TIO BHOPAL
रविवार की शाम रेबीज टीकाकरण के नाम, भोपाल ले युवाओ द्वारा बनाई गई संस्था रजनी फाउंडेशन ने सड़क के कुत्तो को मुफ्त में रेबीज का टीकारण, और साथ में बेजुबान मासूम कुत्तो के बच्चो को अडॉप्ट करवाया। रेबीज एक ऐसी बेमारी है जिसका कोई इलाज इस पूरे विश्व में अभी तक नहीं मिला है, ये बीमारी मुख्य रूप से जानवरो को अपना शिकार बनाती है, दूसरी तरफ देखा जाए तो इंसान भी इस बीमारी से पीड़ित हैं।

इस संस्था के संचालक आर्ची अग्रवाल, सानिध्य जैन संग 20 अन्य युवाओ ने यह मुहिम चालू की है। सिर्फ युवाओं को ही नहीं पूरे भोपाल को ये द्रण संकल्प लेना चाहिए की जानवरो को रेबीज का टीकाकरण अवश्य करवाये, जिससे इसका संक्रमण जानवरो में और साथ ही साथ इंसानो में पूरी तरीके से थम जाए। इस बीमारी का टीकाकरण ही एक मात्र इलाज है।
एडॉप्शन एक पहल-
आज हमारे भारत में हर 3 में से 1 इंसान डिप्रेशन का शिकार है। डिप्रेशन को पूर्ण रूप से खत्म करने में और उससे राहत पाने में एक कुत्ता या कोई भी जानवर एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैज्ञानिको द्वारा से माना गया है की ये मासूम जीव लोगो को डिप्रेशन से कोसो दूर रखता है।

इस पहल का ना सिर्फ इंसानो को फायदा मिलता है, जानवरो को भी एक नया जीवन प्राप्त होता है। इस पहल में सभी को जुड़ कर अपने देसी कुत्तो को उनका घर दिलवाने और रेबीज का टीकारण करवाने में इन युवाओ की मदद करनी चाहिए।