मन की बात में बोले पीएम: कहा-सर्जिकल स्ट्राइक आतंक की आड़ में धृष्टता करने वालों को मुंहतोड़ जवाब

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नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी 48वीं मन की बात में एक बार फिर से सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि शनिवार को सवा सौ करोड़ देशवासियों ने सर्जिकल स्ट्राइक की याद में पराक्रम पर्व मनाया। मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक आतंक की आड़ में चलाए जा रहे प्रॉक्सी वॉर की धृष्टता करने वालों को दिया गया मुंह तोड़ जवाब था।
PM spoke in the matter of mind: Said-Surgical Strike Responding to Those Who Shameless in the Face of Terror
पीएम मोदी ने कहा कि पराक्रम पर्व के दौरान देश में अलग-अलग स्थानों पर सेना के एग्जिबिशन लगाए गए। ऐसा इसलिए ताकि युवा पीढ़ी जान सके कि हमारी ताकत क्या है। पीएम ने कहा कि अब यह तय हो चुका है कि हमारे सैनिक उन सबको मुंह तोड़ जवाब जेंगे तो हमारे राष्ट्र की शांति और उन्नति के माहौल को नष्ट करने का प्रयास करें। पीएम ने कहा कि हमारी नजर दूसरों की धरती पर कभी नहीं रही। 20वीं सदी के दो विश्वयुद्धों में हमारे एक लाख से अधिक सैनिकों ने बलिदान दिया।

पीएन ने कहा कि भारत का नाम उन देशों में शुमार है जिसके सर्वाधिक सैनिक यूएन पीसकीपिंग मिशन में लगे हैं। पीएम ने 8 अक्टूबर को मनाए जाने वाले वायुसेना दिवस से पहले देश के एयर वॉरियर्स को याद किया। 1947, 1965, 1971 और करगिल युद्ध के साथ-साथ आपदा राहत व बचाव कार्यों में वायुसेना की भूमिका की तारीफ की।

महात्मा गांधी के मंतर को किया याद
पीएम ने मन की बात के दौरान आने वाले 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन के मद्देनजर दोनों को याद किया। पीएम ने बताया कि सरकार दो साल तक महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएगी, जिसकी शुरूआत 2 अक्टूबर से होगी। इस क्रम में पीएम ने लोगों से खादी के कपड़े खरीदने की भी अपील की।

मोदी ने कहा कि डॉ मार्टिन लूथर किंग जूनियर और नेल्सन मंडेला जैसी विभूतियों ने भी गांधी के विचारों से शक्ति पाई। स्वच्छता के प्रति महात्मा गांधी के आग्रह को याद करते हुए पीएम ने पिछले दिनों स्वच्छ भारत मिशन के अपने कार्यक्रम भी जानकारी दी। पीएम मोदी ने गांधी के जंतर को याद करते हुए कहा कि यह आज भी देश के लिए उतना ही प्रासंगिक है।

मोदी ने महात्मा गांधी के साथ-साथ पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया। उन्होंने कहा कि उनकी विशेषता थी कि वह बाहर से काफी विनम्र दिखते थे लेकिन भीतर से चट्टान की तरह दृढ़ थे। पीएम ने कहा कि जय जवान जय किसान का उनका नारा उनके इसी विराट व्यक्तित्व की पहचान है। मोदी ने कहा कि देश 31 अक्टूबर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती का आयोजन करता है। इस दौरान कुछ वर्षों से रन फॉर यूनिटी का आयोजन होता है। पीएम मोदी ने अपील की कि इस वर्ष में भी अपने प्रयत्न से एकता के लिए दौड़ का आयोजन करें। पीएम ने लोगों को विजयदशमी, नवरात्रि और दशहरा जैसे आने वाले त्योहारों की शुभकामनाएं भी दीं।