जन अधिकार पार्टी (जाप) के संरक्षक और मधेपुरा के मौजूदा सांसद पप्पू यादव ने राजद और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से समझौता कर चुनाव में महागठबंधन को कमजोर करने का आरोप लगाया।
उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जिस व्यक्ति की पहचान पिता से है और कॉरपोरेट की भूख की वजह से सामाजिक, राजनैतिक और वैचारिक सरोकार से कोई मतलब नहीं है, उसने अपने अहंकार में धर्मनिपरपेक्ष ताकतों को कमजोर किया है।
मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में मतदान के बाद गुरुवार को यहां लौटे पप्पू यादव ने यहां एक पत्रकार वार्ता में कहा, “अंहकारी नेता ने खुद को बचाने के लिए भाजपा से गठबंधन कर लिया है और यही वजह है कि वे संविधान विरोधी ताकत की जगह कांग्रेस और महागठबंधन के खिलाफ लड़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “अहंकारी नेता ने भाजपा के बड़े नेताओं के साथ चुनाव बाद नीतीश कुमार को खत्म करने और समर्थन के लिए समझौता किया। यही वजह कि उन्होंने झारखंड के चतरा में कांग्रेस के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारा है।”
पप्पू ने कहा कि सुपौल में महागठबंधन की उम्मीदवार रंजीत रंजन को हराने के लिए अपने उम्मीदवार उतारे और राहुल गांधी की सभा में बुलाने पर भी नहीं गए।
उन्होंने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएसए) से गुप्त सांठगांठ की वजह से दरभंगा से अली अशरफ फातमी को टिकट न देकर भाजपा को ‘वाकओवर’ देने का काम किया गया।
जाप के संरक्षक ने तेजस्वी पर हमला जारी रखते हुए कहा, “एक ओर पाटलिपुत्र क्षेत्र में बहन मीसा भारती के लिए वामपंथी दलों से समझौता किया और सीवान में हिना सहाब के खिलाफ वामपंथी प्रत्याशी उतारे। यह दर्शाता है कि किसने महागठबंधन की पीठ में छुरा घोंपा।”
कोसी में मतदान को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि कोसी की जनता ने इस बार न्याय, सेवा और विश्वास के आधार पर मतदान किया है। पहली बार वहां जात-पात का घेरा टूटा है। हेलीकॉप्टर वाले नेताओं के खिलाफ गरीब, युवा और महिलाओं ने जमकर मतदान किया है। उन्होंने कहा कि मधेपुरा इस बार इतिहास रचने वाला है।
मधेपुरा में तीसरे चरण के तहत 23 अप्रैल को मतदान हो चुका है। पप्पू यादव यहां से जन अधिकार पार्टी से प्रत्यााशी हैं।