देशभर में विरोध के बीच मप्र में उतरा रफाल, सिब्बल ने कहा 60 हजार करोड़ में की 18 हजार करोड़ की डील

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भोपाल। फ्रांस निर्मित लड़ाकू विमान राफेलके देशभर में विरोध के बीच तीन विमान रविवार को ग्वालियर में वायुसेना के महाराजपुरा एयर स्टेशन पर पहुंच गए। इन्हें फ्रांस के पायलट लेकर आए हैं। भारतीय वायुसेना के पायलट तीन दिन तक राफेल उड़ाने की प्रैक्टिस करेंगे।
Rafale landed in mid-way between opposition across the country, Sibal said Rs 18 thousand crore deal worth 60 thousand crore
जब राफेल ग्वालियर में उतर रहा था, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने इंदौर में कहा कि राफेल विमान सौदे में बड़ा घोटाला सामने आया है। यूपीए सरकार के समय 2012 में जो डील की गई थी, उसको निरस्त कर अब तीन गुना ज्यादा दामों पर खरीदने का निर्णय मोदी सरकार ने लिया।

राफेल के फ्रांस पायलट को भारतीय वायुसेना के पायलट मिराज लड़ाकू विमान उड़ाने की ट्रेनिंग देंगे। महाराजपुरा एयरबेस भारतीय वायुसेना का सबसे महत्वपूर्ण विमानतल है। एयरबेस के सूत्रों ने बताया कि आॅस्ट्रेलिया में आयोजित विभिन्न देशों के युद्धा यास कार्यक्रम से लौटते समय फ्रांस के लड़ाकू विमान राफेलकी एक खेप भारतीय वायुसेना के अनुरोध पर ग्वालियर रुक गई है।

हालांकि बताया यह भी गया है कि मौसम खराब होने के कारण इन विमानों को यहां रोका गया है। सूत्रों ने बताया कि उच्च स्तर पर सहमति बनने के कारण भारतीय वायुसेना के पायलटों को राफेलकी कार्यप्रणाली से परिचित कराने के लिए इसी दौरान उन्हें प्रारंभिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। रविवार को बेसिक ट्रेनिंग की शुुरुआत कर दी गई है।

सिब्बल ने आरोप लगाए कि 2012 में हमने 560 करोड़ रुपए प्रति राफेल विमान के हिसाब से खरीदने का कॉन्ट्रैक्ट किया था। अब उसी को 1600 करोड़ रुपए प्रति राफेल विमान के हिसाब से खरीदने का ऐलान प्रधानमंत्री ने कर दिया। 2012 के एग्रीमेंट के मुताबिक जो डील 18-19 हजार करोड़ रुपए की थी, वो अब करीब साठ हजार करोड़ तक पहुंच गई। अंतर करीब 41 हजार करोड़ रुपए है। हम संसद में राफेल के दाम पूछ रहे हैं तो सरकार कह रही है सीक्रेट है। इस मौके पर सिब्बल के साथ सांसद विवेक तन्खा भी थे।

आस्ट्रेलिया से लौटे विमान
फ्रांस ने अभी राफेलकी सप्लाई नहीं की है। जिन राफेलविमानों को ग्वालियर में रोका गया है, वे आस्ट्रेलिया से प्रतिस्पर्धा में शामिल होकर लौटे। इनकी एक खेप ग्वालियर में रोकी गई है। भारतीय वायुसेना में राफेल36 विमान शामिल किए जाएंगे। इन विमानों की दो स्क्वाड्रन बनाई जाएंगी। इन्हें हरियाणा व पश्चिम बंगाल में तैनात किए जाने पर वायुसेना के उच्चाधिकारियों व रक्षा मंत्रालय के विशेषज्ञों के बीच बातचीत चल रही है। बताया यह भी गया है कि भारतीय वायुसेना के चयनित फाइटर पायलटों को बाद में ट्रेनिंग के लिए फ्रांस भी भेजा जाएगा।