पोलैंड की लेखिका ओल्गा और ऑस्ट्रिया के लेखक पीटर हैंडके को साहित्य का नोबेल दिया जाएगा

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स्टॉकहोम

साहित्य का 2018 का नोबेल पुरस्कार पॉलिश लेखिका ओल्गा तोकारजुक और 2019 के लिए नोबेल पुरस्कार ऑस्ट्रियाई लेखक पीटर हैंडके को दिया जाएगा। स्वीडिश एकेडमी ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। ओल्गा तोकारजुक को उन्हें सीमाओं के आर-पार जीवन के एक रूप को दर्शाने की काल्पनिकता के लिए यह सम्मान मिलेगा। ऑस्ट्रिया के लेखक पीटर हैंडके को ‘मानवीय अनुभव की परिधि और विशिष्टता को भाषाई सरलता के जरिए खोजने के महत्वपूर्ण कार्य के लिए’ 2019 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है।

ओल्गा का जन्म 1962 में पोलैंड में हुआ था। उन्होंने 1993 में पहला उपन्यास ‘द जर्नी ऑफ द बुक-पीपुल’ लिखा। 2014 में प्रकाशित अपने ऐतिहासिक उपन्यास ‘द बुक ऑफ जैकब’ में मानवीय समझ से प्राय: परे विषयों को प्रस्तुत करने की अद्भुत क्षमता प्रदर्शित की है। ओल्गा का तीसरा उपन्यास ‘प्रीमेवल एंड अदर टाइम्स’ (अंग्रेजी अनुवाद, 2010) में प्रकाशित हुआ था। यह उपन्यास 1989 के बाद पॉलिश साहित्य के लिए नया उदाहरण पेश किया था।

पीटर हैंडके का जन्म दक्षिण ऑस्ट्रिया के कार्नटन में 1942 ई. में हुआ था। उन्होंने 1966 में उपन्यास ‘डाई हॉर्निसन’ से लेखकीय जीवन की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने 1969 में ‘ऑफेंडिंग द ऑडिएंस’ नामक उपन्यास लिखा।

साहित्य के नोबेल पुरस्कार से जुड़े तथ्य

  • 1901 से 2017 तक 110 नोबेल पुरस्कार दिए गए। 114 साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। सबसे ज्यादा अंग्रेजी भाषा के (23 बार) साहित्य को यह पुरस्कार दिया गया।
  • साहित्य का नोबेल चार मौकों पर दो लोगों को संयुक्त तौर पर दिया गया। 1914, 1918, 1935, 1940,1941, 1942 और 1943 में इसकी घोषणा नहीं की गई।
  • साहित्य के नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे युवा ब्रिटिश पत्रकार रुडयार्ड किपलिंग (41) थे, जिन्हें जंगल बुक के लिए वर्ष 1907 में दिया गया। इनका जन्म मुम्बई में हुआ था।
  • साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सबसे उम्रदराज साहित्यकार ब्रिटेन की डोरिस लेसिंग (88) थीं, जिन्हें 2007 में यह पुरस्कार दिया गया।
  • साहित्य के नोबेल पुरस्कार से 14 महिलाओं को सम्मानित किया जा चुका है। स्वीडिश लेखिका सेलमा लेगरलोफ पहली महिला थीं, जिन्हें 1909 में यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • भारतीय बंगाली साहित्यकार रविंद्रनाथ टैगोर को 1913 में कविता संग्रह ‘गीतांजलि’ के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया। वे भारत ही नहीं एशिया के पहले व्‍यक्ति थे, जिन्‍हें नोबेल पुरस्‍कार प्रदान किया गया।
  • पिछले साल उभरे यौन उत्पीड़न के मामले की वजह से 2018 के साहित्य नोबेल की घोषणा को अकादमी ने स्थगित कर दिया था। इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार दो साहित्यकारों को दिया गया।

मलाला यूसुफजई कम उम्र में नोबेल विजेता बनीं 
मलाला यूसुफजई ने सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार हासिल किया। उन्हें 17 साल की उम्र में 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। पाकिस्तान की रहने वाली मलाला सामाजिक कार्यकर्ता है। मलाला को पाकिस्तान में महिलाओं के लिए शिक्षा को अनिवार्य बनाए जाने की मांग के बाद तालिबान की गोली का शिकार होना पड़ा था। इस बार स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थन्बर्ग को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। यदि उनके नाम की घोेषणा होती है तो वह सबसे कम उम्र की विजेता होंगी।

51 महिलाएं नोबेल से सम्मानित हो चुकी हैं
1901 से लेकर 2018 तक 51 महिलाएं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं। मैडम मैरी क्यूरी को दो बार इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें 1903 में भौतिकी और 1911 में  केमिस्ट्री के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था। इस हिसाब से अब तक 51 महिलाओं को नोबेल पुरस्कार मिला है।

शांति का नोबेल नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी समिति देती है
रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज भौतिकी, रसायन और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है। कैरोलिन इंस्टीट्यूट, स्टॉकहोम, स्वीडन में नोबेल असेंबली मेडिसिन के क्षेत्र में विजेताओं के नाम की घोषणा करती है। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा दिया जाता है और शांति का नोबेल पुरस्कार नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी गई समिति देती है।

क्यों दिया जाता है नोबेल पुरस्कार?
अल्फ्रेड नोबेल का जन्म स्वीडन में 21 अक्टूबर 1833 को हुआ था। अल्फ्रेड रसायनशात्री और इंजीनियर थे। 10 दिसंबर 1896 को इटली के सौन रेमो में अल्फ्रेड नोबेल का निधन हुआ। युद्ध में भारी तबाही मचाने वाले अपने अविष्कारों को लेकर अल्फ्रेड नोबेल भारी पश्चाताप था इसलिए उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति का इस्तेमाल मानव हित के लिए किए गए आविष्कारों में करने का फैसला लिया और नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की। उन्होंने अपनी वसीयत में हर साल भौतिकी, रसायन, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को पुरस्कार देने की घोषणा की।

नोबेल पुरस्कार में क्या मिलता है?
नोबेल पुरस्कार के हर विजेता को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि दी जाती है। इसके साथ 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक की दूसरी तरफ यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है।