TIO NEW DELHI
पंजाब में सियासी हलचल तेज होती जा रही है। यहां 8 माह में विधानसभा चुनाव होने हैं। ताजा खबर यह है कि शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने पंजाब का अगला चुनाव बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ मिलकर लड़ सकते हैं। सबकुछ ठीक रहा है तो शनिवार को इसका आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा। बता दें, शिरोमणि अकाली दल अब तक एनडीए का हिस्सा था, लेकिन कृषि बिल के मुद्दे पर उसने नाता तोड़ लिया। इस तरह सालों से साथ रहे भाजपा और अकाली का नाता टूट गया था।
BSP और SAD 1996 के लोकसभा चुनावों के बाद यानी करीब 27 साल बाद हाथ मिला रही हैं। तब इस गठबंधन ने पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से 11 पर जीत हासिल की थी। उस समय, बसपा ने उन सभी तीन सीटों पर जीत हासिल की थी जिस पर उसने चुनाव लड़ा था और SAD ने 10 में से आठ पर जीत हासिल की थी। नए सिरे से गठबंधन बनने के पीछे शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की अहम भूमिका बताई जा रही है।
पंजाब कांग्रेस में घमासान जारी: पंजाब चुनाव से पहले कांग्रेस का घमासान भी जारी है। पंजाब में कांग्रेस दो हिस्सों बंटी नजर आ रही है। एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं तो दूसरी ओर नवजोत सिंह सिद्धू। दोनों धड़ों में अब तो खुलकर जंग हो रही है, जिसकी आवाज पार्टी आलाकमान तक पहुंच चुकी हैं। विवाद सुलझाने के लिए तीन नेताओं की कमेटी बनाई, जिसने रिपोर्ट आलाकमान को सौंप दी है। हालांकि अब तक विवाद का कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के कारण पंजाब में सत्तारुढ़ कांग्रेस कमजोर होती नजर आ रही है। इस हालात के बीच पार्टी नेतृत्व पर भी सवाल उठ रहा है।