जम्मू। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग लगातार जारी है। अलग-अलग इलाकों में जारी सीजफायर उल्लंघन में अब तक 4 लोगों की मौत और 20 लोगों के घायल होने की खबर है। इस बीच हिंसा और लगातार हो रही फायरिंग के कारण दहशत में जी रहे सीमावर्ती गांवों से 40 हजार लोगों ने पलायन किया।
Pak war crimes continue on the border; 4 people die in firing; people forced to flee
बता दें कि मंगलवार को भी पाकिस्तानी सेना की फायरिंग में आठ महीने के बच्चे की जान चली गई थी। इससे पहले सीएम महबूबा मुफ्ती ने एलओसी से सटे इलाकों का दौर कर स्थिति की समीक्षा की थी। जम्मू के कठुआ में हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तानी फौज की ओर से भारी शेलिंग की गई। पाक की गोलाबारी में एक शख्स की जान चली गई। उधर, जम्मू के ही आरएस पुरा में भी पाकिस्तान ने जमकर गोलाबारी की है। यहां सीजफायर उल्लंघन अभी भी जारी है। हालांकि, यहां फिलहाल किसी के घायल होने की खबर नहीं है, घरों और गाड़ियों को गोलीबारी में काफी नुकसान हुआ है।
बड़ी संख्या में लोग कर रहे पलायन
पाकिस्तानी रेंजर्स की जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में सैन्य और असैन्य ठिकानों पर लगातार की जारी गोलीबारी और बमबारी के कारण सीमावर्ती गावों से 40,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। पुलिस ने बताया है कि कुछ लोगों ने प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थाई शिविरों में शरण ली है, जबकि अधिकांश अन्य अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
हालांकि, मवेशियों और घरों की रखवाली के लिए हर घर में एक पुरुष सदस्य को छोड़ दिया गया है। बताया गया है कि बीएसएफ पाकिस्तान के हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है लेकिन अंतरराष्ट्रीय सीमा के आरएस पुरा, अरनिया, रामगढ़ और अन्य सेक्टरों से भारी संख्या में ग्रामीणों का पलायन जारी है।
पाक का नहीं भरोसा
उधर, गैलंट्री पुरस्कार से सम्मानित बीएसएफ कॉन्स्टेबल रामधन गुर्जर ने कहा है कि पाकिस्तान पर भरोसा करने की कोई वजह नहीं है। उन्होंने कहा, ‘वह आपसे दिन में बात करेंगे और सीजफायर कहेंगे लेकिन रात को शेलिंग करेंगे और सिविलियन्स को निशाना बनाएंगे।’