मनामा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों की यात्रा के तीसरे चरण में शनिवार रात बहरीन पहुंचे। उन्होंने राजधानी मनामा में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा प्रयास 5 हजार साल पुराने रिश्तों को 21वीं सदी की ताजगी और आधुनिकता देने का है। हमारे रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे, इसके लिए आपका साथी बनकर खड़ा हूं। यहां स्वागत से लग रहा है कि भारत के किसी हिस्से में हूं। मोदी ने लोगों को कृष्ण जन्मोत्सव की शुभकामनाएं दीं।
- मोदी ने कहा, ”आपके प्यार के सामने नतमस्तक हूं। मैं बहरीन के खलीफा, प्रधानमंत्री और यहां की सरकार का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे एहसास है कि भारत के प्रधानमंत्रियों को बहरीन पहुंचने में कुछ ज्यादा ही समय लग गया। लेकिन यहां आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होने का सौभाग्य मुझे मिला है। बहरीन के लाखों दोस्तों से संवाद का मौका मिला। मेरा प्रयास 5 हजार साल पुराने रिश्तों को 21वीं सदी की ताजगी और आधुनिकता देने है।”
- ”हमारे रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे, इसके लिए आपका साथी बनकर खड़ा हूं। आपको 130 करोड़ भारतीयों की ओर से न्यौता देने आया हूं। भाइयों-बहनों बहरीन से हमारे संबंध व्यापार से बढ़कर मानवीय और संस्कृति के रहे हैं। हजारों सालों के हमारा एक दूसरे के यहां आना-जाना रहा है।”
- ”हमने अपनी साझेदारी स्पेस तक बढ़ाने का फैसला किया। द किंग से मुलाकात के लिए मैं बहुत ही उत्सुक हूं। उन्होंने मुझे निमंत्रण भेजा इसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं। दोनों देशों के समाज ने लंबे समय के लिए एक दूसरे से बहुत कुछ पाया है। विशेष तौर पर हमारी फैमिली वैल्यूज। दोनों देशों के समाज ने सशक्त फैमिली सिस्टम को हमने समाज का आधार माना है।”
मोदी ने कहा- गुजरात से बहरीन का पुराना संपर्क
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जन्माष्टमी का पर्व है। विश्वभर में फैले भारतीय समुदाय को भी मेरी तरफ से कृष्ण जन्मोत्सव की शुभकामनाएं। मुझे बताया गया है कि गल्फ क्षेत्र में जन्माष्टमी पर कृष्ण कथा सुनाने की परंपरा है। भारतीयों का खासकर गुजरात और गुजरातियों का कृष्ण भगवान के प्रति विशेष प्रेम है। आज भी गुजरात के गांव में श्रीकृष्ण का स्मरण करते हुए रासलीला की परंपरा चलती है। गुजरात से बहरीन का पुराना संपर्क है। यह स्वाभाविक है कि यहां भी कृष्ण भगवान की मुरली आपके हृदय में गूंजती ही होगी।