इस्लामाबाद
चुनाव के नतीजे आने में अभी एक दिन बाकी है, लेकिन एग्जिट पोल में मोदी सरकार के बनने की खबर सामने आने के बाद पाकिस्तान के होश फाख्ता हैं। पाकिस्तान को डर है कि यदि मोदी दोबारा सत्ता में आते हैं, तो यह उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। एग्जिट पोल आने के बाद पाकिस्तानी में करीब 88 फीसद लोगों ने गूगल पर मोदी को सर्च किया।
भारत के एग्जिट पोल के नतीजों के बाद पाकिस्तान के लोगों में मोदी की दहशत छा गई है, खासतौर पर बालाकोट हवाई हमले के बाद। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना यह कुबूल नहीं कर पा रही है कि भारत घर में घुसकर उसे मार गया और अंतरराष्ट्रीय नेता भारत के साथ खड़े हैं। पाकिस्तानी सेना को डर है कि अब यदि पाकिस्तान की ओर से कोई हिमाकत हुई, तो चीन भी उसका साथ नहीं देगा।
उधर, बीते नौ महीनों में ही पाकिस्तान के पीएम इमरान खान जनता का विश्वास खो चुके हैं। मंहगाई ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है। दूध 190 रुपए लीटर, सेब 400 रुपए किलो, संतरा 300 रुपए किलो में बिक रहा है। शक्कर, गुड़, मसालों के दाम में भी कम से कम 10 फीसद का इजाफा हुआ है।
व्यापारियों का बाजार से विश्वास उठ गया है। लोगों ने खरीदारी कम कर दी है। बाजारों से लोग जरूरत भर का सामान भी नहीं खरीद पा रहे हैं। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए की कीमत गिरती जा रही है। एशिया की सबसे खराब करेंसी का तमगा पाकिस्तान को मिल गया है। इसका दाम नेपाली मुद्रा से भी कम हो गया है। आलम यह है कि एक भारतीय रुपया खरीदने के लिए पाकिस्तान को दो रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में लोग खुले आम इमरान खान को कोस रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि इमरान खान उनके गले की हड्डी बन गए हैं। उन्हें सियासत का कोई तजुर्बा नहीं है। महंगाई को काबू करने में वह पूरी तरह से विफल हो गए हैं। साथ ही वह जो योजनाएं लेकर आ रहे हैं, वो अजीबो-गरीब हैं।