इस्लामाबाद
आंतक के पनाहगार पाकिस्तान ने एक बार फिर माना है कि उसने आतंकी संगठन मुजाहिद्दीन को न केवल प्रशिक्षण दिया बल्कि उनपर अपनी अर्थव्यवस्था के 100 बिलियन डॉलर यानी लगभग सात लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्री के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने आतंकियों को शरण देने की बात कबूली है। लेकिन उसका कहना है कि उसने सोवियत के खिलाफ जिहाद किया था जिसे कि अमेरिका का सीआईए फंड दिया करता था।
पाक प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह एक बड़ा विरोधाभास था और मैंने दृढ़ता से महसूस किया कि पाकिस्तान को तटस्थ रहना चाहिए था क्योंकि इसमें शामिल होने से ये समूह हमारे खिलाफ हो गए। हमने अपने 70,000 लोगों को खो दिया। हमने उनपर अपनी अर्थव्यवस्था के सात लाख करोड़ रुपये खर्च किए। अंत में अमेरिका ने हमपर अफगानिस्तान में सफल न होने का आरोप लगाया। मुझे लगता है कि यह पाकिस्तान के साथ बहुत अनुचित हुआ है।’