केन्या । केन्या और सोमालिया में भारी बारिश के बाद आई अचानक बाढ़ से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। सहायता करने वाली एजेंसियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सोमालिया में भयावह बाढ़ के कारण कम से कम 14 लोगों की मौत होने और घरों, सडक़ों तथा पुलों के तबाह हो जाने के बाद सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है। आपातकालीन और बचाव कर्मी दक्षिणी सोमालिया के जुबालैंड राज्य के ल्युक जिले में बाढ़ में फंसे लोगों तक पहुंचने की कोशिश में जुटे हैं।
बाढ़ में फंसे लोगों की अनुमानित संख्या 2,400 बताई जा रही है। पड़ोसी देश केन्या में, ‘केन्या रेड क्रॉस’ ने कहा कि शुक्रवार से शुरू हुई भारी बारिश के बाद से मरने वालों की संख्या बढक़र 15 हो गई है, तटीय शहर मोम्बासा और पूर्वोत्तर काउंटी मंडेरा तथा वजीर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
केन्या और सोमालिया में भारी बारिश से आई बाढ़ से 30 लोगों की मौत
उत्तरी माली में दो आईईडी विस्फोट में घायल हुए 22 शांतिरक्षक : संयुक्त राष्ट्र
नई दिल्ली। उत्तरी माली में विद्रोहियों के एक गढ़ से निकल रहे संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षकों का काफिला शनिवार को दो बार इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) की चपेट में आया, जिससे 22 शांतिरक्षक घायल हो गए। सं?युक्त राष्ट्र (संरा) ने सोमवार को यह जानकारी दी। संरा के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि 31 अक्टूबर से किदेल में शांतिरक्षकों के अपने आधार शिविरों से लौटने के बाद से आईईडी की चपेट में आने की यह छठी घटना है, जिसमें कम से कम 39 शांतिरक्षक घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले बुधवार को आईईडी विस्फोट में आठ और शुक्रवार को तडक़े आईईडी के धमाके में सात शांतिरक्षक घायल हुए थे। प्रवक्ता ने बताया कि उससे पहले दो आईईडी हमलों में कम से कम दो शांतिरक्षक घायल हुए थे। दुजारिक ने बताया कि शनिवार को घायल हुए 22 शांतिरक्षकों को घटनास्थल से निकाल कर हवाई मार्ग के जरिए उपचार के लिए गाओ लाया गया।
चार घंटे में कुल 22.03 प्रतिशत मतदान
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण का मतदान जारी है। नक्?सल प्रभावित 10 सीटों पर मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ, जबकि अन्?य 10 सीटों पर मतदान 8 बजे से शुरू हुआ। छत्?तीसगढ़ के बस्तर व दुर्ग संभाग की 20 सीटों पर मतदान हो रहा है। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग की 12 सीटों पर और दुर्ग संभाग की आठ सीटों पर यह मतदान महत्वपूर्ण है। यूं तो हर चुनाव अपने आप में महत्वपूर्ण होता है, लेकिन बस्तर अपने आप में कुछ अलग है। लिहाजा यहां चुनाव भी दूसरे क्षेत्रों से अलग है।
छत्?तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण के मतदान में 11 जिलों के वोटर सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 20 सीटों पर हो रहे मतदान में पहले चार घंटे में 22..18 प्रतिशत मतदान हुआ। पहले दो घंटे में जहां 9.93 प्रतिशत वोट पड़े थे वहीं अगले दो घंटे में मतदान प्रतिशत दोगुने से अधिक बढ़ गया है। 11 बजे तक कुल 22.18 प्रतिशत मतदान हो गया। कांकेर में सबसे ज्?यादा 34.65 प्रतिशत तो बीजापुर में सबसे कम 9.11 प्रतिशत मतदान हुआ।
जमीन पर बैठकर अपने मतदान का इंतजार करतीं महिला मतदाता
छत्?तीसगढ़ में पहले चरण के तहत 20 सीटों पर हो रहे मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है।कांकेर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नरहरपुर क्षेत्र में तीन मतदान केंद्र 146, 147, 148 बनाए गए हैं। यहां पर काफी संख्या में ग्रामीण महिलाएं पहुंची हुई है, जो जमीन पर बैठकर अपने मतदान देने का इंतजार कर रही हैं।
छत्?तीसगढ़ में पहले चरण के 20 सीटों पर जारी मतदान को लेकर बस्तर रेंज के आइजी सुंदरराज पी. ने कहा, आज सुबह से मतदान प्रक्रिया शुरु हो गई है। इसके मद्देनजर सभी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षित वातावरण में मतदान कराने के लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है। सभी लोगों से अपील करते हैं कि मतदान करने जरूर आएं।
किस सारा को डेट कर रहे हैं शुभमन गिल करण जौहर के शो पर सारा अली खान ने दिया जवाब
मुंबई। कॉफी विद करण सीजन 8 में करण ने सारा अली खान से उनके और शुभमन के रिश्ते में होने की अफवाह के बारे में पूछा, जिसका अभिनेत्री ने बड़े ही मजेदार तरीके से जवाब दिया। अभिनेत्री ने कहा, ‘सारा का सारा दुनिया गलत सारा के पीछे पड़ी है।’
अभिनेत्री सारा अली खान ने एक बड़ा खुलासा किया है। उनके खुलासे के अनुसार, क्रिकेटर शुभमन गिल उनके साथ नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर के साथ रिश्ते में हैं। शुभमन और सारा के रिश्ते में होने के संकेत अभिनेत्री ने करण जौहर के शो पर की है। बता दें, सारा अली खान कॉफी विद करण सीजन 8 के अगले एपिसोड में नजर आने वाली हैं। इस एपिसोड का प्रोमो रिलीज कर दिया गया है, जिसमें अभिनेत्री ने शुभमन और सारा के रिश्ते में होने के संकेत दिए हैं।
कॉफी विद करण सीजन 8 का तीसरा एपिसोड इस गुरुवार को प्रसारित होगा। इस एपिसोड में सारा अली खान और अनन्या पांडे बतौर गेस्ट शामिल होने वाली हैं। इस एपिसोड का प्रोमो आज रिलीज हो चुका है, जिसमें दोनों अभिनेत्री कई धमाकेदार खुलासे करती नजर आ रही हैं। करण ने सारा से उनके और शुभमन के रिश्ते में होने की अफवाह के बारे में पूछा, जिसका अभिनेत्री ने बड़े ही मजेदार तरीके से जवाब दिया। अभिनेत्री ने कहा, ‘सारा का सारा दुनिया गलत सारा के पीछे पड़ी है।’ अभिनेत्री के इस जवाब के बाद शुभमन के सारा तेंदुलकर के साथ रिश्ते में होने की लगभग पुष्टि हो गयी है।
भोपाल में 1612 अधिकारी-कर्मचारियों ने किया डाक मतपत्र से मतदान,
भोपाल। जिले की सात विधानसभा सीटों में चुनाव कराने के लिए कुल नौ हजार 16 अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ये भी इस चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें, इसके लिए इनके मतदान की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है। पहले दिन कुल एक हजार 612 कर्मचारियों ने डाक मतपत्र से मतदान किया है। जिले में कुल नौ हजार 16 कर्मचारियों की ड्यूटी मतदान दल और निर्वाचन कार्य में लगाई गई है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी रविशंकर राय ने बताया कि मतदान दल एवं निर्वाचन कार्य में पुलिस, प्रशासन, नगर निगम सहित अन्य विभाग के लगभग 17 हजार अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इनके द्वारा मतदान किए जाने की प्रक्रिया सोमवार से शुरू करवा दी गई है। इसके लिए शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय और मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में सुविधा केंद्र स्थापित किए गए है। पहले दिन एक हजार 612 अधिकारी -कर्मचारियों ने डाक मतपत्र से मतदान किया है। इसके साथ ही सात और आठ नवंबर को भी डाक मत पत्र से मतदान कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि नौ और 10 नवंबर को लाल परेड मैदान में भी बचे हुए सभी अधिकारी और कर्मचारियों से मतदान करवा लिया जाएगा।
मतदान प्रशिक्षण में अनुपस्थित 100 कर्मचारियों को थमाया नोटिस
उधर, विधानसभा चुनाव के लिए अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया भी जारी है। इसके लिए दूसरे चरण का प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हो गया है। पहले दिन लगभग तीन हजार 200 कर्मचारी शामिल हुए। वहीं 100 कर्मचारी अनुपस्थित रहे, जिन्हें नोटिस जारी किया गया है। यह प्रशिक्षण शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय और मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है, जो कि आठ नवंबर तक चलेगा। वहीं जिला कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने 100 अनुपस्थित कर्मचारियों को नोटिस जारी करते हुए उन्हें नौ नवंबर सुबह आठ से 12 और 12 से तीन बजे प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए कहा है। यदि इसमें भी उपस्थित नहीं हुए तो इन कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
विजयवर्गीय क्या चढ़ पाएंगे जीत का कैलाश
इंदौर। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के प्रचंड उभार के बाद से भाजपा शासित अन्य राज्यों के नेता इस हिचकिचाहट में रहे कि वे अपने-अपने राज्यों में प्रखर हिंदुत्व की राह पकड़ें या कथित सेकुलरिज्म की। कई नेताओं ने राह बदली भी। जो पहले हंसते-खिसियाते सफेद गोल टोपी पहन लिया करते थे, वे अब गले में भगवा डाले मुखर बयानबाजी करते दिखाई देते हैं।
किंतु मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के सामने ऐसी हिचकिचाहट कभी नहीं रही। वह आज से 40-50 वर्ष पहले छात्र राजनीति के दौरान भी हिंदुत्व के प्रबल समर्थक थे और फिर मप्र में कैबिनेट मंत्री रहते हुए भी हिंदुत्व के मुखर पैरोकार रहे। यद्यपि हिंदुत्व का विकास करना और जनता के सुख-दुख में शामिल होना उनकी राजनीति के अन्य पहलू हैं। यही वजह है कि इस बार मप्र के विधानसभा चुनाव में उनके उतरने से इंदौर व आसपास की 20 से 25 सीटों पर भाजपा में जोश भर गया है।
क्या विजयवर्गीय इस बार आसानी से जीत जाएंगे? इसका उत्तर तो जनता मतदान में ही देगी, किंतु कैलाश आश्वस्त दिखते हैं कि वह चुनाव का ‘कैलाश पर्वत’ चढ़ जाएंगे। विजयवर्गीय कभी विधानसभा चुनाव हारे नहीं हैं। हर चुनाव उन्होंने अपनी शैली में लड़ा और जीते। इस शैली में भोजन-भंडारा, हिंदुत्व, मंदिरों का विकास, सडक़ों का निर्माण, जनता का सुख-दुख और कभी-कभार उत्तेजना पैदा कर देने वाली बयानबाजी शामिल हैं।
यद्यपि बयानबाजी ने उन्हें कई बार संकट में डाला और इससे जनता एक बड़ा धड़ा उनके प्रति जुगुप्सा और नकार भाव से भरा हुआ भी है। इसके बावजूद उनकी जमीनी पकड़ और संगठनात्मक शैली उन्हें कद्दावर नेता बनाती है।
भाजपाई आरती की थाली में रखा कपूर हैं कैलाश
हिंदी, हिंदु और हिंदुस्तान भाजपा की राजनीतिक धुरी हैं। ऐसे में कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा की आरती की थाली में रखा कपूर कहा जा सकता है। जिस तरह कपूर अग्नि की लौ को अचानक बढ़ा देता है, उसी तरह भाजपा की संगठनात्मक राजनीति में यह काम कैलाश विजयवर्गीय करते हैं। याद कीजिए, जब भाजपा को बंगाल की रूखी जमीन पर सत्ता का बीज बोना था, तो राजनीति का हल चलाने का जिम्मा विजयवर्गीय को दिया गया।
पार्टी ने उन्हें हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भेजा तो उन्होंने चार सीटों से बढ़ाकर 47 करते हुए सरकार बनवा दी। यद्यपि इस बार इंदौर की सीट क्रमांक एक से विधायकी के चुनाव के लिए विजयवर्गीय को जमीनी मेहनत करनी पड़ रही है। दरअसल, इस बार कैलाश की राह न बहुत सरल है, न बहुत कठिन। जनता ही तय करेगी कि कैलाश राजनीति का कैलाश पर्वत चढ़ पाते हैं या विजयवर्गीय के हाथ इस बार विजय नहीं लगने वाली।
9 नवंबर को सतना आएंगे पीएम मोदी, तैयारियां तेज, अफसर ले रहे जायजा
सतना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को सतना आएंगे। वे यहां हवाई पट्टी के पास स्थित मैदान में दोपहर साढ़े 11 बजे से भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री दिल्ली से विशेष विमान से खजुराहो आएंगे और फिर वहां से हेलिकॉप्टर से सतना पहुंचेंगे। पीएम मोदी का 15 दिन में सतना जिले का यह दूसरा दौरा होगा।
भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भूमिका
इससे पहले 27 अक्टूबर को पीएम गैर राजनीतिक दौरे पर चित्रकूट आए थे। तब उन्होंने सद्गुरू सेवा संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अरविंद भाई मफतलाल को श्रद्धांजलि अर्पित की थी और जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज से मुलाकात कर उनकी 3 पुस्तकों का विमोचन किया था। अब इस बार पीएम का सतना दौरा राजनीतिक और चुनावी है। माना जा रहा है कि पीएम की चुनावी सभा न केवल सतना विधानसभा सीट समेत जिले की सभी सातों सीटों बल्कि आसपास के जिलों की सीटों पर भी भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगी।
पहले 7 नवंबर को तय था प्रोग्राम
पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को 7 नवंबर को सतना आना था, लेकिन अब पीएम मोदी का सतना आगमन होना है। हालांकि पीएम मोदी का भी सतना दौरा पहले 7 नवंबर को ही तय था, लेकिन बाद में इसमे संशोधन कर दिया गया।
अफसर ले रहे जायजा
विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी समेत देश की सियासत के कई दिग्गजों के सतना आने के मद्देनजर यहां तमाम इंतजाम दुरुस्त किए जा रहे हैं। रीवा संभाग के कमिश्नर-आईजी और सतना के कलेक्टर-एसपी खुद व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं। सतना एयर स्ट्रिप में सुरक्षा के लिहाज से अधिकारियों ने निरीक्षण किया। उधर, पीएम की सभा के लिए भाजपा नेताओं ने सभा स्थल पर रविवार को भूमिपूजन भी किया।
7 नवंबर को आएंगे लाडली बहना के 1250 रुपये
शहडोल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को शहडोल जिले के ब्यौहारी में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तभी उन्होंने लाडली बहना की हम महीने खाते में आने वाली राशि का जिक्र किया। शिवराज ने बताया कि इस बार लाडली बहनों को पैसा पहले दूंगा।
मध्यप्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना देशभर में चर्चित हो गई है। इसे शिवराज सिंह चौहान ने शुरू किया था। हर महीने पहले एक हजार रुपये दिए गए, फिर राशि बढ़ाकर 1250 कर दी गई। हर महीने की दस तारीख को बहनों के खाते में ये रुपये आते हैं। लेकिन इस बार दस तारीख को ये रुपये नहीं आएंगे, बल्कि पहले ही आ जाएंगे। 7 नवंबर को 1 करोड़ 31 लाख बहनों के खाते में राशि आ जाएगी, इसके लिए आदेश हो गए हैं। इस बार योजना की छठी किस्त आनी है।
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को शहडोल जिले के ब्यौहारी में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तभी उन्होंने लाडली बहना की हम महीने खाते में आने वाली राशि का जिक्र किया। शिवराज ने बताया कि इस बार लाडली बहनों को पैसा पहले दूंगा। दस तारीख की जगह 7 तारीख को पैसे खाते में आ जाएंगे, क्योंकि धनतेरस तो मनाना है न।
क्या कहा शिवराज ने
शिवराज ने कहा कि दस तारीख आ रही है। बताओ क्या होता है दस तारीख को। अरे भइया इस बार दस तारीख को नहीं उससे पहले ही खाते में रुपया डालूंगा, क्योंकि धनतेरस आ रही है। धनतेरस पर खरीदी करना है कि नहीं। जाओ मेरी बहनाओं के खाते में पहले ही पैसै आ जाएंगे। कई बहनों ने बताया कि कुछ नाम छूट गए हैं। चिंता में मत करना, चुनाव के बाद हर बहन का नाम जोड़ दिया जाएगा। मैंने एक बात और तय की है तो भांजियों के 21 साल होने पर उने खाते में भी रुपया आएगा। चाहे शादी हुई हो या नहीं हुई हो। बहनों बताओ कि हर महीने पैसे आते हैं तो जीवन में बदलाव आया या नहीं।
हिंदू से मुस्लिम बने बैरसिया के सौरभ भारद्वाज सहित 17 एचयूटी आतंकियों के खिलाफ हृढ्ढ्र ने पेश किया चालान
भोपाल
एनआईए ने भोपाल के विशेष अदालत में एचयूटी के 17 कथित आतंकवादियों के खिलाफ चालान पेश कर दिया है। भोपाल, छिंदवाड़ा और हैदराबाद में कार्रवाई कर सुरक्षा एजेंसियों ने सभी को गिरफ्तार किया था। एचयूटी के आतंकी हिंदू नेताओं की सभाओं और धार्मिक स्थलों पर बड़े धमाके की साजिश रच रहे थे।
विदेश से संचालित होने वाले कट्टरपंथी संगठन हिज्ब उत तहरीर (एचयूटी) के कथित आतंकवादी भारत में हिंदू नेताओं की सभाओं और धार्मिक स्थलों पर बड़े धमाके करके देश को दहलाने की साजिश रच रहे थे। यह धमाके मध्यप्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव से पहले करने की तैयारी कर रहे थे। इस संबंध में उनके आका विदेशों से उन्हें कोड वर्ड में संदेश देते थे। उच्च तकनीक का उपयोग कर ये आतंकवादी अपने आकाओं के लगातार संपर्क में रहते थे। यह भारत की सामाजिक समरसता और कौमी सौहाद्र्र्र को बिगाडऩे का पूरा षड्यंत्र रच रहे थे। अगर सुरक्षा एजेंसियां इन्हें गिरफ्तार नहीं करती तो ये सिलसिलेबार धमाके भी कर सकते थे।
यह खुलासा जांच पूरी होने के बाद हुआ है। आतंकी गतिविधियों की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए ने भोपाल के विशेष अदालत में एचयूटी के 17 कथित आतंकवादियों के खिलाफ चालान पेश कर दिया है। चालान में गिरफ्तार सभी 17 एचयूटी के सदस्यों को आरोपी बनाया गया है। इनके खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों और धर्मांतरण सहित कई गंभीर अपराध करने की पुष्टि हुई है। एनआईए ने अपनी चार्जशीट में एचयूटी के आतंकवादियों द्वारा हिंदू नेताओं की सभाओं में बड़े बम धमाके करने और धार्मिक स्थलों के निशाना बनाकर उन्हें धमाके से उड़ाने और बड़ी संख्या में लोगों की जान लेने की योजना थी। ज्ञात हो कि भोपाल, छिंदवाड़ा और तेलंगाना के हैदराबाद से मप्र एटीएस और एनआईए ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एचयूटी के 16 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। बाद में तेलंगाना से एक अगस्त को एक और आतंकवादी गिरफ्तार किया गया।
धमाके करने बनाई थी जिहादी गैंग
इस पूरे मामले में भोपाल जिले के बैरसिया निवासी सौरभ भारद्वाज जो धर्म परिवर्तित कर मोहम्मद सलीम बन गया और उसे एचयूटी में आतंकियों के संपर्क में लाने वाला छिंदवाड़ा निवासी आतंकवादी प्रमुख बताए जा रहे हैं। सौरभ बैरसिया का रहने वाला था और वर्षों से हैदराबाद में रह रहा था। चार्जशीट में बताया गया है कि आतंकियों ने अपने पास नेताओं की पूरी सूची रखी थी। इसमें धमाका करने के लिए जिहादी गैंग भी बनाई थी। आरोपियों ने कैंप लगातार कई जगहों पर हथियारों की ट्रेनिंग ली थी। नौ मई को ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने तीन माह में जांच पूरी करके चालान पेश कर दिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से एटीएस ने बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस और भडक़ाऊ साहित्य बरामद किया था।
हाईराइज के नियमों में उलझे इंदौर में स्टार्टअप पार्क, चुनाव बाद समाधान संभव
इंदौर। इंदौर के युवाओं के स्टार्टअप को ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए सुपर कारिडोर पर बहुमंजिला स्टार्टअप पार्क बनाया जाना है, लेकिन इसकी सुविधा प्राप्त करने के लिए युवाओं को इंतजार करना होगा। स्टार्टअप पार्क हाईराइज के नियमों में उलझ गया है।
इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) ने 90 मीटर ऊंचाई की इमारत बनाने की योजना के साथ फाइल टीएंडसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग) को भेजी थी। यहां से नियमों का हवाला देकर फाइल वापस आ चकी है। अब आइडीए ने मध्य प्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम संशोधन 2019 की धारा के प्रविधानों में बदलाव कर अनुमति देने के लिए फाइल शासन को भेजी है। चुनाव की अधिसूचना लागू होने से इसका समाधान नहीं हो सका। अब चुनाव बाद ही हल निकल सकता है।
इंदौर और प्रदेश के युवाओं के सपनों को उचित मंच देने के लिए सुपर कारिडोर पर बहुमंजिला स्टार्टअप पार्क बनाने की योजना तैयार की गई है। आइडीए ने 90 मीटर ऊंचाई में बहुमंजिला इमारत बनाने की प्लानिंग तैयार कर फाइल टीएंडसीपी को भेजी थी, लेकिन यहां से 75 मीटर का नियम होने का हवाला देकर फाइल लौटा दी गई। आइडीए के मुख्य कार्यपालिक अधिकारी आरपी अहिरवार का कहना है कि हाईराइज नियमों में बदलाव के लिए शासन को फाइल भेजी है। नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को हाईराइज इमारत का प्रजेंटेशन देना है। अनुमति मिलने के बाद इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
50 साल बाद भी रहेगी आधुनिक
स्टार्टअप पार्क की इमारत भविष्य के सभी मापदंड पूरे करेगी। आने वाले 50 साल तक इमारत आधुनिकता के सभी मापदंड पूरे कर सके, इसके लिए मलेशिया की कंपनी से इसकी डिजाइन तैयार करवाई गई है। इमारत की दीवारों पर जहां सूर्य की रोशनी अधिक पड़ेगी, वहां पर सोलर थर्मल स्क्रीन लगाई जाएगी। पारदर्शी स्क्रीन बाहर से देखने में कांच की दीवार की तरह दिखेगी।
एमओएस के नियमों में करना होगा बदलाव
सुपर कारिडोर पर हाईराइज बिल्डिंग की ऊंचाई का आधा फ्रंट एमओएस छोडऩा होगा। 90 मीटर ऊंचाई की बिल्डिंग बनाने में 45 मीटर का फ्रंट एमओएस छोडऩा होगा। साइड एमओएस भी छोडऩा पड़ेगा। इसमें आधे से ज्यादा प्लाट चला जाएगा। इसके बाद इमारत के लिए उचित स्थान नहीं बचेगा। एमओएस के प्रविधानों में बदलाव करना होगा।