहली बार सन्नाटा दिख रहा है, जिसके चलते बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं

आधी सीटें संवेदनशील, क्योंकि बाहुबलियों के गढ़ में चुनाव

कई सीटों पर EVM के खराब होने की सूचना है। PM मोदी की संसदीय सीट बनारस में ही अकेले 7 बूथों से EVM खराब होने की खबरें आ रही हैं।वहीं, सातवें फेज में जिन 54 सीट पर वोटिंग चल रही है, उनमें से आधी सीटों को चुनाव आयोग ने संवेदनशील घोषित किया हुआ है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये सीटें बाहुबलियों के गढ़ से आती हैं।

इससे पहले पीएम मोदी, सीएम योगी, सपा सुप्रीमो अखिलेश और बसपा की मुखिया मायावती ने वोटर्स से अधिक संख्या में मतदान की अपील की है।

LIVE अपडेट्स

  • सपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि चंदौली जिले की मुगलसराय विधानसभा-380 के बूथ संख्या 137 प्राथमिक विद्यालय करवत, दुल्हीपुर में साइकिल के निशान वाले बटन पर किसी ने फेवीक्विक लगा दिया है।
  • आज़मगढ़ में डीआईजी अखिलेश कुमार ने मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया।
  • अजगरा विधानसभा के रामसिंहपुर गांव स्थित पंचायत भवन पर ईवीएम में खराबी के चलते अभी तक मतदान शुरू नहीं हुआ है।
  • मऊ के बूथ नंबर 116 स्वदेशी कॉटन मिल के बगल में पिता की जगह बेटा मतदान कर्मी का कार्य कर रहा था। पुलिस ने शाहिद को पकड़ा।
  • मऊ के बड़राव ब्लॉक के अमिला में शांतानंद स्वतंत्र भारत इंटर कॉलेज पर बूथ संख्या 51 पर 25 मिनट लेट से पोलिंग चालू हुआ।
  • समाजवादी पार्टी ने वाराणसी जिले की अजगरा विधानसभा के बूथ संख्या 84 पर ईवीएम खराब होने की शिकायत चुनाव आयोग से की।
  • वाराणसी में शिवपुर के भवानीपुर बूथ संख्या 27 पर मतदाता पर्ची न होने के कारण मतदाताओं को लौटाया जा रहा था। डीएम ने कहा वोटर लिस्ट में नाम है तो आईडी प्रूफ देखकर मतदान कराएं।
  • रोहनिया के बूथ संख्या 82 पर अभी तक पोलिंग स्टार्ट नहीं। पीठासीन अधिकारी व सेक्टर मजिस्ट्रेट से कंट्रोल रूम के कर्मचारी संपर्क कर रहे हैं।
  • आज़मगढ़ जिले के शिवली कॉलेज में 143 नंबर बूथ पर ई‌वीएम खराब,नहीं शुरू हो सका मतदान।
  • वाराणसी उत्तरी विधानसभा 311 नंबर बूथ पर मशीन खराब होने की सूचना है।
  • वाराणसी के जिलाधिकारी ने मोबाइल घर पर ही छोड़कर वोटिंग के लिए आने की लोगों से अपील की।
  • मतदान से ठीक पहले PM मोदी और CM योगी ने सोशल मीडिया पर वोटर्स से की मतदान की अपील।

कच्चे तेल के दाम में 2008 के बाद सबसे बड़ा उछाल, सेंसेक्स 1,700 पॉइंट से ज्यादा टूटा

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रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज 12वां दिन है। इधर, रूस ने पूरे यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान किया है। यह सीजफायर 12.30 बजे से शुरू होगा। इस दौरान युद्ध में फंसे लोगों को निकालने के लिए ह्यूमन कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह दूसरी बार है जब रूस ने यूक्रेन में सीजफायर का ऐलान किया है। इससे पहले दो शहरों में सीजफायर किया गया था। हालांकि रूस ने इसे कुछ घंटों में खत्म करके बमबारी शुरू कर दी थी।

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का बुरा असर दिखने लगा है। इसके चलते वैश्विक बाजारों में जोरदार गिरावट आई है, तो दूसरी ओर कच्चे तेल का दाम आसमान पर पहुंच गया है। सोमवार को कच्चे तेल के भाव में साल 2008 के बाद सबसे बड़ा उछाल आया और इसकी कीमत 139 डॉली प्रति बैरल को पार कर गई। 

रूस के यूक्रेन पर हमले के खिलाफ पश्चिमी देश लगातार रूस पर अपने प्रतिबंध तेज करते जा रहे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय सहयोगी रूसी तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। इसके चलते ब्रेंट 139.13 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई 130.50  डॉलर पर पहुंच गया। सोमवार को तड़के कच्चे तेल की कीमत में एकाएक 10 डॉलर की तेजी आ गई और इसने 14 साल के उच्चतम स्तर को छू लिया। गौरतलब है कि साल 2008 में कच्चा तेल 147 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।   

  • आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस और यूक्रेन दोनों के राष्ट्रपतियों से फोन पर बात करने वाले हैं। यह जानकारी केंद्र सरकार ने दी है।
  • जेलेंस्की की अपील पर अमेरिका और NATO ने रविवार को यूक्रेन को 17 हजार एंटी टैंक मिसाइलें और दूसरे हथियारों की खेप भेजी है।
  • रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यूक्रेन की मदद करने वाले देशों को धमकी दी है कि ऐसा करके वे रूस के साथ जंग को दावत दे रहे हैं।
  • रूसी सेनाओं ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर दो तरफ से हमला बोल दिया है। पूर्व की तरफ से रूसी सेनाएं कीव में दाखिल होने के लिए आगे बढ़ रही हैं। वहीं, पश्चिम की तरफ से रूस के सैनिक आम लोगों को निशाना बना रहे हैं।
  • यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि रूस ने यूक्रेन की डिफेंस इंडस्ट्री से जुड़े संस्थानों पर हमले का ऐलान किया है। इनमें से अधिकतर शहरों के बीच हैं, जहां चारों तरफ आम नागरिक रहते हैं। ऐसे में रूसी हमला सीधे तौर पर नागरिकों का मर्डर है।
  • जेलेंस्की ने रूसी हमले झेल रहे खार्किव, चेर्निहाइव, मारियुपोल, खेरसॉन, होस्टोमेल और वोल्नोवाखा शहरों को सोवियत परंपरा के अनुसार हीरो सिटी की उपाधि दी है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ के 12 शहरों को यह खिताब दिया गया था।
  • रूस और यूक्रेन के बीच पोलैंड में शांति समझौते पर तीसरे दौर की बातचीत हो सकती है।

शेयर बाजार में हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिल रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1,161 पॉइंट टूटकर 53,172 पर खुला। इसके बाद ये 10.20 बजे 1,708 पॉइंट की गिरावट के साथ 52,625 पर आ गया है। बैंकिंग शेयर्स की जबरदस्त पिटाई देखने को मिल रही है। सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 29 में गिरावट है। उधर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 459 अंक नीचे 15,785 पर कारोबार कर रहा है।

शुक्रवार को भी बड़ी गिरावट
इससे पहले शेयर बाजार में शुक्रवार को भी भारी गिरावट रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 366 पॉइंट (0.66%) गिरकर 55,102 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 108 अंक (0.55%) टूटकर 16,498 पर बंद हुआ था।

14 साल के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा कच्चा तेल
रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चे तेल की कीमत में लगातार उछाल दर्ज किया जा रहा है। सोमवार यानी 7 मार्च, 2022 को तड़के सुबह ग्लोबल बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 130 डॉलर के पार पहुंच गई। इससे पहले कच्चे तेल ने सबसे पहले 2008 में 128 डॉलर का आंकड़ा छुआ था।

सोने में शानदार तेजी
सोने में आज शानदार तेजी देखने को मिल रही है। आज सुबह 10 बजे वायदा बाजार (MCX) में सोना 991 रुपए की बढ़त के साथ 53,550 रुपए प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। वहीं चांदी भी 1,679 रुपए 70,965 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है।

ऑल टाइम हाई पर पहुंचा डॉलर
आज डॉलर के मुकाबले रुपया 77 पैसे की कमजोरी के साथ 76.93 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं, शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे की कमजोरी के साथ 76.16 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इस साल रुपए में अब तक 3.60% की गिरावट आ चुकी है।

यूक्रेन की ‘आपदा’ में भी ‘अवसर’ गँवा दिया विश्वगुरु ने !

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श्रवण गर्ग

विश्वगुरु भारत को अगर यह गलतफहमी हो गई थी कि ह्यूस्टन (टेक्सास, अमेरिका) की रैली में भक्तों से ह्यअब की बार ट्रम्प सरकार का नारा लगवा देने भर से रिपब्लिकन मित्र डॉनल्ड ट्रम्प की अमेरिका में फिर से सरकार बन जाएगी ; रूस और यूक्रेन दोनों से शांति की अपील कर देने भर से ही तानाशाह मित्र पुतिन अपनी सेनाएँ वापस बुला लेंगे ; और उसके एक इशारे पर पोलैंड, रोमानिया ,स्लोवाकिया और मोल्डोवा की सरकारें और वहाँ के नागरिक कीव आदि युद्धग्रस्त क्षेत्रों से अपनी जानें बचाकर पहुँचे हमारे हज़ारों छात्रों को आँखों में काजल की तरह रचा लेंगे तो वह अब पूरी तरह से समाप्त हो जाना चाहिए।

यूक्रेन के रेल्वे स्टेशनों, सड़कों और पोलैंड की सीमाओं पर हमारे छात्रों को जिस तरह का व्यवहार झेलना पड़ रहा है वह इस बात का प्रमाण है कि सरकार में बैठे ज़िम्मेदार लोगों ने अपने स्व-आरोपित आत्मविश्वास के चलते हज़ारों बच्चों को कितनी गम्भीर त्रासदी में धकेल दिया है ।इन पंक्तियों के लिखे जाने तक यूक्रेन में अध्ययनरत दो छात्रों (एक कर्नाटक से और दूसरा पंजाब से) द्वारा रूसी सैन्य कार्रवाई में जानें गँवा देने के समाचार हैं।

सरकारी दावों के विपरीत यूक्रेन से बाहर निकलने के लिए संघर्षरत सभी सैकड़ों या हज़ारों बच्चों की कुशल-क्षेम के ईमानदार समाचार प्राप्त होना अभी भी बाक़ी हैं। हज़ारों बच्चे अभी भी वहाँ फँसे हुए बताए जाते हैं और उन्हें ज्ञान दिया जा रहा है कि युद्ध क्षेत्र के बंकरों में संकट का सामूहिक रूप से सामना कैसे करना चाहिए ! भारतीय छात्र-छात्राओं द्वारा युद्धग्रस्त यूक्रेन और उसकी पश्चिमी सीमाओं से लगे पड़ौसी देशों में भुगती गईं/जा रहीं यातनाओं को ठीक से समझने के लिए इस घटनाक्रम को भी जानना ज़रूरी है :

काबुल से अपने सभी नागरिकों और समर्थकों को वक्त रहते सुरक्षित निकाल पाने की कोशिशों में दूध से जले राष्ट्रपति बाइडन ने दस फ़रवरी (तारीख़ ध्यान में रखें )को ही यूक्रेन में रह रहे सभी अमरीकियों के लिए चेतावनी जारी कर दी थी कि वे रूसी आक्रमण की आशंका वाले देश को तुरंत ही छोड़ दें। उन्होंने चेतावनी में यह भी कहा कि रूसी हमले की स्थिति में उनका प्रशासन नागरिकों को बाहर नहीं निकाल पाएगा।अमेरिका ही नहीं, ब्रिटेन, जर्मनी, आस्ट्रेलिया ,इटली, इज़राइल, जापान सहित कोई दर्जन भर देशों ने भी अपने नागरिकों, राजनयिक स्टाफ़ और उनके परिवारजनों को यूक्रेन तुरंत ही ख़ाली करने को कह दिया था। सिर्फ़ हमारी ही दिल्ली स्थित सरकार और कीव स्थित भारतीय दूतावास बैठे रहे।

भारतीय नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए जवाबदेह हमारे दूतावास ने क्या किया? उसने पंद्रह फ़रवरी (तारीख़ पर ध्यान दें ) यानी बाइडन की अपने नागरिकों को दी गई चेतावनी के पाँच दिन बाद भारतीय छात्रों को ह्यसलाहह्ण दी कि :ह्ण मौजूदा अनिश्चित स्थिति को देखते हुए ,भारतीय नागरिक, विशेषकर छात्र जिनका कि वहाँ रहना ज़रूरी नहीं है, यूक्रेन को अस्थाई तौर पर छोड़ने पर विचार कर सकते हैं।ह्ण वहाँ निवास कर रहे भारतीय मूल के नागरिकों को यह सलाह भी दी गई कि यूक्रेन के भीतर भी उन्हें ग़ैर-ज़रूरी यात्राएँ नहीं करना चाहिए। उक्त सलाहें भी इन आशंकाओं के बीच जारी कीं गईं कि रूसी हमला किसी भी समय हो सकता है।

भारतीय दूतावास द्वारा ह्यसलाहपत्रह्ण जारी किए जाने के वक्त तक लगभग सभी देशों की विमान सेवाओं ने यूक्रेन से अपनी उड़ानें बंद कर दीं थीं।जो एक-दो बचीं भी थीं उनमें भी सीटें नहीं मिल रहीं थीं और किराए दो गुना से ज़्यादा हो गए थे। एक छात्र ने तब टिप्पणी की थी कि दूतावास ने सूचना इतने विलम्ब से जारी की है कि वे यूक्रेन छोड़ ही नहीं सकते ।रूसी सेनाओं की बमबारी के बीच छात्रों से जो कहा जा रहा था उसका अर्थ यह था कि वे हज़ार-पंद्रह सौ किलो मीटर की यात्रा किसी भी साधन से पूरी करके पड़ौसी देशों में पहुँचें।

यूक्रेन के घटनाक्रम पर विचार करते समय स्मरण किया जा सकता है कि जिन तारीख़ों में छात्र अपनी जानें बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन तारीख़ों (मतदान के चरणों) में सरकार और सत्ताधारी पार्टी के बड़े नेता यूपी में सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। यूक्रेन पर जब 24 फ़रवरी को तीन तरफ़ से आक्रमण हो ही गया तब केंद्र सरकार पूरी तरह से हरकत में आई पर तब तक देश की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा और नागरिकों के आत्म-विश्वास को जो चोट पहुँचना थी, पहुँच चुकी थी। भारतीय छात्रों के दर्द को सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म पर शेयर की जा रही व्यथाओं में पढ़ा जा सकता है।

यूक्रेन से अपने नागरिकों को समस्त संसाधनों का उपयोग करके सुरक्षित तरीक़े से समय रहते निकाल लेने में उसी तरह की लापरवाही बरती गई जैसी कि तालिबानी हमले के समय काबुल से या उसके भी पहले कोरोना के पहले विस्फोट के तुरंत बाद वुहान (चीन) से भारतीयों को निकालने के दौरान देखी गई थी।वुहान में रहने वाले भारतीयों द्वारा अपने अपार्टमेंट्स से मदद के लिए जारी की गई वीडियो अपीलों और यूक्रेन के छात्रों के वीडियो सम्बोधनों में एक जैसी पीड़ाएँ तलाशी जा सकतीं हैं। याद दिलाने की ज़रूरत नहीं कि 1990 में वी पी सिंह की राजनीतिक रूप से कमजोर और आर्थिक तौर पर लगभग दीवालिया सरकार ने भी किस तरह से युद्धरत देशों कुवैत और इराक़ से एक लाख सत्तर हज़ार भारतीयों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया था।

जिस समय हमारे हज़ारों बच्चे यूक्रेन की कठिन परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए घरों को लौटने की जद्दोजहद में लगे हैं , हमारी आँखों के सामने उन लाखों प्रवासी मज़दूरों ,नागरिकों और बच्चों के चेहरे तैर रहे हैं जिन्होंने बिना किसी तैयारी और पूर्व सूचना के थोपे गए लॉक डाउन में सड़कों पर भूखे-प्यासे सैंकड़ों किलो मीटर पैदल यात्राएँ कीं थीं ।

पंचवटीह्ण, ह्ययशोधराह्ण और ह्यसाकेतह्ण जैसी अद्वितीय रचनाओं के शिल्पकार और ह्यभारत भारतीह्ण जैसी प्रसिद्ध काव्यकृति के रचनाकार मैथिलीशरण गुप्त ने वर्ष 1912-13 में जो सवाल किया था वह आज भी जस का तस क़ायम है :ह्ण हम कौन थे क्या हो गये हैं और क्या होंगे अभी!ह्ण अंग्रेज़ी अख़बार ह्यद टेलिग्राफ़ह्ण ने यूक्रेन के कारण भारत पर आई मुसीबत से सम्बंधित एक खबर का शीर्षक यूँ दिया है ;ह्ण आपदा में अवसर उलटा पड़ गया ।ह्ण

सीएम के जन्मदिन पर पानी को तरसे भोपालवासी

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अशोकागार्डन, जहांगीराबाद सहित कई क्षेत्रों में तीन दिनों से पानी की सप्लाई नहीं होने से रहवासी परेशान हो गए है। अशोकागार्डन निवासी यशवंत राजपूत ने बताया कि नल नहीं आने से पीने का पानी भी नहीं बचा है। अब खाना कैसे बनाएंगे। वहीं लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम अधिकारियों से भी की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं, वहीं सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज नहीं की जा रही है।

पैसेंजर ट्रेन के कोच में आग, एक कोच जलकर खाक हुआ

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मेरठ में शनिवार सुबह पैसेंजर ट्रेन के कोच में आग लग गई। यह हादसा मेरठ शहर से 18 किमी दूर दौराला स्टेशन पर हुआ। बताया जा रहा है कि सहारनपुर से दिल्ली की तरफ जा रही ट्रेन मेरठ के दौराला स्टेशन पर खड़ी हुई थी। अचानक ट्रेन के कोच में धुंआ उठने लगा। ट्रेन में आग की शुरूआत इंजन से शुरू हुई। इंजन के पीछे वाले पेसेंजर डिब्बे ने भी आग पकड़ ली। यात्री ट्रेन से कूदकर जान बचाकर भागते रहे। आग से एक कोच जलकर खाक हो गया।

कई ट्रेनें हुईं प्रभावित
दौराला रेलवे स्टेशन पर सहारनपुर-दिल्ली पैसेंजर में आग लगने के बाद दिल्ली-मेरठ रूट भी प्रभावित हो गया है। सुबह के समय कई महत्वपूर्ण ट्रेन वाया मेरठ होकर देहरादून और दिल्ली के लिए जाती हैं। सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन दिल्ली से देहरादून के बीच चलने वाली शताब्दी है। शताब्दी को मेरठ सिटी स्टेशन पर रोका गया है। वहीं इसके अलावा जम्मू से चलकर वाया मेरठ होकर दिल्ली जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस को सकौती स्टेशन पर रोका गया है। वहीं प्रयागराज से चलकर वाया मेरठ, सहारनपुर को जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस को भी सिटी स्टेशन पर रोका गया है। इसके अलावा कई अन्य ट्रेनें भी अभी मुजफ्फरनगर खतौली स्टेशन पर रोकी गई हैं। हवा तेज होने के कारण आग को पूरी तरह बुझाने का कार्य प्रभावित हो रहा है।

तीन घंटे से अधिक ठप रहने के बाद दिल्ली मेरठ रेल यातायात खोल दिया गया है। दिल्ली से देहरादून के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस को सिटी स्टेशन पर एक घंटे 43 मिनट खड़े रखना पड़ा। इसके बाद शताब्दी एक्सप्रेस को अब देहरादून की ओर चला दिया गया है।

अर्जुन सिंह जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम चुरहट में होगा, प्रसिद्ध कबीर गायक पद्मश्री प्रह्लाद टिपाणिया प्रस्तुति देंगे

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मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व देश के प्रशासन पर अपनी पकड़ रखने वाले जिन्होंने प्रदेश को ऊंचाईयों पर पहुंचाने वाले कुंवर अर्जुन सिंह जी “दाऊ साहब” की पुण्यतिथि पर छ: मार्च को सुबह नौ बजे चुरहट के राव सागर तालाब स्थित उनकी समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। यहाँ उनके चाहने वाले अनुयाई, वरिष्ठ नेतागण और स्थानीय जनता अपने दाऊ साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे। इस अवसर पर पद्मश्री प्रह्लाद टिपाणिया कबीर भजन प्रस्तुत करेंगे

राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले कुंवर अर्जुन सिंह जी के द्वारा गरीबों एवं सर्वहारा वर्ग के लिए किए कार्यों को आज भी याद किया जाता हैे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुये उन्होंने प्रदेश के गरीबों और आदिवासियों के हित में कई उल्लेखनीय कार्य किऐ इनमें एक बत्ती कनेक्शन, आदिवासियों के हित में तेंदूपत्ता नीति, झुग्गी झोपड़ी वासियों को मालिकाना हक अनेक जैसे क्रांतिकारी कदम शामिल हैें पंजाब के राज्यपाल रहते हुये उन्होंने अशांत पंजाब में राजीव लोंगोवाल समझौता कराकर देश में अमन और शांति का संदेश दियो केन्द्रीय मंत्री रहते हुये श्री अर्जुनसिंह जी ने शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय, जबलपुर में ट्रिपलआईटी, इंदौर में आईआईटी जैसे शिक्षा के केंद्रीय संस्थान दिये वहीं राजधानी भोपाल में भी फैशन डिजाइनिंग, साइंस इंस्टीट्यूट सहित अनेक शिक्षण संस्थान दिये इसके अलावा प्रदेश भर में जगह जगह खुले नवोदय विद्यालय अर्जुनसिंह जी की ही देन हैें उन्होंने प्रदेश में कई नये केंद्रीय विद्यालय भी खोले भोपाल में ज्यूडिशियल अकादमी खुलवाने के लिए उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकतो भारत भवन और नया विधानसभा भवन भी उन्ही की देन हैे इसके अलावा उन्होंने अपने पास आने वाले कई जरूरतमंद आगंतुकों के व्यक्तिगत काम भी किऐ इनके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगो

कुंवर अर्जुन सिंह ने अपने संपूर्ण राजनीतिक जीवन में हमेशा सांप्रदायिक ताकतों का विरोध करते हुए सहिष्णु भारत के निर्माण में अपना भरपूर योगदान दियो वे सदैव राजनीति से ऊपर उठकर बिना किसी विद्वेष और भेदभाव के उनके पास पहुंचने वाले हर व्यक्ति की सहायता प्राथमिकता से करते थे समसामयिक राजनीति में कुंवर अर्जुन सिंह के जीवन से बहुत सारी चीजें सीखने को मिलती हैें उनका पूरा जीवन राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय लोगों के लिए प्रेरणादायी हैे

आमिर और फातिमा ने चुपके से कर लिया निकाह?

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पिछले साल ही आमिर खान ने अपनी दूसरी पत्नी किरण राव से अलग होने का फैसला किया था। इसके बाद से ही सोसल मीडिया पर उनकी तीसरी शादी को लेकर अटकलें हैं। किसी ने कहा कि वे अपनी को एक्ट्रेस फातिमा सना शेख से शादी करने के लिए किरण अलग हो रहे हैं तो कभी उनकी शादी की तस्वीरें भी वायरल हुईं। एक बार फिर आमिर और फातिमा की शादी की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों को लेकर दावा किया जा रहा है कि दोनों के ये रिसेप्शन की फोटो है। फातिमा और आमिर की इस नई तस्वीर को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर दावा कर रहे हैं कि दोनों ने निकाह कर लिया है और फातिमा अब आमिर की तीसरी बेगम बन गई हैं। हालांकि इन दावों में सच्चाई नहीं है। तस्वीर को गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि इसमें किसी एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से एडिट किया गया है। 

असली तस्वीर में आमिर खान, किरण राव के साथ खड़े हुए हैं। जाहिर है किसी एडिटिंग करके किरण की जगह फातिमा का चेहरा लगा दिया है। यानी आमिर खान और फातिमा सना शेख की ये तस्वीर असली नहीं है। यूट्यूब पर फेक व्यूज पाने के लिए कुछ शरारती तत्व ऐसी खबरें वायरल करते हैं। हालांकि आपको इन सभी कबरों पर यकीन नहीं करना चाहिए।

इससे पहले भी आमिर और फातिमा की तस्वीर वायरल करते हुए दोनों की शादी का दावा किया गया था। आमिर की शादी पर एक पोस्ट जमकर वायरल हुई थी जिसमें कहा जा रहा था कि फातिमा शेख वही अभिनेत्री हैं जिन्होंने फिल्म दंगल में आमिर खान की बेटी का किरदार निभाया था। फिल्म में फातिमा ने गीता फोगाट की भूमिका अदा की थी। आज आमिर खान की तीसरी बेगम हो गई हैं। खैर ये इनका निजी मामला है, लेकिन ये वही आमिर खान हैं जो सत्यमेव जयते को प्रमोट करते हैं क्या ये बहु विवाह पर भी कुछ बोलेंगे?

रूसी अटैक में 47 यूक्रेनी नागरिक मारे गए

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रूस की ओर से यूक्रेन पर शुरू किए गए हमलों को अब 10 दिन हो चुके हैं। इसके बावजूद यूक्रेन के कई शहर अब भी रूसी सेना के नियंत्रण से बाहर हैं। अब अमेरिका और नाटो के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि यूक्रेन पर अपना कब्जा जमाने के लिए रूस तब तक बम बरसाएगा, जब तक सभी शहर खुद आत्मसमर्पण नहीं कर देते। अफसरों ने कहा कि रूस के हवाई हमलों की वजह से आने वाले दिनों में आम नागरिकों के मारे जाने का आंकड़ा और ज्यादा बढ़ सकता है। गौरतलब है कि इससे पहले नाटो ने खुद यूक्रेन के हवाई मार्ग को नो फ्लाई जोन घोषित करने से इनकार कर दिया था। रूसी अटैक में 47 यूक्रेनी नागरिक मारे गए; जेलेंस्की बोले- पुतिन को नहीं रोका तो मिट जाएगा यूरोप

रूस ने फेसबुक-ट्विटर को बैन किया
यूक्रेन से जंग के बीच रूस ने फेसबुक और ट्विटर पर बैन लगा दिया है। पुतिन प्रशासन ने कहा है कि रूसी मीडिया के कंटेंट पब्लिशिंग में भेदभाव करने की वजह से यह प्रतिबंध लगाया गया है। रूसी सेंसरशिप एजेंसी रोसकोम्नाडजोर ने कहा कि फेसबुक-ट्विटर के खिलाफ 26 मामले आए थे, जिसके बाद यह फैसला किया गया है। वहीं फेसबुक ने बयान जारी कर कहा है कि रूस के इस फैसले से लाखों लोगों को भरोसेमंद जानकारी नहीं मिल सकेगी।

यूक्रेन की राजधानी कीव पर हवाई हमले का अलर्ट जारी किया गया है। निवासियों को पास के आश्रय गृह जाने की अपील की गई है। युद्ध के 10वें दिन भी रूस आक्रामक नजर आ रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि उसने पूर्वी यूक्रेन पर ड्रोन से अटैक कर आइदर बटालियन पोस्ट को तबाह कर दिया। यूक्रेन की एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि रूस ने एक सप्ताह के भीतर यूक्रेन पर 500 से अधिक मिसाइलों से हमला किया है। हर दिन 24 अलग-अलग मिसाइलें भी लॉन्च कर रहा है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर एक स्पेशल फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची। एक छात्रा ने बताया कि हमारे लिए वहां रहना बहुत कठिन था, हम भारत सरकार का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने हमें वहां से निकालकर यहां वापस लाए। वापस आकर हम बहुत खुश हैं।

एक नतमस्तक राजनेता : शिवराज सिंह

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राकेश अचल

मध्य्प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कल 5 मार्च को 63 साल के हो जायेंगे,यानि उनका चौसठवां जन्मदिन मनाया जाएगा .ये मौक़ा शिवराज सिंह के लिए शुभकामनाएं व्यक्त करने और बधाइयां देने का है .वे शतायु हों ऐसी शुभकामनाएं हमारी भी हैं .जन्मदिन के मौके पर अक्सर व्यक्ति के कसीदे काढ़े जाते हैं ,हर कोई ठकुरसुहाती में जुट जाता है लेकिन ये दिन असल में व्यक्ति के मूल्यांकन का दिन भी होता है और इस दिन का इसी तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए .
मध्य्प्रदेश की राजनीति में शिवराज सिंह पहले और शायद आखरी नेता होंगे जो काठ की हांडी साबित नहीं हुए. शिवराज सिंह काठ की हांडी से बेहतर साबित हुए और उनकी पार्टी भाजपा ने उन्हें लगातार 32 साल से बार-बार इस्तेमाल किया .ये शिवराज सिंह की दक्षता रही की उन्होंने हर भूमिका में अपने आपको कामयाब साबित किया सिवाय 2018 के विधानसभा चुनाव के .2018 के विधानसभा चुनाव की पराजय के बाद भी शिवराज अपनी पार्टी के भरोसेमंद नेता बने हुए हैं .


शिवराज सिंह को याद करने के अनेक कारण हैं .इनमें से एक सबसे बड़ा कारण है उनका पूरे राजनीतिक जीवन में देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश का 13 वर्ष से अधिक मुख्यमंत्री रहना .राजनीति के बड़े-बड़े चाणक्यों के कहते में ये कीर्तिमान दर्ज नहीं है.इस कीर्तिमान के पीछे शिवराज सिंह चौहान की अपनी कार्यशैली के साथ ही उनका नसीब भी बराबर का भागीदार है .उनकी किस्मत थी की वे राजनीति में सीधे लोकसभा चुनाव जीतकर आये .लगातार चार बार सांसद रहे शिवराज सिंह चौहान को पार्टी ने जब भाजयुमो का अध्यक्ष बनाया था तब लगता नहीं था की वे एक कामयाब युवा नेता साबित होंगे लेकिन उनकी हांडी में शायद काठ था ही नहीं ीालिये वे इस अग्नि परीक्षा में भी कामयाब हुए.


मुझे याद है की उनके नसीब ने उन्हें 2005 में कैसे अचानक प्रदेश का मुख्यमंत्री बना दिया था. मध्यप्रदेश को कांग्रेस से छीना था उमा भारती ने लेकिन वे कुछ कहने बाद ही राज कर पायीं.उनकी जगह आये बाबूलाल गौर को उमा पचा नहीं पायीं और ऐसे में विकल्प के तौर पर शिवराज सिंह चौहान को लाया गया .तब कोई नहीं जानता था की शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश की राजनीति में ‘अंगद का पैर’ साबित होंगे,जिसे हिला पाना कांग्रेस के लिए तो दूर उनकी अपनी पार्टी के दुसरे नेताओं के लिए भी असम्भव होगा .शिवराज एक बार नसीब से दो बार अपने पुरषार्थ से और चौथी बार भी नसीब से मुख्यमंत्री बने .ये कीर्तिमान ही शिवराज सिंह चौहान को अपनी पार्टी के तमाम नेताओं से अलग बनाता है .
मुझे लगता है कि शिवराज का नसीब आगे भी उनका साथ देने वाला है. वे भले ही पांचवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें या न बनें किन्तु वे हमेशा पार्टी की राजनीति में प्रासंगिक रहेंगे .मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की पारी बहुत यादगार दिखाई नहीं देती. इस बार वे महाराज की बैशाखियों के सहारे मुख्यमंत्री हैं और बैशाखियों के सहारे कोई नेता अपनी साख न बना सकता है और न कायम रख सकता है .बीते दो साल में मुख्यमंत्री रहते हुए वे न पहले की तरह लोक-लुभवन तरीके से फैसले कर पा रहे हैं और न खुलकर खेल पा रहे हैं. उनके तमाम महत्वपूर्ण फैसलों पर एक दबाब दिखाई देता है .


शिवराज सिंह चौहान की उपलब्धियां गिनाने की जरूरत इसलिए नहीं है क्योंकि वे सबके सामने हैं. उनकी विफलताएं भी किसी से छिपी नहीं हैं. लेकिन वे तमाम विसंगतियों के बावजूद अपनी भूमिका के साथ न्याय करने की कोशिश कर रहे हैं .वे अब न 2005 के शिवराज हैं और न 2008 के शिवराज .वे 2013 के शिवराज भी नहीं हैं. वे 2022 में एक अलग किस्म के शिवराज हैं ,ऐसे शिवराज जिन्हें हर कोई अपने दबाब में लेना चाहता है. फिर चाहे वे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हों या पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती या कैलाश विजयवर्गीय या और कोई तीसरा -चौथा नेता .नौकरशाही का भी अब शिवराज से मोहभंग हो चुका है .बावजूद शिवराज आज भी शिवराज बने हुए हैं .
मुमकिन है कि मेरा आकलन गलत हो क्योंकि मई न तो प्रदेश के मामा मीडिया में उठता-बैठता हूँ और न कभी निजी रूप से शिवराज सिंह चौहान के समपर्क में रहा हूँ ,लेकिन लगता है की अब 2024 में शिवराज का मुख्यमंत्री पद पर लौटना आसान नहीं होगा .उनके लिए पार्टी कोई नयी भूमिका आरक्षित करेगी .वे न तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह पार्टी के लिए चुनौती हैं और न किसी के प्रतिद्वंदी . वे एक ‘नतमस्तक’ नेता हैं जो किसी के साथ भी काम कर सकते हैं. 2014 में जब भाजपा में नरेंद्र मोदी का पदार्पण केंद्रीय राजनीति में हुया था उस समय शिवराज सिंह की निष्ठाएं तत्कालीन शीर्ष नेतृत्व के प्रति थीं किन्तु उन्होंने बड़ी ही सावधानी से नए नेतृत्व के सामने अपने आपको ‘नतमस्तक’ मुद्रा में प्रस्तुत किया और बिना किसी नुकसान के काम करते रहे .


व्यक्तिगत रूप से शिवराज सिंह एक भले और सहज नेता के रूप में जाने जाते हैं ,यही उनकी विशेषता है. इसी सहजता के आवरण में रहकर उन्होंने अपने आपको तमाम आंधी-तूफानों से बचाकर रखा हुआ है. अब उनके सामने दो ही चुनौतियाँ हैं. पहली अपने लिए नयी भूमिका के हिसाब से तैयार करना और दूसरी अपने बच्चों को अपने राजनितिक उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित करना .उनके पास हर तरह का धन है ,संतोष का धन भी है. गौधन,गजधन और बाजधन भी इफरात में हैं ,हालाँकि इसके लिए उन्होंने इसके लिए योजना बनाकर कभी कोई काम नहीं किया.सब अपने आप होता गया .शिवराज सिंह चौहान भविष्य में भी यशस्वी बने रहें ,उनके नाम के साथ नए-नए कीर्तिमान जुड़ते रहें ऐसी कामना करने में मुझे कोई गुरेज नहीं है .सियासत की आग पर उनकी हांडी की पैंदी कभी न जले यही कामना है.

MS Talks: Online International Impromptu Speaking Championship 2022.

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TIO

There are so many contests going on in the world, but have you heard about ‘Online International Impromptu Speaking Championship (OIISC). May be not! There is going to be a mega online event for the first time in India by ‘MS Talks India’ founded by Author Sherry on 6th March 2022 in New Delhi by Zoom. Author Sherry is a Renowned International Public Speaking Coach and TEDx Speakers coach in India and has created a niche of his own, in the speaking world. Author Sherry is 9 times TEDx speaker and 4 times Josh Talks Speaker himself. He is on a mission to create a million ‘public speakers’ in the country by 2030. Online International Impromptu Speaking Championship is curated by Author Sherry as he strongly feels doing public speaking anyone can change their way of life as it helps enabling the power of expressions and sub-conscious mind.



Encouraged by the phenomenal success, Author Sherry started ‘MS Talks’ around 5 years back with like-minded and equally passionate people joined hands, as a vehicle to bring on board ‘real people’ from various walks of life and share their real stories, real experience and give platform for public speaking to various speakers. The mission objective naturally turned out to be – ‘Inspiration from Anywhere’. It went on to organize – public speaking events, championships, skill-development Workshops and ‘Story – telling Sessions’, throughout the globe and more than 20,000 public speakers across the world with more than 300+ events online and offline. ‘The response and participation has been amazing’ says Author Sherry, its Founder President. MS Talks India, is now not just a name but cult figure. Author Sherry himself has trained more than 35,000 public speakers around the world and has spoken 500+ corporates, international conferences and global events in 10+ countries as a ‘global conference speaker.’ It is a time tested philosophy – ‘anything done consistently, becomes a habit and habits makes a person’. What you believe, you can achieve. A speech is an expression of your belief. MS Talksis here to help people develop the habit of public speaking, remove stage fright, sharing failure and success experience to inspire India. Nothing is as great as accepting oneself. ‘You are the best ‘- MS Talks will make you believe in yourself. Mark the date in 6th March 2022, when 20a few established public speakers are coming from all over the World.



  Public speakers from New Delhi, Lucknow, Mohali, Chennai, Chandigarh, Mumbai, Hyderabad, UnitedKingdom (UK), Kochi, Vadodara will eye for the online International Impromptu Speaking Championship.The list included Manuj Matta, Kanupriya, SuperSuresh, Jitendra, Senorita Joyce, Saakshi Chouthani, Indu Bala, ShobanaKarthik, NidhiMaini, KaminiKalra, KavitaSirothia, KavitaMisra, HaritoshSrivastav, SirishKaundinya, RichuKatoch, Kala Natrajan, Rajiv Bangari,and Dr.DhivyaPratheepa. It is an open championship and anyone willing to show their talent can participate as anImpromptu Speaker between 13 to 70 years of age. Just register with a nominal amount and no questions asked, you are in as a participant. The Juries are going to be industry experts, International Professional Speaker, Emotional Intelligence Coach – Mr.Chander Sharma,Ms. InduTickuKohli. She is Holistic wellness coach,Pageant Groomer,singer writer.Anchor of the event isMs.April Strong. She is a career coach & Transformation strategist.