इंदौर में पुलिस टीआई की रिपोर्ट पॉजिटिव, पत्नी, बेटियां भी बीमार, आइसोलेट हुए

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TIO  इंदौर

 कोरोना (कोविड-19) जैसे लक्षण सामने आने बाद इंदौर पश्चिमी क्षेत्र के एक टीआई को अरबिंदो अस्पताल में भर्ती करवाया है। मंगलवार शाम को उनकी जांच रिपोर्ट आ गई है जिसमें वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। डीआईजी ने इसकी पुष्टि की है। सोमवार रात को टीआई को अचानक सांस लेने में दिक्कत आने लगी तो तत्काल उन्हें भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी और बेटियां भी बीमार हैं। उन्हें भी आइसोलेट कर दिया गया है। थाना और परिसर को लगातार सैनिटाइज करवाया जा रहा है। उधर, जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टीआई को कॉल कर उनका हाल जाना। आइजी विवेक शर्मा के मुताबिक एक बेटी को बुखार था, लेकिन वह ठीक हो गई। दूसरी बेटी को भी मामूली तकलीफ है। पत्नी के गले में इन्फेक्शन है। तीनों के अरबिंदो अस्पताल के अलग वार्ड में रखा गया है।

मप्र में कोरोना वायरस संक्रमण से छठी मौत की पुष्टि, खरगोन के मरीज ने तीन दिन पहले तोड़ा था दम

मध्यप्रदेश सरकार के एक आला अधिकारी ने बुधवार को पुष्टि की कि पड़ोसी खरगोन जिले के जिस 65 वर्षीय पुरुष की तीन दिन पहले मौत हुई थी, वह कोरोना वायरस से संक्रमित था। इसके साथ ही, राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गयी है। खरगोन के जिलाधिकारी गोपालचंद्र डाड ने “पीटीआई-भाषा” को बताया, “हमें इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की एक प्रयोगशाला से मिली जांच रिपोर्ट से पता चला है कि धरगांव का 65 वर्षीय पुरुष कोरोना वायरस से संक्रमित था। इस व्यक्ति की तीन दिन पहले ही इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय में इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।” उन्होंने बताया, “मरीज को सांस लेने में तकलीफ के चलते खरगोन जिले के एक अस्पताल में हाल ही में भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर उसे रविवार को इंदौर के सरकारी अस्पताल भेज दिया गया था।” डाड ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाला व्यक्ति कैंसर, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और सांस की बीमारी से पहले ही पीड़ित था। वह खरगोन जिले का पहला कोरोना वायरस संक्रमित मरीज था। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि खरगोन जिले से गंभीर हालत में लाये गये इस व्यक्ति की रविवार को ही मौत हो गयी थी। अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक सूबे में कुल 86 लोग कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आये हैं। इनमें इंदौर के सर्वाधिक 63 मरीज हैं। इसके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के छह, भोपाल के चार और शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो मरीजों में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। राज्य में इस महामारी से संक्रमित होने के बाद अब तक इंदौर के तीन, उज्जैन के दो और खरगोन के एक मरीज की मौत हो चुकी है।

कोरोना वायरस संक्रमण के 20 नये मामले सामने आने के बाद मध्यप्रदेश में इस महामारी की जद में आये लोगों की तादाद बढ़कर 86 पर पहुंच गयी है। ताजा मामलों में अकेले इंदौर के 19 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के 20 नये मामलों में एक 65 वर्षीय पुरुष पड़ोस के खरगोन जिले का रहने वाला है। उन्होंने बताया कि इंदौर में इस महामारी के जो 19 नये मामले हैं, उनमें शहर के तंजीम नगर के एक ही परिवार के नौ सदस्य हैं जिनमें तीन वर्षीय बालिका, पांच वर्षीय बालिका और आठ वर्षीय बालक शामिल हैं। इन नये मामलों में शहर के एक पुलिस थाने के प्रभारी भी शामिल हैं जो पहले ही एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि थाना प्रभारी की पत्नी और दो बेटियों को भी सावधानी के तौर पर अस्पताल के पृथक वॉर्ड में रखा गया है। पाराशर ने बताया कि कोरोना वायरस की जद में आये पुलिस अधिकारी जिस थाने के प्रभारी थे, उसे संक्रमणमुक्त कराया जा रहा है और थाने में तैनात अन्य पुलिस कर्मियों के बचाव के तमाम उपाय किये जा रहे हैं। इंदौर, सूबे में कोरोना वायरस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है और शहर में इस महामारी का दायरा लगातार बढ़ रहा है। नये 19 मामले मिलने के बाद शहर में इस महामारी की चपेट में आये लोगों की संख्या 63 हो गयी है जिनमें से तीन लोगों की इलाज के दौरान पहले ही मौत हो चुकी है। इंदौर में अब तक मिले संक्रमितों का यह आंकड़ा सूबे के कुल कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की तादाद का करीब 75 फीसद है। इसके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के छह, भोपाल के चार और शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो लोगों में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है। सूबे में संक्रमण से पांच लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में इंदौर के तीन और उज्जैन शहर के दो लोग शामिल हैं।

 

भारत में कोरोना: …जब जमात की जिद तोड़ने के लिए रात दो बजे निजामुद्दीन पहुंचे थे NSA अजीत डोभाल

नई दिल्ली
दिल्ली के निजामुद्दीन के पास मौजूद मरकज को भीड़ से खाली कराना काफी मुश्किल भरा रहा। सरकार के निर्देश पुलिस की चेतावनी के बाद भी जमात किस कदर जिद पर अड़ा हुआ था, यह इस बात से सामने आता है कि आधी रात डोभाल को मनाने के लिए जाना पड़ा। मस्जिद के मौलाना साद दिल्ली पुलस और सुरक्षा एजेंसियों के आग्रह को ठुकरा चुके थे। ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से आग्रह किया कि वह जमात को मस्जिद खाली करने के लिए राजी करें।
रात 2 बजे मरकज पहुंचे थे डोभाल
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री के आग्रह पर डोभाल 28-29 मार्च की दरम्यानी रात 2 बजे मरकज पहुंचे। गृह मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि डोभाल ने मौलाना साद को समझाया और वहां मौजूद लोगों का कोविड-19 टेस्ट कराने को कहा साथ ही लोगों को क्वारंटीन में रखने की बात भी कही। शाह और डोभाल को स्थिति की गंभीरता का पता था क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों ने करीमनगर में इंडोनेशिया के 9 कोरोना पीड़ित लोगों की पहचान कर चुकी थी।

डोभाल ने मस्जिद के मौलाना को मनाया
सुरक्षा एजेंसियों ने मरकज में कोरोना संक्रमण का संदेश अगले ही दिन सभी राज्यों और पुलिस को भेज दिया था। NSA डोभाल के समझाने के बाद मरकज 27, 28 और 29 मार्च को 167 तबलीगी वर्कर्स को अस्पताल में भर्ती कराने पर समहत हुआ। डोभाल के हस्तक्षेप के बाद ही जमात नेता मस्जिद की भी सफाई को राजी हुए। डोभाल ने मुसलमानों के साथ अपने पुराने संपर्क का इस्तेमाल कर इस काम को अंजाम दिया। देश की सुरक्षा के लिए रणनीति बनाने के लिए मुस्लिम उलेमा उनके साथ मीटिंग कर चुके थे।

इंदौर में सात दिन का लॉकडाउन
कोरोना वायरस के मामले इंदौर में बढ़ते जा रहे है। इसे लेकर बढ़ा फैसला लिया गया है। वहां 7 दिन तक पूरी तरह लॉकडाउन। हालांकि, कलेक्टर ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बस लोग सतर्क रहें।

राज्य में मरीजों की संभावित संख्या को देखते हुए इंदौर में 17, जबलपुर में छह, उज्जैन, ग्वालियर व शिवपुरी में दो-दो नियंत्रण क्षेत्र स्थापित कर उन्हें कंटेनमेंट के अंदर लाया गया है। इंदौर के जिलाधिकारी मनीष सिंह ने कहा कि कहा कि यह वे लोग है जो क्वारंटाइन में थे यह सभी इंदौर के भीतरी इलाकों में रहते थे। आने वाले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ सकती है। लोगों को डरने और घबराने की जरुरत नहीं है। वे घरों से न निकलें, प्रशासन उनकी जरुरतों का पूरा ध्यान रख रहा है और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के प्रयास जारी है। इंदौर में रानीपुरा, नयापुरा, दौलतगंज, हाथीपाला आदि वे स्थान है जहां बड़ी संख्या में लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। उन्हीं में से नए मरीज सामने आए हैं।