नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने गुरुवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के तौर पर, एक परिवार के तौर पर आपने, हमने पूरे देश ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। एक ऐसी व्यवस्था जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के भाई-बहन अनेक अधिकारों से वंचित थे। जो उनके विकास में बड़ी बाधा थी, वो हम सबके प्रयासों से अब दूर हो गई है।
मोदी ने कहा- जो सपना पटेल का था, अंबेडकर का था, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, अटलजी और करोड़ों देशभक्तों का था, वो सपना अब पूरा हुआ है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में एक नए युग की शुरुआत हुई है। देश में सभी नागरिकों के हक और दायित्व समान हैं। मैं कश्मीर, लद्दाख के लोगों और हर देशवासी को हृदय से बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा- कुछ बातें समय के साथ इतनी घुल-मिल जाती हैं कि कई बार उन चीजों का मन में स्थायी भाव बन जाता है। भाव आ जाता है कि कुछ बचेगा ही नहीं। अनुच्छेद 370 के साथ भी ऐसा ही हुआ। उसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की जो हानि हो रही थी, उसकी चर्चा ही नहीं होती थी। हैरानी की बात ये है कि आप किसी से भी बात करें तो कोई ये भी नहीं बता पाता था कि 370 से जम्मू-कश्मीर के लोगों के जीवन में क्या लाभ हुआ।
मोदी ने कहा- 370 और 35ए ने जम्मू-कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवार, भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया। इन दोनों अनुच्छेद का देश के खिलाफ कुछ लोगों की भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान द्वारा एक शस्त्र के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। इसकी वजह से पिछले तीन दशक में लगभग 42 हजार निर्दोष लोग मारे गए। ये आंकड़ा किसी की भी आंख में आंसू ला देता है।
उन्होंने कहा- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का विकास उस गति से नहीं हो पाया जिसका वह हकदार था। व्यवस्था की यह कमी दूर होने से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों का वर्तमान तो सुधरेगा ही, उनका भविष्य भी सुधरेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल बुधवार कश्मीर के दौरे शोपियां में लोगों से बातचीत की और उनके साथ लंच भी किया। राज्यपाल ने केंद्र को रिपोर्ट दी है कि सुरक्षा व्यवस्था संतोषजनक है। उधर, अनुच्छेद-370 में बदलाव के बाद पुंछ जिले के बाफ्लाइज इलाके में पथराव हुआ। शांति भंग होने की आशंका के चलते कुछ नेताओं समेत 500 से ज्यादा लाेगाें काे हिरासत में लिया गया है। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती काे पहले से ही गिरफ्तार किया गया है। राज्य में टेलीफाेन और इंटरनेट सेवाएं चौथे दिन भी बंद रहीं।
ए-सैट मिसाइल टेस्ट के बाद राष्ट्र के नाम संदेश दिया था
नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को राष्ट्रध्वज फहराने के बाद लालकिले की प्राचीर से भी देशवासियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री ने आखिरी बार 27 मार्च को लोकसभा चुनाव के वक्त देश के नाम संबोधन दिया था। तब भारत ने अंतरिक्ष तक मार करने वाली ए-सैट मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। इस दौरान पृथ्वी से छोड़ी गई मिसाइल ने एक उपग्रह को निशाना बनाया था।