बिजनेस डेस्क
पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक ( PMC ) घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने आर्थिक अपराध शाखा ( EOW ) की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मुंबई और उसके निकटवर्ती इलाकों में छह स्थानों पर छापे मारे। साथ ही धनशोधन का एक मामला भी दर्ज किया। सबूत इकट्ठे करने के लिए छापे मारे गए।
इससे पहले पुलिस ने पीएमसी बैंक घोटाले के आरोप में हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया था। कंपनी की 3500 करोड़ की संपत्ति भी जब्त कर ली। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि आरोपियों से गहन पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई।
सोमवार को दर्ज की थी एफआईआर
अधिकारी ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बैंक लोन के फर्जीवाड़े में आरोपी राकेश वधावन और उसके बेटे सारंग वधावन को गिरफ्तार किया है। दोनों को एजेंसी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं देने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस घोटाले से संबंधित और सूचना जुटा रही है और पिता-पुत्र से पूछताछ जारी है। इस घोटाले में जो भी लिप्त हैं, उन सभी को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
पीएमसी ग्राहकों को राहत
पहले ग्राहकों को छह महीने में सिर्फ एक हजार रुपये ही निकालने की अनुमति दी गई थी। पिछले हफ्ते आरबीआई ने बैंक पर छह महीनों का प्रतिबंध लगाने की जानकारी दी थी। आरबीआई के इस कदम से लाखों ग्राहकों को राहत मिलेगी।