वॉशिंगटन। पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह भारत और अफगानिस्तान दोनों जगह आतंकवादी हमले करना जारी रखेंगे। अमेरिका के इंटेलिजेंस चीफ डैन कोट्स ने यह बात कही है। कोट्स ने कहा कि पाकिस्तान का कुछ समूहों का नीतिगत तौर पर इस्तेमाल कर आतंकवाद निरोधक सहयोग के प्रति संकीर्ण रवैया दिखाना और केवल उन आतंकवादी समूहों से निपटना जिससे पाकिस्तान को सीधे तौर पर खतरा हो, निश्चित तौर पर तालिबान के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अमेरिकी प्रयासों को भी विफल कर देगा।
Pak-backed terror group will continue to attack India: US intelligence officer
डैन कोट्स ने खुफिया मुद्दों पर संसद (सीनेट) की सिलेक्ट कमिटी के सदस्यों को बताया, ‘पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह भारत, अफगानिस्तान और अमेरिकी हितों के खिलाफ हमलों की योजना बनाने के साथ ही अंजाम देने के लिए पाकिस्तान में अपने पनाहगाहों का फायदा उठाना जारी रखेंगे।’ कोट्स और अन्य अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के प्रमुख विश्वव्यापी खतरे पर अपने आकलन को लेकर खुफिया मुद्दों पर सीनेट की सिलेक्ट कमिटी के सामने पेश हुए थे, जिस दौरान उन्होंने यह रिपोर्ट पेश की।
सिलेक्ट कमिटी के सामने पेश होने वाले प्रमुख लोगों में डैन कोट्स के अलावा हाल ही भारत की अपनी यात्रा से लौटीं सीआईए की डायरेक्टर जिना हैस्पल, एफबीआई डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे और अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी के डायरेक्टर रॉबर्ट ऐश्ली भी शामिल थे। दक्षिण एशिया पर की गई यह टिप्पणी अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों द्वारा 2019 में विश्वव्यापी खतरे पर उनके आकलन का एक हिस्सा था, जिसे कोट्स ने लिखित दस्तावेज के रूप में सिलेक्ट कमिटी के सामने पेश किया था।
वहीं दूसरी तरफ कोट्स ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रमों के लगातार विकास एवं वृद्धि के कारण दक्षिण एशिया में परमाणु सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं की आशंका बढ़ गई है। कोट्स ने अमेरिकी सांसदों को बताया कि भारत में सांप्रदायिक हिंसा की आशंका प्रबल है अगर सत्तारूढ़ बीजेपी मई में आम चुनावों से पहले हिंदू राष्ट्रवादी विषय पर ही जोर देती रही। इसके अलावा उन्होंने सांसदों को बताया कि भारत और चीन के बीच इस वर्ष रिश्ते तनावपूर्ण रहने की आशंका है। उन्होंने कहा कि दोनों देश के बीच रिश्ते सुधारने के भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के प्रयासों के बावजूद उनके संबंधों में तनाव रहेगा।