नई दिल्ली। जर्मनी के बाद ब्रिटेन के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को यहां के प्रसिद्ध लंदन स्कूल आॅफ इकनॉमिक्स में भारतीय समुदाय के छात्रों से बाचतीत की। अपने संबोधन के दौरान राहुल ने एक ओर जहां देश के युवाओं के सामने मौजूद तमाम समस्याओं के विषय में बात की, वहीं 2019 के चुनाव को बीजेपी-आरएसएस बनाम पूरे विपक्ष की लड़ाई बताया। छात्रों से बातचीत के दौरान यहां भी केंद्र की मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।
Rahul, who spoke to students from Indian community in London – said the election of 2019 elections, BJP-RSS vs. entire opposition
छात्रों के बीच अपने संबोधन के दौरान राहुल ने कहा कि भारत में रोजगार की समस्या एक बड़ा संकट है, लेकिन भारत सरकार इसे मानने को तैयार नहीं है। राहुल ने कहा कि एक ओर चीन में बड़ी मात्रा में रोजगार पैदा हो रहे हैं, वहीं भारत में हर रोज सिर्फ 450 नौकरियां दी जा रही हैं। वर्तमान में भारत में नौकरियों की कमी एक बड़ा संकट है लेकिन सरकार इसे मानने को तैयार नहीं। अपने संबोधन में राहुल ने कहा कि मैं सरकार को अधिकार देने वाली एक संस्था के रूप में देखता हूं और देश में सामाजिक न्याय तभी संभव हो सका है, जबकि यहां की लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत किया जाए।
‘खुद झेली है हिंसा, इसलिए निंदा करता हूं’
राहुल ने कहा कि भारत का विकास यहां के हर व्यक्ति के त्याग के कारण संभव हुआ है, ऐसे में किसी भी इंसान को यह नहीं लगना चाहिए कि उसकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। छात्रों से बात करते हुए राहुल ने कहा कि मैं हर समुदाय के लोगों के बीच जाना पसंद करता हूं और यही जरूरी भी है। मैंने खुद हिंसा झेली है और मेरे अनुभवों ने ही मुझे लोगों के प्रति दयालु बनाया है। हिंसा का पीड़ित होने के कारण ही मैं किसी भी व्यक्ति पर हिंसा की निंदा करता हूं।
‘देश में जहर फैलने से रोकना प्राथमिकता’
2019 के चुनाव का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगला चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है। अगले चुनाव में मुकाबला बीजेपी-आरएसएस और पूरे विपक्ष के बीच होने वाला है। राहुल ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं और कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष की प्राथमिकता है कि देश में किसी भी तरह के जहर को फैलने से रोका जाए। राजस्थान के चुनाव का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि हम आगामी चुनाव में राजस्थान में पूरी शक्ति से उतरने जा रहे हैं और हमारी पहली प्राथमिकता राज्य में रोजगार और मध्यम-लघु स्तर के उद्योगों का विकास करना है।