पेंशनर हाईटेक लुटेरों के निशाने पर, पीएफ कमिश्नर को भी आया फोन

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TIO भोपाल

दिल्ली और उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों से संचालित हाईटेक लुटेरों के गिरोह मध्य प्रदेश के पेंशनरों को ऑनलाइन ठगी का आसान शिकार बना रहे हैं। स्वयं को भविष्य निधि मुख्यालय (पीएफ) का अधिकारी बताकर भरोसा दिलाते हुए ये लुटेरे ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी अथवा पीएफ आदि का पैसा दिलाने के नाम पर लोगों को झांसा देते हैं। उनके दुस्साहस का अंदाज इस बात से लगता है कि उन्होंने भोपाल में पीएफ कमिश्नर को भी ठगने के लिए फोन कर दिया। यह गिरोह अब तक मप्र के कई पेंशनरों के साथ ठगी कर चुका है। इस संबंध में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कार्यालय में कुछ लोगों ने शिकायतें की हैं। पूरे आत्मविश्वास और मीठी बातें करने में माहिर इन ठगों के पास विभिन्न राज्यों के पेंशनर्स और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों का डेटा मौजूद है। फोन पर संबंधित व्यक्ति को नाम से संबोधित कर स्वयं को पीएफ मुख्यालय दिल्ली का अधिकारी बताते हैं।

ये लोग संबंधित पेंशनर को उसकी फाइल का हवाला देते हुए कहते हैं कि आपकी ग्रुप इंश्योरेंस की फाइल रेडी है, तीन-चार दिन में पैसा रिलीज करना है। पांच अथवा सात हजार रुपए नोएडा ऑफिस के बैंक अकाउंट में जमा करा दें। खाता नंबर, कार्यालय का नाम ईपीएफओ, भविष्य निधि भवन भीकाजी रोड दिल्ली, स्वयं का नाम, आईडी और फोन नंबर बताकर भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं। संबंधित व्यक्ति का पैसा उक्त खाते में जमा होते ही उनके नंबर ‘नॉट रीचेबल’ हो जाते हैं। बैंक खाता भी ‘ट्रेस’ नहीं होता। लुटेरे भेल व अन्य संस्थानों को भी निशाना बना रहे हैं।

ट्रू-कॉलर पर ‘ईपीएफ’ का नाम

भोपाल में ईपीएफओ के क्षेत्रीय कमिश्नर एसके सुमन बताते हैं कि उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति ने एसके माथुर के नाम से फोन किया। उसने स्वयं को दिल्ली स्थित पीएफ मुख्यालय का सीनियर अकाउंटेंट बताते हुए झांसे में लेने की कोशिश की। कमिश्नर ने उसकी बातें सुनने के बाद कुछ पूछताछ की तो उसने बैंक अकाउंट नंबर, ओटीपी, पीएफ अकाउंट और ट्रांजेक्शन आईडी का नंबर भी बताया। कमिश्नर ने जब उसी नंबर पर पलटकर फोन किया तो किसी महिला ने उठाया। ठगों को भी कुछ शक हुआ इसके बाद फोन ‘नॉट रीचेबल हो गया। कमिश्नर ने बताया कि उन्हें ऑनलाइन ठगों के बारे में शिकायतें भी मिली हैं, मामला साइबर पुलिस थाने के हवाले किया जा रहा है। लगता है इन धोखेबाजों ने कॉल सेंटर खोल रखा है, ट्रू-कॉलर पर ‘ईपीएफ” लिखा आता है।

ऑन लाइन ठगी की कराएंगे पड़ताल

ऑनलाइन ठगी के मामलों की छानबीन की जा रही है, पेंशनरों के साथ धोखाधड़ी की शिकायतों की भी जांच-पड़ताल कराएंगे। – राजेंद्र कुमार, स्पेशल डीजी साइबर मप्र